सोमवार, 24 फ़रवरी 2020

वार्ड में चल रहे नली-गली योजना में मची है लूट, इंजीनियर घर पर बैठे ही बना देते है मापी-पूत

सात निश्चय योजन में कही टूट रहा है नाला, तो कही अधूरा बनाकर छोड़ दिया
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
   (फोटो- सीटानाबाद दक्षिणी वार्ड नंबर 09 में ये नाला छह माह पूर्व ही बना था)

पंचयात में विकास की गति तेज करने के उद्देश्य से सरकार ने सात निश्चय योजना लागू किया। इनके साथ ही वार्ड में वार्ड क्रियान्वयन समिति का गठन कर वार्ड में सभी गली-नली योजना को सरजमींन पर उतारने को लेकर वार्ड सदस्य को फंड मुहैया कराया। लेकिन वार्ड में इस योजना में मची लूट दिखने लगा है। यही कारण है कि सात निश्चय योजना से वार्ड में हो रहे कार्य पर बराबर शिकायते आती रहती है। प्रखंड क्षेत्र के सीटानाबाद दक्षिणी एवं उतरी में सात निश्चय योजना में मची लूट दिखने लगा है। कही नाला टूट रहा है, तो नाला निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। सीटानाबाद दक्षिणी के वार्ड नंबर 09 में बना नाला दर्जनों जगह टूट गया है। ग्रामीणों के अनुसार एक डेढ़ साल पूर्व बना नाला का दीवार तक टूट गया। आष्चर्यजनक बात ये है कि नाला खुद वार्ड क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य के घर के सामने बनाया गया है। जब खुद वार्ड सदस्य इस तरह का नाला का निर्माण अपने घर के आगे घटिया करता है तो अन्य जगह का क्या हाल होगा। 
       (फोटो- सीटानाबाद उतरी के वार्ड नंबर 02 में नाला अधूरा है, चालू होने से पहले ही बंद हो गया)
   इसी तरह सीटानाबाद उतरी पंचयात के वार्ड नंबर 02 में बने नाला लगभग डेढ़ साल से अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि नाला निर्माण करने को लेकर कई लोगो का घर तक तोड़ दिया। वर्तमान स्थिति ये है कि नाला में ढक्कन नही लगा, लेकिन आधा से ज्यादा नाला मिट्टी से भर गया है। लोगो का कहना है कि इंजीनियर घर बैठे मापी-पुस्त बनाता है। स्थल पर नही जाने के कारण नाला की गुणवत्ता की जांच नही किया जाता है एवं भुकतान कर दिया जाता है। घटिया  नाला  बनने के बाद जल्दी ही टूटने लगता है।

शनिवार, 22 फ़रवरी 2020

मंदिर जाने वाले रास्ते मे जमीन दान देने वाले मुश्लिम भाइयो को सासंद ने किया सम्मानित, लोग बोले जमीन दाता का दिल बहुत बड़ा

बाबा मटेश्वर धाम मंदिर को मिला दूसरा सड़क, अब मंदिर का आवागमन हुआ बेहतर
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

जहा इस समय देश मे CAA, NRC एवं NPR के लिये देश के लगभग हर जगह धरना प्रदर्शन हो रहा है, वही इलाके से कुछ ऐसी ऐसी समाचार आता है जहाँ लोगो को सुकून देता है। इसी तरह बलबाओपी के बाबा मटेश्वर धाम मंदिर जो मंदिर के दक्षिण तरफ से आती थी, वो मात्र एक छोटी रास्ता था। उक्त रास्ता को सड़क में तब्दील करने वाले एक दर्जन जमींदाता को सासंद दिनेश चंद्र यादव  ने बाबा मटेश्वर महोत्सव के  बने मंच पर सम्मानित किया। सम्मान मिलने से ये लोग काफी खुश नजर आये। सासंद दिनेशचंद्र यादव ने कहा कि इस तरह की कार्य करने वाले जमींदाता कि जितनी भी प्रशंसा किया जाए कम है। इनलोगो ने जमीन सड़क में देकर बहुत उपकार का कार्य किया है। हालांकि बाबा मटेश्वर धाम मंदिर के अन्य लोग मुन्ना भगत, शिवेंद्र पोद्दार सहित कई को सम्मानित किया। 

