शनिवार, 31 अक्तूबर 2020

5 साल 15 संकल्प, सिमरी के जनता के विकास के नाम


निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन ने शनिवार को अपना 15 सूत्री विकास कार्य का संकल्प लिया

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन ने शनिवार को नगर पंचायत स्थित समदर्शी निवास में प्रेस वार्ता कर अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया.जारी अपने संकल्प पत्र में निर्दलीय प्रत्याशी ने आगामी पांच वर्षों के लिए पंद्रह विभिन्न प्रकार के कामो की सूची प्रस्तुत की.संकल्प पत्र में जारी करने के मौके पर रितेश रंजन ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में टेक्निकल एडुकेशन यथार्थ रूप में हो.जिससे यहां के हर घर के जरूरतमंद युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाये जायेंगे.रितेश ने कहा कि तटबंध के अंदर के लोगों को दो एंबुलेंस एवं तटबंध के बाहर चार एंबुलेंस की सुविधा दी जाएगी.दूसरा काम  जर्जर हो चुके इंदिरा आवास के लाभुकों को पुनः आवास योजना का लाभ सुनिश्चित किया जायेगा.तीसरे काम के तहत प्रखंड स्तर पर अत्याधुनिक सुविधा गृह का निर्माण कराया जायेगा.वही  महादलित परिवार के दाह संस्कार के लिए प्रत्येक पंचायत में श्मशान घाट की व्यवस्था की जायेगी.रितेश रंजन ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी सह पूर्व विधायक एवं सांसद स्व जिया लाल मंडल के नाम पर जिया लाल मंडल सेवा आश्रम किया जायेगा. जिसमें किसी भी जरूरतमंद लोगो के लिए चौबीस घंटे रहने और खाने की व्यवस्था की जायेगी.उन्होंने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा में हर वर्ष मैट्रिक एवं इंटर के मेघावी टॉपर को 51 हजार का स्कॉलरशिप दिया जायेगा.वही सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा अंतर्गत 6 माह के भीतर बासगीत पर्चा से वंचित परिवारों को बासगीत पर्चा निर्गत करवाकर उनके रहने की व्यवस्था की जायेगी.निर्दलीय प्रत्याशी ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के छात्र - छात्राओं के लिए मुफ्त छात्रावास की व्यवस्था करवाई जायेगी.ताकि हमारे भविष्य के नौनिहालों को कोई दिक्कत नही हो.वही नगर पंचायत सिमरी बख्तियारपुर को स्मार्ट नगर पंचायत बनवाया जायेगा.इसके अलावे सभी उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का जीर्णोद्धार एवं आधुनिकीकरण किया जाएगा.वही किसान भाइयों को अनुदान पर मिलने वाली खाद - बीज के कालाबाजारी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जायेगा.साथ ही तटबंध के अंदर रह रहे लोगों के यातायात के लिए पुल का निर्माण कराया जायेगा.इसके साथ - साथ अनुमंडल मुख्यालय में अत्याधुनिक लाइब्रेरी का निर्माण कराया जायेगा.वही सबसे महत्वपूर्ण  उत्पादन का केंद्र होने के कारण मक्का आधारित उद्योग की स्थापना की जायेगी.इस मौके पर जिला सदस्य ललिता रंजन, सुमित गुप्ता, पूरन यादव उर्फ फौजी, निर्मल ठाकुर, सुधीर भगत, पिंटू भगत, विनोद भगत, बबलू साह, एलबी, निर्दोष यादव, नीतीश भगत, अशोक यादव, अरमान, मो मुस्तकीम, मो अफ़ज़ल सहित अन्य मौजूद थे।

शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2020

सिमरीबख्तियारपुर विधानसभा चुनाव में चतुष्कोणीय मुकाबला बनाने में लगे प्रत्याशी

 

निर्दलीय रितेश रंजन एवं जाप से निर्वतमान विधायक ज़फर आलम के आने से मुकाबला दिलचस्प बनने के आसार

कोशी बिहार टुडे



  सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र से आगामी 7 नवंबर को तीसरे चरण में मतदान होना है। राजनीतिक दल एवं निर्दलीय प्रत्याशी दिन-रात चुनाव प्रचार कर लोगो से आशीर्वाद मांग रहा है। जिले के चार विधानसभा में सबसे ज्यादा उम्मीदवार सिमरीबख्तियारपुर विधानसभा में ही है। यहां से कूल 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है, जिन कारण इस विधानसभा में दो बैलेट यूनिट रहेगा। 

निर्दलीय रितेश रंजन एवं जाप से निवर्तमान विधायक के आने से मुकाबला दिलचस्प बनने के आसार----

सिमरीबख्तियारपुर विधानसभा से तो वेसे 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहा है। लेकिन यहां से राजद से लोजपा सासंद चौधरी महबूब अली केसर के पुत्र युशूफ सलाउद्दीन एवं एनडीए से खुद वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी मैदान में जोर आजमाइश कर रहे है। वही निर्दलीय रितेश रंजन एवं जाप से निवर्तमान विधायक ज़फर आलम के आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। इन दोनों के उम्मीदवारी से दोनो प्रमुख दलों के प्रत्याशी की नींद गायब है। वही निर्दलीय एवं जाप प्रत्याशी मुकाबला को चतुष्कोणीय बनाने में दिन-रात लगे है। 

