रविवार, 31 मार्च 2019

बिहार के सभी 40 सीटों पर एनडीए की जीत होगी, बैठक में कार्यकर्ता में भड़ी हुंकार

कैसर 3 अप्रैल को करेंगे नामांकन, नामांकन में अधिक से अधिक लोगो को चलने का किया आह्वान
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

आगामी 3 अप्रैल को सासंद चौधरी महबूब अली कैसर खगड़िया से नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन दाखिल किए जाने को लेकर शनिवार को एनडीए नेता की एक बैठक सासंद के आवास पर आयोजित किया गया। बैठक में एनडीए में शामिल जेडीयू, बीजेपी एव एलजेपी के जिलाध्यक्ष के अलावा कई प्रखंड अध्यक्ष एव कार्यकर्ता उपस्थित थे। उपस्थित लोगों को संबोधित करते है सासंद श्री कैसर ने कहा कि आगामी 3 अप्रैल को नामांकन में अधिक से अधिक लोग  सामिल होकर एनडीए को मजबूत करे। कार्यकर्ता की नाराजगी को लेकर सासंद ने कहा कि आपलोग की जो भी शिकायते है वो वाजिब है। हम आपको भरोसा देते है कि अब कोई भी शिकायत रहे तो सीधे मुझसे बात करें, आपलोगो की शिकायते को हर हाल में दूर करना है। सासंद ने कहा कि हो सकता है कई लोगो से हम ना मिल सके हो, लेकिन हमने किसी भी काम मे कभी भी किन्ही लोगो के साथ भेदभाव नही किया है। भाजपा जिलाध्यक्ष नीरज कुमार गुप्ता ने कहा कि शिकायते तो हमलोग कभी भी कर सकते है। लेकिन इस समय एनडीए गठबंधन को जिताना है। बिहार में एनडीए गठबंधन 40 सीट में से 40 पर जीत दर्ज करेगी। जेडीयू जिलाध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया ने सभी कार्यकर्ता से आह्वान किया कि नामांकन के बाद एनडीए उम्मीदवार को जिताने का संकल्प के साथ आगे बढ़े एव कामयाब करे। लोजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष झा ने बैठक में उपस्थित लोगों से गिलसिकवा दूर कर एनडीए उम्मीदवार को जिताने एव कार्यकर्ता को तनमन से लग जाने की बात कहा। बैठक में मो इस्तियाक खान, लोजपा नेत्री सरिता पासवान, पवन यादव, बचनेश्वर झा, अमरेंद्र यादव, यशवंत सिंह, जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह, रघुनंदन सिंह, भाजपा नगर अध्यक्ष संजीव भगत, रंजन प्रियदर्शी, चंद्रमणि, जयशंकर सिंह, मुरारी सिंह, विनय ठाकुर, संदीप कुमार, बिपिन सिंह, रंजीत सिंह, घनस्याम सिंह, राजदेव यादव, ब्रजमोहन पासवान, भगवान झा अशोक शर्मा, सुकन पासवान, राजकिशोर सिंह, रामकुमार सिंह एव गौतम राय सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष नीरज कुमार गुप्ता एव संचालन जेडीयू जिलाध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया ने किया।

शनिवार, 30 मार्च 2019

रिश्ता को कलियुगी पत्नी ने बना दिया दागदार, प्रेमी के साथ मिलकर पति को चाकू से गोदकर हत्या


प्रेमी पति को चाकू मरता रहा, पत्नी नींद का बहाना बनाकर बगल में सोई रही
सहरसा जिला में पत्नी की बेवफाई का एक माह में दूसरा घटना
कोशी बिहार टुडे, सहरसा


 सहरसा जिले में पत्नी का पति से बेफवाई का अब दूसरा मामला आया है। 19 मार्च को दंत चिकिस्तक डॉ किशोर कुमार के पत्नी द्वारा प्रेमी की हत्या करने के बाद महीना भी नही लगा है कि एक बार फिर पत्नी की बेफवाई सामने आ गया है। सहरसा जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र के बनमा ओपी क्षेत्र के कासिमपुर टोलवा गांव में शुक्रवार देर रात पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी व प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

सिमरीबख्तियारपुर एसडीपीओ मृदुला कुमारी ने बताया कि मृतक मो तसीर आलम (30) की शुक्रवार रात उसके बेडरूम में सुप्तावस्था में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। डीएसपी ने बताई की मृतक के दो बच्चे प्रेमी का ही था।
मृतक के बच्चा ने खोला राज--
घटना में बेटे एव पत्नी का अलग बयान ने ही घटना का उदभेदन कर दिया। जहा 12 वर्षीय बेटा जो घटना का जश्मदीद गवाह था, बताया कि पापा को मारने में प्रेमी एव एक अन्य लोग था, जिनको उन्होंने देखा है। जवकि पत्नी का बोली कि कैसे मार दिया हमको पता नही। नींद खुली तो पति खून से लथपथ बिछावन पर पड़ा था। सवाल है कि बगल में पत्नी सोई है बेटा देख लिया एव पत्नी नही देख सकी।

 मामले में मृतक की पत्नी शाहजहां खातुन का कहना था कि रात अपने पति व तीन बच्चों के साथ कमरे में एक ही बेड पर थी। रात करीब 11 बजे पति बच्चों के साथ खेलने के बाद मोबाइल पर मैच देखने लगे। घर का दरवाजा खुला रहने पर उन्हें लगा लेने के लिए कहा गया और वो सो गई। अचानक देर रात नींद खुली तो पति गंभीर रूप से जख्मी थे और शरीर से खून बह रहा था। हल्ला करने पर परिवार के लोग तुरंत उन्हें जख्मी हालत में इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल सिमरीबख्तियारपुर ले गये, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जब इसकी छानबीन की गई तो चोंकाने वाला खुलासा हुआ। पत्नी का पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदार मो. सफीर के साथ नाजायज संबंध था। पत्नी ने प्रेमी एव उनके साथ अन्य ने रात्रि में चाकू से गोदकर हत्या कर दिया। उसके घर से खून लगा कपड़ा आदि बरामद कर लिया गया। एसडीपीओ ने बताया कि मृतक को उसकी पत्नी ने पहले दूध में नशा की दवा मिलाकर पिला दी। पति के नींद में रहने के बाद प्रेमी के साथ मिलकर चाकू गोदकर हत्या कर दी। जिसके बाद साक्ष्य को छिपाने की कोशिश की गई। उल्लेखनीय है कि मृतक कानपुर में भवन निर्माण में सेटरिग के ठेकेदारी का काम करता था जो डेढ़ माह पूर्व घर आया था। यहां भी सेटरिग का कारोबार करने लगा। जिस कारण उसकी पत्नी व प्रेमी को परेशानी हो रही थी, और उसने इसे रास्ते से हटाने की साजिश रच दिया।
डीएसपी मृदुला कुमारी ने बताई की हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया गया है। जबकि मो. सफीक के यहां से खून से सने कपड़े की बरामदगी होने के बाद उसे एवं मृतक के पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

शुक्रवार, 29 मार्च 2019

12 बजे लेट नही, दो बजे भेंट नही, बनमा इटहरी प्रखंड क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे

 दिन के साढ़े 12 बजे विदयालय में एक भी छात्र-छात्रा नही था मोजूद,
शिक्षा पदाधिकारी नहीं करते स्कूल की जांच, अधिकांश विदयालय से आधा से ज्यादा रहता है फरार
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

          (मध्य विद्यालय खुरेसान का दिन के बारह बजे का हाल)
बनमा इटहरी प्रखंड के मध्य विद्यालय खुरेसान में गुरुवार को दिन के बारह बजे एक भी बच्चे विदयालय में उपस्थित नही था। उस समय विदयालय में मात्र तीन शिक्षक ही मोजूद था। बांकी शिक्षक के बारे में बताया कि एचएम विदयालय के ही काम से बाहर गया है। बांकी के बारे में कुछ नही बताया। इस विदयालय में सबसे आश्चर्य जनक बात ये है कि इस विदयालय में दो दो एचएम मोजूद है। एक प्रसासनिक तो दूसरा वित्तिय है। हिमांषु कुमार शास्त्री प्रसाशनिक एचएम है तो विंनोद कुमार वितीय एचएम है। 
                   ( इस विदयालय में दो दो हेडमास्टर कार्यरत है)
578 बच्चे है विदयालय में नामांकित---
मध्य विद्यालय खुरेसान में दोपहर के भोजन के वेबसाइट के अनुसार 578 बच्चे विदयालय में नामांकित है। जिसमे 27 मार्च वुधवार को वेवसाईट पर 245 बच्चे उपस्थित एव इतने बच्चे ही खिचड़ी खाया है। जवकि गुरुवार एव शुक्रवार कॉल नॉट कंप्लीटेड बता रहा है। गुरुवार को शशिलता, मिथलेश कुमार एव दिवाकर कुमार गुप्ता ही मोजूद था। उपस्थित शिक्षक ने बताया कि आज बच्चे की परीक्षा था। बच्चे परीक्षा देकर घर चला गया। 
     सबसे आष्चर्यजनक बात ये है कि विदयालय में दो दो एचएम के रहने के वावजूद दोनों गायब था। मोबाइल पर एक एचएम हिमांषु कुमार शास्त्री ने बताया कि स्कूल के ही काम से बैंक आया है। एचएम ने बताया कि विदयालय में सभी शिक्षक नियमित आते है एव नियमित मिड-डे-मिल चलता है। 
क्या कहते है बीइओ---
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि हमे तो जानकारी नही है कि शिक्षक क्यो अनुपस्थित है। जांच कर करवाई किया जायेगा।

