बुधवार, 30 जनवरी 2019

बीपी मंडल सेतु डुमरी के समांतर एक और पूल बनेगा: मंत्री


कात्यानी मंदिर के समीप बागमती से फेनगो होल्ट तक बनेगा एक ही पूल
कोशी बिहार टुडे

बिहार सरकार के आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि बीपी मंडल सेतु पूल के समानांतर एक और पूल का निर्माण होगा। ताकि महेशखूंट से पूर्णिया तक 90 किलोमीटर बनने वाली टू लेन सड़क में ये पूल का उपयोग होगा। एनएचएआई के द्वारा एक हजार करोड़ की लागत से ये सड़क बनेगा। जिनका कार्य बहुत जल्दी ही शुरू होगा। इनके अलावे मानसी से हरदी-चोघारा तक बनने वाली सड़क में जो बागमती से फेनगो तक चार पूल के निर्माण किये जाने का प्रस्ताव था, इसमे लगभग 6 किलोमीटर का एक ही पूल बनेगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंजीनियर से इस मामले पर अध्यन करने का निर्देश दिया है।
बायपास में बची सड़क का निर्माण 25 करोड़ की लागत से बनेगी---
मंत्री श्री यादव ने कहा कि महेसखुट से पूर्णिया तक एनएचएआई के द्वारा 90 किलोमीटर सड़क का निर्माण में 5 बायपास है। बायपास में जो पुराना सड़क बचा है वो 25 करोड़ की लागत से बनेगा। मंत्री ने कहा कि अब सिमरी बख्तियारपुर में शायद ही ऐसा गांव होगा जहा पक्की सड़क ना बना हो। हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ दिया गया है।
मंत्री मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अन्तर्गत काठो पंचायत विश्व बैंक रोड से मुखिया टोला तक एक किलोमीटर तक एक करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ मंगलवार करने के बाद ये जानकारी दिया। पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार ने कहा कि मंत्री दिनेश चंद्र यादव के नस नस में विकास की भूख है। जो कोसी के गली गली में समाज के अंतिम पायदान के लोगो तक विकास की रोशनी पहुचा रहे है। 

सोमवार, 28 जनवरी 2019

18 प्रतिशत कमीशन लाओ, तब योजना का देंगे स्वीकृति, आक्रोशित वार्ड सदस्य ने प्रखंड मुख्यालय पर दिया धारण


सात निश्चय योजनाओं में ग्राम पंचायत के द्वारा 18 प्रतिशत कमीशन की जा रही है मांग
मुखिया व पंचायत सेवक की मनमर्जी चरम पर, योजनाओं में भारी अनियमितता
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सिमरी पंचायत के  मुखिया के द्वारा 18 प्रतिशत कमीशन देने के बाद योजना की स्वीकृति देने के मामले में आक्रोशित वार्ड सदस्य सहित ग्रामीणों ने प्रखंड मुख्यालय पर धरना दिया। सैकड़ों ग्रामीणों ने सोमवार को  इस धरना में शामिल हुए एव कई योजना की जांच की मांग किया।एक शिष्टमंडल बीडीओ से मिल मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
धरना दे रहे लक्ष्मीकांत शर्मा, बिजेंद्र यादव, लक्ष्मण बढ़ई, चन्दन शर्मा, रागीव हुसैन, मो कासीम, सुरेश रजक, गुलो खातून, रूपा देवी आदि ने बताया कि हम लोग ग्राम पंचायत की मनमर्जी से परेशान हैं। मुखिया एवं पंचायत सेवक ने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में जमकर धांधली बरती है। पंचायत में लगाए गए एलईडी लाइट में इस कदर धांधली बरती गई कि आज अधिकांश लाइटे बंद पड़ी है। शौचालय निर्माण भूगतान, चौदहम व पंचम वित्त की योजनाओं में भारी पैमाने पर अनियमितता जांच का विषय बना हुआ है। वही कबीर अन्योष्टी, वृद्धा पेंशन की भूगतान लंबित है।
घरना में शामिल वार्ड नं चार व दस के वार्ड सदस्य ने बताया कि तीन माह पूर्व बीडीओ द्वारा विभिन्न योजनाओं की तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर दी गई। जबकि मुखिया व पंचायत सेवक द्वारा अभी तक ना तो प्रशासनिक स्वीकृति ही दी जा रही है ना ही खाते में राशि भेजी जा रही है। कई बार मुखिया एव पंचयात सचिव को बीडीओ ने योजना की स्वीकृति देने का आदेश दिया, वावजूद मुखिया एव पंचयात सचिव के सेहत पर कोई असर नही हुआ।
इन दोनों वार्ड सदस्यों का कहना है कि साफ तौर पर कहा जा रहा है कि जब तक मुखिया का दस प्रतिशत एवं सेवक का आठ प्रतिशत कमीशन नहीं दिया जाएगा तब ना तो प्रशासनिक स्वीकृति ही दी जाएगी ना ही खाते में राशि भेजी जाएगी जहां जिससे शिकायत करनी है कर सकते हैं।
इस धरना कार्यक्रम में निर्मल यादव, जैनुल साह, शकील आलम, चंदन कुमार, सोमनी देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

शनिवार, 26 जनवरी 2019

सदभावना सायकिल यात्रा में उमड़ी भीड़, बंदे मातरम की गूंज से गुंजा सिमरी बख्तियारपुर


इस यात्रा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चोधरी, पूर्व जीप उपाध्यक्ष रितेश रंजन हुए शामिल
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

