सोमवार, 29 अक्तूबर 2018

भ्र्ष्टाचार के आरोप में घिरे बनमा बीईओ को शिक्षा विभाग के पदाधिकारी ने दिया प्रमोशन, सात पंचयात वाले प्रखंड से हटाकर 11 पंचायत वाला प्रखंड के बना दिया बीइओ


हम युवा के जिलाध्यक्ष ने मो सलाउद्दीन एव जाप के प्रखंड अध्यक्ष अभिमन्यु ने जांच टीम पर उठाया सवाल
कोशी बिहार टुडे
फोटो-बनमा इटहरी प्रखंड के निवर्तमान बीइओ मिथलेश कुमार सिंह

बनमा इटहरी प्रखंड के स्थान्तरित बीइओ मिथलेश कुमार सिंह का बनमा इटहरी से ट्रांसफर कर सलखुआ कर दिया गया है। पूर्व से ही सोनबरसा राज के बीइओ है ही। बीइओ के खिलाफ अभियान चला रहे हम पार्टी के युवा जिलाध्यक्ष मो सलाउद्दीन के बाद जाप ने भी सवाल उठाया है। जाप के बनमा इटहरी प्रखंड अध्यक्ष अभिमन्यु कुमार ने कहा है कि डीईओ के द्वारा बीइओ मिथलेश कुमार सिंह के खिलाफ जांच का जिम्मा डीपीओ राहुल चंद्र चोधरी को दिया गया था। दिनांक 27 अक्टूबर को डीपीओ श्री चौधरी मध्य विद्यालय पहलाम आये एव पूर्व से ही सारे शिक्षक एव एचएम को स्थान्तरित बीइओ मिथलेश कुमार सिंह के पक्ष में माहौल बनाकर एक ही स्कूल में सारा आरोप का जांच कर क्लीनचिट भी दे दिया। सवाल है कि किस तरह एक ही विदयालय में बैठकर सभी शिक्षक एव एचएम को प्रभाव में लेकर जांच किया। डीपीओ के द्वारा जांच रिपोर्ट एकपक्षीय है।
बीइओ को शिक्षा विभाग ने दिया प्रमोशन--
बीइओ मिथलेश कुमार सिंह के खिलाफ भर्ष्टाचार की जांच की मांग कर रहे हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा के युवा जिलाध्यक्ष मो सलाउद्दीन लगातार बीइओ के कार्यकाल की जांच की मांग जिले के वरीय अधिकारी से किया। लेकिन शिक्षा विभाग ने बीइओ को तो बनमा इटहरी से ट्रांसफर कर सलखुआ देकर एक तरह से प्रमोशन दे दिया। चूंकि बनमा इटहरी प्रखंड 7 पंचयात का है, जवकि सलखुआ 11 पंचायत का प्रखंड है। सलखुआ के लोगो को भी लग रहा है कि कही सलखुआ का भी शिक्षा व्यवस्था चौपट ना हो जाये। हम एव जाप ने जांच पर भी सवाल उठाया है।

शुक्रवार, 26 अक्तूबर 2018

18 करोड़ 17 लाख की लागत से चार उच्च स्तरीय पुल व सड़क का सांसद ने किया उद्घाटन


गोरदह नदी पर, मुसरनिया धार,बबजना घाट में पुल तो हुसैनचक-बदिया सड़क का हुआ शुभारंभ
कई रेलवे स्टेशन का विकास कार्य हुआ
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 सांसद चौधरी महबूब अली कैसर सिमरी बख्तियारपुर क्षेत्र के चार दिवसीय दौरे पर अपने गृह विधानसभा सिमरी बख्तियारपुर में शुक्रवार को कुल 18 करोड़ 17 लाख की लागत से चार उच्च स्तरीय पुल एवं एक सड़क का शिलान्यास किया। 
इस मौके पर उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार में सुबे सहित देश में विकास की बयार चल रही है। नरेंद्र मोदी की अगुवाई में दुबारा देश में एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि खगड़िया संसदीय क्षेत्र में पुल पुलिया एवं सड़क निर्माण का जाल बिछाई जा रही है। सासंद चोधरी महबूब अली केसर ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर सहित कई स्टेशन का विकास किया है। यात्री सुबिधा बढ़ाया है।
सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने बहुप्रतीक्षित गौरदह नदी पर 654.43 लाख की लागत से 112 मीटर लंबाई का पुल निर्माण की आधारशिला रखी यह पुल 19 तक बन कर तैयार हो जाएगी। इस पुल के निर्माण से सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के खम्हौती से सीधे गौरदह गांव होते हुए कोशी बांध पर पहुंच बन जाएगी। इस पूल के बन जाने से लगभग 2 लाख आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।
 सैनीटोला चौक से गोरियारी गांव के बगल से निकलने वाली सड़क के मुशरनिया धार पर बने लोहे के पुल के बगल में समांतर आरसीसी पुल का निर्माण की आधारशिला रखी । इस पर 3 करोड़ 94  लाख रुपए की लागत है ।यह कुल 212 मीटर लंबी होगी। यहां बने पूर्व के लोहे का पुल जर्जर हो चुका है। 
तीसरी उच्च स्तरीय पुल का गोरियारी शर्मा टोला पथ के शर्मा टोला के समीप नदी में 3 करोड़ 90 लाख की लागत से 18 मीटर लंबी पांच स्पेन की होगी। इस पुल बनने से यहां के लोगों को काफी आसानी होगी। 
चौथी बड़ी उच्च स्तरीय पुल का शिलान्यास सिमरी बख्तियारपुर- सौरबाजार पथ के सिमरी बख्तियारपुर-सौर बाजार सीमा पर   बबजना घाट पर किया गया। इस पुल की लागत 2 करोड़ 72 लाख रुपए है यहां भी पहले से बने आरसीसी पुल पुरानी व जर्जर हो चुकी है। इस पुल के बन जाने से जो अभी भारी वाहनों का आना सिमरी बख्तियारपुर बंद है शुरू हो जाएगा। 
सांसद कैसर ने इसके बाद हुसैनचक चौक से बदिया गांव जाने वाली पथ का निर्माण की आधारशिला रखी। यह सड़क काफी दिनों से जर्जर अवस्था में रहने की वजह से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस पथ के निर्माण की लागत 90 लाख रुपए है निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है जो चंद दिनों बाद बन कर तैयार हो जाएगी। 

गुरुवार, 25 अक्तूबर 2018

शहीद आशीष कुमार सिंह बहादुर पुलिस अधिकारी था, उनकी सहादत को हम सलाम करते है: डीजी गुप्तेश्वर पांडेय


शहीद के तेरहवीं में अधिकारियों एव जनप्रतिनिधियों से पटा रहा सरोजा गांव
कोशी बिहार टुडे

शहीद आशीष कुमार सिंह एक निर्भीक पुलिस अधिकारी था, जिन्होंने देश एव समाज के खातिर अपनी सहादत दिया। हम शहीद के सहादत को सलाम करते है एव उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति दे यही दुआ करते है। बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक सैन्य गुप्तेश्वर पांडेय ने गुरुवार को सरोजा गांव पहुच शहीद आशीष कुमार सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि के बाद कहा। श्री पांडेय ने कहा कि शहीद आशीष कुमार सिंह ने पीठ में नही बल्कि छाती में गोली खाई है। एक बहादुर पुलिस अधिकारी ने बिहार के लोगो का सीना गर्व से ऊँचा कर दिया है। धन्य है सरोजा के गांव एव शहीद के माता पिता। सासंद चोधरी महबूब अली केसर ने कहा कि शहीद आशीष कुमार सिंह शहीद नही हुए है बल्कि आज भी हमलोगों के दिल मे जिंदा है। इनकी सहादत पर पर हमलोगों को गर्व है कि देश के खातिर शहीद हो गया। ईश्वर शहीद के परिजन को दुख सहने की शक्ति दे।

खगरिया जिलाधिकारी अनुरुद्ध कुमार ने कहा कि शहीद के सहादत पर हमलोगों को काफी दुख है। इनके परिवार की जो भी मदद होगा किया जायेगा। शहीद के चित्र पर पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, सम्राट चोधरी, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, एसपी राकेश कुमार सिंह, डीडीसी राजेश कुमार सिंह, खगरिया डीटीओ पुरुषोत्तम कुमार, सदर डीएसपी प्रभाकर तिवारी, सिमरी डीएसपी मृदुला कुमारी, एसडीओ अरविंद कुमार, राजद जिलाध्यक्ष जफर आलम, भाजपा जिलाध्यक्ष नीरज गुप्ता सहित सेकड़ो की संख्या में खगरिया एव सहरसा के जनप्रतिनिधि एव स्थानीय लोगो ने भाग लिया। 

बुधवार, 24 अक्तूबर 2018

बनमा इटहरी प्रखंड से हटाए गए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मिथलेश कुमार सिंह

