शनिवार, 7 सितंबर 2019

जेल में बंद कुख्यात कौशल यादव ने साजिश रच कराया मुखिया पति की हत्या,

दो बार पूर्व भी मुखिया पति की हत्या करने का किया प्रयास, दोनों बार बच गए
सरोजा पंचायत के मोहनिया-गलफरिया गांव बना छोटी दियारा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
                   (फोटो-शव के समीप विलाप करती मुखिया पत्नी)
बख़्तियारपुर थाना के सरोजा पंचयात के मुखिया पति राजकुमार शर्मा की दो बार पूर्व भी हत्या का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों बार बाल बाल बचे। लेकिन तीसरी बार नही बच सका। मुखिया पत्नी कुंती देवी के फर्डब्यान के अनुसार जेल में बंद कुख्यात कौशल यादव ने षडयंत्र रचकर मेरे पति का हत्या करा दिया। कौशल यादव एक माह पूर्व फोन पर एक लाख की रंगदारी कार्तिक शर्मा को देने को कहा था, नही देने पर गंभीर परिणाम भुगतने का धमकी दिया था। 
28 अप्रैल 09 को गोलियो से छलनी के बाद भी बच गया था मुखिया पति---
28 अप्रैल 09 को रात्रि के साढ़े 9 बजे मुखिया पति राजकुमार शर्मा को गोलियो से छलनी कर दिया था। उस समय हर कोई कह रहा था कि मुखिया का बचना मुश्किल है। लेकिन लंबे इलाज के बाद मुखिया बच गया। उसके बाद जिला प्रशसन ने उसे एक बॉडीगार्ड उपलब्ध करा दिया था। उस समय दिवगंत राजकुमार शर्मा के फर्डब्यान पर बख़्तियारपुर थाना में दर्ज कांड संख्या 85/09 गलफरिया गांव के तारणी यादव, दिलीप यादव, अभय यादव, रामचंद्र यादव को नामजद अभियुक्त बनाया था। फिर उसके 07 दिसंबर 10 को फिर राजकुमार शर्मा के ऊपर गोलीबारी किया था। लेकिन उसमे में भी वे बाल बाल बच गया। उक्त घटना में राजकुमार शर्मा के लिखित आवेदन पर बख़्तियारपुर थाना कांड संख्या 299/10 में चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया था। जिसमे दिलीप यादव, कौशल यादव, केशव यादव एव अनिल यादव को नामजद बनाया गया था। 
                           (फोटो-मुखिया पति राजकुमार शर्मा)
  लोगो की माने की सरोजा पंचायत के मोहनिया एव गलफरिया गांव में लोग दिन में भी जाने से लोग डरता है। कहा जा रहा है कि जहा कोसी दियारा में अब अपराधी गतिविधि नही के बराबर होता है, वही ये दोनों गांव में कुछ अपराधी किस्म के लोगो के कारण लोगो मे हरवक्त भय बना रहता है। वर्ष 16 में पंचयात चुनाव में भी पूरे जिले में कही भी चुनाव को लेकर गोलीबारी हुई थी तो सिर्फ यही मोहनिया-गलफरिया गांव में ही हुआ था। जेल में बंद कुख्यात कौशल यादव के कारण ये गांव ज्यादा चर्चित है।

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