मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

आंध्रप्रदेश में फंसे स्कूली बच्चों ने वीडियो जारी कर बिहार के सीएम से लगाई मदद की गुहार


बिहार के बिभिन्न जिले से 200 से अधिक बच्चे लोकडॉन में फंसे
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

करोना वायरस के संक्रमण के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन से केवल बाहरी राज्यों में फंसे मजदूर हीं नहीं छोटे-छोटे बच्चे भी काफी परेशान हैं।
करोना वायरस के संक्रमण के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन से केवल बाहरी राज्यों में फंसे मजदूर हीं नहीं छोटे-छोटे बच्चे भी काफी परेशान हैं। देश में लॉकडाउन की वजह से बिहार के भोजपुर सहित अलग-अलग जिले के करीब दो सौ स्कूली बच्चे और उनके परिजन भी
आंध्रप्रदेश में फंसे हुए है। इसमें बिहार के अलग अलग जिले के बच्चे सामिल है। ऐसी स्थिति में बच्चों के साथ उनके परिजन भी काफी चितित है। इधर, बच्चों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई है। हालात को देखते हुए परिजन राज्य सरकार से किसी तरह व्यवस्था कर आंध्रप्रदेश में फंसे सभी बच्चों को अपने घर पहुंचाने की मदद मांग रहे हैं। लॉकडाउन में फंसे ये सभी बच्चे आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा स्थित एक निजी आवासीय विद्यालय के बताए जा रहे हैं। इसमें छात्र व छात्राएं दोनों है। बच्चों व उनके परिजनों द्वारा वीडियो जारी करने के बाद से ही उनके परिवार वाले काफी सशंकित हैं। इस बीच इसकी अवधि को भी विस्तारित कर दिए जाने से उन पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है।
 अभिभावकों ने सरकार से की मार्मिक अपील
परिवार के लोगों का मानना है कि बच्चे बहुत छोटे है और वो अब स्कूल की छुट्टी होने के कारण घर आना चाहते हैं,लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह घर आने में सक्षम नहीं है। जिसको लेकर वे रो भी रहे हैं। उन्हें बच्चों को लेकर काफी चिता है। सरकार से हाथ जोड़कर बार बार प्रार्थना कर रहे हैं कि किसी तरह उनके बच्चों को सकुशल घर तक पहुंचा दें, ताकि वो अपने मां-बाप के पास आ सकें।
22 मार्च को बच्चों को लाने गए थे दो दर्जन से अधिक परिजन, वे भी फंसे
आंधप्रदेश के विजयवाड़ा में फंसे भोजपुर जिला निवासी संजीव कुमार सिंह उर्फ टुंडुल, सुनील पाल एवं अनिल केसरी ने बताया कि 23 मार्च से बच्चों की छुट्टी होने वाली थी। इसलिए वे 22 मार्च को ही ट्रेन से विजयवाड़ा पहुंच गए थे। लेकिन, अचानक पहले जनता क‌र्फ्यू और फिर लॉकडाउन के चलते सारी ट्रेनें एवं हवाई जहाज का परिचालन निरस्त कर दिया गया। उन्हें उम्मीद थी कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। लेकिन, उनकी यह उम्मीद भी अब दूसरे लॉकडाउन के बाद खत्म हो गई है।
सूबे के पटना, भागलपुर, मुंगेर व पूर्णिया के भी बच्चे शामिल
आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में बिहार के जो करीब दो सौ बच्चे फंसे हैं,उसमें पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर और पूर्णिया इलाके के है। परिजन जरूरत के हिसाब से पैसे लेकर बच्चों को लाने गए थे। लेकिन, अचानक लॉकडाउन के कारण उनके समझ आर्थिक संकट की भी स्थिति उत्पन्न हो गई है। वे वीडियो जारी कर लगातार सूबे के मुख्यमंत्री समेत अफसरों से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

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