मिथलेश सिंह को मिला सलखुआ का अतिरिक्त प्रभार
कोशी बिहार टुडे

विगत एक महीने से बनमा इटहरी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मिथलेश कुमार सिंह को हटाने की मांग कर रहे हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के जिलाध्यक्ष मो सलाउद्दीन को कामयाबी मिली। बीइओ श्री सिंह को बनमा के अतिरिक्त प्रभार से हटाकर सलखुआ प्रखंड का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। लेकिन हम ने इसका भी विरोध किया। हम का कहना है कि जिन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है उनसे श्री सिंह का अच्छे संबंध है। बीइओ की जांच किसी प्रशासनिक अधिकारी से किया जाये। इसी मांग को हम का धरना वुधवार को जिला में दिया गया। धरने के माध्यम से हम के युवा जिलाध्यक्ष ने मांग किया कि बीइओ मिथलेश कुमार सिंह के सम्पति के साथ इनके क्रियाकलाप की जांच किया जाये। चूंकि विगत चार वर्ष से बनमा इटहरी प्रखंड में जमे रहे, इस दौरान बनमा इटहरी के शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गया है। सलखुआ प्रखंड में भी  इनका क्रियाकलाप अच्छा नही होगा। शिक्षा विभाग के लोग बीइओ का बचाव में लगा है।

गौरतलब है कि हम ने विगत एक माह से बनमा बीइओ मिथलेश कुमार सिंह के खिलाफ जांच की मांग को लेकर अभियान चलाए हुए था। इसी क्रम में वुधवार को सहरसा में धरना दिया गया। धरना में जिला पंचायती राज प्रकोष्ट के जिलाध्यक्ष नरेश कुमार निराला, जयंती सादा, मो सद्दाम हुसैन, पवन कुमार सैनी, मो यासिर अब्बास, मो शिकेन्द्र, मो बेलाल, जिला महिला अध्यक्ष रीभा देवी, हरिहर कुमार, परमानंद सादा, ललित देवी, अनिता देवी, मो इश्लाम, सैयद मसूद, ओसेड आलम, मो मसूद सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मंगलवार, 23 अक्तूबर 2018

मच्योरिटी के समय हुआ पूरा, वावजूद सहारा इंडिया बैंक नही दे रहा है ग्राहकों को रुपये


कई ग्राहकों ने थाना में आवेदन देकर लगाया गुहार
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहारा इंडिया बैंक  में कई ग्राहकों का पूर्व में जमा राशि का मेच्योरिटी पूरा होने के बाद भी बैंक के द्वारा ग्राहकों को राशि नही दिया जा रहा है। चार ग्राहकों ने थाना में आवेदन देकर न्याय का मांग किया है।  
वही बख्तियारपुर पुलिस ने स्थानिय सिमरी बख्तियारपुर ब्रांच के मैनेजर नौशाद आलम को थाना बुलाकर ग्राहकों रुपये नही देने की बावत पुछताछ किया गया। 
थाना को दिए गए आवेदन में ग्राहक श्रवण कुमार भगत,मायाराम महतो,विमल भारती, राजकुमार चौधरी ने कहा कि हम लोगों के द्वारा सहारा इंडिया बैंक में रूपया जमा किया था।  मच्योरिटी का समय सीमा पूरा हो गया है।  बावजूद स्थानिय सहारा  बैंक रूपया लौटाने के प्रति गंभीर नहीं है।  जब भी बैंक रूपए के संबंध में जानकारी के लिए जाता है तो कोई सही से  जानकारी नहीं दिया जाता है। 
ग्राहकों के द्वारा बैंक को आवेदन देने के बाद  बख्तियारपुर पुलिस ने बैंक मैनेजर से पुछताछ के लिये थाना बुलाया। बैंक के शाखा प्रबंधक नोशाद आलम ने एक माह में भुकतान करने सम्बंधी लिखित आवेदन  थाना को दियाहै।
वही इस संबंध में बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया कि सहारा बैंक के मैनेजर ने लिखित रूप से कहा है कि जिस आवेदकों को मैच्योरिटी पुरा हो गया वैसे लोगों का कागजात वरीय कार्यालय को भुगतन हेतू भेजा जाएगा,  वहां से जैसा निर्देश मिलेगा वैसी कार्यवाही की जायेगी।

रविवार, 21 अक्तूबर 2018

सभी दियारा क्षेत्र से अपराधियों का होगा सफाया, करेंगे वीरता पुरस्कार की अनुशंसा


शहादत दिवस के मोके पर डीजीपी पहुचे शहीद थानाध्यक्ष के घर, दिया श्रद्धांजलि
कोशी बिहार टुडे,

पुलिस शहादत दिवस के मौके पर सूबे के डीजीपी केएस द्विवेदी रविवार को सिमरी बख्तियारपुर के सरोजा गांव स्थित शहीद थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के पैतृक घर पहुंचे।
उन्होंने शहीद के चित्र पर माल्र्यापण कर उनकी शहादत को नमन किया। वे शहीद की पत्नी सरिता सिंह व परिवारवालों से मिले। डीजीपी ने 50 हजार की पुरस्कार राशि सरिता सिंह को दिया। डीजीपी ने कहा कि आशीष एक बहादुर थानाध्यक्ष था अगर वह चाहता तो पुलिसकर्मी के घायल होने के बाद ऑपरेशन रोककर वापस लौट सकता था। लेकिन उसने ऑपरेशन जारी रखा। दुर्भाग्य था कि गोली उन्हें लग गई और हमने एक बहादुर अधिकारी खो दिया।
उन्होंने सुरक्षा में चूक की बात से इंकार करते हुए कहा कि लड़ाई के मैदान में जो खड़ा होता है उसकी चूक देखने की बात नहीं होती है। वहां सिर्फ वही निर्णय लेता है। डीजीपी ने कहा कि चूक देखने का मतलब बहादुरी में कमी आंकना है।
वीरता पुरस्कार के लिए की जाएगी अनुशंसा
डीजीपी ने कहा कि जिस अपराधी को पकड़ने के लिए आशीष दियारा गया था। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मुठभेड़ में शामिल अधिकांश अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि आशीष को वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए अनुशंसा की जा रही है।
अपराधियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के गांव सरोजा पहुंचे सूबे के डीजीपी के.एस. द्विवेदी ने कहा कि उनकी इच्छा है कि ऐसे बहादुर शहीद का पुत्र आईपीएस बन देश की सेवा करे।


पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर रविवार को शहीद के सम्मान में सूबे के आलापुलिस अधिकारियों के साथ पहुंचे डीजीपी ने कहा कि विभागीय नियमानुसार शहीद की पत्नी को तृतीय संवर्ग में या नाबालिग पुत्र को 12 वर्ष के बाद बाल आरक्षी के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन वे चाहते हैं कि शहीद का पुत्र आईपीएस या आईएएस बन देश की सेवा करें। शहीद की पत्नी की योग्यता देख उन्होंने विभाग में लिपिक पद पर नियुक्ति की पेशकश की। डीजीपी ने शहीद की पत्नी, बच्चे व परिजनोंेे से मुलाकत कर उन्हें सांत्वना देते कहा कि आशीष का जाना हमलोगों के लिए दुर्भाग्य है। उन्होंने शहीद की पत्नी से कहा कि पढ़ी लिखी महिलाओं को बैठना नहीं चाहिए। इसलिए आप नौकरी करें।
मौके पर आईजी ऑपरेशन कुंदन कृष्णन, मद्य निषेध आईजी रत्न संजय, आईजी दरभंगा प्रक्षेत्र पंकज दराद, डीआईजी पूर्णिया सह कोसी प्रभारी सौरभ कुमार, सहरसा एसपी राकेश कुमार, एसपी सुपौल मृत्यंुजय चौधरी, डीएसपी गणपति ठाकुर,रश्मि, सिमरी एसडीपीओ मृदुला कुमारी सहित सभी पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
श्रोत---हिन्दुस्तान

शनिवार, 20 अक्तूबर 2018

रेल के इतिहास में धमराघाट रेल दुर्घटना सबसे बड़ा था जिसमे 800 लोगो की मौत हो गया था

भारत के रेल हादसे में अब तक हजारो लोगो की जान चली गयी, अब तक के बड़े रेल हादसे पर एक नजर