मंडल के धरती पर किसके सिर सजेगा जीत, मधेपुरा में महादंगल


तीन तीन यादव के दंगल में उतरने से मधेपुरा का चुनाव बनेगा दिलचस्प
कोशी बिहार टुडे, सहरसा


तीन दिग्गजों के चुनावी मैदान में उतरने से मधेपुरा लोकसभा सीट हॉट रहने के संकेत मिलने लगे हैं। एनडीए से जदयू के टिकट पर दिनेशचंद्र यादव और महा गठबंधन से राजद के सिंबल पर शरद यादव के चुनाव लड़ने की घोषणा होने के बाद अब सीटिंग सांसद पप्पू यादव ने भी जन अधिकार पार्टी से नामांकन किया है।
 मधेपुरा सीट पर महा मुकबला होने की संभावना
तीन प्रत्याशियों में दिनेशचंद्र यादव जेडीयू से एव राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जाप से नामांकन दाखिल कर दिया है, अब राजद से शरद यादव का नामांकन होना बांकी है। तीन दिग्गजों के चुनाव मैदान में कूदने से मधेपुरा सीट पर महा मुकबला होने की संभावना बनने लगी है। मधेपुरा लोकसभा सीट पर हाल के चुनावों में आमतौर पर राजद और जदयू के बीच ही सीधा मुकाबला होता रहा है। बाजी कभी राजद तो कभी जदयू प्रत्याशी के हाथ लगी। राजद के टिकट पर पप्पू यादव मधेपुरा के सीटिंग सांसद हैं। शरद यादव जदयू के टिकट पर भी जीत हासिल कर मधेपुरा का सांसद रह चुके हैं। बदले राजनीतिक हालातों के बीच शरद यादव इस बार राजद के सिंबल पर चुनाव मैदान में रहेंगे।

पप्पू यादव जाप से किया नामांकन दाखिल---
 तमाम प्रयासों के बावजूद महागठबंधन से टिकट नहीं मिलने के कारण पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी से नामांकन दाखिल किया। दूसरी ओर एनडीए से जदयू के टिकट पर राज्य सरकार के मंत्री दिनेश चंद्र यादव प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर चुका है।दिनेशचंद्र यादव जदयू और भाजपा के  आधार वोट बैंक के बूते चुनाव मैदान में है तो शरद यादव एम-वाय समीकरण के बूते नैया पार कराने का प्रयास करते नजर आएंगे। वहीं सीटिंग एमपी पप्पू यादव हर सुख- दुख में लोगों के घरों तक पहुंचने, गरीब- गुरबों के लिए एक मददगार की छवि और पांच वर्षों में क्षेत्र के विकास के लिए किये गये प्रयासों के बूते चुनावी बाजी को अपने पक्ष में करने के लिए पूरा दमखम लगाते नजर आएंगे। आने वाले समय में चुनावी समीकरण क्या रूप लेता है और बाजी किसके हाथ लगेगी यह देखने की बात होगी।
आभार-हिंदुस्तान

मंगलवार, 26 मार्च 2019

एनडीए का उम्मीदवार हुआ फाइनल, महागठबंधन में अब भी संसय,


वर्तमान सांसद चौधरी महबूब अली कैसर लोजपा के टिकट से खगरिया से  चुनाव लड़ेंगे
लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने इसकी घोषणा की
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 खगड़िया से एनडीए के प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो गई है। यहां से वर्तमान सांसद चौधरी महबूब अली कैसर लोजपा के टिकट से चुनाव लड़ेंगे।
 यह सीट लोजपा के खाते में थी। शनिवार को एनडीए ने बिहार के 39 सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की, लेकिन एक मात्र सीट खगड़िया से कौन चुनाव लड़ेगा यह नहीं बताया गया। मंगलवार को लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने इसकी घोषणा की।
 भारी पड़ा वर्तमान सासंद कैसर का पलड़ा
खगड़िया से किसे टिकट दिया जाए इसके लिए महबूब अली कैसर, पूर्व मंत्री सह भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सम्राट चौधरी व जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष डॉ संजीव के नाम पर गहन मंथन चला। सोमवार को हुई पार्टी की बैठक में कैसर का चयन कर लिया गया था, घोषणा मंगलवार को हुई। अब तक बिहार से एनडीए ने दो मुश्लीम उम्मीदवार को मैदान में उतारा है।

सोमवार, 25 मार्च 2019

महबूब अली कैसर होंगे खगरिया से एनडीए उम्मीदवार


केंद्रीय मंत्री रामबिलास पासवान एव संसदीय कार्य मंत्री चिराग पासवान ने लगाई मोहर
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 बिहार के खगड़िया लोकसभा सीट के लिए वर्तमान सांसद चौधरी महबूब अली कैसर फिर से एनडीए उम्मीदवार होंगे। पार्टी की तरफ से फिर भरोसा करते हुए उन्हें लोजपा का उम्मीदवार बनाया जाना तय है। श्री कैसर सोमवार को पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान के जमुई में नामांकन के समय केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान के साथ थे। इसके पहले उन्होंने राजग उम्मीदवारों की घोषणा के बाद राम विलास पासवान और चिराग से भेंट की थी। राजग की ओर से लोकसभा की 40 सीटों में खगड़िया को छोड़ 39 सीटों के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हो चुकी है। जिसमे खगरिया में एक दो दिन के भीतर घोषणा किये जाने की बात कही थी। सोमवार को संसदीय कार्य मंत्री चिराग पासवान के नामांकन में शामिल हुए एव सभा को भी संबोधित किया। पिछले दो दिनों से खगरिया सीट को लेकर काफी उठापटक चल रही थी। परबत्ता के विद्यायक आर एन सिंह के पुत्र डॉ संजीव कुमार का नाम भी दौर में शामिल था। लेकिन सासंद कैसर को अल्पसंख्यक एव सिटिंग सासंद का लाभ मिला। गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री कैसर पिछले चुनाव में खगड़िया से पहली बार लोकसभा सदस्य बने थे। हाल के महीनों में वे पार्टी गति​विधियों में शामिल नहीं हो रहे ​​थे। हालांकि अब खगरिया से उनके दावेदारी की मुहर लगने से कार्यकर्ता काफी खुश है।

रविवार, 24 मार्च 2019

प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने अपने डॉक्टर पति का हत्या करवाई


सहरसा के चिकिस्तक की हत्या का सनसनीखेज बारदात का हुआ उदभेदन
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

19 मार्च को सहरसा के  दंत चिकित्सक डा. किशोर कुमार भास्कर की हत्या का पुलिस ने रविवार को उदभेदन कर दिया। डॉक्टर की हत्या उनकी पत्नी ने अपने प्रेमी (डॉक्टर के फुफेरा भाई) के साथ मिलकर करा दी। मामले में पुलिस ने पत्नी व प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि घटना में शामिल प्रेमी के एक अन्य दोस्त की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
ऐसे रचा डॉक्टर की हत्या का साजिश---
रविवार को पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि डॉक्टर की पत्नी नेहा कुमारी एवं डॉक्टर का फुफेरा भाई मधेपुरा जिला के ग्वालपाड़ा थाना क्षेत्र के रेशना गांव निवासी आशीष आनंद उर्फ बमबम के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। मृतक की पत्नी ने अपने प्रेमी एवं उसके एक सहयोगी के साथ आपस में मिलकर घटना को अंजाम देने की साजिश रची। जिसके बाद डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। एसपी ने बताया कि प्रेमी  बमबम डॉक्टर के यहां ही करीब आठ वर्षों तक रहा। लेकिन लगभग ढ़ाई वर्ष पूर्व जब परिजन को डॉक्टर की पत्नी से अवैध संबंध होने का शक हुआ तो उसे यहां से भगा दिया। जिसके बाद वह हरियाणा में रहकर इंजीनियरिग की पढ़ाई करने लगा। लेकिन दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत होती रही। जब 10 मार्च को डॉक्टर के बच्चे की मौत हो गई और डॉक्टर की पत्नी अपने मायके कटिहार जिला में थी तो प्रेमी 14 मार्च को हरियाणा से सीधे कटिहार पहुंचा और पूरी योजना बनाकर अपने एक दोस्त के साथ मिलकर डॉक्टर की हत्या कर दी।

