मंगलवार, 27 नवंबर 2018

अज्ञात लोगों ने बजरंगवली पर फेंका अंडा, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम

सुनसान रात्रि में दिया घटना को अंजाम, डीएसपी ने कहा कोई भी हो छोड़ा नही जायेगा

 कोशी बिहार टुडे, सहरसा


बख्तियारपुर थाना के प्रखंड परिसर में स्थापित बजरंगवली के मूर्ति पर असामाजिक तत्व के द्वारा अंडा फेंके जाने पर आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया। जाम के बाद के लोग बजरंगवली की जय हो कि नारे लगा रहा था। जाम के बाद थानाध्यक्ष के  द्वारा एसपी के बात कराने एव एसपी द्वारा गिरफ्तार के आश्वासन पर जाम तोड़ा गया। स्थानीय लोगो ने प्रखंड गेट एव डाक बंगला चोक को लगभग फो घंटे जाम रखा। घटना की सूचना पर डीएसपी मृदुला कुमारी स्थल पर पहुच जांच पड़ताल किया। डीएसपी ने बताई की ये किसिंक साजिस के तहत इस तरह का साम्प्रदायिक सदभाव को बिगाड़ने का कुचक्र किया जा रहा था, लेकिन ऐसे लोग ई कभी सफल नही होगा। 

क्या है मामला---
प्रखंड परिसर में बजरंगवली की मंदिर है। इस मंदिर का जीर्णोद्धार का कार्य विगत दो महीने से किया जा रहा है। मंगलवार की सुबह जब लोग बजरंगवली के मंदिर दर्शन को पहुचे तो बजरंगवली के गले मे अंडा का छिलका लटका था। एव मुह पर भी अंडे का तरल पदार्थ गिरा हुआ था। फिर महिलाओ ने अगल-बगल दुकान में चाय पी रहे लोगो को जानकारी दिया। फिर स्थानीय लोगो ने पुलिस को सूचना दिया। फिर पुलिस स्थल पर पहुच जांच पड़ताल किया एव स्थानीय लोगो से मंदिर एव मूर्ति की सफाई करवा दिया। स्थानीय लोगो ने बताया कि इस मंदिर के मूर्ति में बजरंगवली पर अंडा फेकने की ये दूसरी घटना है। इससे पहले इसी शनिवार को भी अंडा फेंका गया था। लेकिन लोग सूझबूझ के कारण पुनः मंदिर एव मूर्ति को धोकर गंगाजल से सुद्धिकरण किया था। लेकिन मंगलवार की घटना के बाद लोग आक्रोशित हो गया एव इस घटना में संलिप्त लोगो का उदभेदन करने की मांग को लेकर सड़क जाम जर दिया। मंदिर के पुजारी रामचंद्र पासवान ने थाना में आवेदन देकर करवाई की मांग किया है।
  डीएसपी मृदुला कुमारी ने बताई की ये जानबूझकर किन्ही के द्वारा लोगो के बीच विवाद करवाने का साजिस है। पुलिस बहुत जल्दी इस तरह के कृत्य कार्य करने वालो का उदभेदन कर करवाई किया जायेगा। इसधर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने कहा कि वह जांच कर रहा है। तत्काल मंदिर के पास पुलिस की प्रतिनियुक्ति कर दिया गया है। बहुत जल्दी ही मामला का उदभेदन कर दिया जायेगा। 

सोमवार, 26 नवंबर 2018

सुपौल-अररिया होते गलगलिया तक 1600 करोड रुपये से नई रेल परियोजना को मंजूरी, नेपाल के सीमा से होकर गुजरेगी नई रेल लाइन


राष्टीय सुरक्षा परियोजना के तहत इस रेल परियोजना में शामिल किया गया

इस नये रेल लाइन में 12 नए स्टेशन बनेगा

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


 मंत्रालय ने सुपौल-अररिया (गलगलिया तक) प्रस्तावित नई रेललाइन प्रोजेक्ट को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा परियोजना में शामिल किया है। लगभग 95 कि.मी. सुपौल-अररिया नई रेललाइन नेपाल की सीमा के समानांतर गुजरेगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने 1600 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा परियोजना के कारण इसका निर्माण तेजी से होगा। यह रेललाइन आगे जाकर पहले से स्वीकृत अररिया-गलगलिया रेललाइन से जुड़ेगी। इससे बिहार का पश्चिम बंगाल से जुड़ाव का सीधा रास्ता खुल जाएगा। नई रेललाइन में 12 नए स्टेशन बनेंगे। पुरानी परियोजना के लिए सरकार पहले ही 540 करोड़ पहले ही मंजूर कर चुकी है।
उल्लेखनीय है कि सुपौल-सहरसा ब्रॉडगेज कंर्वेशन रेललाइन का काम अभी चल रहा है। इस नई रेललाइन के बनने से सहरसा से इससे जुड़ जाएगा। कोसी क्षेत्र के लिए सुपौल से अररिया होते गलगलिया नयी रेललाइन न सिर्फ सामरिक दृष्टि से महत्वपूूर्ण होगा बल्कि यह नयी रेललाइन कोसी के विकास के लिए एक और लाइफलाइन साबित होने जा रहा है। रेल मंत्रालय द्वारा इस परियोजना को राष्ट्रीय सुरक्षा में शामिल करने के बाद यह रेल और रक्षा मंत्रालय की प्राथमिकता सूची में आ गयी है।
सहरसा-सुपौल जुड़ा इन सड़क और रेल मार्गों से : 1. कोसी नदी में सरायगढ़ के समीप महासेतु और फोर लेन का निर्माण। 2. रीलिजिएस कोरिडोर परियोजना के तहत मधुबनी-सहरसा बनेगी नई सड़क, बकौर के समीप कोसी में बनेगा एक और महासेतु । 3. कोसी नदी में महिषी के बलुआहा में पुल बनने के बाद दरभंगा से हो गया सीधा सड़क संपर्क । 4. मानसी – सहरसा रेललाइन थी कोसी की पहली लाइफ लाइन। 5. डुमरी घाट पर बने पुल के रास्ते कोसी का पहला सड़क मार्ग था प्रवेश द्वार ।6. विजय घाट में कोसी नदी पर पुल निर्माण के बाद अंग से सीधा बना सड़क संपर्क ।  7. सहरसा- पूर्णिया एनएच 107 के जरिए सीमांचल से पहले से है सीधा सड़क संपर्क हो जाएगा। 8. सहरसा- फारबिसगंज पुरानी रेल लाइन से होगा संपर्क 9. अब नयी लाइफलाइन होगी सुपौल -अररिया-गलगलिया रेल मार्ग । सुपौल-अररिया रेललाइन को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानते हुए केंद्र ने राष्ट्रीय सुरक्षा परियोजना में शामिल किया है, रेललाइन अररिया-गलगलिया लाइन में जुड़ेगी, तेजी से पूरा होगा निर्माण कार्य ।
95 किमी सुपौल-अररिया रेललाइन का जुड़ाव होगा--
सुपौल-अररिया नई रेललाइन पहले से स्वीकृत अररिया-गलगलिया से जुड़ जाएगी। हालांकि स्वीकृत पुरानी रेल परियोजना का काम भी अभी प्रारंभिक स्तर पर ही है। सामरिक महत्व के कारण इस रेललाइन का काम काफी तेजी से होगा। 12 नए रेलवे स्टेशन बनेंगे : सुपौल से अररिया के बीच 12 रेल स्टेशन बनेंगे। अररिया के बाद मिर्जापुर, बसेटी, रानीगंज, भरगामा, मानुल्लाह पट्‌टी, खजुरी बाजार, बाघहिली, जदिया, लक्ष्मीपुर, त्रिवेणीगंज, पिपरा, धुमिहा।
नेपाल सीमा के बगल से गुजरेगा ट्रैक : नेपाल के साथ चीन की खुली सीमा रहने से उत्तर बिहार की 750 किमी की सीमा सामरिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। सुरक्षा की दृष्टि से गलगलिया से सुपौल व फारबिसगंज से सकरी जाने वाली रेललाइन महत्वपूर्ण है। ये रेललाइन सरायगढ़ के समीप स्थित कोसी महासेतू के बगल में बने रेल सेतु से गुजरेगी। शिलान्यास पूर्व पीएम बाजपेयी ने किया था। ऊर्जा मंत्री के पत्र और वित्तमंत्री के साथ हुई कई दौर की वार्ता के बाद परियोजना को मंजूरी मिली।

सुपौल-अररिया रेल लाइन का हो रहा भूमि अधिग्रहण : 95 कि.मी. लंबी सुपौल-अररिया नयी रेललाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम जारी है। उर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया कि विशेष अभियान चलाकर भूमि अधिग्रहण का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चूंकि सामरिक दृष्टि से इस परियोजना को केन्द्र की सरकार ने उनके प्रस्ताव पर काफी महत्वपूर्ण माना है। ऐसे में इसमें वित्तीय समस्या नहीं आएगी। सुपौल-अररिया नयी रेललाइन की स्वीकृति में महती भूमिका निभाने वाले राज्य के उर्जा एवं वाणिज्य मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने डेढ़ वर्ष पहले ही देश के वित्त एवं रक्षा मंत्री अरूण जेटली से इसकी पहल की थी। पिछले वर्ष जीएसटी कॉउंसिलिंग की बैठक में भाग लेने पहुंचे विजेंद्र यादव ने उन्हें इसके सामरिक महत्व के बारे में बताया था।
सुपौल-अररिया नई रेललाइन के लिए 11 मौजे की अधिसूचना प्रकाशित हो चुकी है। 11 अन्य मौजे की अधिसूचना प्रक्रिया में है। एक सप्ताह में यह प्रकाशित हो जाएगा। अधिसूचना प्रकाशित कर दावा-आपत्ति का निराकरण किया जाएगा। फरवरी तक अधिग्रहण शुरु करने का लक्ष्य रखा गया ।

