मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

बाहर से आये लोगो की जानकारी देना महंगा पड़ा दंपति को, पीट पीट कर कर दिया अधमरा, अस्पताल में इलाजरत

एक सप्ताह से छुपकर अपने रिश्तेदार के यहां रह रहा था किशनगंज से आये लोग
कोशी बिहार टुडे,  सहरसा

बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के सिमरी पंचयात के बलबापार गांव में बाहर से पति-पत्नी एवं बच्चे छुपकर रिश्तेदार के यहां रह रहा था। जिसकी जानकारी गांव के ही एक लोगो को स्वास्थ्य विभाग के दिये जाने से आक्रोशित रिश्तेदार के द्वारा पति-पत्नी को पीटकर जख्मी कर दिया। जख्मी हालत में दोनों दंपति का इलाज किया जा रहा है। 
घटना के संबंध में पीड़ित दंपति मो मुन्ना एवं उनकी पत्नी बीबी मरियम ने अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर में बताया कि गांव के मो समीर का रिश्तेदार किशनगंज से आया था। इसे अस्पताल में जांच कराने को कहा गया। लेकिन ये कोई लोग जांच कराने नही गया। इन रिश्तदार की यहां रहने की जानकारी मेरे द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दिया गया। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बलबापार पहुच जांच किया। जैसे ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव से निकली, बस मो समीर आये रिस्तेदार के साथ मिलकर मो मुन्ना एवं उनकी पत्नी को बुरी तरह मारपीट कर जख्मी कर दिया। दोनो का इलाज सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में किया गया। 
इस संबंध में थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया कि अभी तक आवेदन नही दिया गया है। अगर आवेदन आता है तो करवाई किया जायेगा। 

शनिवार, 25 अप्रैल 2020

मिलिए इस लड़का से, समाज के काम करने का जज्बा, जन्मदिन मनाया भी गरीबो के साथ


सिमरी बख्तियारपुर में चर्चा मैं है ये युवक, कठिन परिस्थितियों में भी सामाजिक कार्य
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

अगर आपके घर मे किन्ही का जन्मदिन  है तो सिर्फ अपने परिवार के साथ मिलकर मनाएगा। लेकिन सिमरी बख्तियारपुर बाजार का ये युवक जन्मदिन भी अनोखा तरीके से इस लोकडॉन मे मनाया। वो भी गरीबो के साथ, जन्मदिन में गरीबो की सहायता करके। यही कारण है कि की आज इस लड़का का चारो ओर चर्चा हो  रहा है। चर्चा भी क्यो ना हो, सामाजिक कार्य मे अपना समय के साथ बहुत कुछ समाज के लिये लगा रहा है।

कोरोना वायरस  संक्रमण से उत्पन्न लॉक डाउन की स्थिति में सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत के एक युवा ने अपना जन्मदिन गरीब निस्सहाय को राशन किट का वितरण कर मनाया।  सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत के हटिया गाछी रोड स्थित पंकज कुमार भगत ने अपने जन्मदिन के अवसर पर 50 गरीब निस्सहाय महिला पुरुषों के बीच राशन किट सामग्री का वितरण किया। इस अवसर पर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए स्थानीय काली मंदिर के परिसर में गरीब लोगों के बीच चावल, आटा, तेल, नमक, साबुन, मसाला एवं मास्क आदि का वितरण किया। इस अवसर पर पंकज भगत ने कहा कि इस कोरोना वायरस एवं लॉक डाउन से उत्पन्न निस्वार्थ मानव सेवा मेरा धर्म है।  बताते चले कि पंकज भगत अपने साथियो के साथ मिलकर लोकडॉन में सबसे पहले सिमरी बख्तियारपुर में राशन किट वितरण शुरू किया था। इस अवसर पर डेरिंग मोनू, बिक्की गुप्ता, राहुल सेन, सोनू कुमार एवं मोहन कुमार आदि सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

आंध्रप्रदेश में फंसे स्कूली बच्चों ने वीडियो जारी कर बिहार के सीएम से लगाई मदद की गुहार