एसपी राकेश कुमार ने बताया कि 10 मार्च को डॉक्टर के बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद डॉक्टर की पत्नी अपने मायके कटिहार जिला के कदवा थाना क्षेत्र के कुम्हड़ी गांव चली गई। जहां से अपने प्रेमी डॉक्टर के फुफेरा भाई बमबम से बात होती रही। बच्चे की मौत व प्रेमिका के दर्द को बमबम सहन नहीं कर सका। प्रेमी जानता था कि वो मेरा ही बेटा है, और 14 मार्च को हरियाणा से सीधे डॉक्टर के ससुराल अपने प्रेमिका से मिलने पहुंच गया। जहां प्रेमिका ने प्रेमी को डॉक्टर व उसके परिवार पर प्रताड़ित करने की कहानीं बयां की। यह सुनकर प्रेमी आपा खो बैठा और प्रेमिका के साथ मिलकर डॉक्टर के हत्या की साजिश रच डाली। वहां से प्रेमी अपने गांव मधेपुरा जिला के ग्वालपाड़ा थाना क्षेत्र के रेशना गांव पहुंचा और अपने दोस्त माठा के अमित यादव से संपर्क किया। जिसके बाद उसे यह जानकारी मिली कि डॉक्टर 19 मार्च को अपने ससुराल के लिए निकलेगा उस दिन को हत्या के लिए मुफीद मानकर उसने हत्या की पूरी तैयारी की।
क्लीनिक के बाहर मोटरसाइकिल पर कर रहा था डाक्टर का इंतजार

19 मार्च को प्रेमी बमबम बाइक से अपने दोस्त के साथ 8:51 बजे सुबह मधेपुरा जिला स्थित अपने घर से निकला। 12:45 बजे डॉक्टर के रमेश झा रोड स्थित क्लिनिक के पास पहुंचा जहां से डॉक्टर के निकलने का इंतजार करने लगा। दोपहर 12:58 बजे डॉक्टर के क्लिनिक से निकलने के बाद उसका पीछा करते हुए उसके घर तक पहुंचा। जहां काफी देर तक इंतजार करने के बाद 2:17 बजे डॉक्टर के निकलने के बाद उसका पीछा करने लगा। रास्ते में वह बाइक से उतर गया और अपने भाई डॉक्टर के कार को रोककर बोला कि उसे भी पूर्णिया जाना और कार में आगे की सीट पर बैठ गया। इधर, उसका दोस्त बाइक लेकर बैजनाथपट्टी के समीप तीन मुहानी पर बाइक लेकर खड़ा था। बैजनाथपट्टी के समीप पहुंचने पर दोस्त को देखते ही डॉक्टर से कार रोकने को बोला और कहा कि अमित उसका दोस्त है और उसे भी पूर्णिया जाना है बैठा लीजिए। उसके बाद उसका दोस्त भी पीछे में बैठ गया। उसके बाद बमबम ने बोला कि रास्ता खराब है इस होकर मत जाइए दूसरे होकर चलिए हम रास्ता बताते हैं। जिसके बाद डॉक्टर ने कार सहरसा की तरफ मोड़ लिया। रास्ते में सुनसान स्थान पाते ही पीछे में बैठे बमबम के दोस्त ने डॉक्टर पर गोली चलाने की कोशिश की परंतु गोली नहीं चली। बाद में एक गोली चली जो सीट में लगी। आगे बैठे बमबम को लगा कि गोली चलने के बाद भी डॉक्टर को गोली नहीं लगी। जिसके बाद वह खुद पिस्तौल लेकर डॉक्टर के गर्दन के समीप गोली मार दी। जिससे डॉक्टर की मौत हो गई। इसी बीच पीछे बैठा दोस्त कार से उतरने की कोशिश करने लगा। लेकिन कार लॉक रहने के कारण वह उतर नहीं पा रहा था जिस कारण वह खिड़की के सहारे कार से निकला और डॉक्टर का मोबाइल ले लिया। जिसके बाद बमबम व उसका दोस्त वहां से बाइक लेकर निकल गया। जिसके बाद सौरबाजार, कांप आदि रास्ते होकर वह निकल गया।
प्रेमिका को किया मैसेज काम हो गया
हत्या करने के बाद बमबम रास्ते से डॉक्टर की पत्नी व अपने प्रेमिका को मैसेज किया कि काम हो गया है..। जिसके बाद उसकी प्रेमिका ने मामला गरमाने के कारण चुपचाप रहने व मोबाइल बंद कर घर जाने की सलाह दी। प्रेमिका की सलाह पर वह सीधे अपने घर पहुंच गया।
नये नंबर से सिर्फ प्रेमी से होती थी बात
डॉक्टर की पत्नी ने अपने प्रेमी से बात करने के लिए एक नया सिम खरीदा था। जिसे खंगालने पर पता चला कि इस नंबर से वह सिर्फ अपने प्रेमी से बात करता था। किसी अन्य लोगों से बात नहीं करता था। रोज करीब चार से पांच घंटे तक दोनों के बीच बातचीत होती थी। सिर्फ आठ माह में एक मोबाइल नंबर से 3020 बार एवं दूसरे नंबर से करीब 800 बार यानि चार हजार बार बात हुई थी। इस मोबाइल नंबर को ऊपर करने के बाद जब ट्रू कॉलर पर देखा गया तो किसी लड़की का नाम सामने आता था। जिस कारण पुलिस को भी थोड़ी परेशानी हुई। लेकिन जब मोबाइल का सीडीआर निकला तो नये नंबर के आधार पर पूरे राज का खुलासा हो गया। खास यह कि उस मोबाइल को प्रेमिका चुराकर रखती थी।
कैसे हुआ प्यार
पुलिस के अनुसार डॉक्टर की शादी वर्ष 2012 में हुई थी। इस दौरान उसका फुफेरा भाई बमबम सहरसा में ही डॉक्टर के परिवार के साथ रहता था। इसी दौरान दोनों की आंखें चार हुई और दोनों के बीच प्यार हो गया। इस बीच दोनों के बीच अवैध संबंध भी स्थापित हो गया। करीब ढ़ाई वर्ष पहले डॉक्टर को अपने फुफेरा भाई पर शक हुआ कि उसकी पत्नी के साथ उसका अवैध संबंध है। दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखने की बात भी कही जा रही है। जिसके बाद डॉक्टर ने अपने फुफेरा भाई को घर से निकाल दिया। बमबम के परिवार के लोगों को भी यह जानकारी हुई तो उसे पढ़ने के लिए हरियाणा भेज दिया ताकि दोनों के बीच संबंध खत्म हो जाय। वहां बमबम इंजीनियरिग की तैयारी करने लगा। लेकिन दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला चलता रहा। बीच-बीच में मुलाकात भी दोनों करते थे। इसी बीच डॉक्टर की पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया। 10 मार्च को उस बच्चे की मौत हो गई। जिससे बमबम का आक्रोश चरम पर था। उसके बाद पूरी घटना की साजिश रच दी। चिकित्सक की पत्नी को यह लगता था कि बच्चे को उसके पति व परिजन अपना नहीं मानते हैं।
जेल जाने का नहीं था गम
पुलिस ने जब डॉक्टर की पत्नी को गिरफ्तार किया और उसके प्रेमी बमबम को गिरफ्तार किया तो दोनों को जेल जाने का गम नहीं था। भावनात्मक लगाव व प्यार रहने के कारण दोनों को यह लगता रहा कि वह जेल जाकर भी एक-दूसरे से मुलाकात कर पाएंगे और एक-दूजे के लिए जीते रहेंगे। जिस कारण कोई गम नहीं था।
इस मामले में डॉक्टर की पत्नी व उसके प्रेमी की गिरफ्तारी हो चुकी है। डॉक्टर की पत्नी का निजी मोबाइल व सिम जो प्रेमी के लिए प्रयुक्त होता था, बमबम का मोबाइल व सिम जो प्रेमिका से बात करने के लिए प्रयुक्त होता था एवं तीसरे आरोपित का मोबाइल सिम जो घटना में प्रयुक्त हुआ इसके अलावा बाइक भी बरामद कर लिया गया है।
राकेश कुमार, एसपी, सहरसा।

शनिवार, 23 मार्च 2019

खगरिया लोकसभा: राजनीतिक दल ने बढ़ाया उम्मीदवार से लेकर मतदाता तक का धड़कन


बीते 48 घंटे में आधा दर्जन उम्मीदवार का नाम आया सामने, वर्तमान सासंद को भी टिकट के लिये पड़ रहा जूझना
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