वही निर्दलीय प्रत्याशी सह पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने कहा कि जनता सब जानती है। जो जमीन पर रहकर जनता की सेवा करेगा जनता उसे ही अपना आशीर्वाद देगी। श्री रंजन ने बताया कि मेरे द्वारा विगत ढाई साल से ज्यादा समय से लोगो के लिये एम्बुलेंस सेवा दिया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति चाहे किसी भी धर्म का हो कह नही सकता है कि हमसे रात्रि के चाहे 12 बजे हो या 2 बजे मदद मांगा है, हमने मना किया है। हमने सभी लोगो को बिना भेदभाव का मदद किया है। जनता हवा-हवाई नेता को पूरी तरह से नकार दिया है। 

निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन ने बताया कि इस बार सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता हेलिकॉप्टर व पैराशूट उम्मीदवार को नहीं बल्कि उनके हर दुःख सुख में चौबीसों घंटे साथ देने वाले के साथ रहने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बार सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र की महान जनता इतिहास लिख निर्दलीय को विधानसभा भेजने का काम करेंगी।



वही जाप से निवर्तमान विधायक ज़फर आलम अपने 10 महीने में किया गए विकास कार्य पर लोगो से वोट मांग रहा है। ज़फर आलम का कहना है जब कोरोना के समय अधिकांस नेता घर मे थे, तो हमने काफी लोगो की मदद किया। कई विकास कार्य क्षेत्र में लोगो के।लिये किया। 

जबकि एनडीए से वीआईपी उम्मीदवार मुकेश साहनी पीएम एवं सीएम के नाम पर वोट मांग रहा तो राजद के युशूफ सलाउद्दीन तेजस्वी के नाम पर लोगो से वोट मांग रहा है। अब 10 को ही जनता का निर्णय का पता चलेगा। 

गुरुवार, 29 अक्तूबर 2020

जनता के आशीर्वाद से चुनाव जीतेंगे, इस बार धनबल हारेगा, जनबल जीतेगा: रितेश

सिमरीबख्तियारपुर के डाक बंगला चोक पर किया कार्यालय का उदघाटन

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत ब्लॉक चौक के निकट निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन के चुनावी कार्यालय का उद्घाटन रितेश रंजन ने फीता काट कर किया। इस मौके पर रितेश रंजन ने कहा कि जमीनी नेता को जिताने के लिए सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र के वासियों ने कमर कस लिया है। इस बार आम अवाम ने कहा कि रितेश रंजन अपने जनता के बल पर चुनाव जीतेंगे। वही बांकि उम्मीदवार अपने बल पर नहीं बल्कि पार्टी या जात - पात पर जीतना चाहता है। उन्होंने कहा कि इस बार जनता जनार्दन विकास के इंजन रितेश रंजन को जीता विधानसभा भेजेंगे। रितेश ने कहा कि इस बार जनता ने कह दिया है कि राजा का बेटा राजा नही बनेगा। बल्कि इस बार जो हकदार होगा वही सेवक बनेगा। इस मौके पर अशोक यादव, पूरन यादव उर्फ फौजी, निर्मल ठाकुर, पिंटू भगत, विनोद गुप्ता, सुधीर भगत, सुमित गुप्ता, रामसुंदर यादव, उपेंद्र ठाकुर, शिव कुमार शर्मा सहित अन्य मौजूद थे। 

मंगलवार, 20 अक्तूबर 2020

सिमरीबख्तियारपुर: लोजपा ने अपने ही सांसद के बेटे के खिलाफ उतारा प्रत्याशी, रोमांचक हो गया सिमरी बख्तियारपुर का मुकाबला

 

सिमरीबख्तियारपुर में कुल 23 उम्मीदवार ने भरा पर्चा, अगर नाम की वापसी नही हुई तो दो ईवीएम की होगी जरूरत

कोशी बिहार टुडे, सहरसा




तीसरे चरण की नरकटियागंज सीट पर भाजपा के साथ होगी दोस्ताना लड़ाई

दिवंगत राजद नेता अब्दुल गफ़्फ़ुर के बेटे अब्दुर रज़ाक़ को टिकट

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए लोजपा ने अपनी तीसरी और आखिरी सूची भी जारी कर दी है। इसमें कुल 41 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। इस सूची में पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को जगह मिली है तो वहीं कई भाजपा नेताओं के भी नाम हैं। नरकटियागंज सीट पर भाजपा से दोस्ताना मुकाबला होगा। पार्टी ने महिषी से दिवंगत राजद नेता अब्दुल गफ्फूर के बेटे अब्दुररज़ाक़ को उम्मीदवार बनाया है। वहीं बोचहां (सु) सीट से दलित संगठन 'भीम आर्मी' के नेता अमर आजाद को टिकट दिया है।


सिमरी बख्तियारपुर का मुकाबला हुआ मजेदार


सिमरी बख्तियारपुर से राजद के युसूफ सलाउद्दीन चुनाव लड़ रहे हैं। चौधरी युशूफ सलाउद्दीन लोजपा के खगड़िया से सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के पुत्र हैं। लोजपा ने इनके खिलाफ संजय कुमार सिंह को उतारा है। इसी सीट से एनडीए उम्मीदवार वीआईपी के मुकेश साहनी चुनाव मैदान में है।  सिमरीबख्तियारपुर विधानसभा से अब मुकाबला दिलचस्प होगा।  यहां से राजद से युशूफ सलाउद्दीन है तो वीआईपी से खुद पार्टी के मुखिया मुकेश साहनी चुनाव मैदान में है। वही सिमरीबख्तियारपुर के निवर्तमान विधायक ज़फर आलम जाप से एवं राजद के ही सचिव रहे रितेश रंजन के द्वारा निर्दलीय पर्चा भड़कर सिमरी बख्तियारपुर में मुकाबला दिलचस्प बना दिया है। वहीं पूर्वांचल महापंचायत से चुनाव मैदान में चंद्रमणि के द्वारा नामांकन किया गया है। मुकाबले में किसका पलड़ा भारी होगा यह तो वहां की जनता तय करेगी।