न्यास समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक डॉ अरूण कुमार यादव ने बताया कि लगभग आठ सौ फीट सड़क के लिए जमीन नहीं थी लोग पगडंडी के रास्ते कांठो टोलवा से मंदिर पहुंचते थे बरसात में पैदल के अलावे गाड़ी नहीं आ पाती थी। अब 12 फीट चौड़ी सड़क बनने से आवागमन सुलभ होगा। जमीन रास्ता के लिये दिलाने में पंचायत के मुखिया मंजर इमाम एवं नजरे इमाम का भी सराहनीय योगदान रहा। 
 इस रास्ते के लिए जमीन दान देने वाले मो इस्लाम, मो अगतर, मो रमजान, मो फरीद, मो मुस्लिम, सुरेश साह, महिन्दर यादव, देवेन्द्र यादव, धूरो यादव, सल्लो यादव, लुरक यादव, सोने लाल यादव, गोरेलाल यादव, रामप्रसाद यादव, ओपिन्दर यादव, विन्देश्वरी यादव, परमेश्वरी यादव, मुकेश यादव, जवाहर यादव, रोशन सिंह आदि ने मंदिर सड़क के लिये जमीन  दिया। 

शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2020

पाताल लोक से जुड़ा है बाबा मटेश्वर धाम का शिवलिंग, जगत गुरु शंकराचार्य ने इस अलौकिक शिवलिंग को देखने के बाद बोले थे ये अनोखा शिवलिंग

14वीं शताब्दी के अदभुत शिवलिंग बाबा मटेश्वर धाम में महाशिवरात्रि पर लगा भक्तो का तांता, वैद्यनाथ धाम का रूप ले रहा है बाबा मटेश्वर धाम
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 मिनी बाबाधाम के रूप में प्रसिद्ध मटेश्वर धाम की महिमा अपार है। महाशिवरात्रि पर यहां हजारों लोगों के जुटने की संभावना है। महाशिवरात्रि के मौके पर दो दिवसीय मटेश्वर महोत्सव का आयोजन जोर-शोर से किया जा रहा है। इस मौके पर 21 एवं 22 फरवरी को देश के अच्छे कलाकार के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। मंदिर कमिटी के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक  डॉ अरुण कुमार मटेश्वर महोत्सव को सफल बनाने के लिये कमिटी सहित आसपास के लोगो के सहयोग से कार्य कर रहे है।

जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर एवं सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मटेश्वरधाम में उमड़ रही भीड़ के कारण यह आस्था का प्रमुख केन्द्र बनता जा रहा है।
स्वयं अंकुरित है शिवलिंग---
मटेश्वरधाम का अनोखा शिवलिंग स्वयं अंकुरित है। यह शिवलिंग 14 वीं शताब्दी की बतायी जाती है। समतल जमीन से 30-40 फीट उंचे टीले पर स्थापित काला पत्थर के शिवलिंग की मोटाई करीब 4 फीट तथा ऊंचाई ढ़ाई फीट है। शिवलिंग के चारों तरफ एक इंच की चौड़ाई में खाली स्थान है। गर्मी के मौसम में खाली स्थान पानी से लबालब भरा रहता है। जबकि बरसात में इसका जलस्तर काफी नीचे चला जाता है। वर्ष 2003 में शकराचार्य बासुदेवानंद सरस्वती ने इस शिवलिंग का दर्शन कर कहा था कि ऐसा अद्भूत शिवलिंग मैंने पहली बार देखा है। यह दुनिया का अनोखा शिवलिंग है। बताया जाता है कि यह मंदिर पत्थर से निर्मित था। लेकिन औरंगजेब शासन काल में इसे तोड़ दिया गया था। अभी भी मंदिर के अवशेष प्रांगण में पड़ा हुआ है।