शनिवार, 24 नवंबर 2018

और क्या चाहिये, वतन के लिये, ये तिरंगा काफी है कफन के लिये, हमे सरहद पर भेजकर देखिये, जान दे देंगे वतन के लिये

जिनके हाथों में तिरंगा ना संभला जाये, ऐसे नेता को सदन से निकाला जाये

चकभारो उच्च विद्यालय का मैदान बना देश के नामचीन कलाकारों के द्वारा पेश किया गया अद्भुत मुशायरा

कोशी बिहार टुडे


गुरुवार की सर्द रातों में सिमरी बख्तियारपुर के पहाड़पुर उच्च विद्यालय के मैदान में ज्यों-ज्यों रात जवां होती गई, उत्तर प्रदेश के शायर एवं सायरा ने रात भर मुशायरे की कसिस से दर्शकों की राते गुलजार होती रही। एक से बढ़कर एक शेरो व शायरी, गीत, गजल  राष्ट्रभक्ति से लेकर महबूब की मेहंदी तक की नज्म की कर्णप्रिय आवाज परवान चढ़ता गया। दर्शको ने जमकर कार्यक्रम का लुप्त उठाया।  वक्त था ऑल इंडिया मुशायरा कवि सम्मेलन 2018 का । ऑल इंडिया मुशायरा सह कवि सम्मेलन का उद्घाटन खगड़िया सांसद  हज कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष   चौधरी महबूब अली कैसर, सलखुआ प्रखंड के मुखिया संघ के अध्यक्ष सह मुखिया मिथिलेश विजय, डायरेक्टर सफायर हाईवे स्कूल के डायरेक्टर मोहम्मद नाजिम अनवर संयोजक चांद मंजर इमाम ने फीता काटकर उद्घाटन किया।

इस अवसर पर सांसद ने कहा कि मुशायरा कवि सम्मेलन हिंदू मुस्लिम गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल कायम करती है। आज उर्दू हिंदी की गीत गजल शायरी कविता  हिंदुस्तान के दिलों पर राज करने का काम किया है। इस नफरत की खाई को मुशायरा सह कवि सम्मेलन बिना किसी भेदभाव के पाटने के काम में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता को मजबूत बनाने वाले एवं जोश जज्बे वाले शायर, शायरा एवं कवियों को सलाम।  उद्घाटन समारोह के मंच संचालिका राजस्थान कोटा की मधुर स्वर की मलिका सुश्री शैली मिश्रा ने की। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के हाशिम फिरोजाबादी ने  कहा की "और क्या चाहिए वतन के लिए, यह तिरंगा बहुत है कफन के लिए, सरहदों पर भेज कर देखिए, जान दे देंगे हम भी वतन के लिए....," "जिनके हाथों से तिरंगा संभाला न जाए, ऐसे नेताओं को सदन से निकाला जाए....," अब न हो मुल्क में कोई दंगा कभी, और मैली न हो अब ये गंगा, कभी आइए आज हम मिल कर खाएं कसम झुकने देंगे न हाशिम तिरंगा कभी..." शायरी कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वही कानपुर की शाइस्ता सना ने  "उदासी के लबों पे जिंदगी मुश्किल से आती है, अगर दिल टूट जाए तो हंसी मुश्किल से आती है, तो वह मुझे अपना तरफदार समझ लेता है, मेरी खामोशी को एक बार समझ लेता है, मेरी आदत है, हर एक शख्स से हंसकर मिलना, अब वह नादान उसको प्यार समझ लेता है...."। देवबंद के डॉक्टर नदीम शाद ने  कहा कि "जाने किसका हक दबाकर घर में दौड़ा चला आए हैं, और उस पर यह सितम इसमें ही बरकत चाहिए, वह खुदा से मांगता है, आप क्यों नाराज हैं, वह शराबी है तो क्या, उसको भी जन्नत चाहिए....", बुलंदियों पर यकीनन यकीन रखता हूं, मगर मैं पांव के नीचे जमीन रखता हूं...."। दिल्ली की मोनिका देहलवी ने कहीं की  "दिल दुखाने से डर रही हूं मैं, लफ्ज का पर कतर रही हूं मैं,  दूर परदेश में जाकर समझ में आया मां, तेरी बाहों में जन्नत का मजा आता था......"। अमरोहा के निकहत अमरोही "मसला कौन था, कौन सी मजबूरी थी, भाई बैठे के बहन के घर से अकेली निकली.....। यूपी के दिल खैराबादी "सच बोलने का टकराव बनेगा, दुनिया की निगाहों में गुनाहगार बनेगा, राजा की हवेली नहीं मजदूर का घर है, मजदूरों का छप्पर सौ बार उजाडौगें, तो सौ बार बनेगा...."। बलरामपुर के सबा बलरामपुरी ले कहीं की "मुश्किल बहुत था, यू तो बगावत का फैसला, लेकिन तुम्हारे प्यार में मजबूर हो गये, लो आज जंग हमने मोहब्बत की जीत ली, हम उनको और वह हमें मंजूर हो गयी...."। प्रतापगढ़ के शहजादा कलीम, मेरठ की दानिश गजल आदि मेहमान शायर को माइक पर दावत देने के उपरांत मुशायरा परवान चढ़ा।

अनुमंडल सहित सहरसा प्रमंडल के मुशायरे के इतिहास में पहाड़पुर का मुशायरा यादगार अक्षरों में कैद हो गया। यह एक ऐसा मुशायरा था जिसे लोग लंबे समय तक भुला नहीं पाएंगे। इस अवसर पर ऑल इंडिया मुशायरा सह कवि सम्मेलन के अध्यक्ष गुलाम मो• कौसर, सचिव मोहम्मद खुर्शीद चुन्ना, उपाध्यक्ष कौसर अशरफ आदि ने मुशायरे में सक्रिय भूमिका निभाई। मुख्य अतिथि डिप्टी कलेक्टर संजय सिंह एडीएम अशरफ जमाल, एम एस एस फतेह हेल्थ सोसायटी कटिहार कि जिला अध्यक्षा तनुजा रसीद, केसर सिंह, मरहबा अपार्टमेंट अलीगढ़ से अब्दुल तौव्वाब, अब्दुल बासित, मो• सालिम, पूर्व प्रधानाध्यापक मो• मुस्तकीम, अकबर लट्टू , मो• सालिम, अनवर, अबू जफर, अबूजर, अशरफ अली, अम्मार आलम, मो• नासिर नसर आलम, मो• हुसैन, बुक वर्ल्ड रंजन सिंह,हाजी अबुल कासिम, विपिन भगत, सऊद आलम, महबूब आलम, प्रसून सिंह, वजी अहमद तसोबुर, आदि सहित अन्य महिलाओं व पुरूषों सहित लाखों लोगो ने भाग लिया।

शुक्रवार, 23 नवंबर 2018

कोचिंग मैं उदंड बच्चे को नही पढ़ाया तो परिजन ने कोचिंग संचालक को ही पीट डाला, छात्र-शिक्षक का रिश्ता हुआ शर्मसार

बलबाहाट ओपी के बलबाहाट की घटना, कोचिंग संचालक किराया ओर चलता है कोचिंग

इस घटना में कोचिंग में पढ़ने वाले कई छात्र भी हुआ घायल

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


बलबाहाट ओपी के मोहमदपुर निवासी एक कोचिंग संचालक के साथ मारपीट करने एव कोचिंग का तोड़फोड़ करने का एक मामला आया है। इस घटना में कोचिंग में पढ़ रहे कई छात्र भी घायल हो गया है। 
  घटना के संबंध में कोचिंग संचालक के पत्नी पूजा देवी पति रमेश कुमार मोहमदपुर निवासी ने थाना में आवेदन देकर करवाई की मांग किया है। बलबाहाट ओपी में दिये आवेदन में  पीड़ित पूजा देवी ने कही है कि मेरे पति एक शिक्षित बेरोजगार है। बलबाहाट बाजार में एक किराया की मकान में कोचिंग चलाकर जीवन यापन कर रहा है। कोचिंग के बगल में स्थित शिक्षा सदन के एक छात्र जो कभी अनुशासनहीन है, जो दसवीं में पढ़ता है पहले मेरे कोचिंग में पढ़ना चाह रहा था। जिस पर मेरे पति ने अनुशासनहीनता के कारण पढ़ाने से मना कर दिया।

 इसी खुनस में हम दोनों पति-पत्नी घर मोहमदपुर जा रहे थे शंकरपुर मंदिर के पास मुझे देखकर गंदी फब्तियां कसने लगा। जिसकी शिकायत मेरे पति उक्त छात्र के परिजन से किया। इस बात का बुरा मानकर 23 नबंवर को सुबह 6 बजे अशोक यादव, रमेश यादव, मनोहर यादव, जय जय राम यादव, मुकेश साह, धनंजय यादव साकिन शंकरपुर कांठो निवासी एक झुंड बनाकर मेरे कोचिंग पहुचकर मारपीट करने लगा। किस समय इस घटना का अंजाम दिया उस समय कई लड़का पढ़ाई जर रहा था। इस मारपीट की घटना में कोचिंग में पढ़ने वाले कई छात्र भी घायल हो गया। लगभग एक दर्जन छात्र ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन बलबाहाट ओपी को दिया है। आवेदन में कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों में रितिक कुमार, अभिराज कुमार, अनीश कुमार, सरवन कुमार, संतोष कुमार, कुंदन कुमार, चुन्नू कुमार सहित एक दर्जन छात्र है। जो छात्र घायल हुए है उसमें रितिक कुमार भवदेवा, संतोष कुमार बेडी, गौरव कुमार बरसम घायल हो गया। थाना के आवेदन में लूटपाट करने का भी आरोप लगाया। 
  इस बाबत बलबाहाट ओपी अध्यक्ष पंचलाल यादव ने कहा कि आवेदन मिला है। जांच किया जा रहा है। करवाई किया जायेगा।

गुरुवार, 22 नवंबर 2018

बीइओ की लापरवाही से सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के 41 बच्चे सिमतुल्लाह प्रवेश परीक्षा से बंचित, ये है सुशासन सरकार की उपलब्धि