बिहार के बिभिन्न जिले से 200 से अधिक बच्चे लोकडॉन में फंसे
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

करोना वायरस के संक्रमण के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन से केवल बाहरी राज्यों में फंसे मजदूर हीं नहीं छोटे-छोटे बच्चे भी काफी परेशान हैं।
करोना वायरस के संक्रमण के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन से केवल बाहरी राज्यों में फंसे मजदूर हीं नहीं छोटे-छोटे बच्चे भी काफी परेशान हैं। देश में लॉकडाउन की वजह से बिहार के भोजपुर सहित अलग-अलग जिले के करीब दो सौ स्कूली बच्चे और उनके परिजन भी
आंध्रप्रदेश में फंसे हुए है। इसमें बिहार के अलग अलग जिले के बच्चे सामिल है। ऐसी स्थिति में बच्चों के साथ उनके परिजन भी काफी चितित है। इधर, बच्चों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई है। हालात को देखते हुए परिजन राज्य सरकार से किसी तरह व्यवस्था कर आंध्रप्रदेश में फंसे सभी बच्चों को अपने घर पहुंचाने की मदद मांग रहे हैं। लॉकडाउन में फंसे ये सभी बच्चे आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा स्थित एक निजी आवासीय विद्यालय के बताए जा रहे हैं। इसमें छात्र व छात्राएं दोनों है। बच्चों व उनके परिजनों द्वारा वीडियो जारी करने के बाद से ही उनके परिवार वाले काफी सशंकित हैं। इस बीच इसकी अवधि को भी विस्तारित कर दिए जाने से उन पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है।
 अभिभावकों ने सरकार से की मार्मिक अपील
परिवार के लोगों का मानना है कि बच्चे बहुत छोटे है और वो अब स्कूल की छुट्टी होने के कारण घर आना चाहते हैं,लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह घर आने में सक्षम नहीं है। जिसको लेकर वे रो भी रहे हैं। उन्हें बच्चों को लेकर काफी चिता है। सरकार से हाथ जोड़कर बार बार प्रार्थना कर रहे हैं कि किसी तरह उनके बच्चों को सकुशल घर तक पहुंचा दें, ताकि वो अपने मां-बाप के पास आ सकें।
22 मार्च को बच्चों को लाने गए थे दो दर्जन से अधिक परिजन, वे भी फंसे
आंधप्रदेश के विजयवाड़ा में फंसे भोजपुर जिला निवासी संजीव कुमार सिंह उर्फ टुंडुल, सुनील पाल एवं अनिल केसरी ने बताया कि 23 मार्च से बच्चों की छुट्टी होने वाली थी। इसलिए वे 22 मार्च को ही ट्रेन से विजयवाड़ा पहुंच गए थे। लेकिन, अचानक पहले जनता क‌र्फ्यू और फिर लॉकडाउन के चलते सारी ट्रेनें एवं हवाई जहाज का परिचालन निरस्त कर दिया गया। उन्हें उम्मीद थी कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। लेकिन, उनकी यह उम्मीद भी अब दूसरे लॉकडाउन के बाद खत्म हो गई है।
सूबे के पटना, भागलपुर, मुंगेर व पूर्णिया के भी बच्चे शामिल
आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में बिहार के जो करीब दो सौ बच्चे फंसे हैं,उसमें पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर और पूर्णिया इलाके के है। परिजन जरूरत के हिसाब से पैसे लेकर बच्चों को लाने गए थे। लेकिन, अचानक लॉकडाउन के कारण उनके समझ आर्थिक संकट की भी स्थिति उत्पन्न हो गई है। वे वीडियो जारी कर लगातार सूबे के मुख्यमंत्री समेत अफसरों से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

रविवार, 19 अप्रैल 2020

गुजरात से धर्म प्रचार के लिये सहरसा आये 15 जमाती लोकडॉन में फंसे, पंचयात में बने कोरोन्टाइन सेंटर में किया आसोलेट