70 वे गणतंत्र दिवस के मौके पर सिमरी बख्तियारपुर की सड़कों पर युवाओं के द्वारा बंदे मातरम की गूंज से इलाका गूंज गया। डेढ़ किलोमीटर इस सायकिल यात्रा में  पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चोधरी, जीप उपाध्यक्ष रितेश रंजन, दस्तक के अध्यक्ष सुमित गुप्ता, नगर अध्यक्ष रौशन आरा सहित जिले के कई गणमान्य चिकिस्तक मोजूद थे। इस सदभावना यात्रा में काफी संख्या में छात्र-छात्रा सहित काफी संख्या में गणमान्य लोगों ने भाग लिया।

 इस ऐतिहासिक सायकिल यात्रा का मुख्य उद्देश्य सभी लोगो मे आपसी सदभाव बनाये रखना। इस सद्भावना यात्रा में रास्ते मे जगह जगह लोगो खासकर महिलाओं के द्वारा जगह जगह पुष्प वर्षा किया गया। नगर वासी ने जगह जगह सायकिल यात्रा में शामिल युवा, छात्र-छात्र को लोगो ने स्वागत किया।

बुधवार, 23 जनवरी 2019

सहरसा से मुंबई के बीच चलेगी ट्रेन, पटना बांद्रा हमसफर एक्सप्रेस को सहरसा तक किया गया विस्तार

कोसी-सीमांचल के हजारों लोगों को होगा सीधा लाभ
कोसी बिहार टुडे, सहरसा

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने 22 ट्रेनों को एक्सटेंड करने का फैसला किया है। यात्रियों के सुविधाओ को देखते हुए एक्सपेरिमेंट के आधार पर इन ट्रेनों को बढ़ाया गया है। कई हमसफर एक्सप्रेस और मेमू ट्रेनों को एक्सटेंड किया जा रहा है। बांद्रा से पटना आने वाली 22913/22914 पटना आने के बाद बहुत देर खड़ी रहती थी। लंबे समय से सहरसा से लंबी दूरी की ट्रेन की मांग की जा रही थी। रेलमंत्री के इस कदम से यात्रियों को लाभ होगा। बड़ी संख्या में लोग मुंबई में रहते है। जल्द ही सहरसा जं पर पांचों प्लेटफार्म यात्रियों के लिए खोल दिए जाएंगे फिलहाल दो ही प्लेटफार्म से ट्रेनें चल रही है। ट्रेन संख्या 22913/22914 बांद्रा पटना हमसफर एक्सप्रेस को सहरसा तक बढ़ाया गया है। यह ट्रेन सहरसा खगड़िया बेगूसराय के रास्ते पटना जाएगी।
कोसी के लोगो को मिलेगा फायदा---
सहरसा से मायानगरी बांद्रा तक ट्रेन परिचालन की घोषणा से कोसी सहित सीमांचल के हजारों लोगों को फायदा होगा। इस क्षेत्र के लाखों लोग मुम्बई के बिभिन्न शहर में रहकर कोई नोकरी तो कोई अन्य कार्य करते है। कोसी के लोगो ने रेलमंत्री के इस ऐतिहासिक कदम का स्वागत किया है।

सोमवार, 21 जनवरी 2019

मधेपुरा लोकसभा चुनाव, क्या गुरु-शिष्य होंगे आमने-सामने, देश मे अनोखा होगा मधेपुरा लोकसभा का चुनाव


लाख टके का सवाल, क्या शरद यादव एव दिनेश चंद्र यादव होंगे आमने-सामने
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

मधेपुरा मंडलवादी राजनीति की प्रयोग भूमि रही है. 1967 में जब से मधेपुरा लोकसभा चुनाव क्षेत्र का गठन हुआ तब से अब तक यादव उम्मीदवार की ही जीत होती आयी है. लेकिन, इस बार मुकाबला और दिलचस्प होने वाला है.
महागठबंधन में यह सीट यदि शरद यादव की पार्टी को गयी और वह स्वयं यहां से उम्मीदवार हुए तो उनके खिलाफ कभी उनके साथ रहे नेता ही चुनाव मैदान में होंगे. इनमें मधेपुरा के मौजूदा सांसद पप्पू यादव, पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव और वर्तमान मंत्री दिनेश चंद्र यादव के नाम प्रमुख तौर पर लिये जा रहे हैं. मधेपुरा के साथ इस बार एक और खास बात यह जुड़ गयी है कि यहां पिछले चुनाव में जो भी प्रमुख उम्मीदवार थे, अधिकतर ने अपनी पार्टी छोड़ दी है. मौजूदा सांसद पप्पू यादव 2014 में राजद की टिकट पर विजयी हुए थे.