परीक्षा से बंचित बच्चे के अभिभावक शिक्षा मंत्री को करते रहे फोन, एक बार भी मंत्री ने नही उठाया मोबाइल, कृष्ण नंदन वर्मा है शिक्षा मंत्री

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


प्रखंड शिक्षा कार्यालय के अकर्मण्यता एव मनमानी के कारण सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के 41 बच्चे सिमतुल्लाह आवासीय स्कूल के प्रारंभिक परीक्षा से बंचित हो गया। सबसे आश्चर्यजनक बात ये रही कि इस मामले के लेकर बच्चे के अभिभावक ने दर्जनों बार सूबे के शिक्षा मंत्री के मोबाइल पर फोन किया लेकिन एक बार भी शिक्षा मंत्री ने मोबाइल रिसीव करने की भी जरूरत नही समझा। परीक्षा से बंचित रहे अभिभावक कई नेता से गुहार भी लगाया, लेकिन एक को भी इन बच्चे का चिंता नही रहा।
क्या है मामला---
सिमतुल्लाह आवासीय विद्यालय जमुई में वर्ग छह में नामांकन के लिये ऑनलाइन आवेदन मांगा गया था। जिसकी अंतिम तिथि 10 नबम्बर था। फिर उसके बाद 12 नवम्बर किया गया। हरेक प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अलग अलग यूजर एव पासवर्ड दिया गया था। सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के अलग अलग स्कूल से 41 बच्चे का फॉर्म प्रखंड शिक्षा कार्यालय में जमा हुआ था। लेकिन बीआरसी कार्यालय की लापरवाही के कारण एक भी बच्चा का फॉर्म बिहार बोर्ड के साइट पर अपलोड नही किया गया। जब बिहार बोर्ड ने जिन छात्र का फॉर्म समय सीमा में  अपलोड हुआ तो उनका डुप्लीकेट प्रवेश पत्र जारी कर दिया। उसमे निर्देश दिया कि अगर जारी किया गया डुप्लीकेट प्रवेश पत्र में कही त्रुटि हो तो सुधार कर दे। तब फाइनल प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा। इस आदेश के बाद जब अभिभावक डुप्लीकेट प्रवेश देखने बीआरसी कार्यालय गया तो पता चला कि एक भी बच्चा का फॉर्म अपलोड ही नही हुआ। अब बच्चे के पिता परेसान है। जो बच्चा विगत छह माह से इस परीक्षा की तैयारी में लगा था उनका सपना चूर चूर हो गया। अब भी कहा कहा जाये, कोई सुनता ही नही है। अब बच्चे एव उनके पिता को एक ही आशा है कि अब मुख्यमंत्री से एक मात्र सहारा है कि कुछ आदेश दे। तब इन बच्चे का फर्म अपलोड हो पायेगा।
इस मामले में क्या कहते है बीइओ----
इस संबंध में बीइओ अशोक कुमार ने कहा कि उपलब्ध फॉर्म को कार्यालय में ही एक शिक्षक एव ऑपरेटर को अपलोड करने दिया गया था। लेकिन इनलोगो के द्वारा लापरवाही किया गया। बीइओ ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी ने  बिहार बोर्ड को पत्र लिखकर इन बच्चे का फॉर्म को अपलोड करने का अनुरोध किया था। हम खुद बोर्ड आफिस जाकर इन बचे बच्चे का फॉर्म अपलोड करने का अनुरोध किया। लेकिन बोर्ड के चैयरमेन ने नही माना।

बुधवार, 21 नवंबर 2018

मजदूर का पसीना नही सूखे उनका मेहताना मिल जाना चाहिये: मुप्ति कासिम अशरफ

रानीहाट मवेशी हाट में हजरत पैगम्बर मोहम्मद के जन्मदिन पर निकली रैली

जन्मदिन पर मुस्लिम भाईओ ने याद किया अपने पैगम्बर को

कोसी बिहार टुडे, सहरसा

अनुमंडल मुख्यालय के नगर पंचयात स्थित रानीहाट मवेसी हाट में हजरत पैगम्बर मोहम्मद के जन्मदिन पर रैली निकाल याद किया गया। मुख्य कार्यक्रम रानीहाट स्थित मवेसी हाट में हुआ। अनुमंडल के सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ एव बनमा इटहरी प्रखंड से काफी संख्या में मुस्लिम लोगो ने इस जन्मदिन में भाग लिया। इस मोके पर उपस्थित लोगों को तकरीर करते हुए उड़ीसा के मुप्ति कासिम अशरफी ने कहा कि ईद का अर्थ होता है उत्सव मनाना और मिलाद का अर्थ होता है जन्म होना। ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाये जानेवाला दिन, मिलाद-उन-नबी पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस्लाम में बेहद महत्वपूर्ण यह दिन इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है। हालांकि मोहम्मद साहब का जन्मदिन एक खुशहाल अवसर है।
 मोहम्मद साहब का जन्म सन् 570 में सऊदी अरब में हुआ था। मोहम्मद का जन्म इस्लामी पंचांग के तीसरे महीने के 12वें दिन हुआ है। अपने जीवनकाल के दौरान, मुहम्मद साहब ने इस्लाम धर्म की स्थापना की, जो अल्लाह की इबादत के लिए समर्पित था। सन् 632 में पैगंबर मोहम्मद साहब की मृत्यु के बाद, कई मुसलमानों ने विविध अनौपचारिक उत्सवों के साथ उनके जीवन और उनकी शिक्षाओं का जश्न मनाना शुरू कर दिया। इस दिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के तौर पर मनाया जाता है।

मोहम्मद साहब के कुछ पवित्र संदेश जो उसने लोगो को दिया--
सबसे अच्छा आदमी वह है,जिससे मानवता की भलाई होती है।
जो ज्ञान का आदर करता है, वह मेरा आदर करता है।
मजदूर का उनके मेहताना उनके पसीने सूखने से पहले दे दे।
अत्याधिक ज्ञान अत्याधिक इबादत से बेहतर है, दीन का आधार संयम है।
इस मोके पर मो सऊद आलम, मो गुड्डो, सरबेला मदरसा के प्राचार्य, मो मोदस्सिर आलम सहित बड़ी संख्या में मुश्लिम लोग मौजूद थे। रैली में पहुचने वालो लोगो का पानी का व्यवस्था केनरा बैंक के द्वारा किया गया था। वही वार्ड नंबर 14 के पार्षद मो सकील आलम ने भी रैली में शामिल होने वालों को पानी की सुबिधा दिया। 

मंगलवार, 20 नवंबर 2018

सामाजिक कार्य मे अच्छा कार्य करने वाले लोगो को शिक्षकों ने किया सम्मानित, अच्छी पहल

शिक्षक एवं समाजसेवी सम्मान समारोह कार्यक्रम में शिक्षा, सामाजिक, खेल, पर्यावरण के क्षेत्र में लोगो को किया सम्मानित

कोशी बिहार टुडे सहरसा


सोमवार को नगर पंचायत के कला भवन में शिक्षक एव समाजसेवी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह का फीता काटकर उदघाटन हज कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह  सासंद चोधरी महबूब अली कैसर, छातापुर विधायक नीरज कुमार बबलू ने किया। इस समारोह में शिक्षा, साहित्य, खेल, पर्यावरण, जल, चिकिस्ता एव सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालो को सम्मानित किया है। कार्यक्रम में लगभग दो दर्जन से ज्यादा लोगो को  विभिन्न क्षेत्र में सम्मानित किया गया। सभी को गुलदस्ता, चादर, स्मृति चिन्ह एव ओर प्रमाणपत्र से सम्मानित किया। इससे पूर्व अथिति का स्वागत संत टैगोर पब्लिक स्कूल की छात्राएं ने गीत गाकर किया। इसी स्कूल में वर्ग 8 में पढ़ने वाली रौनक कुलसुम के स्पीच को उपस्थित दर्शक ने सराहा। 

इस मोके हज कमिटी के राष्टीय अध्यक्ष सह  सासंद चोधरी महबूब अली कैसर ने इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करने वालो की सराहना किया। सासंद ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम करने एव सामाजिक क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले को सम्मान करने से जहा लोगो हौशला बढ़ेगा एव इससे दूसरे लोग भी आगे बढ़ेंगे। इसमें सबसे बड़ी बात ये रही कि इसमे हर क्षेत्र के लोगो का चुनाव बिना किसी भेदभाव से किया गया, जो बहुत ही अच्छी बात है। इस तरह का आयोजन होते रहना चाहिये। 

छातापुर विधयाक नीरज कुमार बबलू ने आयोजको को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के कार्य बहुत अच्छा है। अच्छे कार्य करने वाले पीछे हो जाते है बुरे वाले आगे हो जाते है। इस तरह के जारी से अच्छे लोग सामने आएंगे। बिहार में शिक्षा की स्थिति अच्छी नही है। पहले शिक्षित होना जरूरी है। इस समारोह में अलग अलग क्षेत्र के लोगो का चयन कर सम्मानित किया। ये सम्मानित लोग समाज के पूजनीय है। कोई भी सामाजिक कार्य करते है तो हौशला जरूरी है। इस तरह का कार्य सरकार को करना चाहिये। 
सलखुआ शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष सुदर्शन कुमार गौतम ने कहा कि इस तरह का आयोजन हर वर्ष हो ताकि अलग अलग क्षेत्र में अच्छा कार्य कर सके। 
कार्यक्रम को जेडीयू नेता सह वार्ड पार्षद चंद्रमणि,  में जेडीयू छात्र नेता मो शादाब आलम, सलखुआ प्रखंड शिक्षक संघ अध्यक्ष सुदर्शन कुमार गौतम, शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव निरंजन कुमार, सेवा निर्वित शिक्षक महेंद्र नारायण , रोजवैली डायरेक्टर राजीव कुमार, नजरे इमाम, अम्बिका प्रसाद यादव, महखड़ मुखिया सगुप्ता प्रवीण, मो फिरोज आलम,  सलखुआ मुखिया संघ अध्यक्ष मिथलेश विजय, शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार, सेवा निर्वित शिक्षक दीप नारायण यादव, मो वजीह अहमद, जय कृष्ण कुमार, आदि उपस्थित थे।
सभा की अध्यक्षता सुरेंद्र कुमार, सभा के सचिव जय शंकर यादव एव मंच संचालन डॉ आर्य सिंधु ने किया। कार्यक्रम का आयोजक मो अफरोज उर्फ गुड्डो, जय शंकर यादव, सुदर्शन कुमार गौतम सहित कई शिक्षक  आदि ने किया। 