कोशी बिहार टुडे

22 जनवरी 2017: आंध्रप्रदेश के विजयनगरम ज़िले में हीराखंड एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतरने की वजह से क़रीब 39 लोग मारे गए.
20 नवंबर 2016: कानपुर के पास पुखरायां में एक बड़ा रेल हादसा हुआ जिसमें कम से कम 150 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई.
पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 कोच पटरी से उतर गए थे.
20 मार्च, 2015: देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 34 लोग मारे गए थे.
4 मई, 2014: दिवा सावंतवादी पैसेंजर ट्रेन नागोठाने और रोहा स्टेशन के बीच पटरी से उतर गई थी. इसमें 20 लोगों की जान गई थी और 100 अन्य घायल हुए थे.
28 दिसंबर 2013: बेंगलूरु-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन में आग लग गई थी और इसमें 26 लोग मारे गए थे. आग एयर कंडिशन कोच में लगी थी.
उसी साल 19 अगस्त को राज्यरानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से बिहार के खगड़िया ज़िले में 28 लोगों की जान चली गई थी.
19 अगस्त 2013: बिहार के धमारघाट स्टेशन पर मा कात्यानी मंदिर पूजा करने जा रहे 29 श्रद्धालु की राज्यरानी  ट्रेन से कटकर मौत हो गया था।
30 जुलाई 2012: भारतीय रेलवे के इतिहास में साल 2012 हादसों के मामले से सबसे बुरे सालों में से एक रहा. इस साल लगभग 14 रेल हादसे हुए. इनमें पटरी से उतरने और आमने-सामने टक्कर दोनों तरह के हादसे शामिल हैं.
30 जुलाई 2012 को दिल्ली से चेन्नई जाने वाली तमिलनाडु एक्सप्रेस के एक कोच में नेल्लोर के पास आग लग गई थी जिसमें 30 से ज़्यादा लोग मारे गए थे.
07 जुलाई 2011: उत्तर प्रदेश में ट्रेन और बस की टक्कर में 38 लोगों की मौत हो गई.
20 सितंबर 2010: मध्य प्रदेश के शिवपुरी में ग्वालियर इंटरसिटी एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकराई. इस टक्कर में 33 लोगों की जान चली गई और 160 से ज़्यादा लोग घायल हुए.
19 जुलाई 2010: पश्चिम बंगाल में उत्तर बंग एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस की टक्कर हुई. 62 लोगों की मौत हुई और डेढ़ सौ से ज़्यादा घायल हुए.

28 मई, 2010: पश्चिम बंगाल में संदिग्ध नक्सली हमले में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पटरी से उतरी. इस हादसे में 170 लोगों की मौत हो गई.
21 अक्तूबर, 2009: उत्तर प्रदेश में मथुरा के पास गोवा एक्सप्रेस का इंजन मेवाड़ एक्सप्रेस की आख़िरी बोगी से टकरा गया. इस घटना में 22 मारे गए जबकि 23 अन्य घायल हुए.
14 फ़रवरी 2009: (रेल बजट के दिन) हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे ओडिशा में जाजपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतरे. हादसे में 16 की मौत हो गई और 50 घायल हुए.
अगस्त 2008: सिकंदराबाद से काकिनाडा जा रही गौतमी एक्सप्रेस में देर रात आग लगी. इसके कारण 32 लोग मारे गए और कई घायल हुए.
21 अप्रैल 2005: गुजरात में वडोदरा के पास साबरमती एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 78 अन्य घायल हो गए.
फ़रवरी 2005: महाराष्ट्र में एक रेलगाड़ी और ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई थी और इतने ही घायल हुए थे.
जून,2003: महाराष्ट्र में हुई रेल दुर्घटना में 51 लोग मारे गए थे और अनेक घायल हुए.
2 जुलाई, 2003: आंध्र प्रदेश में हैदराबाद से 120 किलोमीटर दूर वारंगल में गोलकुंडा एक्सप्रेस के दो डिब्बे और इंजन एक ओवरब्रिज से नीचे सड़क पर जा गिरे. इस दुर्घटना में 21 लोगों की मौत हुई.
15 मई, 2003: पंजाब में लुधियाना के नज़दीक फ़्रंटियर मेल में आग लगी. कम से कम 38 लोग मारे गए.
9 सितंबर,2002: हावड़ा से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई. इसमें 120 लोग मारे गए.
22 जून, 2001: मंगलोर-चेन्नई मेल केरल की कडलुंडी नदी में जा गिरी. 59 लोग मारे गए.
31 मई, 2001: उत्तर प्रदेश में एक रेलवे क्रॉसिंग पर खड़ी बस से ट्रेन जा टकराई. 31 लोग मारे गए.
2 दिसंबर, 2000: कोलकाता से अमृतसर जा रही हावड़ा मेल दिल्ली जा रही एक मालगाड़ी से टकराई. 44 की मौत और 140 घायल.
3 अगस्त, 1999: दिल्ली जा रही ब्रह्पुत्र मेल अवध-असम एक्सप्रेस से गैसल, पश्चिम बंगाल मे टकराई. 285 की मौत और 312 घायल.
26 नवंबर, 1998: फ्रंटियर मेल सियालदाह एक्सप्रेस से खन्ना, पंजाब में टकराई. 108 की मौत, 120 घायल.
14 सितंबर,1997: अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में एक नदी में जा गिरी. 81 की मौत, 100 घायल.
18 अप्रैल, 1996: एर्नाकुलम एक्सप्रेस दक्षिण केरल में एक बस से टकराई. 35 की मौत, 50 घायल हुए.
20 अगस्त, 1995: नई दिल्ली जा रही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस कालिंदी एक्सप्रेस से फ़िरोजाबाद, उत्तर प्रदेश में जा टकराई. 250 की मौत, 250 घायल.
21 दिसंबर,1993: कोटा-बीना एक्सप्रेस मालगाड़ी से राजस्थान में टकराई. 71 की मौत और अनेक घायल.
16 अप्रैल, 1990: पटना के पास रेल में आग लगी. 70 की मौत.
23 फरवरी, 1985: राजनांदगाँव में एक यात्री गाड़ी के दो डिब्बों में आग लगी. 50 की मौत और अनेक घायल.
6 जून,1981: बिहार खगरिया-सहरसा रेलमार्ग के धमारा घाट बागमती नदी में तूफान के कारण ट्रेन नदी में जा गिरी. 800 की मौत और 1000 से अधिक घायल।

आर्केष्ट्रा पर भारी पड़ा गांव की नाच, ग्रामीण महिला की उमड़ी भीड़, लोगो ने कहा कार्यक्रम ऐसा हों की महिला-पुरुष दोनों देखे

आज भी ग्रामीण इलाके में नाच  कार्यक्रम को पसंद करते है लोग
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

आज डिजिटल दुनिया मे जहा लोग बड़े स्टेज का प्रोग्राम कराते है वही आज भी ग्रामीण क्षेत्र के लोगो की पहली पसंद लोकगाथा ही है। आज भी ग्रामीण ग्रामीण इलाके के चर्चित नाच को जिंदा रखे है। इसका भी अपना क्षेत्र में अच्छा-खासा श्रोता है। गांव की लोंडा नाच आज भी ग्रामीण इलाके में अपना स्थान बनाये है। इस नाच के माध्यम से नाटक का मंचन करते है। जिसमे अल्हा-रूदल, राजा हरिश्चंद्र, रामायण आदि का मंचन करते है। सबसे बड़ी बात यह है कि इनलोगो को आज की आर्केष्ट्रा पसंद नही है। किसी खास मोके पर इस तरह का आयोजन किया जाता है एव लोग बड़ा मग्न होकर नाच कार्यक्रम का लुत्फ उठाते है। सबसे बड़ी बात ये है कि आर्केस्ट्रा जहा बहुत ज्यादा महंगा है तो वही नाच सबसे सस्ता एव ज्ञानवर्धक है। 
रेलवे स्टेशन दुर्गा मंदिर में हर वर्ष होता है प्रोग्राम---


हर वर्ष गांव से मेला देखने आने वाले महिला-पुरुष जो दूरदराज गांव से आता है उनके लिये रेलवे परिसर एव प्रतीक्षालय बड़ा आशियाना बनता है। रेलवे इसी ग्रामीणों का ध्यान में रखकर नाच का कार्यक्रम का आयोजन करता है ताकि गांव से मेला आने वाले लोगो का रातभर मनोरंजन किया जा सके। मेले की रौनक भी बढ़ाती है एव दूरदराज के लोगो को रुकने का एक माध्यम भी बन जाता है। रेलवे मेला कमिटी के सचिव विकास कुमार ने बताया कि हर वर्ष रेलवे ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगो का ठहराव के साथ मनोरंजन के लिये रेल एव स्थानीय लोगो की मदद से कार्यक्रम संपन्न होता है। 

मुझे नव लक्खा मंगा दे वो सैंया दीवाने के गीतों पर झूमे दर्शक


उच्च विद्यालय के मैदान में हुआ आर्केस्ट्रा का कार्यक्रम
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

दुर्गा पूजा के मोके पर उच्च विद्यालय सिमरी बख्तियारपुर के मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आर्केस्ट्रा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। बड़ी दुर्गा मेला कमिटी के द्वारा ये कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। भागलपुर के एस के म्यूजिकल ग्रुप के कलाकार ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। कलाकारों के द्वारा मुझे नवलखा मंगवा दे वो सैंया दीवाने गाने पर दर्शक झूमने पर मजबूर हो गया। इसके बाद परदेशी परदेशी जाना नही, मुखड़ा चांद का टुकड़ा सहित दर्जनों गानो पर कलाकार के द्वारा एक से बढ़कर एक नृत्य के माध्यम से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।  इससे पहले कार्यक्रम का फीता काटकर उद्घाटन सिमरी डीएसपी मृदुला 

