बुधवार, 12 फ़रवरी 2020

सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के कीमती जमीन पर दबंगो की बुरी नजर, तमंचे के बल पर हड़प रहा है जमीन

नगर पंचायत क्षेत्र में सरकारी एवं कमजोर लोगो का जमीन हड़पने का  गोरख-धंधा बदस्तूर जारी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सिमरी बख्तियारपुर सहित आसपास के इलाको में मकान या दुकान के लिए जमीन खरीदना दिनोंदिन मुश्किल हो रहा है। सुदूर इलाकों की जमीन के भी रेट आसमान छू रहा है।सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत डाकबंगला चौक, सैनी टोला, मेन मार्केट, हटिया गाछी, रानीबाग, रंगीनियां सहित विभिन्न इलाके में जमीन का भाव तीन से पांच गुना तक बढ़ गया है।उद्देश्य चाहे घर बनाने का हो या फिर व्यावसायिक गतिविधि का लेकिन सिमरी बख्तियारपुर मे जमीन खरीदना आसान नहीं है। इसलिए जमीन हड़पने की तलक बढ़ गई है।जिस वजह से मामला बढ़ जाना एवं गोलीबारी आम हो गया है। सिमरी बख़्तियारपुर अनुमंडल में इन दिनों हथियार के नोक पर जमीन हड़पने का खेल बदस्तूर जारी है। वही सारे मामले में प्रशासन एक्शन के बजाय मूक दर्शक बना हुआ है। बीते सोमवार को सिमरी बख़्तियारपुर प्रखण्ड के सैनी टोला में जमीन के लिए हुई गोलीकांड ने यह साबित कर दिया।
 तमंचे की नोक पर जमीन पर कब्जा---
सिमरी बख़्तियारपुर में बीते कई महीनों से जमीनों को लेकर मारपीट - गोलीबारी आम हो गई है। भू - माफिया जमीन की खरीद - फरोख्त कर बेहिसाब धन उगाही में इतने माहिर हो चुके है कि अगर किसी जमीन पर उनकी निगाह रुक गई तो उस जमीन को पाने के लिए शाम - दाम, दंड - भेद का फार्मूला इस्तेमाल करने से नहीं चूकते है। किसी भी कीमत पर जमीन को हथियाने का माद्दा रखने वाले ऐसे भू - माफिया पैसे व ऊंची  राजनीतिक पहुंच के दम पर रस्सी को भी सांप बना देते हैं, जिसमें आम आदमी उलझ कर रह जाता है। वही जब पीड़ित प्रशासन तक पहुंचता है तब प्रशासन भी कान में तेल डाल सो जाती है

बीते सोमवार को सिमरी बख़्तियारपुर अंतर्गत सैनी टोला में जमीन विवाद में दर्जनों राउंड गोली चलने और घटना में घायल मणि देवी के पति शिव नारायण बढई ने जिले के वरीय पदाधिकारियों को आवेदन दे कर न्याय की गुहार लगाई है। दिये आवेदन में पीड़ित ने कहा है कि बीते दस तारीख को रात दस बजे मेरी जमीन पर मनीष यादव सहित अन्य  ने ईंट जोड़ाई कर करवाने लगे। इस दौरान चारो ओर से मेरे घर को घेरे थे। साथ ही आकाश फायरिंग की। मेरी पत्नी पर भी वार किया। रात 11 बजे बख़्तियारपुर थाना पहुंचे। वहां चिल्लाने पर कोई नही मिला तो हम अस्पताल गए। वहां इलाज उपरांत मेरी पत्नी को सहरसा रैफर कर दिया गया। 
नही लगता जनता दरबार
कुछ वर्ष पूर्व बिहार में प्रत्येक थाना में जमीन विवाद को निपटाने के लिए हर शनिवार जनता दरबार लगा जमीनी विवाद को समाप्त करने का आदेश जारी हुआ था।परंतु समय बीतने के साथ यह आदेश फाइलों तक ही सीमित रह गया। जिस वजह से हर भूमि विवाद को लेकर तनाव बढ़ जाता है और मामला गोली - बंदूक तक पहुंच जाता है। वही सोमवार रात हुए घटनाक्रम में सहरसा सदर अस्पताल में इलाजरत मणि देवी के पुत्र मिंटू शर्मा ने बताया कि दबंगो के कहर से बचाने के लिये बख़्तियारपुर पुलिस का रवैया असहयोगात्मक रहा।

इधर घटना के संबंध में डीएसपी मृदुला कुमारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर बख़्तियारपुर पुलिस को जांच - पड़ताल के लिए कही थी। थाना में आवेदन नही लिया जा रहा है तो मुझसे संपर्क करे। 

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