सोमवार, 19 नवंबर 2018

उद्घाटन के चार घंटे में ही डुमरी पूल पर आवागमन हो गया बंद, विधयाक पन्नालाल पटेल ने किया था शुभारंभ

8 वर्ष लग गया डुमरी पुल मरम्मती में, उदघाटन के 4 घंटे में ही हो गया आवागमन बंंद

कोशी बिहार टुडे



कोसी व बागमती नदी के संगम पर बने बीपी मंडल सेतु डुमरी पुल पर चार चक्का हल्के वाहनों का परिचालन सोमवार की शाम शुरू कर दिया गया था। लेकिन उद्घाटन के 4 घंटे बाद ही पुनः परिचालन बन्द हो गया । परिचालन के बंद होने के पीछे कुछ तकनीकी कारण है। जिस कारण इंजीनियर ने तत्काल इसे बंद कर दिया। इंजीनियर के अनुसार चार पहिये वाहन का परिचालन का ट्रायल किया गया था। ट्रायल को बाद तत्काल आवागमन बन्द कर बचे कार्य किया जा रहा है। कार्य पूर्ण होने पर तत्काल ट्रायल पुनः किया जायेगा।  पूल पर आवागमन चालू होने से कोसी व फरकिया के लाखों लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी थी, जिसे तत्काल फिर परेसानी हो गया है। गौरतलब है कि सोमवार को  इस पूल के आवागमन का  शुभारंभ बेलदौर विधायक पन्नालाल पटेल ने किया था। इससे पहले गत 25 सितम्बर को डुमरी पुल पर बाइक व पैदल यात्रियों के लिए परिचालन शुरू हुआ था।
इसकी पुष्टि  एसपी सिंगला कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के के रंजन ने  भी किया था। इनका कहना था कि सिर्फ चार पहिया वाहन का ट्रायल किया गया था। कुछ कार्य बचा है जो किया जा रहा है।

आठ वर्षों के बाद परिचालन हुआ था प्रारम्भ: बता दें कि डुमरी पुल पर वाहनों का परिचालन लगभग आठ वषोंर् के बाद शुरू हुआ था। शायद यही कारण है कि आज यहां के लोग खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। बता दें कि कोसी नदी के कटाव के कारण 29 अगस्त 2010 को डुमरी पुल का पाया धंस गया था। इसके बाद भारी वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया था।
लेकिन कुछ माह बाद बाइक व पैदल यात्री छोड़कर सभी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद 50 करोड़ की लागत से डुमरी पुल के क्षतिग्रस्त भाग के जीर्णोद्धार का काम एसपी सिंगला कंपनी को मिला। एक अप्रैल 2014 को फिर डुमरी पुल के क्षतिग्रस्त भाग को तोड़ दिया गया। आठ पाये को तोड़कर दो पाये का निर्माण किया गया है। इसमें चार पायलन का निर्माण किया गया है।

रविवार, 18 नवंबर 2018

कुसहा त्रासदी मेंबह गया था रेल लाइन, 10 साल लंबा इंतजार के बाद बजेगी बड़ी रेल लाइन की सीटी

10 साल बाद इस रूट पर बजेगी बड़ी रेल लाइन ट्रैन की सीटी, कोसी सीमांचल के लोगो को बड़ा तोहफा

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


कोसी-सीमांचल के लोगों का 10 साल लंबा इंतजार अब खत्म होनेवाला है। पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के समस्तीपुर रेल मंडल के अंतर्गत बनमनखी-बिहारीगंज बड़ी लाइन आमान परिवर्तन का कार्य बनमनखी से बड़हारा के बीच पूरा हो चुका है।
इसके अलावा रेलवे निर्माण कंस्ट्रक्शन के आलाधिकारी बनमनखी-बड़हारा कोठी बड़ी लाइन आमान परिवर्तन कार्य को फाइनल टच देने में जोर-शोर से लगे हैं। उम्मीद है कि बनमनखी-बीकोठी के बीच दिसंबर से ट्रेन शुरू हो जाएगी। पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बनमनखी-बड़हाराकोठी बड़ी लाइन आमान परिवर्तन रेलखंड पर आगामी पांच दिसंबर को मुख्य संरक्षा अधिकारी सीआरएस पूर्वी जोन कोलकाता की आखिरी जांच होगी।
  सीआरएस की आखिरी जांच के बाद बनमनखी-बड़हारा कोठी रेलखंड के बीच स्पीड ट्रायल होते ही मालगाड़ी ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। इसके बाद पायलट इंजन के दौड़ने की तिथि तय की जाएगी और फिर बनमनखी जंक्शन से उद्घाटन होते ही दिसंबर महीने के आखिरी सप्ताह में बड़ी लाइन की ट्रेन की सीटी बजेगी।
 ज्ञात हो कि 21 अगस्त, 2008 को कुसहा तटबंध टूटने से आयी प्रलयंकारी बाढ़ में पूर्णिया-सहरसा छोटी लाइन की पटरी बह गयी थी। इससे यातायात पूरी तरीके से बाधित था। इसके बाद तात्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने पूर्णिया-सहरसा, बनमनखी-बिहारीगंज छोटी लाइन रेलखंड पर बड़ी रेल लाइन बनाने व ट्रेन परिचालन की घोषणा की थी और फंड का आवंटन किया था। बिहारीगंज-कुर्सेला के बीच नयी रेल लाइन बिछाने की आधारशिला रखी थी।
2016 को मेगा-ब्लॉक लिया गया था
​​​​​​​बनमनखी-बिहारीगंज रेलखंड के बीच 31 जनवरी, 2016 को बनमनखी-बिहारीगंज छोटी लाइन रेलखंड का मेगा-ब्लॉक लिया गया था। लेकिन कछुए की गति में कार्य चलने से निर्माण कार्य पर ग्रहण लग गया था। लेकिन निर्माण कंस्ट्रक्शन के अधिकारियों ने दो किस्त में ट्रेन परिचालन करने का टारगेट लिया। पहली किस्त में बनमनखी-बड़हारा कोठी एवं दूसरे किस्त में बड़हारा कोठी से बिहारीगंज के बीच ट्रेन परिचालन करने का टारगेट लिया है।
इस बाबत पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के मुख्य अभियंता महेन्दुघाट पटना आलोक कंसल ने बताया कि बनमनखी-बड़हारा कोठी बड़ी लाइन आमान परिवर्तन कार्य का फाइनल टच दिया जा चुका है। सीआरएस की आखरी जांच कराने के लिए मुख्य संरक्षा अधिकारी सीआरएस को रिर्पोट सौंपी जा चुकी है। दिसंबर के पहले सप्ताह में सीआरएस की आखिरी जांच होना तय है और दिसंबर के आखिरी सप्ताह में ट्रेन परिचालन होना सुनिश्चित है।
श्रोत-हिंदुस्तान

शनिवार, 17 नवंबर 2018

मधुबनी पेंटिंग से सरोबर होगा सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन, आधा दर्जन कलाकार सजा रहे है स्टेशन को

सासंद चोधरी महबूब अली कैसर ने पेंटिंग कर रहे कलाकार से मिलकर किया प्रोत्साहित , आधा दर्जन मधुबनी से आये कलाकार बना रहे सुंदर पेंटिंग

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


मिथिला पेंटिंग से सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन को सुंदर बनाया जा रहा है। मधेपुरा, सहरसा के बाद अब सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन के दीवार पर देश मे धूम मचाने वाला मधुबनी पेंटिंग लोग देख सकेंगे। शुक्रवार को सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन विकास कार्य का जायजा लेने पहुचे सासंद चोधरी महबूब अली कैसर को मिथिला पेंटिंग के कलाकार ने  माला पहनाकर स्वागत किया,  एक पेंटिंग भेंट  किया। कलाकार ने सासंद से अनुरोध किया कि चूंकि सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन का दीवार समतल एव ठीक से प्लास्टर नही है, इसीलिये पेंटिंग दीवाल पर सुंदर नही बनेगा। पेंटिंग सुंदर बने इसके लिये उन्हें बोर्ड उपलब्ध कराया जाये। स्टेशन को मिथिला पेंटिंग से सजा रहे स्वयं सेवी संस्था माँ चंद्रकला राजेश्वर सेवा संस्थान मधुबनी के सचिव  रानी सिंह ने बताई की सिमरी बख्तियारपुर में आकर्षक पेंटिंग बनाया जा रहा है जो लोगो को पसंद आयेगा। गौरतलब है कि सिमरी बख्तियारपुर में विगत एक सप्ताह से स्टेशन के दीवार पर मिथिला पेंटिंग से सजाया जा रहा है। प्लेटफॉर्म एव प्लेटफार्म के बाहर सभी दीवारों को मिथिला पेंटिंग से सुंदर बनाया जायेगा।


सासंद चौधरी महबूब अली कैसर शुक्रवार को सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन का निरीक्षण कर स्टेशन में हो रहा विकास कार्य को देखा। सासंद स्टेशन के प्लेटफार्म, मुसाफिरखाना, एव पे-शौचालय का निरीक्षण किया। पे-शौचालय में विकलांग को जाने एव स्टेशन पर बिकलांग को चढ़ने में व्हीलचेयर सहित संसाधन की व्यवस्था करने का निर्देश स्टेशन अधीक्षक दिलीप विश्वास को दिया। सासंद ने कहा अगर जरूरत पड़ी तो डीआरएम से बात किया जायेगा। लोगो के द्वारा सासंद से मांग किया कि एक भी एक्सप्रेस गाड़ी में पार्सल की सुबिधा नही है। जिन कारण कोई सामान दिल्ली या कोलकत्ता से लाने में परेसानी हो रही है। सासंद ने कहा कि पुरबिया एव एक और कोई एक्सप्रेस गाड़ी में पार्सल दिलाने के लिये वे प्रयास करेंगे।

सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन को आदर्श स्टेशन का दर्जा मिला है। सासंद चौधरी महबूब अली कैसर ने स्टेशन का विकास के लिये 75 लाख रुपये दिया था। कुल साढ़े तीन करोड़ की लागत से सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन के दो प्लेटफार्म, ओवरब्रिज, यात्री शेड, पे-शौचालय, प्रथमश्रेणी विश्रामालय, एव स्टेशन के सर्किल एरिया को सुंदर बनाया। साफ-सुंदर स्टेशन के लिये डीआरएम आर के जैन ने 4 हजार रुपये का पुरुष्कार भी दिया। सासंद के साथ रेल परामर्श दात्री समिति के सदस्य अबू ओसामा मुख्य रूप से उपस्थित थे।

शुक्रवार, 16 नवंबर 2018

जिस बेटा को पिता ने कभी ना दिया प्यार, वही बेटा बडा होकर किया मा-बाप के लिये ऐसा काम की चारो और हो रहा तारीफ

स्कूल परिसर में लगाया मा-बाप का मूर्ति, पूर्व केंद्रीय मंत्री एव सासंद, विधयाक से कराया माल्यार्पण
पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर ने किया मूर्ति का लोकार्पण
लोकार्पण के मोके पर सासंद चोधरी महबूब अली केसर, विधयाक नीरज कुमार बबलू, पूर्व विधायक आलोक रंजन, संजीव झा, रामनरेश सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


सहरसा जिले के बलबाहाट ओपी के शंकरपुर में बिहार पशुपालन विभाग में कार्यरत डॉ प्रभात कुमार सिंह ऊर्फ बॉबी ने दिवंगत माता-पिता की मूर्ति का अनावरण कराकर वेसे लोगो को एक संदेश देने का काम किया जो पुत्र आज मा-बाप को बोझ समझते है। अपना खुद बिहार पशुपालन सेवा में कार्यरत है तो पत्नी  तरणि कुमारी सिवान के वर्तमान जिला बाल विकास पदाधिकारी के पद पर कार्यरत है।  पूर्व केंद्रीय मंत्री सी पी ठाकुर, सासंद चोधरी महबूब अली कैसर, छातापुर विधायक नीरज कुमार बबलू, पूर्व विधायक आलोक रंजन, संजीव झा, ने माल्यार्पण किया।

इस मोके पर लोगो को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर ने कहा कि आजकल बूढ़े माता-पिता का बच्चे सेवा ही नही करता है। डॉ प्रभात ने अदुतीय कार्य किया है। आजकल का लड़का जितना ज्यादा पढ़ता है उतना ही मा-बाप को दूर रखता है। हम बराबर बीमार रहते थे, फिर भी  कभी भी पढ़ाई नही छोड़े। बिहार में पढ़ाई में ह्रास हुआ है। यहां शिक्षा का स्तर अच्छा नही है। शत्रुघ्न बाबू स्कूल प्रतिदिन समय पर जाते थे। कभी भी स्कूल लेट नही गया। बिहार का लड़का पूरे देश मे पढ़ाई में धूम मचा रहा है। कोई भी परीक्षा में यहां का लड़का का बेहतर रिजल्ट रहता है। बिहार में पढ़ाई की व्यवस्था ठीक करना होगा। बिहार का गार्जियन  सबसे ज्यादा अपने बच्चे पर ध्यान देता है। 
हज कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सासंद चौधरी महबूब अली कैसर ने कहा कि शत्रुघ्न हमारे गार्जियन थे। कोसी की धरती पर हमारे गार्जियन सीपी ठाकुर पहुचे, हमलोगों के खुशी की बात है। शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है कि इनके बिना जिंदगी ही बेकार है। शत्रुघ्न बाबू ने शिक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया है। 

विधयाक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि डॉ साहब ने प्रेरणादायक कार्य किया है। ये मा-बाप के प्रति बेटा का कर्तव्य निभाया है। इलाके के उत्थान में शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान होता है। शत्रुघ्न बाबू ने शिक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया। विपरीत परिस्थितियों में शिक्षा को ऊपर उठाया है। गरीब के बच्चे को अच्छा शिक्षा के लिये सरकार अनुदान की व्यवस्था करे। 
माता-पिता के नाम पर खोला स्कूल---
डॉ प्रभात कुमार सिंह उर्फ बॉबी खुद पशुपालन में कार्यरत है। पत्नी तरणि कुमारी सीवान जिले के जिला वाल विकास परियोजना पदाधिकारी पद पर कार्यरत है। पिता शिक्षक से सेवानिवृत्त होने के बाद पत्नी योगमाया देवी के नाम पर आवासीय योगमाया सुमन पब्लिक स्कूल खोला। शत्रुघ्न सिंह एक योग शिक्षक थे। शिक्षा के क्षेत्र में इनका बहुत बड़ा योगदान दिया। इस स्कूल में 5 गरीब के बच्चे जो अनाथ है को मुप्त पढ़ाई किया जाता है। इस मोके पर पांच सेवानिवृत्त शिक्षक को सम्मानित किया गया। सभी शिक्षक को चादर एव रामायण भेंट किया। डॉ बॉबी के द्वारा माता-पिता के मूर्ति स्कूल में स्थापित कर अनावरण कराया जहा लोगो ने सराहा। 

बुधवार, 14 नवंबर 2018

भगवान राम से जुड़े तीर्थस्थल का दर्शन करना है रामायण एक्सप्रेस में बुक कराये अपना टिकट


16 दिन का स्पेशल ये ट्रैन हिंदुस्तान के भगवान राम से जुड़े सभी स्थलों से होकर गुजरेगी

कोशी बिहार टुडे

 रेलवे 14 नवंबर को श्री रामायण एक्सप्रेस शुरू कर रही है। इस ट्रेन की खासियत ये है कि यह ट्रेन भगवान राम के जीवन के जुड़े सभी महत्वपूर्ण स्थलों से होकर गुजरेगी। 16 दिन के यात्रा पैकेज के दौरान स्पेशल ट्रेन से रामायण के सभी तीर्थ स्थलों पर जाया जा सकेगा। सफदरजंग स्टेशन से शुरू 16 दिन के पैकेज में राम से जुड़े स्थलों के दर्शन होंगे। रेलवे की तरफ से घोषणा की गई थी कि जो यात्री श्रीलंका जाने के इच्छुक हैं उन्हें चेन्नई से कोलंबो का हवाई टिकट बुक कराना होगा।
श्री रामायण एक्सप्रेस की घोषणा जुलाई में रेल मंत्री पीयूष गोयल की तरफ से की गई थी। ट्रेन को 14 नंवबर यानी बुधवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। ट्रेन में एक बार में 800 यात्रियों के सफर करने की सुविधा है। ट्रेन का पहला पड़ाव अयोध्या, हनुमान गढ़ी, रामकोट और कनक भवन मंदिर होगा। यहां दर्शन करने के बाद पर्यटक ट्रेन नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हंपी और रामेश्वरम जाएगी।
किराया प्रति व्यक्ति 15,120 रुपए होगा। इस ट्रेन में आप अयोध्या से रामेश्वरम तक घूम सकेंगे। फिर फ्लाइट से श्रीलंका के कैंडी, कोलंबो भी जा सकेंगे। इसके लिए 36,970 रुपए का किराया अलग से देना होगा। इस पूरे टूर को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (IRCTC) की तरफ से मैनेज किया जा रहा है। नई दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से शुरू होने वाली रामायण एक्सप्रेस अयोध्या, नंदीग्राम, जनकपुर, वाराणसी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हंपी और रामेश्वरम से होकर गुजरेगी। आईआरसीटीसी ने हाल ही में 28 अगस्त से 9 सितंबर 2018 तक त्रिवेन्द्रम के रामायण सर्किट से पंचावती, चित्रकूट, श्रिंगवेरपुर, तुलसी मानस मंदिर, दरभंगा, सीतामढ़ी, अयोध्या और रामेश्वरम तक एसी पर्यटक ट्रेन संचालित की।

सोमवार, 12 नवंबर 2018

राजद नेता बरकत अली ने गरीब महादलित छठव्रती के बीच वितरण किया साड़ी

कई सामाजिक कार्य मे बढ़ चढ़कर लेते है भाग

कोशी बिहार टुडे, सहरसा

फ्रेंड्स ऑफ तेजश्वी के जिला संयोजक बरकत अली ने सोमवार को  सलखुआ प्रखंड के मोबारकपुर पंचायत के फैनसाहा मुसहरी में दो दर्जन  महादलित महिला के बीच साड़ी का वितरण किया। इस मोके पर उन्होंने कहा कि छठ पर्व आस्था का पर्व है। हिन्दू भाई गरीब हो या अमीर बडा श्रद्धा के साथ पर्व को मनाता है। सुद्धता का प्रतीक ये पर्व में लोगो की बड़ी आस्था है। साड़ी वितरण के मोके पर महादलित महिला काफी खुश दिखी। गौरतलब है कि जिला संयोजक बरकत अली के द्वारा इस तरह के सामाजिक कार्य बराबर करते रहते है। साड़ी वितरण के मौके पर मो मशीर आलम, मो आजाद आलम, मो अफरोज, हसमत अली, पृथ्वी सादा, जगदेव सादा, पोचन सादा, अर्जुन सादा, सिबन सादा, अरविंद सादा सहित दर्जनों लोग मौजूद थे। 

एनडीए के एकमात्र मुश्लिम सासंद चौधरी महबूब अली कैसर ने कोसी मुख्यालय सहरसा में एम्स की निर्माण की मांग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र