कुमारी सहित मेला कमिटी के सदस्य ने किया। इस मोके पर डीएसपी श्री मति मृदुला कुमारी ने कही की मेला से लोगो मे सदभावना बढ़ता है। ये एक ऐसा त्योहार है जिसमे ऊँचनीच का भेदभाव मिट जाता है। सभी लोगो को त्योहार का आनंद लेना चाहिये।

गुरुवार, 18 अक्तूबर 2018

तीन दिवसीय मा दुर्गा पूजा महोत्सव में माँ की दरवार में उमड़ी श्रद्धालु की भीड़, लगे माँ की जयकारे

पट खुलते ही उमड़ी श्रद्धालु की भीड़, देर रात वैदिक मंत्रों के साथ प्रारम्भ हुआ तीन दिवसीय दुर्गा पूजा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

देर रात्रि माँ दुर्गा का पट खुलते ही श्रद्धालु की भीड़ उमड़ गयी। अनुमंडल मुख्यालय के बाजार स्थित तीन दुर्गा मंदिर रेलवे दुर्गा मंदिर, बड़ी दुर्गा मंदिर एव पुरानी बाजार मंदिर में आचार्य के द्वारा मा देवी दुर्गा के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालु के लिये पट खुल गया। पट खुलने के साथ ही भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गया। लोगो ने पटाखे छोड़ मा देवी की आराधना किया। रेलवे दुर्गा स्थान में अयोध्या के आचार्य मिथलेश शास्त्री, अर्जुन शास्त्री एव कमलेश शास्त्री के द्वारा विधि-विधान एव मंत्रोच्चार के साथ माहौल को भक्तिमय बना दिया। 

लगा है बेरिकेटिंग---
मेले में भीड़ को देखते हुए नगर पंचायत के कई मार्ग में बेरिकेटिंग लगा दिया है। सभी चारपहिया वाहन को मेले में प्रवेश पर रोक लगा दिया है। नवमी एव दसमी को दो पहिया वाहन के भी जाने पर रोक रहेगी। मेले में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। ताकि उचक्कों पर नजर रखा जा सके। 

बुधवार, 17 अक्तूबर 2018

संजीव बने लोजद के प्रखंड अध्यक्ष, कार्यकर्ता ने किया सर्वसम्मति से चुनाव

कोशी बिहार टुडे सहरसा

सिमरी बख्तियारपुर लोजद प्रखंड अध्यक्ष पश्चिमी भाग के लिये संजीव जायसवाल का चयन सर्वसम्मति से किया। बाबा मटेश्वर धाम में लोजद कार्यकर्ता की आयोजित बैठक में संजीव जायसवाल का चयन किया गया। इस मोके पर शहीद थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के याद में दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति का दुआ मांगा। इस मोके पर नवनिर्वाचित प्रखंड अध्यक्ष संजीव जायसवाल ने कहा कि वह पार्टी को मजबूती के लिये लगातार कार्य करेंगे। इस मोके पर उपस्थित कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए लोजद के प्रदेश उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने कहा कि बिहार में थानाध्यक्ष भी सुरक्षित नही है। देश मे अघोषित इमरजेंसी है। जाति एव धर्म की राजनीति में विकास नही हो रहा है। पार्टी के प्रदेश महासचिव परवीन आनंद ने कहा जल्दी ही लोजद और अपने संगंठन का विस्तार करेगी। पार्टी लोगो की जनसमस्या को लेकर संघर्षरत रहेगी। बैठक की अध्यक्षता राजेन्द्र यादव एव संचालन प्रवीण आनद ने किया। इस मोके पर लोजद नेता शिवेंद्र कुमार सिंह, सलखुआ युवाध्यक्ष चंदन यादव, नगर अध्यक्ष पंकज भगत, अरुण यादव, गणेश मिस्त्री, ललन यादव, बेचन यादव, सदानंद यादव, विजय राम, मुकेश यादव, इंद्रदेव यादव, मो संजर यादव, शौरभ झा, दीपक झा, आलोक, छोटू, रुस्तम अली, सुरेश तांती, रमन झा, इकबाल आलम, मनोज भगत, निर्मल ठाकुर, सहित कई लोजद कार्यकर्ता मौजूद थे

रविवार, 14 अक्तूबर 2018


शहीद को छोड़कर महिषी में सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ उठाते रहे जिले के अधिकारी
शहीद के पिता ने प्रशासन के रवैया पर जताया आक्रोश
आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव सरोजा पहुच शहीद को दिया श्रंद्धाजलि
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

शनिवार को जैसे ही रात्रि के लगभग साढ़े 8 बजे शहीद आशीष कुमार सिंह का शव उनके पैतृक गांव सरोजा पहुचा की इलाके का लोग शहीद के एक झलक पाने के लिये उमड़ पड़ा। हर कोई मृतक के परिजन को बेटे की बहादुरी की तारीफ करते रहे एव मृतक के परिजन को ढांढस बढ़ाते रहे। ग्रामीण शैलेन्द्र सिंह, जयशंकर सिंह, मुरारी सिंह, भाजपा नेता अरविंद सिंह, सहित कई लोगो ने शहीद को श्रंद्धाजलि दिया।
मंत्री ने पहुच कर दिया श्रंद्धाजलि-----


पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के शहीद होने की सूचना पर बिहार सरकार के लघु सिंचाई एव आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने सरोजा पहुच परिजन को सांत्वना दिया। मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि शहीद आशीष कुमार सिंह अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान थे।  इनके परिवार के प्रति पूरी संवेदना है। शहीद आशीष कुमार सिंह ने जो जाबांजो का कार्य किया पूरे इलाका के लोगो को गर्व है। हम उनके बहादुरी को सलाम करते है। शहीद से मेरा पारिवारिक रिश्ता था। नोकरी के पहले से ही जानते थे। नोकरी होने के बाद जब पसराहा के थानाध्यक्ष बने तो उस इलाके के अपराधी डर से काँपते थे। सरकार शहीद को नियमानुसार जो उचित मुआबजा होगा दिया जायेगा। मंत्री के साथ पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार, संजीव झा के अलावा कई लोगो ने श्रधांजलि दिया।
थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह के शहीद होने से पूरा अनुमंडल रो रहा है। शनिवार को शहीद का पार्थिव शरीर के आने की जानकारी के बाद लगभग 100 युवा बाइक से तिरंगा लिये पहाड़पुर बाजार से अगवानी करने पहुचे। सभी युवा जब तक सूरज चांद रहेगा, आशीष तेरा नाम नाम रहेगा नारो से इलाका गूंज गया। पार्थिव शरीर के साथ लगभग एक गाड़ियों का काफिला शाहिद थानाध्यक्ष के घर तक साथ रहा। 
7 वर्षीय बेटे ने दिया मुखाग्नि----

शहीद आशीष कुमार सिंह के 7 वर्षीय पुत्र सौर्यमान ने पिता को मुखाग्नि दिया। जिस समय शहीद को उनके मासूम बेटा मुखाग्नि दी रहा था उपस्थित लोगों की आंखे नम हो गया। हर लोग शहीद की मौत पर आंसू बहा रहा था। पत्नी सरिता सिंह, पिता गोपाल सिंह, मा रुक्मिणी देवी सहित परिजन का रोरोकर बुरा हाल था।
डीएसपी, थानाध्यक्ष के अलावा अन्य पदाधिकारी के नही पहुचने से आक्रोशित थे परिजन---
शहीद के पिता गोपाल सिंह ने कहा कि मेरे बेटे ने फर्ज पर कुर्बान हो गया। लेकिन सिमरी डीएसपी मृदुला कुमारी, थानाध्यक्ष रणवीर कुमार के अलावा जिले के आला अधिकारी डीएम, एसपी, सिमरी एसडीओ, बीडीओ सहित अन्य प्रशासन ने शहीद को एक श्रधांजलि देने तक मुनासिब नही समझा। हालॉकि दिन के लगभग 1 बजे जब शहीद का दाह संस्कार हो गया तब एसडीओ अरविंद कुमार, सीओ चंद्रदेव चौधरी, चिकिस्ता प्रभारी एन के सिंह शहीद के परिजन से मिलने उनके घर गया।
अपराधी के गोली से शहीद होने वाले सिमरी बख्तियारपुर के दूसरे पुलिस पदाधिकारी है आशीष कुमार सिंह----
सहरसा में अपराधियों के गोली से शहीद हुई आशीष कुमार सिंह अनुमंडल के दूसरे पुलिस पदाधिकारी है। इससे पहले 7 दिसंबर 1998 को सहरसा डीएसपी सतपाल सिंह को भी अपराधियो ने गोली मारकर हत्या कर दिया था। 

घटना के संबंध में बताया गया कि शुक्रवार की देर रात पसराहा पुलिस को यह सूचना मिली कि सलारपुर दियारा में खगड़िया एवं नौगछिया इलाके के अपराधियों का जमावड़ा हो रहा है। इसके बाद थानाध्यक्ष आशीष कुमार सदलबल के साथ दियारा की और कूच कर गए। इधर पुलिस को आते देख डकैतों ने तावड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलानी शुरू कर दी।इस हादसे में थानाध्यक्ष आशीष शहीद हो गए।