इनपुट- दैनिक भास्कर

गुरुवार, 15 अक्तूबर 2020

पार्टी के टिकट से कोई विधायक नही बनता, बल्कि जनता के टिकट से विधायक बनता है: रितेश रंजन

 

विधायक ज़फर आलम  के बाद राजद छोड़ने वाले सिमरीबख्तियारपुर के दूसरे बड़े नेता बने रितेश

कोसी बिहार टुडे, सहरसा



सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा से राजद के शीर्ष नेता द्वारा अपने कार्यकर्ता को दरकिनार करते हूए पैराशूट उम्मीदवार बनाए जाने से नाखुश होकर एक और राजद नेता रितेश रंजन ने राजद का दामन छोड़ बागी रूप इख्तेयार कर लिया है और  चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.जानकारी मुताबिक गुरुवार को सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत रानीबाग स्थित समदर्शी निवास पर एक बैठक का आयोजन किया गया.जिसमे सैकड़ो लोगो की उपस्थिति में आगे की रणनीति के लिए रायशुमारी ली गई.बैठक की अध्यक्षता सुमित गुप्ता एवं संचालन प्रवीण आनंद ने किया.इस मौके पर रितेश रंजन ने कहा कि वर्तमान राजनीति में विचारधारा एवं सिद्धांत समाप्त हो गया है. कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है. धन - पशु का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है जो चिंता का विषय है.उन्होंने कहा कि  सहरसा जिला के सभी सीट पर राजद ने अपने समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की है जो व्यक्ति दस दिन पूर्व सदस्य लेता है उसे टिकट दे दिया जाता है.लालू प्रसाद यादव की एक विचारधारा वाला उनका जमाना नहीं रहा.पहले समर्पित कार्यकर्ता एवं सामाजिक आंदोलन में सक्रिय साथी को पार्टी में जगह मिलती थी.आज धन एवं बाहुबल जोरो पर है. तेजस्वी यादव ने सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट को लेकर जो निर्णय लिया वह एक आत्मघाती कदम है.एक पार्टी कार्यकर्ताओ के बदौलत होता है और जब जिस पार्टी में कार्यकर्ता की उपेक्षा होती है वह मिट्टी में मिल जाता है.मैं वर्ष 2018 में आपके सहयोग और आशीर्वाद से जिला पार्षद बना. समाजिक कार्यों के प्रति समर्पित रहा. एंबुलेंस सेवा से लेकर बाढ़ पीड़ितों की से करते रहा. डेंगराही घाट के लिए अनशन, मुख्यमंत्री सेवा यात्रा में अपने क्षेत्र के विकास के लिए मांगों को लेकर अनशन, मुजफ्फरपुर चमकी बीमारी में टीम के साथ काम करना या नेपाल में भूकंप त्रासदी में मेहनत ,एम्स  आंदोलन जैसी अनगिनत समर्पित होकर अपनी टीम के साथ काम किया.आज बहुत लोग शौकिया तौर पर सांसद और विधायक बनना चाहते हैं.



उन्होंने कहा कि याद करिए जो प्रतिनिधि कोविड-19 में नजर नहीं आये और 2015 के विधानसभा चुनाव के बाद 2020 के चुनाव में पैसे का प्रयोग कर टिकट लेकर आपके बीच उपस्थित हुआ उसे आपकी कितनी चिंता होगी समझ सकते हैं.  इस मौके पर पूर्व जिला पार्षद प्रवीण आनंद ने कहा कि रितेश रंजन ने समर्पित होकर क्षेत्र की सेवा की है. किसी भी कीमत पर सिमरी बख्तियारपुर को नवाब के हाथों में सौंपना सही नही है.धन - पशु के अलावे समाज के लिए समर्पित रितेश रंजन को सभी लोगों से सर्वसम्मति से उम्मीदवार बनाएंगे एवं विधानसभा भेजकर इस विधानसभा के भविष्य के लिए आम गरीब - गुरबो की आवाज को बुलंद करने का काम करेंगे.सुमित गुप्ता ने कहा कि रितेश रंजन 19 अक्टूबर को अपना नामांकन करेंगे और इस बार सिमरी बख्तियारपुर की जनता राजा के बेटा के बजाय गरीब के बेटे को अपना आशीर्वाद देगी.इस मौके पर वार्ड पार्षद नरेश निराला, विष्णुदेव पंडित, दिनेश मेहता, ऋतु, छोटू, पंकज कुमार, विकास यादव, विपुल देवी, इंद्रजीत, शत्रुध्न पासवान, दीपक कुमार, मंडन जी, पप्पू स्वर्णकार, मनोज पासवान, सौरभ कुमार, गुलशन मल्लिक, श्रवण भगत, राहुल सिंह, निर्मल ठाकुर, पिंटू कुमार, विनोद कुमार, बबलू  साह, निर्दोष यादव, राजदीप बिहारी, राहुल कुमार,चंद्रगुप्त कुमार,राधेश्याम साह, प्रहलाद कुमार, पप्पू शर्मा, दिगम्बर पोद्दार, सत्यनारायण शर्मा, सुधीर भगत, संतोष भगत, पप्पू स्वर्णकार, प्रताप कुमार, बिट्टू कुमार, रंजीत कुमार, संघर्ष कुमार, सुधीर कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