कोसी में प्रमंडल के अलावा कोई भी सुबिधा नही, एम्स के बनने से कोसी सीमांचल के लाखों लोगों को होगा लाभ

 कोशी बिहार टुडे, सहरसा


कोसी मुख्यालय सहरसा में एम्स खुलने की मांग को लेकर  हज कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सासंद चौधरी महबूब अली कैसर ने स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण मंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि कोसी मुख्यालय सहरसा  में सिर्फ एक प्रमंडल के अलावा कुछ नही है। एक निजी  लार्ड बुद्धा मेडिकल कॉलेज खुला भी था, लेकिन मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया के निहित मानक को पूरा नही करने के कारण बंद हो गया। यहां के लोगो को इलाज के लिये पटना एव दिल्ली के अलावा दूसरा कोई रास्ता नही है। कोसी के अलावा सीमांचल के लोगो को भी सहरसा में एम्स खुलने से लाभ मिलेगा। 

 सांसद श्री  कैसर ने पत्र में कहा है कि कोशी का इलाका पिछ्डा इलाका है। सहरसा कोशी प्रमंडल का मुखालय है यहाँ एम्स होने से कोसी, सीमांचल, भागलपुर एवं मुंगेर प्रमंडल के  करीब छह जिले के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। सासंद श्री चौधरी ने कहा कि इस बारे में वे जल्दी ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात करेंगे एव  सहरसा मुख्यालय में एम्स की मांग को लेकर अवगत करायेंगे। 
दरभंगा के एम्स जाने से निराश है कोसी के लोग---
सहरसा मुख्यालय में एम्स की मांग विगत डेढ़ वर्ष से कोसी क्षेत्र के लोग कर रहे है। इसको लेकर धरना-प्रदर्शन के अलावा हवन तक किया गया था, वावजूद राजनेताओं के असहयोग रवैया के कारण एम्स सहरसा में नही बन सका। अब सहरसा में सभी दल के लोग एम्स की मांग को लेकर बडे आंदोलन की रूपरेखा करने की तैयारी में लगा है। 

रविवार, 11 नवंबर 2018

मुश्लिम मुखिया ने छठव्रती के बीच वितरित किया पीतल के सुप, क्षेत्र में बना चर्चा का विषय


प्रत्येक साल पीतल का सुप वितरण कर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल कायम करती है मुखिया शगुफ्ता प्रवीण

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


लोकअास्था का महापर्व छठ को लेकर सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के महखड़ पंचायत की मुखिया सगुफ्ता प्रवीण प्रत्येक साल अपने आवास पर छठ व्रतियों के बीच पीतल का सुप वितरण कर मिशाल कायम कर रही है।
रविवार को सिमरी बख्तियारपुर एसडीओ अरविंद कुमार की उपस्थिति में दर्जनों छठव्रतियों के बीच पीतल का सुप वितरण कर गंगा-जमुनी तहजीब की मिशाल बन गई है।
एसडीओ अरविंद कुमार ने मुखिया प्रतिनिधि फिरोज आलम की इस कार्य की प्रसंसा करते हुये कहा कि लोकआस्था का यह पर्व अन्य धर्मो के लोगो में भी आस्था पैदा करता है। जब से सगुफ्ता परवीन  पंचायत की मुखिया बनी है इस तरह के धार्मिक कर रहे हैं यह बहुत ही सराहनीय है।
मुखिया प्रतिनिधि फिरोज आलम ने बताई कि पर्व किसी भी धर्म का हो आस्था होना जरूरी है। हमारे इलाके में छठ पर्व का एक विशेष महत्व है। मुखिया प्रतिनिधि होने के नाते हमने आज वैसे लोगों के बीच सुप वितरण किया जो पर्व तो करते है लेकिन महगाई उन्हें परेशान करती है। पीतल का सुप अगर एक बार वैसे परिवारों को मिल जायेगा तो प्रत्येक साल बांस का सुप खरीदनें से बच जायेगी।
वही मुखिया के इस कार्य को कई गणमान्य लोगों ने सराहा है।इस अवसर पर सुरेश प्रसाद यादव,अनिशुर रहमान,राजेश यादव,विलाश मेहता,संतोष यादव,रमेश सादा,मनोज यादव,मनोज यादव, सदानंद मेहता,मनोज  चौधरी,मो जहूर आलम,मो साकिर,मो असफाक आलम,मो सौहराब,पैक्स अध्यक्ष रंजीत यादव,हाजी रूस्तम अली,मिथलेश दास,अंजार आलम,अशोक मेहता आदि लोग मौजूद रहें।

शनिवार, 10 नवंबर 2018

सहरसा जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र में तमंचे के बल पर सेविका के पति-पुत्र का अपहरण

इलाका में चर्चा है कि पकुड़वा विवाह के लिये किया गया था अपहरण, देर शाम पिता-पुत्र सुरक्षित वापस

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


सलखुआ थाना के सलखुआ  गॉंठ टोला  में गुरुवार की रात घर मे सोये पिता-पुत्र का अपहरण कर लिया है। माली बेलदौर (खगड़िया) के अरुण यादव, सलखुआ निवासी अजीत यादव व अन्य चार के द्वारा अपहरण कर लिए जाने का रिपोर्ट थाना में दर्ज किया गया है। दर्ज रिपोर्ट में आंगनवाड़ी सेविका मीरा देवी के द्वारा बताया गया है कि बीते गुरुवार की रात करीब 12 बजे सभी नामजद मेरे घर आकर मेरे पुत्र भूषण कुमार एवं पति अरविंद यादव को अपहरण कर ले गया, मेरे द्वारा विरोध करने पर  गाली गलौज करते धमकी दिया कि अगर किसी को कहा तो दोनों को जान से मार दूंगा। दूसरे तरफ सेविका के बेटे की शादी की चर्चा इलाके में हो रहा है। भूषण का शादी की चर्चा चौक-चौराहा पर सुनने को मिलता है। थानाध्यक्ष तरुण कुमार तरुणेश ने बताया कि प्राप्त आवेदन पर रिपोर्ट दर्ज कर करवाई प्रारम्भ कर दी गई है। हालांकि शनिवार की देर शाम पिता-पुत्र सुरक्षित वापस घर लौट आया था। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रहा है।

शुक्रवार, 9 नवंबर 2018

कोई पागल है धन दौलत का कोई सुंदर नारी का सच्चा पागल वो है जो भक्त है माँ काली का


काली पूजा के मौके पर भव्य जागरण का आयोजन
सासंद चोधरी महबूब अली कैसर मुख्य रूप से रहे उपस्थित, घंटो बैठकर कार्यक्रम का लुत्फ उठाते रहे
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

काली पूजा के मोके पर नगर पंचायत मुख्यालय के हटियागछि में दो दिवसीय भव्य जागरण का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का फीता काटकर उद्घाटन एसडीओ अरविंद कुमार, डीएसपी मृदुला कुमारी, थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, वार्ड पार्षद चंद्रमणि, भाजपा नेता नीलम भगत, कार्यक्रम का आयोजक सुरेंद्र भगत, श्रवण भगत, कामलेशरी भगत, सुशील जायसवाल, डॉ आनद भगत,पूर्व जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन, संजीव भगत, आदि ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में पहुचे सासंद चोधरी महबूब अली कैसर ने उस तरह के कार्यक्रम के।लिये आयोजक सुरेंद्र भगत की तारीफ किया, एव घंटो बैठकर कार्यक्रम को देखा। सासंद के पहुचने पर सुरेंद्र भगत ने सासंद को माला पहनाकर स्वागत किया। 

जागरण टीम के कलाकार धीरज सिंह के द्वारा मा के जयकारे पर सबको झूमने जो मजबूर हो गया। कार्यक्रम की शुरआत गणेश वंदना के साथ हुई। 
गणेश जी स्तुति...
दुःखीयन पर कृपा करो, करे तेरी सेवा,   जय गणेश देवा जय गणेश देवा
जय गणेश जय महादेवा, जय गणेश जय महादेवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा वही दूसरी वंदना में..
कोई शिव को जपे, कोई जपे राम
कष्ट को मिटाने वाला है हनुमान
मुज्जफरपुर की वैष्णवी ने गाने पर श्रद्धालु को झूमने पर मजबूर कर दिया।
कोई पागल है धन दौलत का कोई सुंदर नारी का
सच्चा पागल वो है जो भक्त है  माँ काली का
देखो मैया काली का दरबार निराला है
आया है दरबार मे जो बड़ा किस्मत वाला है।

राजस्थान से आये कलाकार बाशुकीनाथ  ने घड़ा बजाकर लोगो का दिल मोह लिया। 

भास्कर ग्रुप कोलकाता के कलाकार के द्वारा एक से बढ़कर एक झांकी पेश किया। इस ग्रुप के कलाकार के द्वारा भगवान शिव के कई नाटक का मंचन बेहतरीन ढंग से किया। इन नाटक में शिवजी का तांडव नृत्य सबसे अच्छा रहा। पूरे रात्रि कलाकार एव भास्कर ग्रुप के कलाकार ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया एव लोगो का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत के पूर्व मा काली की विशेष पूजा आयोजक के साथ पदाधिकारी एव स्थानीय नागरिक के द्वारा किया गया। उसके बाद आरती का आयोजन हुआ। आरती के बाद महाप्रसाद का वितरण हुआ। उसके बाद  कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ जो देर रात्रि तक चला। 

छठ महापर्व: आस्था का महापर्व छठ आज भी आधुनिकता की चकाचोंध से कोसो दूर


मन की सुद्धता एव सात्विकता के साथ लाखो लोगो का आस्था का है जुड़ाव
कोशी बिहार टुडे

छठ महापर्व में परंपरा की प्रधानता होती है। मन की शुद्धता व सात्विकता के साथ प्रकृति व मिट्टी से जुड़ाव देखी जाती है। समय के साथ इस पर्व में आधुनिकता का समागम हुआ पर परंपरा आज भी पुरानी है।