20 फरवरी को गुजरात से  धर्म प्रचार के लिये तरियामा आये जमाती, जांच में नही मिला किसी तरह का लक्षण
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के तरियामा पंचायत में धर्म का प्रचार कर 15 लोग जमात के लिये आया।  लोगों के द्वारा इनकी जानकारी एसडीओ को देने के बाद एसडीओ के निर्देश पर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार के नेतृत्व में अनि फरदोश खान , अनिल सुरेन्द्र साउ पुलिस बल और मेडिकल टीम के साथ पहूंचकर सभी लोगों की जॉच किया। जांच में सामान्य पाए जाने पर तरियामा स्थित कृषि भवन में 14 दिनों के लिए कोरोन्टाइन कर दिया । हलॉकि मेडिकल टीम द्वारा जांच में किसी में भी कोई लक्षण नहीं पाया गया ।  इन जमाती से पूछे जाने पर बताया कि  15 लोग गुजरात से 20 फरवरी को 40 दिनों के लिए सिमरी बख्तियारपुर धर्म प्रचारक के आए थे, और तरियामा पंचायत स्थित कृषि भवन में रहकर धर्म का प्रचार कर रहे हैं । इसी 40 दिनों के प्रचार के दौरान ही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करोना वायरस के बढ रहे प्रकोप के मद्देनजर पुरे देश में जनता कर्फ्यू लगा दिया । फिर उसके बाद राज्य सरकार द्वारा एक सप्ताह के लिए पुरे प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया । फिर इसी बीच पुरे देश में 21 दिन फिर 3 मई तक लॉकडाउन लगा दिया।  इस लॉकडाउन के कारण 40 दिन की धर्म प्रचार की समय सीमा भी समाप्त हो गई बावजूद हमलोग लॉकडाउन फंसे गए। हमलोगों का 30 मार्च का वापसी टिकट भी था।  3 मई लॉकडाउन समाप्त होने का इंतजार कर रहे थे । एसडीओ बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि चिकिस्तक के द्वारा सभी जमाती का जांच कराया गया। सभी ठीक था, इसी कारण  सभी को तरियामा पंचायत के कृषि भवन में कोरोन्टाइन कर दिया गया है। इस बाबत तरियामा पंचयात के पूर्व मुखिया मो साद उद्दीन ने बताया कि इस जमाती के आने की सूचना देश मे लोकडॉन होने के बाद 23 मार्च को ही प्रशासन को दे दिया था। मेरे द्वारा ही जानकारी के बाद इनलोगो को जांच किया जायेगा।

शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

डीलर अदनान कार्डधारी के अलावा वेसे गरीब को घर से राशन दे रहा है जिनको नही है राशनकार्ड

चकभारो में डीलर मो अदनान सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए दे रहा है खाद्यान
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

देश मे लोकडॉन है। सबसे ज्यादा परेसानी इस समय गरीबो को हो रहा है। इस विकट परिस्थिति में भी डीलर अपना कमाई करने से नही चूक रहा है। सिमरी बख्तियारपुर  सहित सहरसा में डीलर के खाद्यान वितरण का धांधली अखबार की सुर्खी बना हुआ है। इस सब के वावजूद एक ऐसे डीलर है जो कमाने की तो बात छोड़िये घर का अनाज गरीब लोगों को  दे रहा है। चकभारो पंचयात के डीलर मो अदनान इसी कारण आजकल सुर्खियों में बना है। 
डीलर के द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन लाभुको से कराया जा रहा है। चकभारो पंचयात में डीलर मो अदनान के द्वारा बेहतर तरीके से लाभुको को सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए खाद्यान का वितरण कर रहा है। लाभुको के लिये खुले मैदान में टेंट लगाया गया है। तीन लाइन में लाभुको को तीन फीट से ज्यादा दूरी बनाकर एक एक लाभुक को राशन दिया जा रहा है। डीलर मो अदनान ने बताया इस महामारी में लोकडॉन एवं सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। लाभुको को पहले उनके हाथ को सेनिटाइजर से सेनिटाइज किया जाता है। उसके बाद ही उनको अनाज दिया जा रहा है। 
सिमरी बख्तियारपुर अनुमण्डल के तीनों प्रखंड के कई जनवितरण प्रणाली दुकान में खाद्यान वितरण प्रारम्भ हो गया है। वही कई दुकान को  दोनो खाद्यान के नही मिलने से वितरण कार्य प्रारंभ नही हुआ है। 