अब उन्होंने राजद छोड़ अपनी नयी पार्टी बना ली है. इसी प्रकार दूसरे स्थान पर रहे जदयू उम्मीदवार शरद यादव की अब अपनी पार्टी है. भाजपा ने यहां से पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा  के पति विजय कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया था. इस बार चर्चा है  कि मधेपुरा सीट एनडीए में जदयू को दी गयी है. लालू प्रसाद और शरद यादव के बीच  मुकाबले ने इस सीट को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित बना दिया था. 
मधेपुरा से शरद यादव का 1991 से नाता रहा है.  चार बार यहां से लोकसभा का चुनाव जीतने वाले शरद यादव ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को दो-दो बार मधेपुरा में मात दे चुके हैं और खुद भी तीन बार यहां परास्त हो चुके हैं. उनके करीबी कहते हैं कि मधेपुरा की राजनीति से इतनी जल्दी शरद यादव अलग नहीं हो सकते. खुद शरद यादव ने यहीं से लोकसभा का चुनाव लड़ने का संकेत दिया है.
दूसरी ओर मौजूदा सांसद पप्पू यादव मौजूदा दो गठबंधन में किसका दामन पकडेंगे या फिर संभावित तीसरे गठजोड़ का हिस्सा बनेंगे, इसका खुलासा होना अभी बाकी है. मधेपुरा में 2014 के लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव को सबसे अधिक 3,687937 वोट मिले. दूसरे स्थान पर रहे शरद यादव को 3,12728 और तीसरे स्थान पर रहे भाजपा के विजय कुमार सिंह को 2,52534 वोट आये थे.
शरद यादव व दिनेश चंद्र यादव के आमने-सामने होने की संभावना
महागठबंधन से लोजद के शरद यादव तो एनडीए से जदयू के दिनेश चंद्र यादव के आमने-सामने होने की संभावना जतायी जा रही है. यहां मौजूदा सांसद पप्पू यादव के इस बार भी मधेपुरा से ही चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है.
मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में सहरसा व मधेपुरा जिले का लगभग बराबर हिस्सा शामिल है, लेकिन संपूर्ण क्षेत्र में किसनौट यादवों की अधिक संख्या है. इससे दिनेश चंद्र यादव को फायदा हो सकता है. यदि यहां से प्रत्याशी शरद यादव होते हैं, तो उनको हराना जदयू की सबसे बड़ी चुनौती होगी. इसी तरह राजद भी जदयू के कैंडिडेट को हराकर मधेपुरा लोकसभा सीट पर लालटेन का कब्जा बरकरार रखने के लिए हरेक दांव लगा सकता है. 1991 में मधेपुरा में शरद यादव ने जनता दल  के टिकट पर आनंद मोहन, 1996 में जनता दल से प्रत्याशी बने शरद यादव ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर लड़े आनंद मोहन को दोबारा पटखनी दी. जनता दल में टूट के बाद 1998 में राजद से स्वयं लालू प्रसाद ने चुनाव लड़ा और जदयू के शरद यादव को हरा दिया. अगले ही साल 1999 में हुए चुनाव में स्थिति पलट गयी और जदयू के शरद यादव जीत गये.
लेकिन, 2004 में हुए अगले चुनाव में लालू ने जदयू के शरद को चुनाव में हरा दिया. 2009 में जदयू से चुनाव में उतरे शरद यादव ने राजद के प्रो रवींद्र चरण यादव को हरा लोकसभा में प्रवेश पाया, लेकिन 2014 के चुनाव में बाजी फिर पलट गयी. राजद के राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने जदयू के शरद यादव को चुनाव में हरा दिया।
श्रोत--प्रभात खबर

शनिवार, 19 जनवरी 2019

बिहार के गुरुजी का कमाल, फर्जी नामांकन कर सरकार के राशि डकार गये, बिहार के 38 जिला शामिल, आधार से जुड़ने पर हुआ खुलासा

बिहार के बड़ा फर्जी नामांकन की घोटाला की अब होगी जांच, सबसे अधिक फर्जीवाड़ा पटना जिला में
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

फर्जी नामांकन करवाकर कई सालों से योजना राशि की निकासी हो रही थी। इसका खुलासा तब हुआ जब आधार नंबर से स्कूली बच्चों को जोड़ा गया। इसमें पता चला कि हजारों की संख्या में बच्चे स्कूल में नामांकित ही नहीं हैं। इनका नाम केवल स्कूल की उपस्थिति पंजी में डाल दिया गया और हर दिन उपस्थिति बना दी जाती है। ऐसे एक नहीं बल्कि 14 लाख 52 हजार 462 फर्जी नामांकन पकड़ में आये हैं।
 
ज्ञात हो कि 2015-16 में प्रदेश भर में एक से आठवीं तक 2 करोड़ 14 लाख 48 हजार 70 नामांकन हुए। लेकिन जब आधार नंबर से इन्हें जोड़ा गया तो 14 लाख 52 हजार 472 नामांकन कम हो गए। यानी 2016-17 में कुल नामांकन केवल 1 करोड़ 99 लाख 95 हजार 608 ही हो पाये हैं। 
योजना राशि का हो गया वितरण 
आधार नंबर से पकड़ में आने के बाद फर्जी नामांकन का पता तो चला। लेकिन इससे पहले सरकारी योजना के नाम पर राशि की निकासी स्कूलों द्वारा कर ली गयी थी। जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो एक से आठवीं तक की छात्रवृत्ति, पोशाक आदि योजना के मद में लगभग सात हजार रुपए हर बच्चे को दी जाती है। ऐसे में इन फर्जी नामांकन के नाम पर करोड़ों रुपये दिए गए।
हर जिले में फर्जी नामांकन 
फर्जी नामांकन में प्रदेश भर के 38 जिला शामिल हैं। हर जिले में यह पकड़ में आया है। पटना जिले की बात करें तो यहां पर 55 हजार 131 फर्जी नामांकन पकड़े गये हैं।
श्रोत-हिंदुस्तान

गुरुवार, 17 जनवरी 2019

जन्मदिन के दिन हुई सड़क दुर्घटना में मौत, परिवार सदमे में

दोस्त को ट्रेन में चढ़ाकर वापस घर लौट रहा था, घर मे जन्मदिन की हो रही थी तैयारी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र के सरडीहा पंचायत अन्तर्गत सिमरी बख्तियारपुर - बलवाहाट सड़क मार्ग के करझेल के समीप गुरुवार को तेज रफ्तार बाइक सवार की सड़क दुर्घटना में मौत हो गया।
सुबह लगभग 6 बजे की घटना बताया जा रहा है। अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह घटना स्थल पर   पहुंच मामले की छानबीन शुरू कर दिया है। 
घटना के संबंध में बताया जाता है कि बलवाहाट ओपी क्षेत्र के तेघड़ा गांव निवासी विक्रम सिंह उर्फ बबलू सिंह का पुत्र 20 वर्षीय अंकित कुमार सुबह  सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन अपने एक रिश्तेदार को ट्रेन में छोड़ने के बाद वापस घर लौट रहा था, कि बलथी गांव के समीप करझेल के समीप विपरीत दिशा से एक अज्ञात वाइक सवार से आमने सामने की टक्कर हो गई। 
इस बीच दुसरे बाइक सवार वहां से निकल भाग गया। अंकित कुमार तेज रफ्तार की वजह से सड़क किनारे फेंका गया। गाड़ी की रफ्तार इतनी तेज थी अंकित गाड़ी से फेंकाने के बाद उनके सिर में गंभीर चोट पहुची, जबतक आसपास के लोग वहां पहुंचे उसकी मौत स्थल पर ही हो गया था। परिवार वालो के अनुसार उस दिन उनका जन्मदिन था। घर मे जन्मदिन की तैयारी चल रहा था। परिवार सदमा में है, एव ग्रामीण 8स घटना से अवाक है।
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच मामले की छानबीन किया। अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि परिजन ने पोस्टमार्टम करने से साफ इनकार कर दिया। परिजनों ने पुलिस को लिखित देकर मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया। परिजन शव को लेकर गांव चला गया।