मालूम हो कि 2009 बैच के दारोगा आशीष कुमार 2016 में खगड़िया के मुफस्सिल थाना भदास क्षेत्र में अपराधियों से मुठभेड़ में घुटना में गोली लगने से घायल हुए थे।
7 दिसंबर 1998 को डीएसपी सतपाल सिंह की भी अपराधियो ने कर दिया था हत्या----
 7 दिसम्बर 1998 को तत्कालीन डीएसपी सतपाल सिंह को देर शाम गुप्त सूचना मिली थी कि सलखुआ थानाक्षेत्र के नोनहा चमराही टोला स्थित दो मंजिला पक्के छतदार बासा पर कुख्यात अपराधकर्मी घातक हथियारों से लैस होकर छिपे हैं. इसी सूचना पर सुरक्षाबलों के साथ रात्रि में ही डीएसपी पहुंचे और वहां घेराबंदी की. साढ़े छह बजे सुबह डीएसपी द्वारा मकान का निचला दरवाजा खुलवाने का प्रयास कर अपराधियों को आत्मसमर्पण करने को कहा गया. इतने में ही छत पर मौजूद अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी थी. डीएसपी ने भी अपनी सरकारी पिस्तौल से जबावी फायरिंग व सुरक्षाबलों को भी गोली चलाने का आदेश दिया था. इसी दौरान अपराधियों की एक गोली हवलदार गणेश रजक को लगी और वह जख्मी हो गया. तब डीएसपी श्री सिंह पक्का मकान से बगल के खपरैल मकान में पहुंचे और अपराधियों को ललकारते हुए जबावी फायरिंग करते रहे. इसी दौरान एक गोली डीएसपी को भी लगी और उनकी मौत हो गयी. अपराधियों की गोली से अनि रामप्रवेश सिंह भी घायल हुये थे. वहीं इस घटना के मुख्य आरोपी जाहिद उर्फ कमांडो को सहरसा न्यायालय द्वारा 31 मार्च 2010 को फांसी की सजा सुनायी गयी थी. जिसे उच्च न्यायालय ने आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया।

शनिवार, 13 अक्तूबर 2018

सात निश्चय योजना में लूट देखना हो तो सिमरी बख्तियारपुर के किसी पंचायत में चले जायें
नियम को ताक पर रखकर होता है नली-गली एव पीसीसी   इंजीनियर रहते है नदारद,  योजना का काम में भारी गोलमाल
कोसी बिहार टुडे

मुख्यमंत्री की मत्वकांक्षा योजना सात निश्चय योजना कामधेनु बन गया है। योजना में तबियत से लूट होता है।  लोकल बालू एव तीन नंबर ईंट से नाला एव पीसीसी सड़क का निर्माण होता है। सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र में जितना भी योजना सात निश्चय से संचालित हो रहा है उसमें एक भी योजना इंजीनियर के उपस्थिति में नही हो रहा है। जिन कारण योजना में जमकर लूट मची है। प्रखंड के कांठो पंचायत के मटिहानी वार्ड नंबर एक मे नाली का निर्माण कराया जा रहा है। वार्ड में एक महादलित टोला में नाला का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन स्थल पर इंजीनियर नदारद है। स्थल पर तीन नंबर ईंट एव लोकल बालू से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसी तरह सिमरी पंचायत के वार्ड नंबर 12 में 6 इंच की जगह डेढ़ इंच पीसीसी सड़क का ढलाई कार्य किया जा रहा था। शिकायत पर जब बीडीओ मनोज कुमार जांच जरने पहुचे तो मात्र डेढ़ इंच ही ढलाई था। बीडीओ ने इंजीनियर को पूरा जांच रिपोर्ट की मांग किया एव दुबारा पुनः 6 इंच ढलाई करने का आदेश दिया। एक महीने बीत गया, लेकिन आज तक ढलाई कार्य नही हुआ है एव ना ही इंजीनियर ने जांच रिपोर्ट ही सोंपा है। इसी तरह खजूरी पंचायत में दूसरे के जमीन में जबरन सड़क बना दिया। कई जगह से लोग शिकायत करते रहे है लेकिन करवाई नही हो रहा है।


  इस संबंध में जब इंजीनियर गौरव कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ था। वही कई वार्ड सदस्यों ने भी शिकायत किया कि इंजीनियर का अधिकांस समय मोबाइल बन्द ही रहता है। मोबाइल खुलता भी है तो रिसीव नही होता है।
क्या कहते है बीडीओ---
बीडीओ मनोज कुमार से पूछे जाने पर कहा कि नाला निर्माण की जानकारी तो मुझे नही है। शाम तक खुद जांच करने स्थल पर जाएंगे। अगर तीन नंबर ईंट एव लोकल बालू से नाला निर्माण किया जा रहा है तो जांच कर करवाई किया जायेगा।
जाबांज थानाध्यक्ष था आशीष कुमार सिंह, इलाके के अपराधी नाम सुनते ही उनकी पेंट हो जाती थी गीली
सरोजा के लाल ने शेर की तरह लड़ते दुनिया को कह दिया अलविदा
ऐसे जवांज पुलिस अफसर को शत शत नमन
कोशी बिहार टुडे


अनुमंडल के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सरोजा ग्राम निवासी 40 वर्षीय पुलिस ऑफिसर खगरिया जिले के पसराहा के जांबाज थाना अध्यक्ष आशीष कुमार शुक्रवार को अपराधियों के साथ मुठभेड़ करते हुए अंततः शहीद हो गया। शहीद होने की खबर जैसे ही थाना अध्यक्ष के पैतृक गांव सरोजा के ग्रामीणों को मिला, वैसे ही गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। ग्रामीणों को सहज विश्वास नहीं हो रहा था, कि गांव का अफसर बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा। घर के बाहर बरामदे पर फफक फफक रोते वृद्ध पिता की सूनी आंखों अबभी अपने बेटे को तलाश रहा है। वहीं घर के बरामदे पर लगी चारपाई पर बेसुध लेटी ममतामयी मां के आंसू से समूचा वातावरण गमननीत है। रोती, चिखती मां की सूनी आंखें अब भी अपने पुलिस अफसर बेटे की तलाश है। ऐसी स्थिति में वहां उपस्थित हर कोई लोगो की आंखें मां की चित्कार को सुनकर पलक से आंसू निकल पड़ते हैं।

थानाध्यक्ष आशीष कुमार के पिता गोपाल सिंह, मां रुकमणी देवी अपने के सवसे छोटे एवं तीसरे बेटे को बड़े ही लाड़ प्यार से पाला था। पुलिस अफसर की नौकरी मिलने पर मिठाइयां बांटी गई थी। अब वही पुलिस की नौकरी उनके चिराग को बुझा दिया। बेटे के शहीद होने का दर्द मां पिता को रह रह कर शाल रहा है। शनिवार की सुबह से ही शहीद आशीष सिंह के शुभचिंतक एवं गांव वाले का उनके घर पर आने जाने कि लगातार तांता लगा हुआ है। शहीद आशीष सिंह के पिता गोपाल सिंह बताते हैं कि शुक्रवार की रात 11:00 बजे बेटे ने मोबाइल से वार्तालाप हुआ कि पापा हम दुर्गा पूजा में घर आ रहे हैं। हालांकि डिपार्टमेंट से छुट्टी नहीं मिल रही है। बावजूद 1 दिन के लिए ही सही लेकिन मैं आऊंगा। लेकिन पिता गोपाल सिंह को क्या मालूम था कि रात में आने की बात करने वाला उसका बेटा अब शहीद बन कर आएगा। शहीद आशीष सिंह की मां रुकमणी देवी दुर्गे मां का नाम लेकर रोते-रोते बताती है, कि 8:30 में मेरी बातें मोबाइल से बेटे से बात हुई थी। आशीष सिलीगुड़ी में पढ़ रहे 7 वर्षीय बेटे शौर्य मानसिंह एवं बेटी 5 साल की गुड़िया को लेकर शुक्रवार को खगड़िया जिले के पसराहा लेकर आया था। पोते पोती सहित बेटे की झलक देखने की चाह में उसने अपने बेटे को पोते पोती को साथ लेकर शनिवार के सुबह तक आने की बात कही थी। गंभीर बीमारी सें से पीड़ित शहीद की मां रुकमणी देवी एवं पत्नी सरिता सिंह कुछ ही दिन पहले पसराहा से अपने गांव दुर्गा पूजा में शरीक होने आयी थी। गांव का चहेता सामाजिक कार्यकर्ता एवं धार्मिक प्रवृत्ति के पुलिस अफसर ने गांव दुर्गा पूजा के अवसर पर प्रत्येक वर्ष सरोजा के प्रसिद्ध दुर्गा माता का मंदिर भगवती स्थान में इस बार मिट्टी की प्रतिमा स्थापना का पूरा खर्च अपने तनख्वाह के पैसे से करा रहा था। इसलिए पूर्व में ही अपनी मां एवं पत्नी जो कि पसराहा में रह रही थी। मां अंबे की पूजा अर्चना करने हेतु अपने गांव सरोजा भेज दिया था। घटना की सूचना मिलने पर शहीद की पत्नी सरिता सिंह अपने परिजन के साथ सुवह में पसराहा पहूंच चूकी है। ग्रामवासी एवं अन्य परिजन शहीद की लाश आने की प्रतीक्षा में अपना समय गुजार रहे हैं। वही शहीद के बड़े भाई देहरादून में सर्विस कर रहे बिपुल सिंह एवं पटना विजिलेंस में कायंरत राकेश सिंह को सूचना मिलते ही घर की ओर प्रस्थान कर गए हैं। मालूम हो कि शुक्रवार की रात खगड़िया नौगछिया सीमा स्थित सलारपुर मोज़मा दियारा में पुलिस व अपराधियों की मुठभेड़ में सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड निवासी एवं खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार शहीद हो गए। शहीद ने एक डकैत को भी मार गिराए जाने की खबर है। इस गोलाबारी में सिपाही दुर्गेश यादव घायल हुए हुए हैं। दुर्गेश का भागलपुर में इलाज चल रहा है।