बुधवार, 14 अक्तूबर 2020

निवर्तमान राजद विधायक जफर आलम हुए बागी, लड़ेंगे जाप से चुनाव


समर्थकों के साथ अपने आवास पर विचार विमर्श बैठक बाद लिया गया निर्णय

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा चुनाव को लेकर पल पल समीकरण बदलता नजर आ रहा है। यहां से निवर्तमान विधायक जफर आलम ने टिकट नहीं मिलने पर बागी रूख अख्तियार कर लिया है। वो पप्पू यादव की पार्टी से चुनाव लडने का ऐलान कर दिया है।

बनमा ईटहरी प्रखंड स्थित अपने लक्ष्मीनिंया निवास पर बुधवार दोपहर बाद समर्थकों के साथ एक विचार विमर्श बैठक आयोजित की गई। बैठक में मौजूद लोगों ने अपनी अपनी राय से विधायक को अवगत कराया। सभी लोगों ने एक जुट होकर चुनाव लडने की बात कही। 

वहीं बैठक उपरांत निवर्तमान विधायक जफर आलम ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि हमने अपनी पुरी जिंदगी राजद के लिए काम किया। जब यहां की जनता ने अल्प काल का समय दिया तो उस अल्प काल में भी जनता के विश्वास पर उतरने का काम किया लेकिन पार्टी ने अंतिम समय में टिकट से वंचित कर दिया जबकि उनका कोई दोष नहीं था। 

उन्होंने कहा कि राजद ने कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। उन्होंने राजद उम्मीदवार का नाम लिए बगैर कहा कि वैसे लोग प्रत्याशी बना दिया जिन्हें यह पता नहीं है कि विधानसभा क्षेत्र में कितने पंचायत है। इस बार यह सीट धनबल के सामने बिक गईं हैं। जनता जिसके साथ होगी उसकी जीत होगी। इस मौके पर कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

रविवार, 11 अक्तूबर 2020

वीआईपी से मुकेश सहनी सिमरी बख्तियारपुर से, राजद से लवली आनंद सहरसा से लड़ेंगी चुनाव

 

दोनो गठबंधन से नाराज कार्यकर्ता चुनाव में एक संयुक्त तीसरा उम्मीदवार ला सकता है मैदान में,

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



सिमरीबख्तियारपुर से राजद उम्मीदवार होंगे युशूफ सलाउद्दीन

वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी सिमरी बख्तियारपुर से चुनाव लड़ेंगे। इसकी घोषणा रविवार को की गई। एनडीए के घटक दल मुकेश सहनी की वीआईपी को भाजपा कोटे से 11 सीटें दी गई है। उपचुनाव में एनडीए के उम्मीदवार को 56 हजार और राजद उम्मीदवार को 61 हजार वोट मिले थे। इस बार मुकेश सहनी की पार्टी एनडीए की घटक दल के रूप में चुनाव लड़ रही है।


दूसरी ओर राजद से सिमरीबख्तियारपुर से राजद से खगडिया सासंद चोधरी महबूब अली केसर के पुत्र युशूफ सलाउद्दीन को उम्मीदवार बनाया गया है। इधर लवली आनंद सहरसा से राजद से उम्मीदवार होंगे। सैयद शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब रघुनाथपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगी। उनके इनकार के बाद सिटिंग विधायक हरिशंकर यादव को ही सिंबल दे दिया है।

दोनो गठबंधन से नाराज कार्यकर्ता उतार सकता है तीसरा निर्दलीय उम्मीदवार

इधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनडीए एवं महागठबंधन से नाराज कार्यकर्ता अब तीसरा उम्मीदवार को निर्दलीय मैदान में उतारने को लेकर गुपचुप बेठक कर रहा है। कार्यकर्ता का आक्रोश इस बात से है कि पूरे साल गांव गांव, टोला-टोला जाकर हम लोगो से मिलते है, उनके परेसानी में हम साथ रहते है, लेकिन जब टिकट की बारी आती है हमलोगों को भूल जाता है, एवं हवा-हवाई नेता को जगह दिया जाता है। जनता इन राजनीतिक दल का गुलाम नही है जो जिसे थोप देगा उनको हमलोग मदद करेंगे। 

शनिवार, 10 अक्तूबर 2020

न मांझी न पतवार, भाजपा की नैय्या पर मुकेश सहनी सवार, नहीं मिल रहे विधानसभा में उम्मीदवार


सिमरी बख्तियारपुर में भी एनडीए कार्यकर्ता है काफी गुस्से में, सोमवार की एनडीए कार्यकर्ता की अहम बैठक में हो सकता है कोई बड़ा फैसला

कोसी बिहार टुडे, सहरसा



भाजपा ने वीआईपी को 11 सीटें तो दे दीं, लेकिन मुकेश सहनी को इन सीटों के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे

महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा कर रंग में भंग डालने वाले मुकेश सहनी अब एनडीए की नैय्या पर सवार हैं। एनडीए में भाजपा और जदयू ने अपनी सीटों की कुर्बानी देकर वीआईपी को 11 सीटें तो दे दीं, लेकिन वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को इन सीटों के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं।


अतिपिछड़ों के लिए प्यार की गंगा बहाने के चक्कर में भाजपा ने अपने निवर्तमान विधायकों की भी चिंता नहीं की। बोचहां और सुगौली सीटिंग सीटें होने के बावजूद वीआईपी पार्टी को दे दी गईं। यही नहीं, सहयोगी जदयू से ली गई और उसकी जीती गईं सीट गौडाबौराम भी वीआईपी को दे दी गई। पार्टी के इस फैसले को लेकर सभी 11 विधानसभा सीटों पर कार्यकर्ता गुस्से में हैं, लेकिन भाजपा की असल मुश्किल ये नहीं।


भाजपा की मुश्किल है कि जिस वीआईपी पार्टी के लिए उसने इतनी जहमत उठाई, उस पार्टी के पास इन 11 सीटों पर चुनाव लड़ाने के लिए उम्मीदवार ही नहीं हैं। वीआईपी के साथ सामने आ रही इसी मुश्किल पर अब भाजपा बैठक पर बैठक किए जा रही है।


भाजपा अब तक पहले चरण में अपने हिस्से आईं 29 सीटों पर ही केवल उम्मीदवारों का ऐलान कर पाई हैं। बाकी की 81 सीटों पर अब भी उसे उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना है। भाजपा के खाते आईं सीटों में सबसे अधिक 46 पर दूसरे चरण में मतदान होना है, लिहाजा भाजपा के लिए पहले चरण से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण दूसरे चरण का रण है। पार्टी कुछ गिनी-चुनी सीटों पर अब भी मंथन कर रही है।


दिल्ली में हो रही बैठकों में इस बात पर चर्चा हो रही है कि मुकेश सहनी के हिस्से गईं सीटों पर उम्मीदवार कौन होंगे। एक तरफ बनियापुर और सुगौली जैसी कई सीटों पर वीआईपी के पास उम्मीदवार नहीं हैं। तो दूसरी तरफ भाजपा में इन सीटों के वीआईपी के हिस्से में जाने को लेकर कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी है। ऐसे में भाजपा ने वीआईपी के हिस्से गई कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का मन बना लिया है।


हालांकि इससे पहले ही मधुबनी सीट से भाजपा नेता सुमन कुमार महासेठ को वीआईपी का उम्मीदवार बनाया जा चुका था, लेकिन तब ऐसा लगा था कि भाजपा अपने कुछ नेताओं को वीआईपी में एडजस्ट कर रही है, लेकिन अब जो बात सामने आ रही है उससे ये साफ हो गया है कि वीआईपी की नैय्या भाजपा के उम्मीदवारों के बिना पार ही नहीं लग सकती।

सिमरीबख्तियारपुर में भी एनडीए कार्यकर्ता काफी गुस्से में--

सिमरीबख्तियारपुर विधानसभा सीट जेडीयू की परंपरागत सीट रही है। यहां से जेडीयू कई बार जीत हासिल कर चुके है। खासकर मधेपुरा सासंद दिनेशचंद्र यादव के द्वारा सिमरीबख्तियारपुर में 1990 से जितने के बाद यहां चहुमुखी विकास हुआ। जिसमें सिमरीबख्तियारपुर को अनुमण्डल बनाना ऐतिहासिक है। लेकिन मुकेश सहनी के द्वारा अपने परिवार के लिये सीट को ले लेना यहां किसी एनडीए कार्यकर्ता को हजम नही हो रहा है। हालांकि सिमरीबख्तियारपुर बीजेपी तो खुलेआम बेठक कर एक तरह से मुकेश सहनी को कह दिया कि अगर स्थानीय उम्मीदवार नही हुआ तो भविष्य में परेसानी हो सकती है। अब सोमवार को एनडीए कार्यकर्ता की बैठक में कोई बड़ा फैसला हो सकता है।

आज देर शाम पटना पहुंच सकते हैं भाजपा के कई नेता

दिल्ली में चल रही बैठकों का सिलसिला पटना में भी जारी रहेगा। दिल्ली में आज बैठक के बाद रविवार को पटना में भी बैठक होनी है, जिसमें दिल्ली बैठक में शामिल नेताओं के अलावा उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शामिल होंगे। रविवार की इन बैठकों के बाद बीजेपी की दूसरी लिस्ट जारी हो सकती है। तीसरे चरण की सीटों के लिए तीसरी लिस्ट 12 अक्टूबर के बाद जारी हो सकती है।इनपुट-दैनिकभास्कर

बुधवार, 7 अक्तूबर 2020

मुकेश सहनी की पार्टी भीआईपी नाव चुनाव चिन्ह नही बल्कि भाजपा के कमल चुनाव चिन्ह पर लड़ेगी चुनाव

 

मुकेश सहनी को लड़ने के लिए ब्रह्मपुर और मधुबनी समेत 11 सीटें मिली; भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे सभी प्रत्याशी

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



भाजपा ने चुनाव लड़ने के लिए अपने कोटे से 11 सीटें दी, साथ ही विधान परिषद की एक सीट भी दी जाएगी

