देश मे लोकडॉन, गरीबो के मदद लिये सरकार प्रयासरत, जबकि डीलर कमाई करने में प्रयासरत
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
इस समय कोरोनो जैसे महामारी से लोग परेसान है। देश मे लोकडॉन है। गरीब एवं दैनिक मजदूर का रोजगार पूरी तरह से बंद है। ऐसे लोग भूखा नही रहे इसके लिये सरकार ने गरीबो को मुप्त अनाज, रुपये दे रही है। लेकिन अगर सरकार के इस अभियान को डीलर गटक रहा है तो फिर गरीब लोगों को सरकार का योजना का कहा से लाभ मिलेगा।
कोसी दियारा क्षेत्र सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचयात के एक डीलर श्याम सुंदर यादव के अजीबोगरीब कारनामा प्रकाश में आया है। डीलर के द्वारा खाद्यान गोदाम से उठाकर पंचयात ले जाने के क्रम में लगभग 82 पैकेट खाद्यान रास्ते से ही गायब हो गया। सवाल है कि जब डीलर का ये हरकत है तो गरीब को इस लोकडॉन मे कैसे लाभ मिलेगा। सरकार गरीब को लोकडॉन में तीन माह का खाद्यान मुप्त में दे रही है। लेकिन ये डीलर उस संकट में भी कमाई करना नही छोड़ रहा है। जानकारी के अनुसार अलानी पंचयात के डीलर श्याम सुंदर यादव को हर माह 580 पैकेट यानी 289. 80 क्विंटल खाद्यान मिलता है। इस डीलर को लगभग पंचयात के पांच वार्ड आबंटित है। 9 अप्रेल को डीलर श्याम सुंदर यादव के द्वारा सलखुआ गोदाम से 580 पैकेट खाद्यान अलानी पंचयात के लोगो को बांटने के लिये उठाव किया। लेकिन पंचयात में पहुचते पहुचते रास्ते से ही 82 पैकेट गायब हो गया। पंचयात स्थित उनकी अस्थाई दुकान में सिर्फ 498 पैकेट ही खाद्यान पहुच पाया।
कहा गया 82 पैकेट खाद्यान--- जब गोदाम से 580 पैकेट खाद्यान का उठाव हुआ। जिसमें 270 पैकेट चावल एवं 228 पैकेट गेंहू ही दुकान तक पहुची। स्टेप होम डिलेवरी जब दुकान तक जाता है तो फिर 82 पैकेट खाद्यान कहा गायब हो गया।
डीलर का अलानी में कही नही है स्थाई दुकान- शासन-प्रशासन का कृपा ये है कि जिस अलानी पंचयात के पांच वार्ड के लाभुक का खाद्यान आबंटित है, उक्त डीलर का स्थायी दुकान पंचयात में कही नही है। डीलर पंचयात के मुखिया संजू निषाद के घर पर 498 पैकेट खाद्यान रखा है। मुखिया संजू निषाद भी बताई की 498 पैकेट ही खाद्यान यहां रखा गया है। डीलर का घर सलखुआ मुख्यालय है जबकि अलानी का डीलर है। ये भी अपने आप मे हैरत करने वाली है।
क्या कहते है बीडीओ- सलखुआ बीडीओ सह प्रभारी बीएसओ प्रेम कुमार यादव ने बताया कि इस महामारी एवं लोकडॉन में जी डीलर थोड़ा भी गड़बड़ी करेगा हम उनको छोड़ेंगे नही। हम जिलाधिकारी के द्वारा नियुक्त पदाधिकारी से जांच कराएंगे। हम खुद भी जनवितरण दुकान का निरीक्षण करेंगे, अनियमितता पाई गई तो करवाई किया जायेगा।
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