सोमवार, 14 सितंबर 2020

नल-जल योजना में कंपनी ने मचा रखी है लूट, रात के अंधेरे में होता है नल-जल का कार्य

 महम्मदपुर पंचयात में चल रहे नल-जल कार्य मे ग्रामीणों ने लगाया अनियमितता का आरोप, मुखिया रमेश यादव ने कहा कुछ तो गड़बड़ है तभी तो रात्रि में किया जा रहा कार्य

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



नल-जल योजना में लगातार पंचयात से शिकायत आती रहती है कि संवेदक के द्वारा सही कार्य नही किया जा रहा है जिन कारण नल-जल योजना पंचयात में सफल नही हो रहा है। ताजा मामला सहरसा जिले के सिमरीबख्तियारपुर प्रखंड के  महम्मदपुर पंचयात का हाल जहाँ दिन में नही बल्कि रात्रि में नल-जल का कार्य होता है। ग्रामीणों का आरोप है कि रात्रि में जब लोग सो जाता है तो नल-जल का कार्य शुरू किया जाता है। सुबह लोग के उठने से पहले ही कार्य समाप्त कर वापस चला जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि बहुत गड़बड़ है इनकी जांच किया जाए। इधर कार्य स्थल पर ना तो संवेदक एवं ना ही इंजीनियर नजर आता है, जैसे तैसे नल-जल का कार्य किया जा रहा है। महम्मदपुर पंचयात के पूर्व मुखिया पति शिवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि महम्मदपुर पंचयात में चार अलग अलग संवेदक को नल-जल का कार्य मिला है। आज तक उस पंचयात में ना तो संवेदक एवं ना कि पीएचडी के इंजीनियर झांकने तक आया है। मजदूर के भरोसे नल-जल का कार्य किया जा रहा है। 

 पंचयात के मुखिया रमेश यादव का कहना है कि रात्रि के अंधेरे में नल-जल का कार्य करना गलत है। स्थल में ना तो कभी संवेदक झांकने आता है एवं ना ही इंजीनियर। मजदूर के भरोसे पूरे महमददपुर पंचयात में नल-जल का कार्य किया जा रहा है। मुखिया ने प्रशासन से जांच की मांग किया है। 

क्या कहते है पीएचडी जेई---उस सम्बन्ध में पीचडी के जेई नीरज कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमें जानकारी नही है कि रात्रि में कार्य किया जा रहा है। हम खुद स्थल पर जाकर जांच करेंगे। 

वही नल जल का कार्य करा रहे कंपनी एसबीफी ग्रीन के प्रोजेक्ट मैनेजर सन्नी सिंह ने बताया की काम का लोड ज्यादा है कम समय है जिस कारण दो शिप्ट में कार्य किया जा रहा है। मेटेरियल में किसी तरह की अनियमितता नही है। अगर गांव वालों को लगता की गड़बड़ी है तो ख़ुद बैठकर कार्य करावे। 

इस संबंध में अनुमण्डल पदाधिकारी बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि रात्रि में कार्य करना गलत है। हम इनकी जांच करेंगे कि किनके आदेश पर रात्रि में ढलाई कार्य किया जा रहा है। वेसे पता कर रहे क्या मामला है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...