राजनीतिक दल ने खगरिया लोकसभा सीट को बिहार में चर्चा में ला दिया है। अगर एनडीए की बात करे तो ये सीट पूर्व से ही लोजपा के खाता में रहा, लेकिन महागठबंधन में ये सीट भीआईपी पार्टी के हिस्से में आ जाने से कई तरह के चर्चा होना शुरू हो गया।
बीते 48 घंटे में एनडीए में आधा दर्जन उम्मीदवार का नाम आया चर्चा में---
खगरिया लोक सभा क्षेत्र से पहले से वर्तमान सासंद चोधरी महबूब अली केसर के अलावा पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी, रेणु कुशवाहा का नाम का चर्चा जोड़ो पर था। जिसमे वर्तमान सासंद श्री केसर का नाम आगे था।  लेकिन बीते 48 घंटे में लोजपा में एक नाम जुड़ा, डॉ संजीव सिंह। लोग हैरान-परेशान ये संजीव सिंह कोन है। फेसबुक से लेकर अन्य श्रोत से लोगो ने ढूंढना प्रारम्भ किया। तब जाकर पता लगा कि डॉ संजीव कुमार सिंह परबत्ता से  विधयाक एव पूर्व मंत्री आर एन सिंह के पुत्र है। बड़ा सवाल है कि क्या राजनीतिक दल हवा-हवाई उम्मीदवार को थोप रहा है। जिनका क्षेत्र में शून्य गतिविधि है, लोग जानते तक नही है उनको आप उम्मीदवार बना रहे है। सोसल मीडिया में भी ब्रेकिंग बन गया। फिर दूसरे सुबह यानी शनिवार को फिर मालूम हुआ कि खगरिया लोजपा सीट से सासंद चोधरी महबूब अली केसर का नाम से टिकट पक्का हो गया है। अब लोगो को आशा होने लगा कि 12 बजे एनडीए बिहार के सभी 40 सीटों से अपना उम्मीदवार का ऐलान करेगा। ऐलान हुआ भी, लेकिन 40 नही बल्कि 39। जिस सीट का एलान नही हुआ वह सीट खगरिया। उसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि एक दो दिन में खगरिया सीट का भी ऐलान हो जायेगा। लोगो मे अब तक संसय बना हुआ है।
इधर महागठबंधन की बात करे तो कृष्णा कुमारी यादव अपनी सीट पक्का मानकर क्षेत्र में भृमण कर रहे थे। अपनी चुनाव की तैयारी कर रही थी। लेकिन महागठबंधन में खगरिया का ये सीट भीआईपी के खाते में चले जाने से सब मामला गड़बड़ हो गया। खुद कृष्णा कुमारी यादव आक्रोशित है।  लोगो का कहना है कि कृष्णा कुमारी यादव पिछले चुनाव हारने के बाद से लगातार क्षेत्र में सक्रिय रही एव लोगो से मिलती-जुलती रही। कई फायदा हुआ इन पांच साल में कृष्णा यादव को क्षेत्र में लोगो की सेवा करने का। राजनीतिक दल हवा-हवाई की तरह उम्मीदवार को उतार देता है, जिनको लोग जानता पहचानता तक नही। भीआईपी के खाते में ये सीट के चले जाने से कई नामो की चर्चा हो रहा है।

शुक्रवार, 22 मार्च 2019

बिहार में महागठबंधन में शरद यादव को लेकर आई बड़ी खबर,


महागठबंधन में सीट हुआ फाइनल, पढ़े किस पार्टी के हिस्से में आया कितना सीट
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 बिहार महागठबंधन में सीट बटवारे की घोषणा शुक्रवार की शाम कर दी गई। राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मनोज झा, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस के मदन मोहन झा, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के बीएल वैसयंत्री, राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के सत्यानंद दांगी ने प्रेस कांफ्रेंस कर घोषणा सीट बंटवारे का ऐलान किया। साथ ही, महागठबंधन के पहले चरण के उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी है। शरद यादव को दो सीट मिला है। लेकिन दोनों सीट पर राजद के ही सिम्बल पर चुनाव लड़ना पड़ेगा।
राजेडी ने अपने कोटे की सीटों में से एक सीट माले को देने की घोषणा की है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा था कि बिहार में विपक्षी पार्टियों का महागठबंधन बरकरार है और राज्य की सभी 40 सीटों के लिए इसके उम्मीदवारों की घोषणा होली के बाद की जाएगी।
जानें किसके खाते में गई कितनी सीट
आरजेडी      20, माले को राजद अपने कोटे से 1 सीट देगा 
कांग्रेस        09
रालोसपा     05
हम            03
बीआईपी     03

पहले चरण के लिए बिहार महागठबंधन के उम्मीदवार
1- गया सीट से हम उम्मीदवार जीतन राम मांझी
2- नवादा सीट राजद उम्मीदवार विभा देवी
3- जमुई से आरएलएसपी के उम्मीदवार भूदेव चौधरी
4- औरंगाबाद सीट से हम उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद
इसके अलावा शरद यादव और उनके एक और उम्मीदवार राजद के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे।
2 विधान सभा के उप चुनाव में डिहरी से राजद के मो फिरोज हुसैन और नवादा से धीरेंद्र कुमार सिंह हम पार्टी के प्रत्याशी होंगे।

बुधवार, 20 मार्च 2019

भाजपा बिहार में जारी किया उम्मीदवार का लिस्ट, कोसी के मतदान केंद्र के ईवीएम मशीन में इस बार नही दिखेगा कमल निशान


खगरिया के सीट पर फिलहाल एनडीए एव महागठबंधन के उम्मीदवार पर कई अटकलें
कोसी बिहार टुडे, सहरसा

भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने बिहार में जदयू-लोजपा से गठबंधन के बाद मिलीं अपने कोटे की 17 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं। हालांकि औपचारिक  घोषणा होना बांकी है। पार्टी ने मौजूदा सभी सांसदों को टिकट दिया गया है। केवल मधुबनी से सांसद हुकुमदेव नारायण यादव की जगह उनके बेटे अशोक यादव लड़ेंगे। नवादा सीट लोजपा के खाते में जाने से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को बेगूसराय भेजा गया है। भाजपा को इस बार सुपौल, मधेपुरा एव खगरिया का सीट नही मिलने से इस क्षेत्र के मतदान केंद्र के ईवीएम में कमल चिन्ह नही देखने को मिलेगा।

बिहार में सामाजिक समीकरण और बगावत की आशंका को देखते हुए पार्टी ने जोखिम नहीं लिया है। हालांकि जिन सांसदों के टिकट गठबंधन की भेंट चढ़ गए हैं, उन्हें पार्टी ने मान मनौव्वल कर भविष्य में अन्य जिम्मा देने का भरोसा दिलाया है। नवादा सीट लोजपा को मिलने से गिरिराज पार्टी नेतृत्व के सामने नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव और अन्य नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की है, जिसके बाद माना जा रहा है कि गिरिराज बेगूसराय से ही लड़ेंगे। चुनाव समिति की ओर से देरी के चलते पहले चरण के उम्मीदवारों को पार्टी ने सूचित कर दिया है ताकि वे पर्चा भर सकें।

 ये बेटिकट : सतीश दुबे वाल्मिकीनगर, जनक राम गोपालगंज, वीरेंद्र चौधरी झंझारपुर,  ओम प्रकाश यादव सीवान और हरि मांझी गया का टिकट कटा।
 9 सीटें सवर्णों को, 8 पिछड़े-अतिपिछड़े व दलित को
टिकट बंटवारे में सामाजिक के साथ क्षेत्रीय समीकरण का ध्यान रखने की पूरी कोशिश की गई है। राजपूत, भूमिहार, ब्राह्मण, कायस्थ के साथ वैश्य, यादव और दलित-अति पिछड़ों को प्रतिनिधित्व दिया गया है। भाजपा की सूची में सर्वाधिक 5 टिकट राजपूत उम्मीदवारों को दिया गया है जबकि यादव को तीन, वैश्य-ब्राह्मण-अति पिछड़ा को दो-दो और दलित-कायस्थ-भूमिहार को एक-एक टिकट दिया गया है। सबसे अहम यह है कि पार्टी ने अपने हिस्से की 17 सीटों पर किसी सांसद को बेटिकट नहीं किया है। जो खुद बाहर गए वे ही बेटिकट हुए। पार्टी ने अपने सांसदों पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट देकर उन तमाम कयासों को ध्वस्त कर दिया, जिसमें मौजूदा सांसदों को बेटिकट करने की बात थी। सीटों की औपचारिक घोषणा के पहले ही सभी उम्मीदवारों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर काम करने का टास्क सौंप दिया गया है।
सभी मौजूदा सांसदों को टिकट-
1. प. चंपारण-    संजय जायसवाल
2. पूर्वी चंपारण-     राधामोहन सिंह्
3. शिवहर-     रमा देवी
4. मधुबनी     -अशोक यादव
5. अररिया-    प्रदीप सिंह
6. दरभंगा-     गोपाल जी ठाकुर
7. मुजफ्फरपुर-      अजय निषाद
8. महाराजगंज-      जनार्दन सिग्रीवाल
9. सारण-    राजीव प्रताप रूडी
10. उजियारपुर-      नित्यानंद राय
11. बेगूसराय-`    गिरिराज सिंह
12. पटना साहिब-     रविशंकर प्रसाद
13. पाटलिपुत्र-     रामकृपाल यादव
14. आरा-    आरके सिंह
15. बक्सर-    अश्विनी चौबे
16. सासाराम-     छेदी पासवान
17. ओरंगाबाद-    सुशील सिंह
महागठबंधन में सीट फाइनल, घोषणा होली के बाद---
महागठबंधन की सीटों और पहले चरण के उम्मीदवारों का ऐलान होली के बाद होगा। वाम को छोड़ अन्य की सीटों पर सहमति बन गई। कांग्रेस और राजद के सूत्रों के मुताबिक वाम दल साथ आए तो माले के लिए राजद और सीपीआई के लिए कांग्रेस को अपनी सीटें देनी होंगी। अगर पप्पू यादव कांग्रेस के बैनर तले चुनाव लड़े, तो उनको खगड़िया सीट देने की खातिर कांग्रेस, शरद के लोजद को एक सीट कुर्बान करने के लिए तैयार करेगी। कांग्रेस कीर्ति आजाद के लिए दरभंगा सीट लेने में कामयाब रही। जीतन राम मांझी ने गया से नामांकन करने का ऐलान किया है।
 40 सीटों पर ऐसे बनी सहमति
 राजद 20
कांग्रेस 9
रालोसपा 4
हम (से.) 3
वीआईपी 2
लोजद 2

