मुर्गा एवं अंडा का कारोबार हुआ बुरी तरह से प्रभावित, इस धंधे से जुड़े लोगों को परेसानी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
कोरोना को लेकर मुर्गा व अंडा का कारोबार खासा प्रभावित हुआ है। बाजार में मुर्गा व अंडा की कीमतें कम होने के बाद भी ग्राहक इनसब चीजों से तौबा कर रहे हैं। वहीं कई सब्जियों की कीमतों में उछाल आया है, जबकि कुछ के दाम कम हुए हैं।
कारोबारियों को न सिर्फ मुर्गा या अंडा न बेच पाने को लेकर सिरदर्दी बढ़ी है, बल्कि मुर्गा को रोज दाना-पानी देना मुश्किल हो रहा है। पोलट्री फॉर्म संचालक के अनुसार एक मुर्गा को तैयार करने में करीब 50 से 60 रुपए तक का खर्च आता है। वर्तमान हालत यह है कि 30 रुपए तक में भी बाजार में मुर्गा सप्लाई नहीं हो रहा। फॉर्म से 25 से 35 दिन तक में मुर्गा को निकाल लेना है, लेकिन 45 से 50 दिन बाद भी मुर्गा का स्टॉक बरकरार है। एक मुर्गा का खुराक छह रुपए के करीब आ रहा है। ऐसे में एक हजार मुर्गा रखने वालों को हर रोज छह हजार रुपए अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। दाना-पानी में कटौती करना भी उनके लिए नुकसानदेह है।
बाजार में मुर्गा की कीमतें कम जबकी सब्जी की अधिक--
बाजार में मुर्गा की कीमतें काफी कम हो गई। यहां 20 से लेकर 50 रुपए किलो तक मुर्गा की बिक्री हो रही है। मुर्गा की कीमतों में कमी ने सब्जी का बाजार गर्म कर दिया है। हालांकि अधिक स्टॉक के कारण कीमतों में बहुत अधिक वृद्धि नहीं हुई है। वहीं ग्राहकों को रूलाने वाले प्याज ने लोगों को राहत दी है। प्याज की कीमत घटकर करीब 25 से 30 रुपए हो गई है। बताया जा रहा है मुर्गा की कीमतें कम होने के कारण ही प्याज की कीमतें भी कमी है।
अंडा का बाजार भी पड़ा सुस्त: अंडा का बाजार भी काफी सुस्त पड़ गया है। फॉर्म से अंडा पिछले कुछ दिनों से ढाई रुपए तक भी निकलना मुश्किल हो गया है। फॉर्म संचालक के मुताबिक 1050 से 11 सौ रुपए कार्टन तक अंडा की बिक्री होती थी, लेकिन कोरोना के बाद लोग 650 से 700 तक में भी नहीं ले रहे हैं। उनके मुताबिक अंडा तैयार करने में 3.70 रुपए आता है, जो ढाई रुपए में भी नहीं बिक रहा। वहीं बिक्री नहीं होने अंडों का स्टॉक करना भी मुश्किल हो गया है। कारोबारियों की मानें तो इस बार धंधे में घाटा लगना तय है। मार्केट में कबतक सुधार होगा इस बारे में कहा नहीं जा सकता।
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