सोमवार, 14 जनवरी 2019

प्रेमी से मिलकर पति की हत्या का नजारा देखने के लिए पत्नी वीडियो कॉलिंग पर थी ऑनलाइन


पटना के बाढ़ में इस सनसनीखेज हत्या का राज मृतक के पुत्र ने खोला, अबैध संबंध से बचकर रहे
कोशी बिहार टुडे


बख्तियारपुर के सालिमपुर थाना क्षेत्र में रविवार की सुबह सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। सालिमपुर गांव में पत्नी हीरा देवी (25 वर्ष) ने ही प्रेमी दीपक (25 वर्ष) से पति रंजीत उर्फ टुनी (35 वर्ष) की हत्या करा दी। महिला के प्रेमी और उसके एक दोस्त ने रंजीत को दौड़ा-दौड़ा चाकुओं से गोद डाला। रविवार सुबह करीब पौने आठ बजे वारदात को उस समय अंजाम दिया गया, जिस समय वह खेत में काम कर रहा था। घटना के बाद से सभी स्तब्ध हैं। उधर, सालिमपुर पुलिस ने महिला हीरा देवी को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, दोनों आरोपितों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। बताया जाता है कि हत्या के कुछ घंटे पहले यानी शनिवार रात एक घंटे तक महिला ने वीडियो कॉल पर प्रेमी दीपक से बात की थी। उसी दौरान पति के कत्ल की बात पर सहमति जता दी। बाढ़ की एडिशनल एसपी के मुताबिक, हत्या की साजिश रचने में रंजीत की पत्नी भी शामिल थी। रंजीत अपनी पत्नी हीरा और दीपक के संबंधों का विरोध करता था।
पहले बकझक फिर कर दी हत्या 
प्रत्यक्षदशियों के अनुसार, दीपक अपने एक अन्य साथी के साथ खेत पहुंचा और रंजीत से बात करने लगा। इस बीच बकझक होने लगी। इस बीच दीपक व उसके साथी ने चाकू निकाल लिया और रंजीत पर हमला कर दिया। दोनों से बचने के लिए रंजीत खेत के दूसरी ओर भागने लगा। मगर दौड़कर दोनों ने उसे पकड़ लिया व शरीर पर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार करने लगा। अंत में गर्दन रेत डाली। इससे रंजीत की मौके पर ही मौत हो गई। फिर दोनों हमलावर सड़क किनारे लगी बाइक से भाग निकले। दूसरी ओर रंजीत के पिता जर्नादन शर्मा ने सालिमपुर थाने में बहू और उसके प्रेमी दीपक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
एडिशनल एसपी, बाढ़  लिपि सिंह ने कहा कि दीपक की तलाश में छापेमारी की जा रही है। उसके पकड़े जाने के बाद यह पता चलेगा कि हत्या में और कौन लोग शामिल थे। मृत युवक की पत्नी के मोबाइल से अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिसके जरिये कातिल का पता चल सका।
बच्चों ने कहा- दीपक अंकल ने दी थी धमकी
अपने पिता की मर्डर मिस्ट्री से रंजीत के बच्चों ने पर्दा उठाया। रंजीत के दोनों बच्चों ने कहा कि एक जनवरी को दीपक अंकल घर आए थे। पापा के साथ उनका झगड़ा हुआ था। दीपक अंकल ने पापा को धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस ने फौरन रंजीत की पत्नी के मोबाइल की पड़ताल की तो पता चला कि दीपक से उसकी घंटों बातचीत होती है। पुलिस का कहना है कि तफ्तीश के बाद सारी चीजें स्पष्ट हो गईं।.
महंगे मोबाइल व कपड़े गिफ्ट करता था दीपक
हीरा देवी के पास कीमती मोबाइल देख पुलिस चौंक गयी। जब उससे यह पूछा गया कि उसके पास इतना कीमती मोबाइल कहां से आया तो उसने खुद के पैसे मोबाइल खरीदने की बात कही। इस पर पुलिस ने उससे सवाल दागा कि जब वह कोई काम नहीं करती तो पैसे कहां से आये? यह सुन हीरा ने कबूल लिया कि दीपक ने उसे मोबाइल गिफ्ट किया था। कई बार उसने कीमती कपड़े भी उसे दिये हैं।
पति की चीख सुनने को ऑनलाइन थी पत्नी 
पिछले पांच-छह वर्षों से हीरा देवी की दोस्ती दीपक के साथ थी। दीपक मूलरूप से बेगूसराय का रहने वाला है। वह वर्तमान में अपने परिवार के साथ गया में रह रहा था। अक्सर फोन पर दोनों में बात होती थी। पुलिस के मुताबिक, कुछ वर्ष पहले हीरा देवी पटना दवा खरीदने आई थी, उसी समय दोनों में दोस्ती हुई थी। रंजीत की गैरमौजूदगी में दीपक अक्सर हीरा देवी से मिलने उसके घर जाता था। हीरा के मोबाइल की छानबीन करने पर पता चला कि शनिवार की रात पौने एक से पौने दो बजे तक उसने दीपक से वीडियो कॉल के जरिये बात की थी। इसके बाद सुबह में पौने सात से लेकर पौने आठ तक दीपक उसके साथ ऑनलाइन था। पति की चीख सुनने के लिए ही कत्ल के आरोपित ने हीरा को ऑनलाइन रखा था। जब तक वह चाकू से वार करता रहा तब तक हीरा मोबाइल पर उसकी चीख सुनती रही। रंजीत की सांस थमते ही उसने हीरा को इसके बारे में बताया और भाग निकला।
श्रोत-हिंदुस्तान