बिहार विधानसभा में मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी अब आधिकारिक तौर पर एनडीए का हिस्सा बन गई है। पटना में इसकी घोषणा करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए अपने कोटे से 11 विधानसभा सीटें दी है। साथ ही, वीआईपी को विधान परिषद की एक सीट भी उन्हें दी जाएगी। हालांकि, इन सभी सीटों पर मुकेश सहनी के प्रत्याशी भाजपा के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे। अगर इन्हें चुनाव जीतने में सफलता मिलती है तो भी तकनीकी तौर पर सभी भाजपा के विधायक ही कहे जाएंगे। यही वजह है कि मुकेश सहनी खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।


ये हैं वीआईपी को मिली 11 सीटें

1 ब्रह्मपुर

2 बोचहा

3 गौराबौड़म

4 सिमरी बख्तियारपुर

5 सुगौली

6 मधुबनी

7 केवटी

8 साहेबगंज

9 बलरामपुर

10 अली नगर

11 बनियापुर

सहनी को बताया बिहार के 40% अति पिछड़े समाज का नेता



प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुकेश सहनी को बिहार के करीब 40% अति पिछड़ी आबादी का नेता बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक गठबंधन ने अति पिछड़ों का अपमान किया, उसे देखकर भाजपा ने यह निर्णय लिया कि हमें अति पिछड़ों को सम्मान देना चाहिए। इसलिए विस्तृत चर्चा के बाद हमने विकासशील इंसान पार्टी को अपने साथ जोड़ा।


तीन दिनों पहले तक तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई बताने वाले मुकेश सहनी अब बिहार चुनाव में एनडीए के लिए काम करेंगे।

तीन दिनों पहले तक तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई बताने वाले मुकेश सहनी अब बिहार चुनाव में एनडीए के लिए काम करेंगे।

'मेरी बदौलत बनती सरकार, इसलिए मांगा था डिप्टी सीएम पद'


मुकेश सहनी ने महागठबंधन छोड़ने के बाद दावा किया था कि उन्हें डिप्टी सीएम बनाने की बात कही गई थी। इस बारे पर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि  महागठबंधन की सरकार मेरी वजह से बनती इसलिए उस पद की मांग की थी। यहां (एनडीए) में ऐसी कोई बात नहीं है। वहां मेरी पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया था, जबकि यहां उस पर मरहम लगाया गया। इसलिए जो भी मिला वो स्वीकार है। मैंने 2015 में भी पूरी मजबूती से भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन किया था। किसी वजह से भटक गया। लेकिन अब खुशी है कि जहां से मैंने अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था आज फिर से वही हूं।


मुकेश सहनी करेंगे एनडीए के लिए काम


तीन दिन पहले तक तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई बताने वाले मुकेश सहनी अब बिहार चुनाव में एनडीए के लिए काम करेंगे। मंगलवार को भाजपा-जदयू के बीच सीट शेयरिंग के आधिकारिक ऐलान के बाद पटना पहुंचने पर उन्होंने कहा कि वे खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन अब बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर एनडीए को जिताने का काम करेंगे।इनपुट-दैनिकभास्कर

मंगलवार, 6 अक्तूबर 2020

भाजपा और जदयू ने जारी की अपने-अपने हिस्से की सीटों की लिस्ट


मंगलवार को पटना में भाजपा और जदयू के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, जिसके बाद सीटों की लिस्ट जारी की गई।

कोसी बिहार टुडे, सहरसा



भाजपा अपने कोटे में से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को टिकट देगी

जदयू हम को अपने हिस्से में से सात सीटें देगी

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही जदयू और भाजपा ने अपने-अपने कोटे की सीटों का भी ऐलान कर दिया। जदयू के हिस्से में 122 सीटें आईं हैं, जिनमें से 7 सीट हम को दी गई हैं। इसी तरह भाजपा के कोटे में 121 सीटें आई हैं। भाजपा अपने हिस्से में से कुछ सीटों पर मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को टिकट देगी। हालांकि सीटों की संख्या की घोषणा अभी नहीं की गई है।


भाजपा के खाते में आईं ये सीटें

रामनगर (सु), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, नौतन, चनपटिया, बेतिया, रक्सौल, सुगौली, हरसिद्धि, गोविंदगंज, कल्याणपुर, पिपरा, मधुबन, मोतिहारी, चिरैया, ढाका, रीगा, बथनाहा (सु), परिहार, सीतामढ़ी, बेनीपट्टी, खजौली, बिस्फी, मधुबनी, राजनगर( सु), झंझारपुर, छातापुर, नरपतगंज, फारबिसगंज, जोकीहाट, सिकटी, बहादुगंज, किशनगंज, बायसी, बनममखी (सु), पूर्णिया, कटिहार, बलरामपुर, प्राणपुर, कोरहा, सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, गौराबौड़ाम, अलीनगर, दरभंगा, हायाघाट, केवटी, जाले, औराई, बोचहा (सु), कुढ़नी, मुजफ्फरपुर, बरुराज, पारू , साहेबगंज, बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज, सीवान, दरौली (सु), दरौंधा, गोरियाकोठी, बनियापुर, तरैया, छपरा, गरखा, अमनौर, सोनपुर, हाजीपुर, लालगंज, राघोपुर, पातेपुर (सु), उजियारपुर, मोहद्दीनगर, रोसड़ा (सु), बछवाड़ा, बेगूसराय, बखरी (सु), बीहपुर, पीरपैंती (सु), कहलगांव, भागलपुर, बांका, कटोरिया (सु), मुंगेर, लखीसराय, बिहारशरीफ, बाढ़, बखितयारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना साहिब, फतुहा, दानापुर, मनेर, बिक्रम, बड़हरा, आरा, तरारी, शाहपुर, ब्रह्मपुर, बक्सर, रामगढ़, मोहनिया (सु), भभुआ, चैनपुर, डेहरी, कारकाट, अरवल, गोह, औरंगाबाद, गुरुआ, बोधगया (सु), गया टाउन, वजीरगंज, रजौली (सु), हिसुआ, वारसलीगंज, जमुई