शनिवार, 11 अप्रैल 2020

डीलर ने आवंटन के मुताबिक 580 पैकेट खाद्यान गोदाम से उठाया, रास्ते मे गायब हो गया 82 पैकेट

देश मे लोकडॉन, गरीबो के मदद लिये सरकार प्रयासरत, जबकि डीलर कमाई करने में प्रयासरत
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

इस समय कोरोनो जैसे महामारी से लोग परेसान है। देश मे लोकडॉन है। गरीब एवं दैनिक मजदूर का रोजगार पूरी तरह से बंद है। ऐसे लोग भूखा नही रहे इसके लिये सरकार ने गरीबो को मुप्त अनाज, रुपये दे रही है। लेकिन अगर सरकार के इस अभियान को डीलर गटक रहा है तो फिर गरीब लोगों को सरकार का योजना का कहा से लाभ मिलेगा। 
       कोसी दियारा क्षेत्र सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचयात के एक डीलर श्याम सुंदर यादव के अजीबोगरीब कारनामा प्रकाश में आया है। डीलर के द्वारा खाद्यान गोदाम से उठाकर पंचयात ले जाने के क्रम में लगभग 82 पैकेट खाद्यान रास्ते से ही गायब हो गया। सवाल है कि जब डीलर का ये हरकत है तो गरीब को इस लोकडॉन मे कैसे लाभ मिलेगा। सरकार गरीब को लोकडॉन में तीन माह का खाद्यान मुप्त में दे रही है। लेकिन ये डीलर उस संकट में भी कमाई करना नही छोड़ रहा है। जानकारी के अनुसार अलानी पंचयात के डीलर श्याम सुंदर यादव को हर माह 580 पैकेट  यानी 289. 80 क्विंटल खाद्यान मिलता है। इस डीलर को लगभग पंचयात के पांच वार्ड आबंटित है। 9 अप्रेल को डीलर श्याम सुंदर यादव के द्वारा सलखुआ गोदाम से 580 पैकेट खाद्यान अलानी पंचयात के लोगो को बांटने के लिये उठाव किया। लेकिन पंचयात में पहुचते पहुचते रास्ते से ही 82 पैकेट गायब हो गया। पंचयात स्थित उनकी अस्थाई दुकान में सिर्फ 498 पैकेट ही खाद्यान पहुच पाया। 
कहा गया 82 पैकेट खाद्यान--- जब गोदाम से 580 पैकेट खाद्यान का उठाव हुआ। जिसमें 270 पैकेट चावल एवं 228 पैकेट गेंहू ही दुकान तक पहुची। स्टेप होम डिलेवरी जब दुकान तक जाता है तो फिर 82 पैकेट खाद्यान कहा गायब हो गया। 
डीलर का अलानी में कही नही है स्थाई दुकान- शासन-प्रशासन का कृपा ये है कि जिस अलानी पंचयात के पांच वार्ड के लाभुक का खाद्यान आबंटित है, उक्त डीलर का स्थायी दुकान पंचयात में कही नही है। डीलर पंचयात के मुखिया संजू निषाद के घर पर 498 पैकेट खाद्यान रखा है। मुखिया संजू निषाद भी बताई की 498 पैकेट ही खाद्यान यहां रखा गया है। डीलर का घर सलखुआ मुख्यालय है जबकि अलानी का डीलर है। ये भी अपने आप मे हैरत करने वाली है। 

क्या कहते है बीडीओ- सलखुआ बीडीओ सह प्रभारी बीएसओ प्रेम कुमार यादव ने बताया कि इस महामारी एवं लोकडॉन में जी डीलर थोड़ा भी गड़बड़ी करेगा हम उनको छोड़ेंगे नही। हम जिलाधिकारी के द्वारा नियुक्त पदाधिकारी से जांच कराएंगे। हम खुद भी जनवितरण दुकान का निरीक्षण करेंगे, अनियमितता पाई गई तो करवाई किया जायेगा।