सोमवार, 18 मार्च 2019

कोहिनूर स्कूल बना 60 जोड़ो की शादी का गवाह, गरीब मुस्लिम बेटी की शादी में आशीर्वाद के लिये उमड़ी इलाका के लोगो की भीड़

पहली बार हुआ सामूहिक शादी का आयोजन, लोगो ने किया जमकर तारीफ
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
                                   (शादी के लिये पहुचा दूल्हा)
नगर पंचायत क्षेत्र  में स्थित कोहिनूर पब्लिक स्कूल बटौआ में सोमवार को 60 जोड़ो का निकाह सम्पन्न हुआ। सभी का निकाह उपस्थित मौलवी ने कराया। इस  सामूहिक निकाह में सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के तीनों प्रखंड से लोग आए हुए थे। टेंट के साथ नव दम्पत्तियों को दी जाने वाले समानों को अलग अलग जोड़ो को देने के लिए व्यवस्था किया गया था। जिस जोड़ो की निकाह सम्पन्न हो जाता था, उनको समान के साथ सीधे उनके ससुराल के लिये विदा कर देता था। 
आईएसएसए फॉउंडेशन जामिया फैजानुल के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस समारोह का आयोजन किया था। सोमवार को मुख्य अतिथि फाउंडेशन के चैयरमेन सऊद आलम,  मौलाना महबूब आलम कासीमी एवं मौलाना आरिफ पटेल (गुजरात)  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप से उपस्थित थे। 
                       (नवदम्पति को शादी में दिया गया कई समान)
सोमवार को आयोजित कार्यक्रम ने  60 जोड़ों का सामूहिक निकाह हुआ। निकाह उपरांत नवविवाहिता को तत्काल  सभी साजो सामान देकर ससुराल के लिए विदा किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये विगत एक सफ्ताह से कोहिनूर पब्लिक स्कूल में तैयारी कर रहा था।
 इस में शामिल होने के लिए बतौर निशुल्क फार्म निकाला गया था जिसकी अंतिम तिथि 25 फरवरी रखी थी। उसके बाद काउंसिलिंग उपरांत पांच दर्जन जोड़ों को शामिल किया गया है। वर्तमान में सिर्फ मुश्लिम परिवार की गरीब की बेटी की शादी हुआ। बाद में दूसरी अवसर पर धर्म के भी गरीब के लड़की की शादी की जाएगी। इस सामुहिक शादी को देखने के लिये अगल-बगल के लोग खासकर महिलाये की भीड़ लगी रही।
यहां के लोगो का सहयोग रहा तो हिन्दू-मुश्लिम 600 गरीब की बेटी का शादी करेंगे---


             
(गुजरात से निःशुल्क शादी कराने पहुचे ईसा फाउंडेशन के अध्यक्ष मौलाना हदीव अहमद)

आईएसएसए (ईसा) फाउंडेशन जामिया फेनाजुल गुजरात के चैयरमेन मौलाना हदीव अहमद ने बताया कि उनके द्वारा गुजरात मे लगभग 500 हिन्दू-मुस्लिम जोड़ो का सामूहिक शादी कराया। इनके अलावे यूपी में भी कराया। इसमे हर लोगो का सहयोग रहा। चैयरमेन हदीव ने बताया कि यह के लोगो का अगर सहयोग रहा तो हम बिहार में इस तरह के आयोजन और करेंगे। उस आयोजन में सभी धर्म के गरीब की बेटी का शादी होगा। मुस्लिम के लिये अलग पंडाल, हिन्दू के लिये पंडित के साथ अलग पंडाल के साथ जो धर्म के लोगो के लिये अलग अलग पंडाल होगा। तत्काल घर की जरूरत की सारे समान जो एक मध्यम परिवार अपनी बेटी को देते है तत्काल देंगे। हमारा मकसद ये है कि कोई गरीब की बेटी दहेज के लिये कुंवारा नही रहे एव दहेज के लिये उनकी हत्या ना हो।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सैयद कासिम अशरफ, ज़फर आलम, महबूब आलम, मो सुभान, अबू नसर, बीडीओ मनोज कुमार, पूर्व मुखिया जमील आफताब, बरकत अली, वजी अहमद, मो मसीर आलम, अब्दुल हन्नान, फैयाज अहमद सहित कई लोग उपस्थित थे। 

रविवार, 17 मार्च 2019

60 गरीब मुस्लिम लड़की की होगी सामूहिक शादी, तैयारी पूरी, गोवा के लोग करा रहे है ये आयोजन


नव दम्पत्तियों को दी जाएगी पलंग, गोदरेज,कुलर,गैस चूल्हा, सिलाई मशीन सहित 16 प्रकार के समान
निकाह समारोह में शामिल होने वाले बरातियों को फूड पैकेट की है व्यवस्था
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

नगर पंचायत क्षेत्र के कौहिनूर पब्लिक स्कूल बटौआ में अगामी 18 मार्च को होने वाले सामूहिक निकाह समारोह की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। टेंट के साथ नव दम्पत्तियों को दी जाने वाले समानों को अलग अलग जोड़ो को देने के लिए व्यवस्था किया जा रहा है।
आईएसएसए फॉउंडेशन जामिया फैजानुल के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस समारोह की तैयारी का अंतिम चरण में है। शनिवार को मौलाना महबूब आलम कासीमी एवं मौलाना आरिफ पटेल (गुजरात) ने   बताया कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में फॉउंडेशन के चेयरमैन मौलाना हबीब अहमद, मौलाना फैयाज अहमद एवं मौलाना सउद आलम शामिल होंगे। 
उन्होंने बताया कि कुल 60 जोड़ों का सामूहिक निकाह होगा।

 निकाह उपरांत नवविवाहिता को तत्काल  सभी साजो सामान देकर ससुराल के लिए विदा की जाएगी। इस में शामिल होने के लिए बतौर निशुल्क फार्म निकाला गया था जिसकी अंतिम तिथि 25 फरवरी रखी थी। उसके बाद काउंसिलिंग उपरांत पांच दर्जन जोड़ों को शामिल किया गया है। वर्तमान में सिर्फ मुश्लिम परिवार की गरीब की बेटी की शादी होगी। बाद में दूसरी अवसर पर धर्म के भी गरीब के लड़की की शादी की जाएगी। 

शुक्रवार, 15 मार्च 2019

खगरिया सीट पर संसय बरकरार, एनडीए एव महागठबंधन किसी का फाइनल नही


खगरिया से भी पप्पू यादव के चुनाव लड़ने की खूब हो रहा है चर्चा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

खगड़िया संसदीय सीट पर अब तक किसी भी राजनीतिक दल द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा नहीं किये जाने से संशय की स्थिति है। फिलहाल जो तस्वीरें उभर रही हैं उसके मुताबिक मुख्य मुकाबला एनडीए व महागठबंधन के बीच ही होगा। इधर पप्पू यादव की खगरिया से भी  चुनाव लड़ने की चर्चा ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया।
 यादव बहुल क्षेत्र होने के कारण यहां माय समीकरण काफी अहमियत रखता है। यही कारण है कि एनडीए जहां इसमें घुसकर सेंधमारी की कोशिश में है वहीं महागठबंधन माय समीकरण को मजबूती के साथ बचाये रखना चाहती है। दोनों ही गठबंधन के लिए यह बड़ी चुनौती है। 2014 के लोसभा चुनाव की बात करें तो माय समीकरण के बिखरने से एनडीए के लोजपा प्रत्याशी चौधरी महबूब अली कैसर की आसान जीत हुई थी। इस चुनाव में राजद ने पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष कृष्णा कुमारी यादव को खड़ा किया था तो जदयू ने पूर्व सांसद दिनेश चन्द्र यादव पर भरोसा जताया था।