मंदिर का नये सिरे से हुआ निर्माण---
करीब सौ साल पहले बघवा गाव के सत्यदेव राय को भगवान शिव स्वप्न में आये थे। उसके बाद उन्होंने मंदिर का निर्माण कराया। मंदिर परिसर के चारों तरफ जब समय-समय पर खुदाई की गयी तो पुरानी मूर्तियां, पत्थर एवं अन्य निर्मित सामान मिले थे। वर्तमान में मटेश्वर धाम के चारों तरफ करीब 22 एकड़ जमीन है। मंदिर के ठीक सामने सौ मीटर की दूरी पर अवस्थित पोखर है। जिसकी खुदाई करने के क्रम में 9 कुएं मिले थे। कहा जाता है कि एक गुंगा साधू मुशहरू दास मंदिर के दक्षिण दिशा में खुदाई करने के लिए हमेशा इशारे से प्रेरित किया करते थे। जब ग्रामीणों द्वारा खुदाई की गयी तो एक-से-एक पत्थर एवं बहुमूल्य मूर्ति मिली। वर्ष 2007 में पुरातत्व विभाग के निदेशक डा. फनीकांत मिश्र द्वारा मटेश्वरधाम का भ्रमण करने के क्रम में मंदिर परिसर की खुदाई से निकले सामान देख आश्चर्य व्यक्त किया था। उन्होंने भगवान शनि की मूर्ति को भारत का दूसरा मूर्ति बता कर इस मटेश्वरधाम को सेटेलाईट के माध्यम से भारत के मानचित्र पर लाने का आश्वासन दिया था।
शिव पुराण में है चर्चा---
शिव पुराण में बाबा मटेश्वर का नाम मृत्येश्वर के नाम से वर्णित है जो सृष्टि में एक है। ग्रामीण लोग पहले बुढ़वामठ कहा करते थे। काठो निवासी मुन्ना भगत को किशोरावस्था से ही बाबा मटेश्वर के प्रति आस्था थी। रोजाना जल चढ़ाकर पूजा-अर्चना किया करते थे। वर्ष 1997 में 19 वर्ष की उम्र में कुछ अलग करने की सूझी। अपने मित्रों शिवेन्द्र पोद्दार, सिकेन्द्र साह, संजय चौरसिया, मंगल साह, सत्यनारायण साह, विनोद सिंह, अशोक यादव, अशोक साह, पिताम्बर के, हरेराम सिंह, विरबल साह को प्रेरित कर अपनी व्यवस्था से पहली बार कावंरिया बम की शुरूआत की। मटेश्वर धाम से 80 किलोमीटर दूर मुंगेर घाट-छर्रापट्टी गंगा नदी से जल भरकर खगड़िया, मानसी, बलहाबाजार, बदला घाट, कात्यायनी स्थान, धमारा घाट, कोपरिया स्टेशन तक रेल पटरी के किनारे पत्थरनुमा पगडंडी पर कष्टदायक यात्रा कर सिमरी बख्तियारपुर के रास्ते मटेश्वरधाम पहुंच कर अद्भूत शिवलिंग पर जलाभिषेक एवं पूजा-अर्चना कर इतिहास रच दिया। इसके बाद वर्ष 2005 में यही युवक मंडली में डाक बम की भी शुरूआत की। श्रावण मास में श्रद्धालु की उमड़ी भीड़ से मटेश्वर धाम को मिनी बाबा धाम के रूप में जाना जाने लगा है। वर्तमान में बाबा मटेश्वर धाम के अध्यक्ष पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार, अपने सदस्य के साथ मंदिर का चौहुमुखी विकास करने में जुटा  है। मंदिर की अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार, सचिव जगधर यादव, डाक एवं बोलबम कंवरिया संघ के अध्यक्ष मुन्ना भगत, शिवेंद्र पोद्दार, पिंकू यादव सहित अन्य ने बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर विशेष तैयारी की गयी है।

रविवार, 16 फ़रवरी 2020

मुस्लिम समाज ने मंदिर जाने वाली सड़क के लिए जमीन दान कर कायम किया मिसाल


कांठो टोलवा के रास्ते जुड़ा मटेश्वरधाम मंदिर, सड़क निर्माण कार्य शुरू

कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बाबा मटेश्वर धाम कांठो में मुस्लिम समुदाय के लोग मंदिर के लिए सड़क निर्माण कार्य में अपनी जमीन स्वेच्छा से निशुल्क रूप में देकर एकता की मिसाल कायम किया है  पूर्व विधायक डॉ अरूण कुमार के अथक प्रयास से ये संभव हो पाया है।
 सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड स्थित प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम कांठो जाने के लिए कांठो टोलवा पगडंडी सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। अब यह सड़क 12 फीट चौड़ी होगी। यह रास्ता वर्षों से जमीन नहीं रहने की वजह से पगडंडी बन कर रह गई थी।
न्यास समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक डॉ अरूण कुमार यादव ने बताया कि लगभग आठ सौ फीट सड़क के लिए जमीन नहीं थी लोग पगडंडी के रास्ते कांठो टोलवा से मंदिर पहुंचते थे बरसात में पैदल के अलावे गाड़ी नहीं आ पाती थी। अब 12 फीट चौड़ी सड़क बनने से आवागमन सुलभ होगा।
उन्होंने कहा कि इस रास्ते के लिए जमीन दान देने वाले मो इस्लाम, मो अगतर, मो रमजान, मो फरीद, मो मुस्लिम, सुरेश साह, महिन्दर यादव, देवेन्द्र यादव, धूरो यादव, सलो यादव, लुरक यादव, सोने लाल यादव, गोरेलाल यादव, रामप्रसाद यादव, ओपिन्दर यादव, विन्देश्वरी यादव, परमेश्वरी यादव, मुकेश यादव, जवाहर यादव, रोशन सिंह आदि का अभार है जिन्होंने अपनी अपनी जमीन सड़क के लिए दान किया।