शुक्रवार, 11 जनवरी 2019

पहली पत्नी रहते दूसरी विधवा से रचाया शादी, माता-पिता ने बेटे की इस करतूत का विरोध किया तो कर दिया पिटाई


कलियगी बेटे ने की करतूत पर  माता-पिता ने बेटे पर करवाई की मांग को लेकर थाना में दिया आवेदन
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

           (बेटे की पिटाई की शिकायत करने थाना पहुचे माता-पिता)
बख्तियारपुर थाना अंतर्गत महखड़ पंचायत के बगरौली में एक कलियगी  बेटे द्वारा मां - बाप को पीटने का मामला सामने आया है। बख्तियारपुर थाना को आवेदन दे कर माँ बॉबी देवी ने कहा है कि शुक्रवार दोपहर के एक बजे दिन के करीब दारू पीकर मेरा लड़का बसंत कुमार आया और हम लोगों को गाली गलौज करने लगा। आवेदन में कहा है कि उसका शादी हिंदू रीति-रिवाज के तहत सहरसा के भेरधरी गांव में किया था। उस लड़की से एक लड़का भी हुआ,जिसकी उम्र दो वर्ष है।इसी बीच मेरा लड़का दूसरी विधवा लड़की से प्रेम प्रसंग कर शादी कर लड़की को घर ले आया। जब मेने इसका  विरोध किया तो घर में तोड़ फोड़ करना शुरू कर दिया। इस काम मे  उसकी विधवा पत्नी अंजली देवी भी मिलकर टीवी फोड़ दिया। इसके साथ - साथ मोटर साइकिल, गोदरेज, कुर्सी सबकुछ तोड़ - फोड़ कर दिया और हमलोगों को घर से निकाल दिया और कहा कि घर में आग लगा देंगे और किरासन तेल भी छिड़क दिया।जिसके बाद हमलोग भाग गए। इस घटना की बाबत नये थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि मामले की जांच का आदेश दिया है। जांच के बाद करवाई किया जायेगा।

कोसी के लोगो को सीएम नीतीश का बड़ा तोहफा, चार बड़ी बड़ी नदी पर बनेंगे चार पूल,


मानसी से फेनगो तक नदी और बनेंगे चार बड़े पूल, लागत होगा 1400 करोड
कोसी बिहार टुडे, सहरसा
(मानसी-कोपरिया के बीच बागमती नदी पर पूर्व का बना मीटरगेज लाइन पर पर करते लोग)
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को स्टेट हाइवे- 95 और इंडो-नेपाल बॉर्डर का एरियल सर्वे किया। इस दौरान उन्होंने बागमती, कमला, मृत कोसी और कोसी नदियों पर बनने वाले चार पुलों के एलाइनमेंट का निरीक्षण किया। इसके बाद इन पुलों के निर्माण को मंजूरी दी। इसकी डीपीआर तैयार कर ली गयी है, जिसकी अनुमानित लागत करीब 1400 करोड़ रुपये हैं।
सीएम ने इसका निर्माण कार्य तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया। इन नदियों पर वर्तमान में रेल पुल है, जिस पर रेल परिचालन होता है।
इसके अलावा सड़क पुल बन जाने से इस क्षेत्र में मिसिंग लिंक खत्म हो जायेगा और सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया समेत अन्य जिलों के नागरिकों को पटना आने में काफी सहूलियत होगी। पर्यटन के दृष्टिकोण से कात्यायनी मंदिर पर आवागमन बेहद सुगम हो जायेगा। वर्तमान में यहां पहुंचने का रास्ता सिर्फ नाव से ही है। खगड़िया और सहरसा के सबसे दुर्गम क्षेत्र में आवागमन कायम हो पायेगा।
इसके अलावा इंडो नेपाल बॉर्डर पर पश्चिम चंपारण के मदनपुर से यह सड़क शुरू होकर किशनगंज के गलगलिया तक जायेगी। इसकी कुल लंबाई 552 किमी है। यह सड़क सात जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज से गुजर रही है। इन जिलों की 365 गांवों में दो हजार 894 एकड़ भूमि का अधिग्रहण इस सड़क के निर्माण में किया जा रहा है। राज्य के अनुरोध पर केंद्र ने इस योजना को पूर्ण करने की संशोधित अ‌वधि मार्च 2022 तक रखी गयी है। इस सड़क में अब तक 93 किमी का कार्य पूरा हो चुका है।
पूरी योजना पर एक हजार 702 करोड़ की लागत आयेगी। राज्य सरकार भू-अर्जन पर दो हजार 233 करोड़ रुपये और पुल निर्माण पर 983 करोड़ यानी कुल तीन हजार 216 करोड़ रुपये खर्च कर करेगी। इस योजना के सुपौल जिले में पड़ने वाले हिस्से भपटियाही से वीरपुर का एरियल सर्वे मुख्यमंत्री ने किया। जहां दो लेन का उत्कृष्ट पथ बन गया है। मुख्यमंत्री ने अन्य जिलों के काम में तेजी आने का भी निर्देश दिया।