घटना के संबंध में बताया गया कि शुक्रवार की देर रात पसराहा पुलिस को यह सूचना मिली कि सलारपुर दियारा में खगड़िया एवं नौगछिया इलाके के अपराधियों का जमावड़ा हो रहा है। इसके बाद थानाध्यक्ष आशीष कुमार सदलबल के साथ दियारा की और कूच कर गए। इधर पुलिस को आते देख डकैतों ने तावड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलानी शुरू कर दी।इस हादसे में थानाध्यक्ष आशीष शहीद हो गए।

मालूम हो कि 2009 बैच के दारोगा आशीष कुमार 2016 में खगड़िया के मुफस्सिल थाना भदास क्षेत्र में अपराधियों से मुठभेड़ में घुटना में गोली लगने से घायल हुए थे।
सौजन्य-हिन्दुतान

गुरुवार, 11 अक्तूबर 2018

नही थम रहा है हथपकड़ुआ विवाह, पिस्तौल के नोक पर युवक का अपहरण कर किया हथपकड़ुआ विवाह
कोसी क्षेत्र में ज्यादा होता है जबदस्ती का विवाह
कोशी बिहार टुडे

उत्तर बिहार में हथपकड़ुआ विवाह का प्रचलन पुराना है। लेकिन धीरे धीरे ये प्रचलन समाप्त हो गया था। लेकिन विगत दी-तीन साल पूर्व से एक बार फिर कोसी क्षेत्र में ये विवाह प्रचलित हो गया। दो माह पूर्व बख्तियारपुर थाना के ढाब गांव का हथपकड़ुआ विवाह का मामला थमा भी नही की सलखिया थाना क्षेत्र के खबर मिली।
सुशासन की सरकार में हथपकड़ुआ विवाह का एक नया मामला सामने आया है.सहरसा जिला अंतर्गत सलखुआ में बंदूक की नोक पर एक युवक की विवाह कर दी गई और अब लड़के के परिवार वालो को लड़की पक्ष के लोग धमकियां दी रहे है.सलखुआ थाना क्षेत्र के महादेव मठ निवासी विभाष शर्मा अपने सहयोगियों के द्वारा बीते मंगलवार को गांव के ही एक युवक मिंटू कुमार को  हथियार के बल पर अपहरण कर रेठी गांव ले जाकर एक लड़की से जबरन शादी करा दिए जाने को लेकर थाना में रिपोर्ट दर्ज की गई है.दर्ज रिपोर्ट में युवक के पिता राजेंद्र शर्मा ने गांव के ही विभाष शर्मा, पिंटू शर्मा, मोहित सिंह, रुस्तम सिंह को आरोपित किया है.लड़के के पिता ने थाना को दिए आवेदन में कहा है कि गत मंगलवार को मेरे पुत्र मिंटू को ग्रामीण विभाष शर्मा कुछ काम बताते हरिपुर लेगया जहां पहले से सभी नामजद मौजूद थे.सब मिलकर मेरे पुत्र को पिस्टल दिखाते जान मारने की धमकी देते जबरन बाइक पर बैठा तटबंध के अंदर रैठी गांव ले जाकर पिंटू शर्मा के साढू के लड़की से जबरन शादी करा दिया.इस संबंध में सलखुआ थानाध्यक्ष तरुण कुमार तरुणेश ने बताया कि मामले की जांच किया जा  रहा है। आरोपी के खिलाफ करवाई कीज जा रहा है। 
तीन दिवसीय श्री उग्रतारा महोत्सव हुआ शुभारंभ
बिहार सरकार के दो मंत्री ने महोत्सव का दीप प्रजवलित कर किया शुभारंभ
बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ में शामिल है उग्रतारा स्थान
कोशी बिहार टुडे

सहरसा जिले के महिषी प्रखंड में होने वाले तीन दिवसीय श्री उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव का हुआ उदघाटन पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा,आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने सम्मलित रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया किया। इस मौके पर कोसी प्रमंडल की आयुक्त डॉ. सफीना ए. एन,डीएम शैलजा शर्मा, एसपी राकेश कुमार,डीडीसी राजेश कुमार सिंह,न्यास परिषद के सचिव प्रमिल कुमार मिश्र, एसडीओ शम्भूनाथ झा, एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी सहित प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद थे।
बिहार के प्रसिद्ध शक्तिस्थलों में सहरसा जिले के महिषी में अवस्थित उग्रतारा स्थान प्रमुख है। मंडन मिश्र की पत्नी विदुषी भारती से आदिशंकराचार्य का शास्त्रार्थ यहीं हुआ था जिसमें शंकराचार्य को पराजित होना पड़ा था। सहरसा से 16 किलोमीटर दूर इस शक्ति स्थल पर सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्र के दिनों में और प्रति सप्ताह मंगलवार को यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है।

शक्ति पुराण के अनुसार माहामाया सती के मृत शरीर को लेकर शिव पागलों की तरह ब्रह्मांड में घूम रहे थे। इससे होने वाले प्रलय की आशंका को दखते हुए विष्णु द्वारा माहामाया के मृत शरीर को अपने सुदर्शन से 52 भागों में विभक्त कर दिया गया था। सती के शरीर का जो हिस्सा धरातल पर जहां गिरा उसे सिद्ध पीठ के रूप में प्रसिद्धि मिली। महिषी उग्रतारा स्थान के संबंध में ऐसी मान्यता है कि सती का बायां नेत्र भाग यहां गिरा था।

मान्यता यह भी है कि ऋषि वशिष्ठ ने उग्रतप की बदौलत भगवती को प्रसन्न किया। उनके प्रथम साधक की इस कठिन साधना के कारण ही भगवती वशिष्ठ अाराधिता उग्रतारा के नाम से जानी जाती हैं। उग्रतारा नाम के पीछे दूसरी मान्यता है कि माता अपने भक्तों के उग्र से उग्र व्याधियों का नाश करने वाली है। जिस कारण भक्तों द्वारा इनकों उग्रतारा का नाम दिया गया।

वी अपने तीन मुख्य स्वरूपों में विद्यमान

महिषी में भगवती तीनों स्वरूप उग्रतारा, नील सरस्वती एवं एकजटा रूप में विद्यमान है। ऐसी मान्यता है कि बिना उग्रतारा के आदेश के तंत्र सिद्धि पूरी नहीं होती है। यही कारण है कि तंत्र साधना करने वाले लोग यहां अवश्य आते हैं। नवरात्रा में अष्टमी के दिन यहां साधकों की भीड़ लगती है।

सहरसा से सड़क मार्ग से जुड़ा है मंदिर

यहां पहुंचने के इच्छुक लोग सहरसा से आटो या फिर बस से यहां पहुंचते हैं। बाकी तीन ओर से यह स्थान तटबंध से घिरा है। एक ओर से ही पहुंचने का रास्ता होने के बावजूद यहां पहुंचना कठिन नहीं है। यहां बिहार के अतिरिक्त नेपाल के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। बंगाल के साधक भी यहां वर्षभर पहुंचते रहते हैं।

मंदिर का निर्माण सन 1735 में रानी पद्मावती ने कराया था। इसकी मरम्मत अक्सर कराई जाती है। यह स्थल पर्यटन विभाग के मानचित्र पर है।

वैदिक विधि से होती है पूजा

देवी की पूजा आम दिनों में वैदिक विधि से की जाती है। लेकिन नवरात्र में तंत्रोक्त विधि से भी पूजा होती है। नवरात्र में मां की आरती दोनों समय की जाती है। इसमें मौजूद श्रद्धालु तन्मयता से पूजा करते हैं और आरती में शामिल होने के अवसर पर सौभाग्य मानते हैं।

सोमवार, 8 अक्तूबर 2018

सिमरी बख्तियारपुर में एक बार फिर सजेगी देश के नामचीन शायरों की महफ़िल
महेंद्र प्रसाद, सहरसा


