20 फरवरी को गुजरात से धर्म प्रचार के लिये तरियामा आये जमाती, जांच में नही मिला किसी तरह का लक्षण
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के तरियामा पंचायत में धर्म का प्रचार कर 15 लोग जमात के लिये आया। लोगों के द्वारा इनकी जानकारी एसडीओ को देने के बाद एसडीओ के निर्देश पर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार के नेतृत्व में अनि फरदोश खान , अनिल सुरेन्द्र साउ पुलिस बल और मेडिकल टीम के साथ पहूंचकर सभी लोगों की जॉच किया। जांच में सामान्य पाए जाने पर तरियामा स्थित कृषि भवन में 14 दिनों के लिए कोरोन्टाइन कर दिया । हलॉकि मेडिकल टीम द्वारा जांच में किसी में भी कोई लक्षण नहीं पाया गया । इन जमाती से पूछे जाने पर बताया कि 15 लोग गुजरात से 20 फरवरी को 40 दिनों के लिए सिमरी बख्तियारपुर धर्म प्रचारक के आए थे, और तरियामा पंचायत स्थित कृषि भवन में रहकर धर्म का प्रचार कर रहे हैं । इसी 40 दिनों के प्रचार के दौरान ही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करोना वायरस के बढ रहे प्रकोप के मद्देनजर पुरे देश में जनता कर्फ्यू लगा दिया । फिर उसके बाद राज्य सरकार द्वारा एक सप्ताह के लिए पुरे प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया । फिर इसी बीच पुरे देश में 21 दिन फिर 3 मई तक लॉकडाउन लगा दिया। इस लॉकडाउन के कारण 40 दिन की धर्म प्रचार की समय सीमा भी समाप्त हो गई बावजूद हमलोग लॉकडाउन फंसे गए। हमलोगों का 30 मार्च का वापसी टिकट भी था। 3 मई लॉकडाउन समाप्त होने का इंतजार कर रहे थे । एसडीओ बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि चिकिस्तक के द्वारा सभी जमाती का जांच कराया गया। सभी ठीक था, इसी कारण सभी को तरियामा पंचायत के कृषि भवन में कोरोन्टाइन कर दिया गया है। इस बाबत तरियामा पंचयात के पूर्व मुखिया मो साद उद्दीन ने बताया कि इस जमाती के आने की सूचना देश मे लोकडॉन होने के बाद 23 मार्च को ही प्रशासन को दे दिया था। मेरे द्वारा ही जानकारी के बाद इनलोगो को जांच किया जायेगा।
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