पूर्व विधायक ने कहा कि अमीन बिजली साह एवं राम स्वारथ यादव ने पांच दिनों तक जमीन की पैमाइस कर दोनों ओर से छः छः फीट जमीन नाप कर सड़क निर्माण कार्य में अहम भूमिका निभाई है। वहीं सड़क पर मिट्टी भराई का कार्य किया जा रहा है मिट्टी कार्य बाद सोलिंग व ढलाई कार्य किया जाएगा।
इस मौके पर जगधर यादव, पिंकू यादव, रामवतार यादव, नजरेइमाम, मुन्ना भगत, अरविन्द यादव, राम स्वार्थ यादव, अनिल यादव, मोगल यादव, विनोद सिंह, रामप्रवेश राय, सत्यनारायण सिंह, सिकन्दर साह, शिवेन्द्र पोद्दार, धर्मवीर सिंह आदि मौजूद रहे।

बुधवार, 12 फ़रवरी 2020

सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के कीमती जमीन पर दबंगो की बुरी नजर, तमंचे के बल पर हड़प रहा है जमीन

नगर पंचायत क्षेत्र में सरकारी एवं कमजोर लोगो का जमीन हड़पने का  गोरख-धंधा बदस्तूर जारी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सिमरी बख्तियारपुर सहित आसपास के इलाको में मकान या दुकान के लिए जमीन खरीदना दिनोंदिन मुश्किल हो रहा है। सुदूर इलाकों की जमीन के भी रेट आसमान छू रहा है।सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत डाकबंगला चौक, सैनी टोला, मेन मार्केट, हटिया गाछी, रानीबाग, रंगीनियां सहित विभिन्न इलाके में जमीन का भाव तीन से पांच गुना तक बढ़ गया है।उद्देश्य चाहे घर बनाने का हो या फिर व्यावसायिक गतिविधि का लेकिन सिमरी बख्तियारपुर मे जमीन खरीदना आसान नहीं है। इसलिए जमीन हड़पने की तलक बढ़ गई है।जिस वजह से मामला बढ़ जाना एवं गोलीबारी आम हो गया है। सिमरी बख़्तियारपुर अनुमंडल में इन दिनों हथियार के नोक पर जमीन हड़पने का खेल बदस्तूर जारी है। वही सारे मामले में प्रशासन एक्शन के बजाय मूक दर्शक बना हुआ है। बीते सोमवार को सिमरी बख़्तियारपुर प्रखण्ड के सैनी टोला में जमीन के लिए हुई गोलीकांड ने यह साबित कर दिया।
 तमंचे की नोक पर जमीन पर कब्जा---
सिमरी बख़्तियारपुर में बीते कई महीनों से जमीनों को लेकर मारपीट - गोलीबारी आम हो गई है। भू - माफिया जमीन की खरीद - फरोख्त कर बेहिसाब धन उगाही में इतने माहिर हो चुके है कि अगर किसी जमीन पर उनकी निगाह रुक गई तो उस जमीन को पाने के लिए शाम - दाम, दंड - भेद का फार्मूला इस्तेमाल करने से नहीं चूकते है। किसी भी कीमत पर जमीन को हथियाने का माद्दा रखने वाले ऐसे भू - माफिया पैसे व ऊंची  राजनीतिक पहुंच के दम पर रस्सी को भी सांप बना देते हैं, जिसमें आम आदमी उलझ कर रह जाता है। वही जब पीड़ित प्रशासन तक पहुंचता है तब प्रशासन भी कान में तेल डाल सो जाती है