आगामी माह 22 नवंबर को महंत नारायण दास उच्च विद्यालय चकभारो के मैदान में देश के मशहूर नामचीन मुशायरा का कार्यक्रम होगा। जिसकी तैयारी किया जा रहा है।  सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के उच्च विद्यालय चकभारो-पहाड़पुर में आगामी  22 नवम्बर को आल इंडिया आलिशान मुशायरा के आयोजन के लिए शनिवार को पहाड़पुर के सफाईर हाईवे स्कूल के प्रांगण में एक मीटिं का आयोजन किया गया। इस बैठक  में समय और शायरों के चयन पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया । बैठक की अध्यक्षता मास्टर सैयद सईद अशरफ साहब ने किया, जबकि संचालन वजीह अहमद तसौवउर ने किया।  इस अवसर पर सैंकड़ों की संख्या में उर्दू साहित्य प्रेमियों ने मुशायरे के आयोजन में भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया। इस से पूर्व आयोजन कमेटी के संयोजक नाजिम अनवर, चांद मंजर ईमाम और गुलाम मो0 कौसर  ने उपस्थित लोगो से बैठक  के उद्देश्य पर अपने विचार रखते हुए कहा कि मुशायरे से न केवल साहित्य और संस्कृति से जुडाव होता है बल्कि हिन्दू मुस्लिम एकता में भी अहम रोल अदा करता है। यह मुशायरा चकभारो हाई स्कूल के मैदान में आयोजित होगा। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए मो0 मेराज आलम ने कहा कि उर्दू हमारी संस्कृति से ऐसे जुड़ी हुई है कि उसके बिना हमारा वजूद कुछ नहीं है। मजहब से लेकर अदब के मैदान तक उर्दू ही हमारी रहनुमाई कर रही है। इसलिए इस तरह के प्रोग्राम से उर्दू को शक्ति मिलती है। वजीह अहमद तसौवुर ने कहा कि अपने बच्चों को उर्दू सिखाये, वह खुद ब खुद तहजीब सीख जायेंगे। उर्दू तहजीब की जुबान है। उन्होंने ने मुशायरे में कम मगर चुनिंदा शायरों को ही लाने पर बल दिया।अपने अध्यक्षीय संबोधन में सैयद सईद अशरफ ने भी मुशायरा कराने के लिए आयोजक को बधाई देते हुए  कहा कि कम मगर अच्छे शायरों को लाने पर जोर दिया।

रविवार, 7 अक्तूबर 2018

4 साल से बनमा इटहरी प्रखंड में कुंडली मारकर बैठे बनमा बीइओ के खिलाफ अनशन करेंगे हिंदुस्तान अवाम मोर्चा
महेंद्र प्रसाद, सहरसा

24 अक्टूबर को सहरसा स्टेडियम में बनमा इटहरी बीइओ के खिलाफ बड़ा धरना होगा। इस धरना में हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के जिलास्तर के पदाधिकारी एव कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। हिंदुस्तान वाम मोर्चा इसकी तैयारी प्रारम्भ कर दिया। इसी सिलसिले में शनिवार को सलखुआ में अवाम मोर्चा की बैठक में संगंठन के बीच-विमर्श होने के बाद बीइओ के खिलाफ प्रस्तावित धरना को लेकर विचार विमर्श किया गया।   सलखुआ प्रखंड के हरेवा गांव में सलखुआ हम के अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के प्रखंड अध्यक्ष आशिफ इकबाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में फैसला किया गया कि इस धरना में अधिक से अधिक कार्यकर्ता भाग ले। बैठक में लगभग एक दर्जन से अधिक बिभिन्न प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष एव प्रकोष्ट ने भाग लिया। बैठक में पार्टी के विस्तार के अलावा पार्टी के मजबूती के लिये जोड़ शोर से कार्य करने का कार्यकर्ता से अपील किया गया। 
विगत चार साल से दो प्रखंड में कुंडली मारकर बैठा है बीइओ----
बीइओ मिथलेश कुमार सिंह बनमा इटहरी प्रखंड में विगत चार साल से कुंडली मारकर बैठा है। बनमा इटहरी के अलावे सोनबरसा राज में भी प्रभार में है। हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के जिलाध्यक्ष मो सलाउद्दीन कहना है कि इस बीइओ के कार्यकाल में दोनों प्रखंड के पठान-पठान पूरी तरह से बंद हो गया है। शिक्षक स्कूल नही जाते है, बीइओ घर बैठे निरीक्षण दिखाकर मोटी उगाही में लगा है। 
  बैठक में युवा जिलाध्यक्ष मो सलाउद्दीन, बेलाल अहमद, जनप्रतिनिधि का जिलाध्यक्ष नरेश निराला, महिला जिलाध्यक्ष रीभा देवी, किसान प्रकोष्ट के जिलाध्यक्ष रमन कुमार रंजन, युवा जिला उपाध्यक्ष पवन कुमार सोनू, ललिता देवी, अनिल सादा, समसेर आलम, बीरबल सादा, सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे। 

शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2018

तैलिक समाज पर अत्याचार हो बन्द, मिले सत्ता में भागीदारी:रणविजय
2 दिसंबर को पटना में होगी तेली की महारैली, लोगो से अधिक से अधिक भाग लेने की अपील
पूर्व विधयाक रणविजय साहू को सहरसा में धूमधाम से किया गया सम्मान
महेंद्र प्रसाद, सहरसा

सहरसा जिला तैलिक साहु सभा सहरसा के तत्वावधान में तैलिक साहु सभा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष रणविजय साहू का सहरसा की धरती पर पहली बार सहरसा अगवान पर सहरसा के लोगो ने अभिवादन किया।  जिले के सीमा बेला , बिहरा, तुलसियाही चौक पर एवं बारियाही बाजार में  सभा के आयोजन के साथ तैलिक साहु भवन मे प्रदेश अध्यक्ष का मिथिला संस्कृति के पाग -चादर माला के साथ जोरदार ढंग से अभिनंदन किया गया ।
अभिनंदन समारोह का अध्यक्षता जिला संयोजक देवेन्द्र कुमार देव ने किया ।प्रदेश अध्यक्ष रणविजय साहू ने अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि  तैलिक साहु समाज भामा शाह के वंशज है । इसके बावजूद आज सत्ता के हिस्सेदारी से इस समाज को राजनैतिक साजिश के तहत दुर रखा जा रहा है ।


आज पुरे बिहार में तैलिक साहु समाज की आबादी 07 प्रतिशत है ।आज तैलिक साहु समाज को टरगेट कर हत्या, लुट व अपहरण की घटना को अंजाम दिया जा रहा है ।लेकिन शासन व प्रशासन के लोग मुकदर्शक बना हुआ है । प्रदेश अध्यक्ष ने समाज के लोगो को आगामी 02 दिसंबर को पटना के मिलर हाई स्कूल में तैलिक अधिकार रैली मे अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आहवान किया ।
पूर्व विधायक श्री गुजेश्वर साह ने कहा कि अब समय आ गया कि एक बार फिर से तैलिक साहु समाज को पंचायत से लेकर जिला तक संगठन मजबूत कर राजनैतिक हिस्सेदारी के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा ।
पूर्व प्रत्याशी राजकुमार साह ने कहा कि तैलिक साहु समाज को किसी दल ने राजनैतिक हिस्सेदारी देने का काम नही किया उल्टे इस समाज का वोट लेकर समाज को बरगलाकर राजनैतिक शोषण करने का काम हो रहा है इसके लिए समाज को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा ।
पूर्व प्रत्याशी व रासलोपा अध्यक्ष चंदन बगाची ने कहा कि अन्य नेताओं का प्रतिमा हर जगह लग सकता है तो भामा शाह का प्रतिमा प्रत्येक जिला मे क्यो नही सरकार लगा सकती है ।


भाजपा जिला अध्यक्ष नीरज गुप्ता ने कहा कि जो दल समाज को प्रत्याशी बनाने का काम करेगा ,उस समय हम दलगत भावना से ऊपर वैसे समाज के उम्मीदवार को खुल कर मदद करने का काम करेगा ।
व्यापार संघ के अध्यक्ष विकास गुप्ता ने कहा कि अब समय आ गया अपने हक और अधिकार के लिए सड़कों पर उतरकर अंदोलन करने के लिए समाज को जागरूक करना होगा ।
सत्तर पंचायत के मुखिया विजय लक्ष्मी साहू ने कहा कि तैलिक साहु समाज के महिलाओं को भी राजनैतिक एवं समाजिक संगठन के मजबूती के लिए बढ चढ़ कर हिस्सा लेना होगा ।जिला संयोजक देवेन्द्र कुमार देव ने कहा आने वाले दिनों में तैलिक साहु समाज अपने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबुत कर बड़ा अंदोलन करने के साथ राजनैतिक हिस्सेदारी के लिए बड़ी रैली आयोजित करने का काम करेगा ।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रदेश युवा सचिव राजीव रंजन साह ने कहा कि जो दल हमारे समाज को राजनैतिक रूप से हिस्सेदारी नही देगा वैसे दलो के खिलाफ हमारा संगठन के लोग उसको हराने के लिए जो ताकत लगाना पडेगा वह लगाने का काम करेंगे ।
इस अभिनंदन समारोह में पूर्व वार्ड पार्षद सुबोध साह ,कामेश साह ,प्रवीण कुमार, फुलेश्वर साह,रघु साह ,सबुरी साह ,प्रो विवेकानंद साह, रंजीत बब्लू, सुभाष साह, रामनाथ साह ,रविन्द्र साह,  मन्टु साह,दीपक साह ,प्रहलाद साह, मुखिया पति विक्रम साह ,समिति संतोष साह ,पंडरी मुखिया महेन्द्र साह,मणि साह ,विक्की साह ,शक्ति गुप्ता आदि ने प्रदेश के उपाध्यक्ष महेन्द्र साह, संगठन मंत्री कृष्ण साह,सुयंक्त मंत्री विनय कुमार गुड्डू, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सत्यनरायाण साह का भी पाग-चादर व माला पहना कर स्वागत एवं अभिनंदन किया गया ।
अगले साल से मिथलांचलवासी करेंगे कोसी महासेतु पर रेल यात्रा
सहरसा से सुपौल, निर्मली, सकरी होकर चलेगी ट्रैन
महेंद्र प्रसाद, सहरसा

समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आरके जैन ने कहा कि इस साल दिसंबर तक सहरसा-गढ़ बरुआरी और मार्च 2019 में निर्मली व सकरी तक आमान परिवर्तन कार्य पूरा हो जाएगा।
डीआरएम गुरुवार को सहरसा-सुपौल-सरायगढ़-निर्मली-सकरी आमान परिवर्तन कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे थे। सहरसा में चल रहे आमान परिवर्तन कार्य का निरीक्षण करने के बाद डीआरएम ने पत्रकारों से कहा कि सहरसा-गढ़ बरुआरी साढ़े 16 किमी. में रेल लाइन बिछा दी गई है। इंटरलॉकिंग और यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य पूरा होते सीआरएस निरीक्षण कराते स्पीड ट्रायल किया जाएगा।
इस साल दिसंबर अंत तक सहरसा-गढ़ बरुआरी लाइन को चालू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गढ़ बरुआरी-सुपौल और सरायगढ़-निर्मली-सकरी के बीच पांच-पांच पुल निर्माण कार्य चल रहे हैं। इस लाइन को मार्च 2019 में चालू किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान उनके साथ सीनियर डीईएन को-ऑर्डिनेशन बीके सिंह, डिप्टी चीफ इंजीनियर (निर्माण) डीएस श्रीवास्तव, सीनियर डीएसटीई अभिषेक कुमार, सीनियर डीओएम अमरेश कुमार, सीनियर डीईएन थ्री मयंक अग्रवाल, सीनियर डीईई प्रभात कुमार, एसीएम पीआरपी सिंह, एडीईएन मनोज कुमार, डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव, अमरेन्द्र लाल, स्टेशन अधीक्षक अरुण कुमार, एडीएमई केके शंकर, एसएसई सुनील कुमार, सुभाष कुमार, ओंकारनाथ सिंह, मनोज कुमार, शंभु कुमार, स्नेह रंजन, पुष्पक कुमार, पोस्ट कमांडर सारनाथ व अन्य थे।

गुरुवार, 4 अक्तूबर 2018

उपमुखिया के ऊपर लगा अविश्वास प्रस्ताव
आधा दर्जन वार्ड सदस्य ने मुखिया को पत्र लिखकर विशेष बैठक बुलाने का मांग किया
महेंद्र प्रसाद, सहरसा

अलानी पंचायत के उपमुखिया दयानंद भगत पर वार्ड सदस्य ने अविश्वास प्रस्ताव लगा मुखिया को आवेदन दिया है। 24 सितंबर को वार्ड सदस्य की बैठक में उपमुखिया के विरूद्ध अविश्वास  का प्रस्ताव पारित किया गया। मुखिया संजू निषाद की अध्यक्षता में हुई बैठक में वार्ड सदस्य ने उपमुखिया दयानद भगत पर बैठक नही बुलाने, बैठक में भाग नही लेने, लोगो के साथ व्यवहार कुशल नही रहने का आरोप लगाया। वार्ड सदस्य ने कहा कि उपमुखिया दयानंद भगत को हटाया जाए एव इनके जगह दूसरे वार्ड सदस्य को उपमुखिया बनाया जाये। वार्ड सदस्य के द्वारा उपमुखिया पर लगाये गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मुखिया संजू निषाद ने 8 अक्टूबर को विशेष बैठक की तिथि निर्धारित किया है। अविश्वास प्रस्ताव पर 8 अक्टूबर को विशेष बैठक में उपमुखिया दयानंद भगत को अपना विश्वास मत हासिल करना होगा।

बुधवार, 3 अक्तूबर 2018

घर मे बिबाहिता सोई थी अकेली, गांव के ही युवक घुस गया घर मे...
महेंद्र प्रसाद, सहरसा


कोसी तटबन्ध के अंदर कनारिया ओपी क्षेत्र के हसुलिया गांव के वार्ड नं. 5 में घर में सोयी महिला के साथ गांव के ही एक युवक के द्वारा घर में घूस कर दुर्रव्यवहार किये जाने का मामला आया है। 
          हसुलिया वार्ड नं. 5 निवासी पीड़ित महिला ने अपने आवेदन में कहा है कि दिनांक 26 सितंबर को करीब 1 बजे रात्रि में मेरी वृद्ध सास बीमार थी। उनका इलाज कराने परिवार के लोग  सहरसा  चले गये थे। मैं घर पर अकेली थी। मुझे अकेली देखकर गांव के ही वकील यादव के 28 वर्षीय पुत्र प्रवीण यादव ने सोये हुए अवस्था में मेरे आंगन का बल्ब की तार काटकर अंधेरा कर दिया है। घर का टट्टी के ऊपर होकर मेरे घर घूस गया। घर मे घुसने के साथ मेरे साथ दुर्रव्यवहार करने लगा। इसी क्रम में आंख खुली तो उसे पहचान कर हल्ला की तो प्रवीण यादव दरवाजा खोलकर फरार हो गया। जाते वक्त  मुझे धमकी देने लगा कि अगर हल्ला किया तो गला-दवाकर जान से मार दूंगा। लोगों को आता देख उसने अपना चप्पल, गमछा और टार्च छोड़ कर भाग गया।
           इस बावत कनरिया ओपीध्यक्ष धर्मवीर साथी ने बताया कि आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन किया जा रहा है

मंगलवार, 2 अक्तूबर 2018

हम पार्टी का विस्तार, कई नये अध्यक्ष बने
वार्ड पार्षद नरेश निराला बने जनप्रतिनिधि के जिलाध्यक्ष
महेंद्र प्रसाद, सहरसा


प्रखंड के रानीहाट स्थित भट्ठा टोला में हम सेकुलर पार्टी की एक बैठक आयोजित कर अलग अलग प्रखंड में अध्यक्ष की नियुक्ति किया गया। हम के युवा जिलाध्यक्ष मो सलाउद्दीन ने इन सभी अध्यक्ष को मनोनीत किया। हम सेकुलर युवा के नगर अध्यक्ष भट्ठा टोला निवासी मो इकबाल को मनोनीत किया गया। इनके अलावे सलखुआ प्रखंड युवा अध्यक्ष पद पर पुरैनी गांव निवासी मो बेलाल को मनोनीत किया। सलखुआ प्रखंड के हम सेकुलर के युवा अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के पद पर फैनसाहा गांव निवासी मो आशिफ इकबाल को मनोनीत किया गया है। इस मोके पर सभी नव नियुक्त अध्यक्ष को बधाई देते हुए जिलाध्यक्ष मो सलाउद्दीन ने कहा कि पार्टी के संगठन की मजबूती एव अधिक से अधिक लोगो को पार्टी में जोड़ने के लिये कार्य करे। पार्टी के महिला जिलाध्यक्ष रीभा कुमारी ने कहा कि पार्टी में महिला को अधिक से अधिक जोड़ा जाए इस पर कार्य तेजी से करने की जरूरत है। जनप्रतिनिधि के जिलाध्यक्ष सह पार्षद नरेश निराला ने कहा कि पार्टी के सभी लोग पार्टी के बेहतर के लिये कार्य करे, पार्टी कैसे मजबूत बनेगा इस पर ज्यादा कार्य करने की जरूरत है। इस मोके पर युवा जिलाध्यक्ष उपाध्यक्ष पवन कुमार सोनू, मो मुन्ना, मो अमीर आलम, मो इकबाल, मो गुलाम रसूल, मो हनिफुर रहमान, विधि वक्ता के मो बेलाल ने आदि उपस्थित थे। 

अधिवक्ता हत्या कांड के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस खाली हाथ, मृतक के परिजन के घर सन्नाटा

 मृतक अधिवक्ता की पत्नी विनीता कुमारी के फ़र्दव्यान पर थाना में मामला दर्ज कोशी बिहार टुडे। सहरसा सोमवार सुबह बख्तियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्ग...