जदयू के दिनेश चन्द्र यादव 2009 के लोकसभा चुनाव में विजयी रहे थे। कृष्णा यादव पूर्व विधायक व बाहुबली रणवीर यादव की पत्नी थीं। वहीं एनडीए ने लोजपा उम्मीदवार महबूब अली कैसर को खड़ा किया। वे तब कांग्रेा से लोजपा में शामिल हुए थे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस चुनाव में यादव मतों के बिखरने व कुछ अल्पसंख्यकों के लोजपा के पक्ष में जाने से चुनाव परिणाम अप्रत्याशित देखने को मिला। हालांकि उस समय प्रधानमंत्री मोदी की लहर थी।

इस चुनाव में राजद की कृष्णा कुमारी यादव को दो लाख 27 हजार 803 वोट मिले तो जदयू के दिनेश चन्द्र यादव को दो लाख 20 हजार 316 मतों से ही संतोष करना पड़ा। लोजपा के चौधरी महबूब अली कैसर तीन लाख 13 हजार 803 वोट लाकर चुनावी जंग जीत गये। इस तरह उन्हें पहली बार संसद जाने का अवसर मिला। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यदि त्रिकोणीय मुकाबला नहीं हुआ होता और माय समीकरण एकजुट रहता तो चुनाव परिणाम कुछ और हुआ होता। यही कारण है कि इस बार प्रत्याशियों का चयन काफी सोच-समझ कर किया जा रहा है। यहां बता दें कि खगड़िया जिले में तीसरे चरण में 23 अप्रैल को मतदान होना है।
छह में से पांच पर विधानसभा में जदयू का कब्जा
खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के छह विस क्षेत्रों में से पांच पर जदयू तो एक पर राजद का कब्जा है। खगड़िया सदर, परबत्ता, बेलदौर, सिमरी बख्तियारपुर व हसनपुर पर जदयू का तो वहीं अलौली सुरक्षित सीट पर राजद का कब्जा है। खगड़िया सदर की पूनम देवी यादव, परबत्ता के आरएन सिंह, बेलदौर से पन्ना लाल पटेल, सिमरी बख्तियारपुर के दिनेश चन्द्र यादव व हसनपुर के राज कुमार विधायक हैं जबकि अलौली के विधायक चंदन कुमार हैं।

मंगलवार, 12 मार्च 2019

17 सीटों पर JDU के आधा दर्जन प्रत्याशियों के नाम लगभग तय, मुहर लगना बाकी


लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल में सरगर्मी तेज
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

  एनडीए गठबंधन में सीटों की संख्या को लेकर सहमति बन चुकी है. लेकिन कौन-कौन सी सीट पर किस दल का प्रत्याशी लड़ेंगा. इसको लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के तीनों दल दिल्ली में बैठक कर रहे हैं. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि 15 मार्च से पहले सभी नाम सामने होंगे. वहीं, जेडीयू ने मोटे तौर पर अपने उम्मीदवारों के नामों का चयन कर लिया है.

बिहार में जेडीयू और बीजेपी ने बराबर-बराबर सीटों पर सहमति बनाई है. दोनों दल 17-17 सीटों पर लड़ेंगे. लेकिन कौन सी सीट किस दल का प्रत्याशी खड़ा होगा, ये तय होना बाकी है. दिल्ली में इसे लेकर मंथन का दौर जारी है. मिल रही जानकारी के मुताबिक जेडीयू ने जिन 17 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाया है, उसमें से दर्जन भर सीटों पर प्रत्याशियों के नाम लगभग तय कर दिए हैं।
जेडीयू के संभावित प्रत्याशी
जानकारी के मुताबिक जेडीयू में मुंगेर से ललन सिंह, पूर्णिया से संतोष कुशवाहा, दरभंगा से संजय झा, मधेपुरा से दिनेश चंद्र यादव, नालंदा से कौशलेंद्र कुमार, गोपालगंज से डॉक्टर आलोक सुमन, सुपौल से दिलेश्वर कामत, जहानाबाद से नरेंद्र सिंह, किशनगंज से मनाजिर हसन और काराकाट से रालोसपा के बागी नेता नागमणि का नाम सुर्खियों में है।
ये भी हैं प्रबल प्रत्याशी
इसके अलावा जेडीयू ने महाराजगंज, बांका, पाटलिपुत्र, सीतामढ़ी, औरंगाबाद झंझारपुर और बेतिया सीट पर भी दावा ठोक रखा है. जानकारी के मुताबिक रामकृपाल यादव पाटलिपुत्र से जेडीयू के प्रत्याशी हो सकते हैं. जेडीयू सीतामढ़ी से रामदुलारी देवी को उतार सकती है।

रविवार, 10 मार्च 2019

पढिये, कोसी के तीनों जिला तृतीय चरण में तो दरभंगा चतुर्थ चरण


लोकसभा चुनाव बिहार: जानें किस जिले में किस तारीख को होगा मतदान
कोशी बिहार टुडे, सहरसा



निर्वाचन आयोग ने रविवार को शाम करीब पांच बजे लोसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान कर दिया। इस बार देशभर में 7 चरणें में लोकसभा चुनाव संपन्न होंगे। बिहार और उत्तर प्रदेश में सभी जिलामें सात चरणों में चुनाव होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस बार लोगों को ईवीएम मशीन में उम्मीदवार की तस्वीर भी दिखाई जाएगी। कोसी के तीन जिला सहरसा, सुपौल एव मधेपुरा में तीसरा चरण तो दरभंगा में चतुर्थ चरण में मतदान होगा।
जानें बिहार में जिलावार मतदान की तारीख-
11 अप्रैल, प्रथम चरण
- औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई
18 अप्रैल, दूसरा चरण
- किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया,भागलपुर, बांका
23 अप्रैल, तीसरे चरण में
- झंझारपुर,सुपौल,अररिया,मधेपुरा, खगड़िया
29 अप्रैल, चौथे चरण में
- दरभंगा,उजियारपुर,संसतीपुर,बेगूसराय, मुंगेर
6 मई, पांचवा चरण में
- सीतामढ़ी,मधुबनी, मुजफ्फरपुर,सरन,हाजीपुर
12 मई, छठे चरण में
- वाल्मीकिनगर,पूर्वी और पश्चिमी चंपारण,शिवहर,वैशाली,गोपालगंज, महराजगंज,सिवान
19 मई, सातवे चरण में
- नालंदा,पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, काराकाट, जहानाबाद, बक्सर, सासाराम में लोकसभा  चुनाव होगा।
लोकसभा चुनावों के साथ विधानसभा चुनाव भी-
निर्वाचन आयुक्त सुनील आरोड़ा ने मीडिया को जानकारी दी कि लोकसभा चुनाव 2019 के साथ ही आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में विधानसभा चुनाव भी आयोजित कराए जाएंगे। यानी लोकसभा चुनाव के साथ ही चार राज्यों के विधानसभा चुनाव भी होंगे।
श्रोत-हिंदुस्तान

शनिवार, 9 मार्च 2019

सीटों के फेर में फंसी कांग्रेस में कई नेता कर रहा है इंट्री का इंतजार, पप्पू यादव के भी कांग्रेस से चुनाव लड़ने की चर्चा


सीट फाइनल नही होने से कई नेता असमंजस में
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