स्टेट हाइवे-95 का निर्माण-मानसी (एनएच-31)-सहरसा, हरदी चौघड़ा पथ (स्टेट हाइवे-95), खगड़िया जिला के एनएच- 31 के मानसी से शुरू होकर सहरसा और मधेपुरा जिला होते हुए सुपौल जिला अंतर्गत एसएच- 66 पर हरदी चौघड़ा में मिलती है। इसकी लंबाई 75 किमी है।
मानसी से करीब साढ़े सात किमी (बदलाघाट) तक सिंगल लेन पथ है, जिस पर यातायात चालू है। बदलाघाट से करीब 15 किमी फनगो हाल्ट तक वर्तमान में पथ का कोई एलाइनमेंट नहीं है। यह एक मिसिंग लिंक है। इसे जोड़ने के लिए चार पुलों का निर्माण होने जा रहा है।

बुधवार, 9 जनवरी 2019

सात निश्चय योजना का होगा निगरानी जांच, पंचायतीराज विभाग ने दिया आदेश

सुपौल जिला के एक प्रखंड के पंचयात में मुखिया-सचिव के खाते में असामान्य लेन-देन पर विभाग हुआ चौकस
कोसी बिहार टुडे, सहरसा


सात निश्चय योजना में जमकर धांधली होता है, ये बात किसी से छुपा नही है। इसी तरह के एक मामला को  लेकर सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड की सोहट ग्राम पंचायत के मुखिया और पंचायत सचिव पर शिकंजा कसेगा। पंचायती राज विभाग ने इनके मामले की जांच निगरानी विभाग से कराने का निर्णय लिया है। राज्य के अन्य पंचायतों से भी इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं। इनकी भी जांच कराई जा सकती हैं।
विभाग ने अपने स्तर के कराये जांच में पाया है कि उक्त मुखिया और पंचायत सचिव के बैंक खाते में हर घर नल-जल निश्चय योजना के प्रारंभ होने के बाद से असामान्य रूप से राशि जमा और निकासी हुई है। इसके बाद इस मामले को निगरानी को देने का निर्णय हुआ। उक्त मुखिया और पंचायत सचिव के खिलाफ शिकायत मुख्य सचिव के पास आई थी। मुख्य सचिव ने पंचायती राज विभाग को अपने स्तर से जांच कराने को कहा। इसके बाद विभाग के अधिकारी ने सुपौल जाकर मामले की जांच की। जांच रिपोर्ट विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा के पास भेजा गयी।
हर घर नल-जल योजना समेत विभिन्न कार्यों में पंचायत द्वारा वित्तीय अनियमितता की शिकायतें विभाग को मिलती रही हैं। यही वजह भी है कि विभाग ने 31 जनवरी तक सभी मुखिया, जिला पार्षद अध्यक्ष और प्रखंड प्रमुख से संपत्ति का ब्योरा देना का निर्देश दिया है। इसको लेकर जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किया गया है।
हर घर नल जल योजना में मुखिया द्वारा योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति दी जाती है। विभाग द्वारा योजना की राशि पंचायत के खाते में भेजी जाती है। पंचायत के विभिन्न वार्डों के खातों में राशि के हस्तांतरण में मुखिया और पंचायत सचिव की मुख्य भूमिका होती है। इसके बाद वार्ड क्रियान्वयन समिति द्वारा योजना को मूल रूप दिया जाता है। निजी एजेंसी द्वारा बोरिंग कराने से लेकर घरों तक पाइप बिछाने का काम होता है। औसतन 40 से 50 लाख सालाना हर पंचायत में जाते हैं।

सोमवार, 7 जनवरी 2019

अब आंगनवाड़ी केन्द्र पर हर माह की 7 तारीख को होगा गर्भवती महिला का गोद भड़ाई, पहले स ये रिवाज सिर्फ फिल्मों में देखने को मिलता था

महिला बाल विकास मंत्रालय के निर्देश पर आंगनवाड़ी केंद्रों में गोद भराई की रस्म आयोजित किया गया। 
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बाल विकास कार्यक्रम  अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोद भराई कार्यक्रमों का आयोजन हर माह के 7 तारीख को होगा। इसी क्रम में नगर पंचायत के आंगनवाड़ी केंद्र 180 में सेविका बबिता कुमारी एव सहायिका हीरा कुमारी के द्वारा गोद भराई का रस्म का आयोजन आंगनवाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिला का किया गया। इस अवसर पर सेविका के द्वारा महिलाओं को पोषण से संबंधित जानकारी दिया गया। 
इस अवसर पर महिलाओं को लाल चुनरी ओढ़ाकर माथे पर तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। पौष्टिक पदार्थ भी भेंट किए। आंगनबाडी सेविका बबिता कुमारी ने बताई की   सभी महिलाओं को अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषण की जरूरत होती है। पोषण की कमी होने से महिला में खून की कम हो जाता है। जिससे कुपोषण का शिकार हो जाती है। 

हर महीने के 7 तारीख को आंगनवाड़ी केंद्रों पर होगी गर्ववती महिलाएं की गोदभराई

आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ अब गर्भवतियों की गोद भराई रस्म भी पूरी की जाएगी। इसे गोद भराई उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। शनिवार को सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सभी सेविका की अनुमंडलीय अस्पताल में आयोजित  बैठक में वाल विकास परियोजना पदाधिकारी नंदिता ने जानकारी दी। सीडीपीओ ने सभी सेविका को निर्देश देते हुए कही की इसमे किसी भी तरह का कोताही बर्दास्त नही किया जायेगा। गोद भराई रस्म के तहत लाभुकों को गर्भावस्था के दौरान होने वाले खतरे से बचाव के अलावा जच्चा-बच्चा की समुचित देखभाल व अन्य आवश्यक जानकारी भी दी जाएगी।