भले ही हम रोजाना ब्रश और टूथपेस्ट से मुंह धोते हैं पर इस महापर्व को दौरान व्रती दातुन से मुंह धोते हैं। आम दिनों में हम घर में आरओ, नल पानी का इस्तेमाल करते हैं, पर छठ का प्रसाद बनाने के लिए गंगा जल या कुएं के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। स्टील आदि के बर्तनों के बदले पीतल, तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल होता है। घरों में हम रोटी पैकेटबंद आटा की बनाते हैं पर प्रसाद के लिए गेहूं को सुखाकर धोया जाता और पिसवाया जाता है। बर्तन धोए जाएंगे और गंगाजल भरकर घर लाए जाएंगे। प्रसाद बनाने के लिए गैस चूल्हे का नहीं बल्कि मिट्टी के चूल्हे का प्रयोग किया जाता है।

 पूजन में जहां परंपरा की आज भी प्रधानता देखी जाती है, वहीं व्रतियों ने परिस्थिति व बदलते समाज के हिसाब से आधुनिकता का भी इसमें समावेश किया है। परंपरा है कि व्रती 36 घंटे निर्जला उपवास के दौरान मिट्टी पर ही सोते हैं।  आज शहरों में मिट्टी के घर कहां मिलेंगे। व्रती सोते तो हैं भूमि पर ही पर वह आज पक्का हो गया है।
किसी पंडित की जरूरत नहीं पड़ती
इसमें पूजा-अर्चना के लिए किसी पंडित या शास्त्रों की जरूरत नहीं पड़ती है। छठ व्रती ही सारे कर्मकांड करते हैं। इसमें उनका पूरा परिवार और आस-पड़ोस के लोग कर्मकांड की जटिलताओं को कम करते हैं। वहीं हमारा समाज बदल रहा, बोलचाल, भाषा, संस्कृति, आचार-विचार सबमें बदलाव दिखता है। हमारी संस्कृति, पाश्चात्य संस्कृति से प्रभावित हो रही है। पर छठ पर्व ऐसा है जिसमें कोई बदलाव नहीं आया है।
पवित्रता का रखा जाता है ख्याल
आज भी पवित्रता का उसी तरह ख्याल रखा जाता है जैसे सदियों पहले रखा जाता था। कर्मकांड विशेषज्ञ पं. भवनाथ झा कहते हैं कि हमारे अन्य पर्वों में जहां आधुनिकता के कारण पर्याप्त परिवर्तन आ चुका है, वहीं छठ पर्व में हम पाते हैं कि लगभग 13वीं शती से जो विधान शास्त्रों में पाये जाते हैं, वे आज भी सुरक्षित हैं। यह इस पर्व के प्रति असीम आस्था का परिणाम है।

गुड़ की जगह ली चीनी की खीर
खरना के प्रसाद में गुड़ की खीर की प्रधानता होती है पर आज चीनी की खीर का प्रचलन होने लगा है। पहले परिधान में सूती का अधिक इस्तेमाल होता था पर आज सिल्क भी लोग पहनने लगे हैं।

कोई वाहन से जाता है तो कोई घर की छत पर देता है अर्घ्य
परंपरा है घाटों तक पैदल जाने का। घर से घाट तक व्रती के परिजनों द्वारा सिर पर छठ प्रसाद का दउरा लेकर जाने की परंपरा है। पर आज व्रती के परिजन घर से घाटों तक पैदल जाने के बदले वाहनों से पहुंचते हैं। सिर पर दउरा लेकर जाने की बजाय गाड़ी या ठेले पर लेकर दउरा लेकर जाते हैं। लोग ई-रिक्शा को भी छठ व्रत की प्रसाद को ढोने के लिए इस्तेमाल करने लगे हैं। पोखड़ में  पानी प्राय: कूड़ा-कचरा से मिश्रित होता है। व्रती मजबूरी में  घर पर छत पर ही या अस्थायी तालाब बनाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य देते हैं।

प्रकृति से जुड़ाव का पर्व
छठ महापर्व में प्रकृति और मिट्टी से जुड़ाव  देखी जाती है। सूर्य की उपासना करते हैं। स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है तो जल में अर्घ्य देते हैं। छठ महापर्व में अर्घ्य के सामानों पर नजर डालें तो सबके सब प्रकृति से जुड़े हैं। अर्ध्य में नए बांस से बनी सूप व डाला का प्रयोग किया जाता है। मान्यता है कि सूप से वंश में वृद्धि होती है और वंश की रक्षा भी।  प्रसाद में  ईख चढ़ता है। यह आरोग्यता का द्दोतक है। इसमें ठेकुआ चढ़ाया जाता है जो समृद्धि का द्दोतक है। मौसम के फल अर्पित किये जाते हैं।  मौसम के फल, फल प्राप्ति के द्दोतक हैं। छठ गीतों में भी प्रकृति से जुड़ाव महसूस होता है।
श्रोत-हिंदुस्तान

मंगलवार, 6 नवंबर 2018

हाट-सैरात की जमीन पर दशको से कुंडली मारकर अवैध कब्जा कर दुकान बनाने बाले के ऊपर चलेगा प्रशासन का बुलडोजर

हटिया की जमीन को अवैध कब्जा कर दूसरे को दे रखा है किराया पर

एसडीओ ने हटिया पहुच अवैध अतिक्रमण का किया निरीक्षण
कोशी बिहार टुडे

 अनुमंडल पदाधिकारी  अरविंद कुमार ने मंगलवार को हटिया गाछी पहुंच अतिक्रमण किए हुए जमीन का जांच-पड़ताल किया। एसडीओ श्री कुमार ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिया कि जितने भी लोग दुकान बनाकर अवैध ढंग से हटिया की जमीन को कब्जा किया है, उन्हें खाली करने का नोटिस दें,  इसके अलावा माइक से भी खाली करवाने का प्रचार करावे, इसके बावजूद भी अगर अतिक्रमणकारी हटिया की जमीन को खाली नहीं करता है तो एक निश्चित टाइम देख कर अनुमंडल प्रशासन हटिया की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करेगी।
4 एकड़ जमीन है हटिया मैं---

अंचल अंचल कार्यालय सिमरी बख्तियारपुर से नगर पंचायत को सुपुर्द किया गया कागजात में हाट एव गुदरी  की जमीन लगभग 4 एकड़ है। हॉट एवं गुदरी को 4 एकड़ जमीन होने के बावजूद स्थल पर 10 कट्ठा जमीन भी खाली नहीं है।  हाट एव गुदरी के जमीन खाली होने पर  नगर पंचायत द्वारा दुकान बना देने के बाद जहां नगर पंचायत को अच्छा खासा राजस्व मिलेगा वहीं बाजार की सुंदरता भी बढ़ेगी।
क्या कहती है नगर अध्यक्षा---
नगर अध्यक्ष रोशन आरा ने बताई की जमीन पर अबेध ढंग से दुकान बनाए हुए लोगों को चिन्हित कर उन्हें नोटिस दिया जाएगा। नोटिस देने के बावजूद अगर  दुकान नहीं हटाता है और प्रशासन की मदद से पूरे हटिया को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा।

सोमवार, 5 नवंबर 2018

भारत से नेपाल पहुंची पहली पैसेंजर ट्रेन, नेपालवासियो को मिली रेल संपर्क की नई सौगात


नेपाल में हजारों लोगों ने किया भारतीय रेल का स्वागत
नेपालवासियों को रविवार के दिन भारत से रेल संपर्क की एक नई सौगात मिली। 
कोशी बिहार टुडे

भारत से यात्रियों को लेकर पहुंची पहली पैसेंजर ट्रेन के स्वागत के लिए पूर्वी नेपाल के औद्योगिक शहर बिराटनगर के स्टेशन पर हजारों लोग उपस्थित थे। इस लाइन पर गाड़ियों को चालने का अभी परीक्षण चल रहा है। भारतीय रेल नेटवर्क को नेपाल से जोड़ने वाला यह मार्ग 18.1 किलोमीटर का है। रेलगाड़ी पर पर भारत और नेपाल के ध्वज फहरा रहे थे। यह बिहार में बथनाहा से नेपाल के मोरांग जिले में कटहरी होते हुए कटहरी स्टेशन पर पहुंची।
अधिकारियों ने बताया कि नेपाल की ओर हजारों की संख्या में लोगों ने स्टेशन पर पहुंचकर इस रेलगाड़ी का स्वागत किया। इस रेल लाइन पर रेलगाड़ी के आवागमन का परीक्षण भारतीय रेल के अभियंताओं की निगरानी में किया गया। इसमें निर्माण कंपनी के अधिकारी भी शामिल थे। इस 18.1 किलोमीटर के रेलमार्ग का 13.1 किलोमीटर हिस्सा नेपाल में पड़ता है। इस रेलमार्ग की अनुमानित लागत 4.48 अरब डॉलर है। भारत ने यह धन भारत अपनी आर्थिक सहयोग नीति के तहत खर्च कर रहा है। हालांकि नेपाल और भारत ने इस योजना को दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन भूमि के मुआवजा समेत अन्य विवादों के के चलते इसमें देरी हुई।
दिसंबर में शुरू हो सकती है नियमित यातायात सेवा...
भारत और नेपाल के बीच ब्रॉड गेज पर पहले यात्री ट्रेन के इस साल दिसंबर में शुरू होने की संभवना है। यह ट्रेन बिहार में जयनगर से नेपाल में जनकपुर जोन के धनुषा जिले के कुर्था तक चलेगी। जय नगर कुर्था रेल खंड की लंबाई 34 किलोमीटर है। सूत्रों ने बताया कि जयनगर में संभवत: एक आव्रजन चेक नाका बनाया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी आव्रजन ब्यूरो या राज्य सरकार की होगी। इस रास्ते से आनेजाने के लिए भारतीय और नेपाली नागरिकों को वीजा की जरूरत नहीं होगी। नेपाली अधिकारियों ने रेलवे को सूचित किया है कि यह सेक्शन चार यात्राओं के लिए खुला रहेगा और आठ से 16 घंटे की शिफ्ट में काम करेगा। इस रूट पर पहली ट्रेन यात्री गाड़ी होगी, लेकिन नेपाल के अधिकारियों का कहना है कि वे यात्री और माल गाड़ी दोनों चलाना चाहते हैं। एक अन्य सूत्र ने बताया कि नेपाल इस रूट के लिए भारत से रैक, कोच और अन्य चीजें लीज पर ले रहा है। विदेश मंत्रालय की इस संबंध में रेलवे और नेपाल सरकार तथा अन्य पक्षकारों के साथ अंतर-मंत्रालयी स्तर की कई बातचीत हुई है।  इस संबंध में अभी और बैठक होने की संभावना है। नेपाल और भारत के बीच चार अलग अलग स्थानों पर रेलवे लाइन बिछाने की योजना है, इनमें से एक रक्सौल को काठमांडू से जोड़ने वाला है।
सौजन्य-जी न्यूज