कांग्रेस भले ही लोकसभा चुनावों में बीते तीन दशक से बिहार में बहुत प्रभावी भूमिका में न हो, पर इस बार हालात कई मायने में अलग हैं। पिछले कई चुनावों से उम्मीदवारों का टोटा झेल रही कांग्रेस के साथ इस बार यह दिक्कत नहीं है। लेकिन अब पार्टी को नए लोगों को शामिल कराने में दिक्कत हो रही है। असल में जो आना चाहते हैं, उनमें कई जाने माने नाम हैं और वो टिकट की गारंटी चाहते हैं।
कांग्रेस से लड़ने को इच्छुक है पप्पू यादव---
सांसद पप्पू यादव इस बार कांग्रेस से लड़ने को इच्छुक हैं। मगर राजद कैंप की नाराजगी आड़े आ रही है। हालांकि उनका नाम पूर्णिया से भी उछाला जा रहा है। पूर्व सांसद पप्पू सिंह भाजपा को अलविदा कह चुके हैं। कांग्रेस के टिकट पर पूर्णिया सीट पर लड़ना चाहते हैं किंतु सीट किसके खाते में जाएगी, इस असमंजस के कारण अब तक कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं।
महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अभी फैसला नहीं हुआ है। जो सीटें कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है, उसके हिसाब से पार्टी के पास प्रत्याशी भी मौजूद हैं। कांग्रेस के खाते में वर्ष 2014 में 12 सीटें आई थीं। तब पार्टी के लिए दर्जनभर मजबूत प्रत्याशी जुटा पाना भी मुश्किल हो रहा था। मगर इस बार पार्टी के पास करीब डेढ़ दर्जन ऐसे नाम हैं, जिन्हें चुनावी दृष्टि से दमदार कहा जा सकता है। पर दिक्कत यह है कि महागठबंधन में कांग्रेस को सीटें दस-ग्यारह से ज्यादा नहीं मिलने जा रही हैं।
ऐसे में नए लोगों की एंट्री संभव नहीं हो पा रही, जबकि कई ऐसे नाम सुर्खियों में हैं, जो टिकट की गारंटी मिले तो 'हाथ' के साथ आने को तैयार हैं। जिन नामों की चर्चा है उनमें सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा, सांसद अरुण कुमार और पप्पू यादव एवं पूर्व सांसद पप्पू सिंह सहित कई प्रमुख लोग हैं। एनसीपी छोड़ तारिक अनवर और हाल में भाजपा से आए कीर्ति आजाद कांग्रेसी हो चुके हैं। कटिहार से तारिक की राह तो टिकट के लिए आसान दिखती है लेकिन दरभंगा में अभी पेच फंसा है।
कांग्रेस को सीट मिले तो कई आने को तैयार ---शत्रुघ्न लगातार भाजपा के खिलाफ बोल रहे हैं। एक-एक करके सभी गैर भाजपाई दलों के नेताओं से मिल भी चुके हैं। उनके कांग्रेस के साथ आने की चर्चा थी मगर यह तभी संभव है जब पटनासाहिब सीट कांग्रेस के खाते में जाए। जहानाबाद के सांसद अरुण कुमार रालोसपा का दामन छोड़ चुके हैं। भाजपा के खिलाफ भी वे बोलते रहे हैं। उनके भी महागठबंधन से लड़ने की चर्चाएं हैं। कांग्रेसी सूत्र उनके संपर्क में होने की बात तो कहते हैं किंतु उसके लिए नवादा सीट पार्टी के खाते में आना जरूरी है। 
श्रोत-हिंदुस्तान

शुक्रवार, 8 मार्च 2019

अपने स्थान पर शिक्षिका दूसरे को पढ़ाने भेजती थी, एक दिन तंग आकर एचएम ने काटा हाजिरी तो शिक्षिका के पति ने कर दिया पिटाई

कोशी तटबन्ध के अंदर शिक्षा-व्यवस्था भगवान भरोसे, किसी विदयालय में शिक्षक नही तो किसी मे दुगुना
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

कोसी तटबन्ध के अंदर कठडूमर पंचयात के एनपीएस विदयालय बोरनहा डेरा के एचएम मनोज कुमार के साथ उसी विदयालय के शिक्षिका पति के द्वारा मारपीट एव गाली-गलौज का मामला सामने आया है। पीड़ित एचएम मनोज कुमार सिंह ने कनरिया ओपी में आवेदन देकर करवाई की मांग किया है। ओपी में दिए आवेदन में कहा है कि मेरे ही विदयालय के शिक्षिका जयप्रभा देवी है। जयप्रभा देवी के पति सुभाष यादव मेरे विदयालय में पहुचा एव बोला कि मेरी पत्नी का हाजिरी क्यो काटा। इस पर मैने बोला कि बराबर अनुपस्थित रहती थी, इसीलिए हाजिरी काट दिया। एचएम ने बताया कि शिक्षिका जयप्रभा देवी कभी स्कूल नही आती थी। अपने स्थान पर दूसरे को पढ़ाने भेजती था। बस इसी बात को लेकर मेरे कार्यालय में घुसकर मेरा कालर पकड़कर जान मारने की नीयत से मारपीट करने लगा। उनके साथ आये दबंग व्यक्ति महेश्वरी यादव भी मारपीट कर स्कूल का सभी रजिस्टर साथ लेकर चला गया। धमकी देते हुए कहा कि जयप्रभा देवी के बदले दूसरा शिक्षक ही पढ़ायेगा एव हाजिरी भी बनेगा। एचएम ने कहा है कि ये लोग इसी तरह विदयालय में दबंगई करता है। 
एनपीएस में चार शिक्षक कैसे---
लोग सवाल कर रहा है कई स्कूल में शिक्षक की कमी के कारण पढ़ाई ठीक से नही होती है। लेकिन कोसी तटबन्ध के अंदर एक नव सृजित स्कूल में चार चार शिक्षक कैसे है। इसकी जांच होनी चाहिये। जवकि नव सृजित विदयालय में दो शिक्षक होते है। 

गुरुवार, 7 मार्च 2019

कोपरिया में जानकी का हो गया ठहराव, सासंद ने जानकी को झंडी दिखाकर किया रवाना

वैशाली एक्सप्रेस का हो सिमरी बख्तियारपुर में ठहराव, नही तो होगा आंदोलन
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

15283/15284 मनिहारी-सहरसा-जयनगर जानकी एक्सप्रेस का ठहराव गुरुवार से कोपरिया स्टेशन पर ठहराव हो गया है। गुरुवार को कोपरिया स्टेशन पर लगभग साढ़े 10 बजे पहुची जानकी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर केंद्रीय हज कमिटी के अध्यक्ष सह सासंद चोधरी महबूब अली केसर, डीआरएम अतुल प्रियदर्शी ने झंडी दिखाकर कर कोपरिया स्टेशन से जानकी को रवाना किया। इस मौके पर कोपरिया स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सासंद श्री कैसर ने कहा  कहा कि गुरुवार से कोपरिया में जानकी एक्सप्रेस की ठहराव शुरू हो गया है। अब यहां के लोगो की लंबे समय से जो मांगे था, अब पूरा हो गया है। सासंद ने कहा कि खगरिया लोकसभा में विकास का कई बड़े बड़े कार्य हुआ है। सिमरी बख्तियारपुर, धमराघाट स्टेशन का जीर्णोद्धार कार्य हुआ, आप लोगो का आशीर्वाद रहा तो आने वाले समय मे सिमरी बख्तियारपुर से बेहतर कोपरिया स्टेशन लगेगा। सासंद ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर के कोसी तटबन्ध के अंदर कई विकास कार्य हुआ है। कई बड़ी बड़ी पूल एव कई सड़के बना एव कई बन रहा है। कोपरिया के लोग लंबे समय से एक्सप्रेस का ठहराव की मांग करता आ रहा था। सलखुआ पंचयात के मुखिया मिथलेश विजय ने कहा कि कोपरिया में राज्यरानी एव जनहित के भी ठहराव होना चाहियें। कोपरिया के लोगो को पटना सहित देश की राजधानी के लिये ट्रैन पकड़ने या तो सिमरी बख्तियारपुर या मानसी जाना पड़ता है। 
वैशाली को देखने सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर लगी रही भीड़---

गुरुवार को वैशाली एक्सप्रेस का परिचालन को लेकर सिमरी बख्तियारपुर क्षेत्र के लोग सुबह स्टेशन पर पहुच गया। वैशाली एक्सप्रेस की दीदार के लिये ये लोग पहुचे एव खुश था। लेकिन सिमरी बख्तियारपुर के लोगो में आक्रोश भी था कि करोड़ो का राजस्व देने वाला सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर वैशाली का ठहराव नही हुआ है। लोगो ने रेल विभाग से मांग किया कि जल्दी ही सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर वैशाली का ठहराव जल्दी दिया जाये। इधर सासंद श्री कैसर ने सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर वैशाली एक्सप्रेस का ठहराव को लेकर रेलमंत्री को पत्र लिखा है। सिमरी बख्तियारपुर के लोगो का कहना है कि करोड़ो का राजस्व देने वाले सिमरी बख्तियारपुर में वैशाली का ठहराव नही होना यह के लोगो के साथ रेल का बहुत बड़ा मजाक है। ट्रैन की ठहराव को लेकर जल्दी ही बड़ा आंदोलन किया जाएगा।इस मौके पर रेल परामर्श दात्री समिति सदस्य अबू ओसामा, प्रसून सिंह, वसी अहमद, विंनोद यादव, रतिलाल यादव, मुखिया मिथलेश विजय, नारायण यादव, सहित कई मोजूद थे।

बुधवार, 6 मार्च 2019

आज से वैशाली ने कोसी से लगाई दिल्ली की दौर, सहरसा में कार्यक्रम आयोजित कर वैशाली को दिया हरी झंडी दिखाकर रवाना, कोसी वासियो को खुशी


