तारियामा पंचायत में डेढ़ साल से बंद है मनरेगा कार्य, मुखिया ने सासंद, विधायक को लिखा पत्र
विधानसभा में गूजेंगा तरियामा पंचायत का मामला, डेढ़ साल से मजदूरों को नही मिला है रोजगार
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना केंद्र सरकार के एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के मजदूरों को एक साल में 100 दिन की रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन सिमरी बख्तियारपुर के तारियामा पंचायत के केंद्र सरकार का आदेश हवा हवाई बन गया है। अब ये मामला विधानसभा में गूंजेगा।
तारियामा पंचायत ने विगत एक साल से मनरेगा योजना का कार्य बंद है। एक तरफ जहा इस योजना का कार्य नहीं होने से मनरेगा मजदूर को मजदूरी नहीं मिल रहा है। इसी को लेकर पंचायत के मुखिया रंजू देवी ने खगड़िया सासंद राजेश वर्मा एवं सिमरी बख्तियारपुर विधायक युसुफ सलाउद्दीन को पत्र देकर गुहार लगाई है। पत्र में कहा है की तरियामा पंचायत में बीते एक साल से मनरेगा योजना का कार्य बंद है। कार्य बंद रहने से जहा पंचायत का विकास कार्य बाधित है।
वही इस अति महत्वपूर्ण योजना से मनरेगा मजदूर भी वंचित है। मुखिया ने पत्र में कहा है की कई बार सिमरी बख्तियारपुर कार्यक्रम पदाधिकारी से पंचायत में योजना कार्यान्वयन करने की गुहार लगाई हूं। पंचायत रोजगार सेवक से भी कहा है, लेकिन इस पंचायत में मनरेगा योजना संचालित नही कर रहा है। आवेदन में कहा है की किसी योजना पर अगर कोई आवेदन देता है तो बिना स्थल जांच किए ही योजना को ही बंद कर देता है। मुखिया ने बताया की पंचायत में मनरेगा योजना से कार्य संचालित के लिए कई बार वरीय अधिकारी के पास भी गुहार लगाया है, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई करवाई नही किया गया है।
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