शनिवार, 3 नवंबर 2018

हाट-सैरात की जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर मची है होड़ कई एकड़ जमीन हाट-सैरात को, खाली एक एकड़ भी नही


हाट-सैरात की जमीन और अवैध ढंग से झोपड़ी बनाकर लगा रखा है किराया
लोगो की मांग, जमीन की नापी कर पहले चहारदीवारी, इस जमीन में दुकान बन जाये तो नप को होगा लाखो का राजस्व
कोशी बिहार टुडे सहरसा

आजकल सरकारी जमीन पर कब्जा लेकर नगर पंचायत में होड़ मची है। जिनको जहा भी मन हो रहा है अपने अपने तरीके से सरकारी जमीन पर कंट्रक्शन का कार्य कर रहा है, तो कोई झोपड़ी बनाकर ही किराया पर लगा दिया है।उच्च विद्यालय सिमरी बख्तियारपुर के पीछे  हाट-सैरात की जमीन को अवैध अतिक्रमण के खिलाफ आजतक अनुमंडल प्रशासन करवाई करने में बिल्कुल ही दिलचस्पी नही ले रहा है। स्थिति ये है कि कई एकड़ के हाट-सैरात की जमीन को पूर्व में कई दबंग दुकान, मकान एव अवैध ढंग से कब्जा किया है। स्थिति ये है कि कई वर्षों से लोग कब्जा किये है। ना तो नप एव ना ही अनुमंडल प्रशासन इस हाट-सैरात की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने में दिलचस्पी ले रहा है। 

नप ने एक को भेजा नोटिस---
बड़ी दुर्गा स्थान गली के हटिया जाने वाली रास्ते मे हाट-सैरात की जमीन में अवैध कब्जा कर पक्का निर्माण किया जा रहा है। नप को जब सूचना मिला तो तत्काल पक्का निर्माण करा रहे सत्येन्द्र भगत को नोटिस भेजकर पक्का निर्माण बन्द करने एव जमीन सबंधी अगर कोई कागजात है तो नप को उपलब्ध कराने का आदेश दिया। वावजूद नप को कागजात उपलब्ध नही कराया गया। लेकिन चुपके चुपके निर्माण कार्य करता रहा। पुलिस को नप के द्वारा सूचना देने के बाद पुलिस पहुच निर्माण कार्य पर रोक लगाया। सवाल है कि इस तरह के कई लोग  हाट-सैरात की जमीन पर कब्जा कर लिया है एव कई लोग कब्जा के फिराक में लगा है। 
लोगो की मांग, जमीन की नापी कर सीमांकन करे--
लोगो का कहना है कि जिस तरह लोग इस सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर सक्रिय है एव प्रशासन सोया हुआ है, वावजूद इन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कोई करवाई नही कर रहा है वो दिन डर नही की जब हाट-सैरात सिर्फ कागज पर रहेगा स्थल पर दुकान एव मकान रहेगा। 
1 करोड़ 72 लाख दुकान के लिये आवंटित---
उच्च विद्यालय सिमरी बख्तियारपुर से पश्चिम लोगो के मुताबिक हाट-सैरात की लगभग 10 एकड़ जमीन है। लेकिन इस समय जमीन खाली के नाम पर एक एकड़ भी नही है। नगर पंचायत में उक्त जमीन में दुकान बनाने को लेकर 1 करोड़ 72 लाख रुपये आवंटित है। कई बार अंचलाधिकारी को जमीन की नापी करने का आग्रह नप के द्वारा किया गया, वावजूद इस हाट-सैरात की जमीन से अतिक्रमण हटाने में दिलचसपी नही ले रहा है। जब तक अतिक्रमण नही हटेगा दुकान कैसे बनेगा। 

क्या कहती है नप अध्यक्ष---
नगर पंचायत अध्यक्षा रौशन आरा ने बताई की सरकारी जमीन पर पक्का निर्माण की जानकारी मिलने पर भवन बना रहे सत्येन्द्र भगत को नोटिस दिया गया है कि अगर जमीन का आपके पास कागजात है तो नगर पंचायत को उपलब्ध कराये। निर्माण कार्य को रोकने के लिये थाना को भी सूचना दिया है। 
क्या कहते है कार्यपालक पदाधिकारी---
कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि हाट-सैरात की जमीन पर दुकान बनेगा। ये तभी संभव है जब अतिक्रमण हटेगा। अतिक्रमण हटाने के लिये कई बार सीओ को लिखा जा चुका है लेकिन इस दिशा में करवाई नही हो रहा है।

गुरुवार, 1 नवंबर 2018

डीलर गटक गया गरीबो का 97 क्विंटल खाद्यान, जिन लाभुक का खाद्यान को बेचा दो वर्ष से कोसी तटबन्ध के स्पर पर लिया है शरण


सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचयात के मुखिया संजू देवी ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर जिले के कोई वरीय अधिकारी से जांच कराने की मांग किया

कोशी बिहार टुडे

सलखुआ प्रखंड के कोसी  तटबन्ध के अंदर एव वर्षो से बांध के स्पर पर जीवन गुजार रहे सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचयात के  बाढ़ पीड़ित के 97.15 क्विंटल खाद्यान को काला बाजार में डीलर ने बेच दिया। जनता को बरगलाने के लिये 59 पैकेट लगभग 29.75  क्विंटल खाद्यान्न को स्पर पर एक व्यक्ति दानी चोधरी के आवास में रख दिया। लेकिन शिकायत के बाद ना तो एसडीओ एव ना ही बीएसओ ने जांच में कोई दिलचस्पी लिया। सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का और क्या सबूत हो सकता है। 
क्या है मामला---
सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचायत के वार्ड नंबर1, 2, एव 3 के लाभुक का डीलर शिवजी पांडेय है। वेसे तो शिवजी पांडेय सिमरी बख्तियारपुर के नगर पंचायत के पुरानी बाजार में रहते है। यही से सलखुआ में जनवितरण प्रणाली की दुकान करते है। अलानी पंचयात के मुखिया संजू निषाद को लाभुकों ने शिकायत किया की डीलर बराबर राशन-किरासन ठीक से नही देता है। इसी में जब मुखिया ने कई लाभुक का राशन कार्ड का जांच किया तो डीलर ने बिना राशन-किरासन दिए ही कार्ड पर अक्टूबर माह का अनाज अंकित कर दिया। वार्ड नंबर 2 के लाभुक अदवा देवी, सुनीता देवी, मीरा देवी, गीता देवी, अनिता देवी, देवली देवी, अंजन देवी, तेतरी देवी, सहित कई दर्जन ऐसे लाभुक है जिनका कार्ड पर बिना राशन दिए ही कार्ड पर खाद्यान अंकित कर दिया। प्रखंड आपूर्ति कार्यालय सलखुआ से मिली जानकारी के अनुसार 14 अक्टूबर को 38 क्विंटल 15 किलोग्राम गेहू, एव 58 क्विंटल 29 किलोग्राम चावल का उठाव किया। जिसका वितरण ही नही किया गया, एव कार्ड पर अक्टूबर माह का चढ़ा दिया गया है। वर्तमान में तटबंध के स्पर पर जो अंत्योदय का खाद्यान रखा है, जिसका उठाव 28 अक्टूबर को किया गया। अंत्योदय में 11 क्विंटल 90 किलो गेहू एव 17 क्विंटल 85 किलो चावल है जो अभी रखा है। 
  ये तो सिर्फ वार्ड नंबर दो का लाभुक का है जो तटबन्ध के समीप स्पर पर राह रहा है। जबकि कोसी नदी के भीतर दो वार्ड के लाभुक और है जिनका डीलर शिवजी पांडेय है। जिनको छह महीने में एक बार अनाज मिलता है। 

मुखिया ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र---
अलानी पंचायत के मुखिया संजू देवी ने जिलाधिकारी एव एसडीओ को पत्र लिखकर अलानी पंचयात के वार्ड नंबर 1, 2 एव तीन के डीलर शिवजी पांडेय के द्वारा गरीब लाभुक का 90 क्विंटल खाद्यान्न बेचने को लेकर करवाई की मांग किया है। पत्र में मुखिया ने कही है कि पंचायत भृमण के दौरान लाभुक ने डीलर के द्वारा राशन-किरासन नही देने का आरोप लगाया। जब मुखिया के द्वारा इसका पड़ताल किया गया तो पता चला कि बिना राशन-किराशन दिए ही डीलर के द्वारा तीनो वार्ड के लाभुक के कार्ड पर माह अक्टूबर के अनाज वितरण अंकित है। इस मामले में सबसे ज्यादा आश्चर्य इस बात का है की डीलर अधिकांस लाभुकों का राशनकार्ड अपने पास ही रखता है। बिना खाद्यान दिए ही कार्ड पर अंकित कर देता है।
क्या कहते है डीलर----डीलर शिवजी पांडेय ने बताया कि मेरे द्वारा अक्टूबर माह का खाद्यान का वितरण कर दिया गया है। कुछ बचा है वो वितरण किया जायेगा। मेरे उपर लगाया गया आरोप बिल्कुल गलत है

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...