हम के हिस्से में आईं ये सीटें, उम्मीदवार भी घोषित

जीतन राम मांझी-इमामगंज, ज्योति देवी-बाराचट्टी, श्रवण भुइयां-कुटुम्बा, राजेंद्र यादव-कस्बा, प्रफुल्ल मांझी-सिकन्दरा, अनिल कुमार-टेकारी, देवेंद्र माँझी-मखदुमपुर। इनपुट-दैनिकभास्कर

सोमवार, 5 अक्तूबर 2020

खगड़िया सासंद के पुत्र एवं सिमरीबख्तियारपुर के पूर्व लोजपा प्रत्याशी मो युशूफ सलाउद्दीन हुए राजद के


कोशी बिहार टुडे, सहरसा



सिमरी बख्तियारपुर निवासी एवं खगरिया के वर्तमान एनडीए लोजपा सासंद चोधरी महबूब अली केसर के पुत्र मो युशूफ सलाउद्दीन ने सोमवार को पटना में राजद का दामन थाम लिया। पटना में आयोजित कार्यक्रम में मो युशूफ सलाउद्दीन को राजद नेता तेजस्वी यादव ने राजद की सदस्यता दिलाई। अब चर्चा है कि 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में मो युशूफ सलाउद्दीन राजद उम्मीदवार के रूप में सिमरीबख्तियारपुर विधानसभा के राजद उम्मीदवार हो सकते है। आपको बता दे कि मो युशूफ सलाउद्दीन पूर्व में एनडीए गठबंधन से सिमरी बख्तियारपुर से एनडीए उम्मीदवार के रूप में लोजपा से सिमरी बख्तियारपुर से किस्मत आजमा चुके है। जिनमे उनकी हार हुई थी। अब जब राजद में आये है तो देखने वाली बात होगी कि सिमरी बख्तियारपुर में आगे और क्या समीकरण बनता है।  हालांकि अभी तक राजद, जेडीयू, लोजपा एवं अन्य राजनीतिक दल के द्वारा सिमरीबख्तियारपुर विधानसभा में उम्मीदवार का नाम क्लियर नही हुआ है। सिमरीबख्तियारपुर की जनता में एकटक पटना की हलचल पर नजर बनाए है। लोगो की कहना है कि जो भी सिमरीबख्तियारपुर में उम्मीदवार बनेगा, अब मुकाबला देखने मे दिलचस्प होगा। सिमरीबख्तियारपुर में चर्चा बनी है कि प्रतिदिन लोगो को कुछ ना कुछ नया सुनने को मिल रहा है। 

शनिवार, 3 अक्तूबर 2020

माछ भात खाएंगे महागठबंधन को जिताएंगे का नारा देने वाले 'सन ऑफ मल्लाह' की नाव मजधार में फंसी

 

मुंबई में फिल्मों के लिए सेट बनाने वाले मुकेश सहनी महागठबंधन में खुद को सेट नहीं कर पाए

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



सहनी को उम्मीद थी कि उन्हें 10 से ज्यादा सीटें महागठबंधन में मिलेगी


‘माछ भात खाएंगे महागठबंधन को जिताएंगे’ का नारा लगाने वाले सन ऑफ मल्लाह ने महागठबंधन के प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब यह कहा कि उनके पीठ में खंजर भोंका गया है तो उनकी पार्टी विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ता उग्र हो उठे। तेजस्वी यादव के खिलाफ खूब नारेबाजी हुई। मुंबई में फिल्मों के लिए सेट बनाने वाले मुकेश सहनी महागठबंधन में खुद को सेट नहीं कर पाए।


तेजस्वी ने कह दिया कि दो दिन बाद बताया जाएगा कि वीआईपी पार्टी को कितनी सीटें दी जाएंगी। सहनी को उम्मीद थी कि उन्हें 10 से ज्यादा सीटें महागठबंधन में मिलेगी। पार्टी की मान्यता के लिए 10 सीटों पर लड़ने की अनिवार्यता है। सहनी 25 सीट की मांग कर रहे थे और उन्हें लगा था कि दो-तीन सीट आगे पीछे हो सकती है पर ऐसा नहीं हो सकता कि उनके साथ यह व्यवहार किया जाएगा। जिनको चार सीटें देनी थी उस सीपीएम के लिए भी घोषणा हो गई पर वीआईपी की नाव मझधार में फंस गई। इस नाव को सन ऑफ मल्लाह कैसे पार उतारेंगे यह रविवार को साफ होने की उम्मीद है।