प्रत्येक माह की सात तारीख को होगा रस्म---
 यह कार्यक्रम भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत प्रत्येक माह की सात तारीख को आंगनबाड़ी केंद्रों पर होना है। बिहार में इस कार्यक्रम का शुभारंभ सात जनवरी 2019 से होगा। इसको लेकर समाज कल्याण विभाग आईसीडीएस के निदेशक ने सभी डीएम को इस कार्यक्रम का आयोजन आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, यूनीसेफ, डीएचएस, जीविका, कल्याण विभाग सहित अन्य विभागों को भी कार्यक्रम की सफलता को लेकर निर्देश जारी किया गया है। गौरतलब है कि प्रत्येक महीने की 19वीं तारीख को आंगनबाड़ी केंद्रों पर पूर्व से ही अन्न प्राशन दिवस मनाया जा रहा है।
योजना की दी जाएगी जानकारी ---
 गोदभराई उत्सव के दौरान विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। इसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, जननी बाल सुरक्षा योजना, मातृत्व एवं शिशु सुरक्षा कार्ड का महत्व, प्रसव पूर्व व बाद के जांच का महत्व, प्रसव से संबंधित परेशानियों की पहचान व उपाय, आयरन गोली, टेटनेस सूई, कैल्शियम गोली, आयोडिन नमक खाने का महत्व सहित अन्य आवश्यक जानकारी दी जाएगी।

कहती हैं सीडीपीओ इस संबंध में सिमरी बख्तियारपुर वाल विकास परियोजना पदाधिकारी नंदिता ने बताया की प्रत्येक महीने की सात तारीख को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोद भराई उत्सव मनाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन, सुरक्षा, प्रसव पूर्व व प्रसव बाद की सुरक्षात्मक एवं जच्चा-बच्चा की देखभाल के प्रति जागरूक करना है।  7 जनवरी 2019 से इसका शुभारंभ किया जाएगा।

नवजात बच्चे को झाड़ी में फेंका, दुसरी माँ ने आँचल में लगाया


बख्तियारपुर थाना के महखड़ पंचयात के पनपीबी टोला का मामला
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

जाके राखे साइयां, मार सके न कोय.. यह कहावत सिमरी बख्तियारपुर में रविवार को चरितार्थ हुई। रविवार को जहां एक ओर मानवता को शर्मशार करते हुए एक निर्दयी मां ने अपने नवजात बच्ची को जन्म के बाद बांस के झाड़ियों में लावारिश हालत में फेंक दिया तो वहीं दूसरी ओर एक मां ने लावारिश नवजात बच्ची को गले लगाकर मां की ममता का आंचल दे उसकी जान बचाई है। इतना ही नही अब वो हमेशा के लिए बच्ची को अपनाना भी चाहती है और भरपूर माँ की ममता के आंचल में रखना चाहती है.
क्या है मामला---
 बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के महखड़ पंचायत के जहां  पनपीबी गांव में रविवार की सुबह  नहर किनारे बांस की झाड़ियों में कंपकंपाती ठंड में एक नवजात बच्ची फेकी पाई गई। बच्ची की रोने की आवाज  देखने स्थानीय ग्रामीण पहुचे एव बच्ची की सुनी। इस दौरान लोगो की भीड़ लग गई। इसी दौरान गांव की ही वार्ड संख्या आठ निवासी मुरारी साह की पत्नी मीरा देवी की ममता उस बच्ची पर आ गई और वो उस बच्ची को उठाकर अपने पास रख ली और उसकी देखभाल करने लगी। जहा लोग बच्चे को आँचल देने वाली मा की तारीफ हो रही है वही लोग उस निर्दयी मा को गाली दे रहा है। एक ने ममता को अपने सीने से दूर किया, तो दूसरी ने आँचल दिया। 
बच्चे फेंके नही बल्कि पालना घर मे रखे----

अनुमंडलीय अस्पताल में मुख्य गेट पर पालना घर है। कोई भी लावारिस बच्चे हो तो झाड़ियां में फेंके नही बल्कि इस पालना घर मे चुपचाप रख दे। रखने वाला का नाम पूर्णतः गोपनीय रहेगा एव बच्चे का पालन अस्पताल करेगा। उस निर्दयी माँ से अनुरोध है कि बच्चे को अस्पताल के पालना घर मे रख कर एक उपकार जरूर कर दे। अस्पताल में पालना घर को लगभग लगे चार महीने से ज्यादा समय हो गया, लेकिन अभी तक एक भी बच्चा उक्त पालना घर मे नही आया है। अस्पताल प्रसाशन ने लोगो से अपील किया है कि इस तरह के लावारिस बच्चे को पालना घर मे रख दे।

शनिवार, 5 जनवरी 2019

फर्जी अधिकारी बनकर स्कूल जांच करने पहुचा, पहले ग्रामीणों ने जमकर कुटा, फिर उनके चार पहिये वाहन को फूंका



स्कूल में बदमाश पहुंचने की अफवाह से सुन हजारों की भीड़ स्कूल पहुंची
एक दिन पूर्व भी एक शातिर इससे पहले स्कूल पहुंच दिया था धौंस 
पुलिस अगर सजग नहीं रहती तो भीड़ पीट-पीट दे सकती थी बड़ी घटना को अंजाम
कोशी बिहार टुडे, सहरसा




सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड अन्तर्गत महखड़ पंचायत के मध्य विद्यालय हुसैनचक में बड़े अधिकारी बन स्कूल जांच को पहुंचे तीन शातिर व्यक्ति को ग्रामीणों ने जमकर पीट पुलिस के हवाले कर दिया वही आक्रोशित ग्रामीणों ने शातिर के सेवरलेट कार को आग के हवाले कर दिया। वही एक शातिर भागने में सफल रहा दो को पुलिस पकड़ हिरासत में ले लिया है।
क्या है पुरा मामला -
शुक्रवार दोपहर के करीब एक सेवरलेट कार से तीन शातिर सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के एकपढ़हा गांव निवासी ज्योतिष ठाकुर का पुत्र राघव कुमार ठाकुर, श्रीनगर मधेपुरा का सुजीत कुमार एवं सरडीहा गांव के दिलीप सिंह मध्य विद्यालय हुसैनचक पहुंच अपने आप को पटना से आए वरीय अधिकारी बता हेडमास्टर विद्यानंद पासवान से रजिस्टर्ड सहित अन्य कागजातों की मांग करने लगा। जिस पर वहां मौजूद सभी शिक्षक ने इन लोगों से परिचय जानना चाहा तो अभद्र व्यवहार कर हो हल्ला करने लगा। इसी बीच एचएम व शिक्षकों से तु-तु मैं-मैं होने लगा।
वही आसपास के ग्रामीणों में एक अफवाह फैला गई कि विद्यालय में तीन बदमाश हथियार के साथ पहुंच शिक्षकों से मारपीट कर रहा है। जिस व्यक्ति को जहां यह खबर मिली चंद मिनटों में ही ग्रामीण स्कूल की ओर कुच कर गया।
देखते देखते हजारों की भीड़ स्कूल पहुंच तीनों शातिर को दबोच लिया। इस बीच दिलीप सिंह मौके का फायदा उठाकर भाग निकला वहीं राधव ठाकुर को ग्रामीणों ने पहले जमकर कुटाई कर विद्यालय के प्रधानाचार्य के कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद सुजीत कुमार से पुछताछ करने लगा इसी बीच भीड़ ने उस पर भी हाथ साफ करना शुरू कर दिया।
कुछ स्थानिय लोगों ने बीच बचाव कर दिलीप कुमार इलाज कराने के नाम पर वहां से निकाल लिया। वही पुरे मामले की जानकारी बख्तियारपुर पुलिस को दिए जाने के बाद सअनि कमला कांत तिवारी पुलिस बल के साथ पहुंचा कमरे में बंद राधव को हिरासत में लेना चाही लेकिन भीड़ को उग्र रूप देख उसकी हिम्मत जवाब दे गई।
भीड़ इस कदर आक्रोशित थी कि कमरे में बंद राधव को निकाल बाहर करने की मांग करते रहा। स्थिति बेकाबू होते देख के के तिवारी ने बख्तियारपुर थानाध्यक्ष से स्थिति से अवगत कराया। चुंकि उसी वक्त डीएसपी सिमरी बख्तियारपुर का क्राइम मीटिंग चल रहा था। बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, सोनवर्षा राज थानाध्यक्ष सुमन कुमार एवं डीएसपी के अंगरक्षक सहित अन्य पुलिस बल स्कूल पहुंच बड़े ही संयमित रूप से कमरे में बंद राधव को कब्जे में ले निकल रही थीं कि भीड़ पुलिस गाड़ी पर से राधव को उतार लेने को टुट पड़ी लेकिन बड़े ही नाटकीय ढंग से पुलिस वहां से निकल गई।
इस बीच ने स्कूल के बाहर खड़ी सेवरलेट कार को कब्जे में ले पहले कार में जमकर तोड़फोड़ किया फिर कार को गड्डे में पलटा फिर बीच सड़क पर ला आग के हवाले कर दिया। कुछ ही मिनटों में कार धू-धू कर जलने लगी। सड़क के दोनों ओर जाम लग गई।

एक दिन पहले भी एक शातिर पहुंचा था स्कूल -
शुक्रवार से एक दिन पहले तीन शातिर में एक शातिर राधव एक दिन पहले भी विद्यालय पहुंच अपने आप को बड़े अधिकारी बता धौंस जमाने का प्रयास किया था उस वक्त विद्यालय के एक शिक्षक सह पंचायत मुखिया प्रतिनिधि फिरोज आलम ने समझा बुझाकर उसे विद्यालय से निकाल दिया था। शुक्रवार को जब पुनः स्कूल पहुंच तो मामला रंग पकड़ लिया।
क्या बोली डीएसपी -
इस संबंध में सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी मृदुला कुमारी ने बताया कि तीनों शातिर मनबढू किस्म के व्यक्ति हैं आज अगर समय पर पुलिस सजग नहीं होती तो भीड़ कुछ भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती थी। चुंकि अफवाह की वजह से ग्रामीण आक्रोशित थे लेकिन बख्तियारपुर एवं सोनवर्षा थानाध्यक्ष की सुझ बूझ से बड़ी घटना को टाला जा सका है। एचएम के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर रही है।

बुधवार, 2 जनवरी 2019

पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी इतने लोकसभा से लड़ेगी चुनाव, पप्पू यादव ने किया ऐलान

सरकार पुलिस को शराबबंदी में वसूली के लिये लगा रखा है, इसीलिये बिहार में अपराध का बहार है।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा


जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (pappu yadav) ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में तीन सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। इसके लिए कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से बातचीत हुई है। निर्णय कांग्रेस को लेना है कि वह महागठबंधन में भाजपा विरोधी विचारों वाले दलों को किस प्रकार समाहित करती है। सोमवार को यहां स्थानीय होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने यह जानकारी दी। हालांकि उन्होंने सीटों व उम्मीदवारों के नाम का खुलासा नहीं किया। कहा कि उनकी पार्टी मजबूत महागठबंधन की राजनीति के पक्ष है। 
श्री यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में अपराध बढ़ा है और पुलिस को शराबबंदी में लगाकर सरकार वसूली करा रही है। जन अधिकार पार्टी (लो) नेता व अपराधियों के बीच गठजोड़ को खत्म करने के पक्ष में अडिग है। आरोप लगाया कि यह आंकड़ा सरकार का ही है, जो बताता है कि यहां अपराधी ही सरकार चला रहे हैं।

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...