पुलिस की वर्दी में थे नक्सली, पुलिस समझ गच्चा खा गए पहलवान रामननंद यादव,


लगभग 40 की संख्या में मकई में छिपे थे नक्सली, लोगो के मुताबिक एक माह से ज्यादा समय से इलाका का टोह ले रहे थे नक्सली
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

वुधवार की देर संध्या कलवारा एवं बेलाही के बीच सुनसान कच्ची सड़क पर पूर्व से घात लगाए नक्सलियो ने दियारा में पहलवान के नाम से चर्चित रामननंद यादव की गोलियो से छलनी कर दिया जहा उनकी मौत मोके पर हो गया। रामननंद यादव की मौत के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी। दियारा के इलाके में दहशत ऐसी थी कि चिरैया पुलिस भी तत्काल घटना स्थल पर जाने की हिम्मत नही दिखाई।   सिमरी बख्तियारपुर के डीएसपी मृदुला कुमारी के रात्रि 10 बजे चिरैया पहुचने के बाद तब पुलिस घटना स्थल पर गयी। हालांकि उससे पहले ही रामननंद यादव के परिजन शव को घर बेलाही ले आया था। पुलिस रात्रि में ही शव को कोसी नदी पारकर सिमरी बख्तियारपुर थाना लाया। जहा फिर सहरसा पोस्टमार्टम के लिये ले गया। 
नक्सली थे फौजी के वर्दी में, पहचानने में धोखा खा गया था पहलवान--

परिजन के मुताबिक पहलवान रामननंद यादव खगरिया के कलवारा से अपने घर सहरसा के बेलाही आ रहा था। इनके साथ चार अन्य लोग साथ थे। जैसे ही रामननंद यादव कलवारा के काली मंदिर एवं बेलाही के शिव मंदिर के बीच सुनसान दोनो तरफ मकई से घिरे कच्ची सड़क के पास पूर्व से घात लगाए नक्सली ने ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। पहले तो वर्दी देख रामननंद सोचा पुलिसवाला है, जैसे ही संभालता नक्सलियों के द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया।  चूंकि नक्सलियों की संख्या 40 से ज्यादा था, जिससे उनके साथ ही चार लोग किसी तरह मुठभेड़ किया, लेकिन नक्सली भागने में सफल रहा। परिजन के मुताबिक पहलवान सब दिन पुलिस की मदद किया, इसी कारण वे कभी पुलिस से नही उलझते थे। जानकारी के अनुसार दो बार चिरैया ओपी को नक्सली के द्वारा लूटने से बचाया था। 
लगभग एक महीने से इलाका का  रेकी कर रहा था नक्सली---

चिरैया ओपी में 15 मार्च को बरामद दो बाइक नक्सली की बताई जा रही है---
15 मार्च को कबिराधाप से बरामद दो बाइक लोगो के अनुसार नक्सली की ही हो सकती है। चूंकि 15 मार्च को तीन बाइक पर हथियार से लेश छह की संख्या में कबिराधाप पहुचे। संयोग था कि उस समय चिरैया ओपी की गाड़ी बाजार में ही था, पुलिस बाजार में गश्त लगा रही थी। पुलिस को देखते ही सभी छह भागने लगा। तो पुलिस ने खदेड़ा। तब उक्त सभी छह फायरिंग करते हुए दो बाइक छोड़कर मकई में घुस गया, वही एक बाइक पर दो सवार भागने में सफल रहा। तब चिरैया पुलिस दोनों बाइक को लेकर ओपी लाया। 

बुधवार, 8 अप्रैल 2020

कोसी दियारा में गोली की बौछार, कुख्यात रामानंद यादव को अपराधियो ने गोलियो से भूंजा, मौत