सहनी का दावा रहा है कि उनकी जाति की आबादी 15 फीसदी है बिहार में। इसलिए उसी हिसाब से सीटें मिलनी चाहिए। मल्लाह जाति बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग में आती है। इसके अनुसूचित जाति में शामिल करने की लड़ाई भी सहनी लड़ चुके हैं। वीआईपी पार्टी लोक सभा में तीन सीट पर लड़ी थी। तीनों सीट खगड़िया, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में पार्टी की हार हुई थी।


सहनी के साथ आरजेडी ने ऐसा क्यों किया, इसके कारण तलाशे जा रहे हैं। यह भी सच है कि जीतन राम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा और सहनी तीनों ही महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग कर रहे थे। यह कोआर्डिनेशन कमेटी इसलिए चाहते थे कि कमेटी तय करे मुख्यमंत्री पद का दावेदार कौन होगा। एक बार तो वे कांग्रेस आलाकमान के पास भी इस मांग को लेकर तीनों गए थे। लेकिन बाद में सहनी ने खुद को इस मांग से अलग कर लिया। वे कांग्रेस आलाकमान के वर्चुअल सम्मेलन में शामिल भी नहीं हुए। बावजूद इसके सहनी, तेजस्वी की नजर पर चढ़ गए थे। नजर पर तो मांझी और उपेन्द्र भी चढ़ गए थे लेकिन दोनों ने समय रहते अपना रास्ता खोज लिया, बच गए थे सहनी।

सहनी उस समय चर्चा में आए थे जब सरकार ने आंध्र से मछलियां मंगाने पर रोक लगा दी थी और तब उन्होंने आमरण अनशन तक किया था। सहनी यह कहते रहे हैं कि वे जाति के मल्लाह हैं और मल्लाह पानी को उपछ देता है, मछलियों को ले लेता है। पर इस बार वे राजनीति की जाल में ऐसे फंसे कि पीठ में खंजर वाला मुहावरा बोलना पड़ा। इनपुट-दैनिकभास्कर

बिहार के महागठबंधन में पहली दरार:जिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीटों के फॉर्मूले का ऐलान हुआ, उसी से उठकर चले गए VIP के नेता, गठबंधन छोड़ने का ऐलान किया

 

कोशी बिहार टुडे, सहरसा



तेजस्वी यादव महागठबंधन के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे, बोले- ठेठ बिहारी हैं, वादा पूरा करेंगे

तेजस्वी यादव ने कहा- सरकार बनने पर पहला फैसला, 10 लाख सरकारी नौकरियों का होगा


बिहार विधानसभा चुनाव की 243 सीटों के लिए महागठबंधन में सीटों का फॉर्मूला तय हो गया है। अब तक 150 से ज्यादा सीटों पर लड़ने का दावा कर रही राजद के तेवर सहयोगियों की नाराजगी के बाद नरम पड़े हैं। वह 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के हिस्से में 70 सीटें आई हैं। पर, सीटों के ऐलान के साथ ही गठबंधन में दरार पड़ गई। फॉर्मूले से नाखुश वीआईपी के नेता मुकेश सहनी ने कहा कि हमारी पीठ पर छुरा भोंका गया। उन्होंने कहा कि हम गठबंधन से बाहर हो रहे हैं।


ये है महागठबंधन की सीटों का फॉर्मूला



राजद:144, मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी और जेएमएम को भी राजद अपने हिस्से की सीट देगा

कांग्रेस: 70, बाई इलेक्शन लोकसभा वाल्मीकिनगर

सीपीआई माले: 19

सीपीआई: 6

सीपीएम: 4


कुल सीटें: 243


भाई की तबीयत बिगड़ने के एक घंटे बाद तेजस्वी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस


भाई तेज प्रताप की तबीयत बिगड़ने के बाद तेजस्वी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमारे कुछ साथियों को एनडीए को हराने के लिए कुर्बानी देनी पड़ी है। हम उनकी कुर्बानी की रक्षा करेंगे।

तेजस्वी ने कहा- महागठबंधन में शामिल दलों ने मेरे नेतृत्व पर विश्वास किया है। मैं सभी के विश्वास पर खरा उतरूंगा। उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार आईसीयू में है। नीतीश सरकार गरीबी भुखमरी को हटा नहीं पाई। गरीबों पर लाठी चलवाई है।

तेजस्वी ने कहा- हम ठेठ बिहारी हैं। जो वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं। हमारा डीएनए पूरी तरह शुद्ध है। हम बिहार को शुद्ध जल की तरह बढ़िया विकल्प देंगे। हम पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख स्थाई और सरकारी नौकरी देंगे। नौकरी के लिए आवेदन भरने की फीस भी नहीं लगेगी।

प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान वीआईपी का हंगामा

तेजस्वी के सीट बंटवारे की घोषणा करते ही वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी के समर्थक तेजस्वी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। सहनी ने प्रेस कॉफ्रेंस में ही कहा कि हम 25 सीट और उप-मुख्यमंत्री का पद दिए जाने की मांग के साथ गठबंधन में शामिल हुए थे, लेकिन हमारी पीठ में छुरा भोंका गया है। इसके बाद सहनी वहां से उठकर चले गए। इस दौरान सहनी के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। इनपुट-दैनिक भास्कर

अधिवक्ता हत्या कांड के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस खाली हाथ, मृतक के परिजन के घर सन्नाटा

 मृतक अधिवक्ता की पत्नी विनीता कुमारी के फ़र्दव्यान पर थाना में मामला दर्ज कोशी बिहार टुडे। सहरसा सोमवार सुबह बख्तियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्ग...