बीते सोमवार को सिमरी बख़्तियारपुर अंतर्गत सैनी टोला में जमीन विवाद में दर्जनों राउंड गोली चलने और घटना में घायल मणि देवी के पति शिव नारायण बढई ने जिले के वरीय पदाधिकारियों को आवेदन दे कर न्याय की गुहार लगाई है। दिये आवेदन में पीड़ित ने कहा है कि बीते दस तारीख को रात दस बजे मेरी जमीन पर मनीष यादव सहित अन्य  ने ईंट जोड़ाई कर करवाने लगे। इस दौरान चारो ओर से मेरे घर को घेरे थे। साथ ही आकाश फायरिंग की। मेरी पत्नी पर भी वार किया। रात 11 बजे बख़्तियारपुर थाना पहुंचे। वहां चिल्लाने पर कोई नही मिला तो हम अस्पताल गए। वहां इलाज उपरांत मेरी पत्नी को सहरसा रैफर कर दिया गया। 
नही लगता जनता दरबार
कुछ वर्ष पूर्व बिहार में प्रत्येक थाना में जमीन विवाद को निपटाने के लिए हर शनिवार जनता दरबार लगा जमीनी विवाद को समाप्त करने का आदेश जारी हुआ था।परंतु समय बीतने के साथ यह आदेश फाइलों तक ही सीमित रह गया। जिस वजह से हर भूमि विवाद को लेकर तनाव बढ़ जाता है और मामला गोली - बंदूक तक पहुंच जाता है। वही सोमवार रात हुए घटनाक्रम में सहरसा सदर अस्पताल में इलाजरत मणि देवी के पुत्र मिंटू शर्मा ने बताया कि दबंगो के कहर से बचाने के लिये बख़्तियारपुर पुलिस का रवैया असहयोगात्मक रहा।

इधर घटना के संबंध में डीएसपी मृदुला कुमारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर बख़्तियारपुर पुलिस को जांच - पड़ताल के लिए कही थी। थाना में आवेदन नही लिया जा रहा है तो मुझसे संपर्क करे। 

सोमवार, 3 फ़रवरी 2020

समय पर सूचना उपलब्ध नही कराया तो राज्य सूचना आयोग ने बिहार बोर्ड पर लगाया 5 लाख का जुर्माना


सिमरी बख्तियारपुर रानीहाट की एक इंटर की छात्रा ने बिहार बोर्ड से वर्ष 17 में मांगी थी जानकारी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

राज्य सूचना आयोग ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पर सूचना नही देने को लेकर 5 लाख जुर्माना सूचना मांगने वालों को देने का निर्देश दिया है, एवं सूचना नही देने वाले अधिकारी पर करवाई का निर्देश दिया है। 
क्या है मामला---
सिमरी बख्तियारपुर के रानीहाट निवासी हारून रसीद ने 25 सितंबर 17 को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से उनकी बेटी जोया परवीन की इण्टर की रसायन विषय की कॉपी की छाया प्रति की मांग किया था। आवेदक हारून रसीद ने लोक सूचना पदाधिकारी से सूचना मांगा। सूचना नही देने पर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष के पास अपील किया। जिस समय अपील किया गया उस समय उक्त विषय की कॉपी ए एन कॉलेज गया में कॉपी था। बिहार बोर्ड के द्वारा एक दूत भेजकर गया कॉपी के लिये भेजा, लेकिन वहां बोर्ड के दूत को कॉपी नही दिया गया। आवेदक वर्ष 17 से अपनी पुत्री जोया प्रवीण की रसायन विषय की  कॉपी के लिये लगातार दौर लगाता रहा, लेकिन  बिहार बोर्ड के द्वारा पत्राचार एवं स्पस्टीकरण ही पूछता रहा। इसी बीच इण्टर की कॉपी भी नष्ट हो गया। लेकिन आवेदक को सूचना नही मिला। राज्य सूचना आयोग के द्वारा लगातार इस तरह की टाल-मटोल को लेकर बिहार बोर्ड को निर्देश दिया कि सूचना नही देने, कॉपी को नष्ट करने को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा घोर लापरवाही बरता गया, वावजूद आवेदक को सूचना नही दिया गया। आवेदक को उनके अधिकार से बंचित करने को लेकर 5 लाख रुपये क्षतिपूर्ति के रूप में छह माह के अंदर प्रदान करे, एवं इसमे दोषी पदाधिकारी के खिलाफ करवाई करे। 
  आवेदक हारून रसीद ने बताया कि 5 लाख की क्षतिपूर्ति से किसी छात्र का जिंदगी संवर नही सकता, हम उच्च न्यायालय में मामला दायर करेंगे। बता दे कि छात्रा जोया प्रवीण को इण्टर के रसायन विषय मे फैल होने के बाद उक्त विषय की कॉपी की मांग किया था। 

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...