गैंगवार में सहरसा - खगड़िया सीमा के कलवारा काली स्थान के समीप मारी गोली
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 उत्तर बिहार सहित कोशी दियारा का कुख्यात बदमाश दियारा में पहलवान के नाम से अपनी अलग पहचान बना रखें रामानंद यादव की हत्या गोली मार कर दी गई है। 
रामानंद की हत्या सहरसा-खगड़िया सीमा पर अवस्थित कलवारा काली स्थान के समीप की जानें सूचना मिल रही है। वहीं हत्या होने की पुष्टि रामानंद यादव के पुत्र रौशन यादव ने की है।
उन्होंने बताया कि पापा की हत्या बदमाशों ने घेरकर कर दी है। वहीं सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी ने बताई कि हमें भी अन्य श्रोत से हत्या होने की जानकारी मिली। पुलिस घटनास्थल की ओर पुलिस कुच कर चुकी है।
वहीं चिड़ैया ओपी प्रभारी फहीमउल्लाह ने बताया कि हमें भी हत्या होने की जानकारी मिली है हमारे पास पुलिस की कमी है चार आदमी से जाने में दिक्कत हो जाएगी। 

वहां सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार शाम छः बजे के करीब पहलवान को हथियार बंद बदमाशों ने चारों ओर से घेर कर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते हुए मौत की घाट उतार दिया है। हत्या की खबर मिलते ही तीन जिला सहरसा, खगड़िया एवं सुपौल में खलबली मच गई है। वहीं दियारा क्षेत्र में कौहराम मच गया है। जानकारी के अनुसार रामानंद यादव कालवाड से अपने घर बेलाही आ रहा था। बेलाही शिवमंदिर के समीप जैसे ही पहुचा, मकई में छिपे अपराधियो ने गोली मारकर हत्या कर दिया। हालांकि दो अन्य की घायल होने की भी सूचना है। घटना की जानकारी से बाद सहरसा-खगड़िया जिले में हड़कंप मच गया है। वही कुख्याय रामानंद यादव की हत्या में नक्सली मनोज सादा का नाम सामने आ रहा है। बताया जाता है की अमौसी नरसंहार का आरोपी नक्सली मनोज सादा कुछ रामानंद यादव के विरोधी के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। 

सोमवार, 6 अप्रैल 2020

समाजसेवी राहिल अंसारी प्रतिदिन अपने वार्ड एवं बगल के वार्ड को कर रहे है सेनिटाइजर

खुद अपने से सेनिटाइजर बनाकर करते है सभी के घर मे छिड़काव
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

नगर पंचायत के वार्ड नंबर 9 निवासी समाजसेवी राहिल अंसारी प्रतिदिन अपने वार्ड को सेनिटाइजर करते है। सुबह उठकर पहले सेनिटाइजर बनाते है। फिर छिड़काव करने वाली मशीन से सभी के घर घर पहुच सेनिटाइजर से छिड़काव करते है। ये काम मे इन्हें मन लगता है, एवं किसी भी लोगो से कोई शिकायत भी नही है। इतना ही नही लोगो को गंदगी के प्रति सावधान एवं सोसल डिस्टेंस का भी पालन करने के लिये प्रेरित करते है। 
दो बार वार्ड का भी लड़ चुके है चुनाव---

राहिल अंसारी सामाजिक कार्य मे बढ़-चढ़ भाग लेते है। यही कारण है कि जब से कोरोन को लेकर देश मे लोकडॉन हुआ है तब से इनके द्वारा वार्ड में सेनिटाइजर का कार्य प्रतिदिन कर रहा है। वार्ड के लोग उनके इस कार्य का सरहाना भी कर रहा है। 
ऐसे तैयार करते है सेनिटाइजर---
राहिल अंसारी ने बताया कि वो खुद से सेनिटाइजर तैयार करता है। राहिल अंसारी ने बताया कि सेनिटाइजर तैयार करने में वो फिनायल, कपूर, फिनायल का टेबलेट, किरासन तेल एवं ब्लीचिंग पावडर सभी को एक साथ मिलकर सेनिटाइजर बनाकर छिड़काव करते है। 

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...