कोसी और सीमांचलवासियों को मिली तीन ट्रेनों की सौगात
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
             (सहरसा स्टेशन पर खड़ी वैशाली एक्सप्रेस)
कोशी वासियो को गुरुवार के लिये खुशी का दिन है। पहला खुशी की अब सहरसा से वैशाली एक्सप्रेस का परिचालन हो गया है। दूसरा नई दिल्ली के लिये सहरसा से प्रतिदिन ट्रैन का परिचालन हो गया है। तीसरा खुसी की अब सहरसा से गढ़ बरुआरी ट्रैन का भी गुरुवार से  ही परिचालन हो गया है। इनके साथ ही जानकी का ठहराव अब कोपरिया में ही होगा।
7 मार्च का दिन कोसी और सीमांचलवासियों के लिए अहम रहा। इस दिन तीन ट्रेनों की सौगात मिली। सहरसा-गढ़बरुआरी और सहरसा-बनमनखी-बरहरा कोठी और बरौनी से विस्तारित ट्रेन वैशाली एक्सप्रेस को सहरसा से रवाना किया।सासंद चोधरी महबूब अली केसर का प्रयास रंग लाया। वैशाली का सहरसाआ से परिचालन हुआ एव जानकी का ठहराव कोपरिया में हुआ।

वैशाली सुपर फास्ट ट्रैन का हुआ परिचालन---
बरौनी से दिल्ली चलने वाली वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन 7 मार्च से सहरसा स्टेशन से रवाना किया।  रेलवे ने इस ट्रेन को बरौनी के बजाए अब सहरसा से चलाने का निर्णय लिया है। काफी महत्वपूर्ण इस ट्रेन को सहरसा से चलाने की वर्षों से मांग हो रही थी। लेकिन प्लेटफार्म की कमी इस ट्रेन के परिचालन में बाधक बना था। अब सहरसा से इसका परिचालन शुरू होने से कोसीवासियों को दिल्ली के लिए रोज एक ट्रेन मिल गयी। अभी तक दिल्ली के लिए यहां से रोज चलने वाली कोई भी ट्रेन नहीं थी।
जयनगर-सहरसा-मनिहारी जानकी एक्सप्रेस सात मार्च से कोपरिया स्टेशन पर भी रुकेगी। लोगों की मांग पर रेलवे ने इस ट्रेन का दो मिनट तक कोपरिया स्टेशन पर ठहराव दिया है।
समस्तीपुर मंडल के सीनियर डीसीएम वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि जानकी एक्सप्रेस का ठहराव छह महीने तक प्रायोगिक तौर पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मनिहारी से जयनगर जाने वाली जानकी एक्सप्रेस सुबह 4.30 बजे कोपरिया स्टेशन पहुंचेगी। कोपरिया से सुबह 4.32 बजे खुलेगी। जयनगर से मनिहारी जानकी एक्सप्रेस सुबह 10.03 बजे कोपरिया स्टेशन पहंुंचेगी और सुबह 10 बजकर 05 मिनट पर खुलेगी। उन्होंने कहा कि यात्री सुविधा को लेकर रेलवे ने इस ट्रेन का कोपरिया स्टेशन पर ठहराव दिया है।

महीने में एक बार खुलती है विदयालय, ग्रामीण करते है शिकायत तो हेडमास्टर ग्रामीण पर रंगदारी केश करने का देता है धमकी

सलखुआ प्रखंड में शिक्षा-व्यवस्था भगवान भरोसे, बीइओ नही उठाता है मोबाइल
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा जिले के सलखुआ प्रखंड के गोरदह पंचयात के एनपीएस सहगांव बराबर बंद रखने एव बच्चे की शिक्षा व्यवस्था चौपट होने को लेकर ग्रामीणों ने डीएम, एसडीओ के नाम आवेदन देकर करवाई की मांग किया है। ग्रामीण हेमंत कुमार, चंद्रदेव यादव, कपलेश्वर यादव, मिथलेश यादव, महेंद्र यादव, सुरेश यादव, रोशन कुमार, बिभीषन कुमार सहित दर्जनों ग्रामीणों ने दिए आवेदन में कहा है कि नव प्राथमिक विद्यालय सहगांव बराबर बंद रहता है। कई माह से विदयालय में खिचड़ी भी बंद है। शिक्षक कभी-कभार आता है एव हाजिरी बनाकर घर चला जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि जब हमलोग हेडमास्टर सुरेश चंद्र यादव से स्कूल बंद रखने की बात करते है तो उल्टे ग्रामीणों पर रंगदारी का केश करने का धमकी दे देता है। आवेदन में कहा है कि चूंकि हेडमास्टर का घर स्कूल से मात्र 2-3 किलोमीटर की दूरी पर है, इस कारण दबंगई दिखता है। ग्रामीणों ने कहा है कि विदयालय के हेडमास्टर के खिलाफ जांच कर करवाई किया जाये। 

   इधर बिहार मध्यान भोजन के वेबसाइट के अनुसार विदयालय में 133 बच्चे नामांकित है। 1 मार्च का बच्चे का डिटेल्स दिया गया है। जिसमे 133 बच्चे में 1 मार्च को 82 बच्चे की उपस्थिति दिखाया गया है। जवकि 2, 4 एव 5 मार्च का कॉल नॉट कंप्लीटेड बता रहा है। 
   

मंगलवार, 5 मार्च 2019

फेसबुक पर हुआ प्यार, दो बच्चों के बाप ने एक बच्चे की माँ से रचा ली शादी


दिल्ली से पटना पहुचने पर दोनों हुआ गिरफ्तार, दोनों के परिजन को दिया सूचना
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

दो बच्चे के पिता को एक बच्चे की माँ से फेसबुक पर दोस्ती हुई और चैटिंग करते-करते प्यार हो गया। सात माह में ही प्यार परवान चढ़ा और शादीशुदा महिला ने दूसरे पुरुष के साथ भागकर शादी रचा ली। दोनों दिल्ली से भागकर पटना आए लेकिन यहां पुलिस की गिरफ्त में आ गए। महिला के पति ने पत्नी के गायब होने का दिल्ली के रोहिणी थाने में मामला दर्ज कराया था। आलमगंज पुलिस ने दिल्ली पुलिस को दोनों को गिरफ्त में लेने की जानकारी दे दिया है। प्रेमी जोड़े  बिहार के दो अलग अलग जिले के   रहने वाले हैं। समस्तीपुर जिले के सरायरंजन गांव का युवक दिल्ली के आजादपुरी में रहता है और वह एक निजी कंपनी में कंम्प्यूटर ऑपरेटर है। वह दो बच्चों का पिता है। जबकि महिला सुपौल जिले के बलुआ गांव की रहने वाली है और वह अपने पति के साथ दिल्ली के रोहिणी इलाके में रहती है।
महिला का  पति दुकान चलाता है, और वह बीए पार्ट वन की छात्रा है। उसको ढाई साल का एक बेटा भी है। युवती ने पुलिस को बताया कि सात माह पहले दोनों की दोस्ती फेसबुक के जरिए हुई। इसके बाद मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान हुआ और बात शुरू हुई। दोनों में प्रेम हो गया और चार अक्टूबर को दोनों ने मंदिर में शादी भी कर ली। 28 फरवरी को दोनों दिल्ली से फरार हो गए। सोमवार की सुबह दोनों बस के इंतजार में गांधी सेतु के पास खड़े थे। तभी आलमगंज पुलिस की नजर उनपर पड़ी। दोनों की गतिविधियों पर संदेह होने पर पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो यह माजरा सामने आया। युवक पहली पत्नी और बच्चों के साथ प्रेमिका को भी अपने साथ रखना चाहता है। युवती ने भी पति और बच्चे को छोड़कर प्रेमी के साथ रहने को तैयार है। आलमगंज थानाध्यक्ष सीपी गुप्ता के अनुसार रोहिणी पुलिस और युवक-युवती के परिजन पटना के लिए चल चुके हैं।
श्रोत-हिंदुस्तान

शुक्रवार, 1 मार्च 2019

जानिये खगरिया के वर्तमान सासंद किस पार्टी से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, तमाम अटकलों पर लगाया विराम

विगत कई दिनों से सासंद के चुनाव लड़ने को लेकर तरह तरह के चर्चा का बाजार गर्म है।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

हम लोजपा के सासंद है। लोजपा में थे और लोजपा में ही रहेंगे। क्षेत्र में जो तरह तरह की क्या बाते होती है उनसे हमे कोई मतलब नही है। उपरोक्त बाते केंद्रीय हज कमिटी के राष्टीय अध्यक्ष सह सासंद चौधरी महबूब अली कैसर ने शुक्रवार को सिमरी बख्तियारपुर में सड़क का उद्घाटन एव शिल्यान्यास के बाद पत्रकारों को बताया। सासंद ने कहा कि कई तरह की अफवाहें हो रही है। हम पहले से लोजपा में है, लोजपा में ही रहेंगे एव इसी पार्टी के टिकट पर अगर पार्टी ने चाहा तो चुनाव भी लड़ेंगे। कॉंग्रेस या राजद गठबंधन से किसी भी तरह का कोई सांठ-गांठ से साफ इंकार कर दिया। सासंद ने कहा कि इन पांच सालों में हमने खगरिया लोकसभा में बहुत विकास कार्य किया है। कोसी तटबन्ध के अंदर के लोगो के लिये विकास एक मात्र सपना जैसा था, लेकिन आज बिजली, सड़क की सुबिधा मिल गया है। मानसी में फ़ूड पार्क का बहुत जल्दी ही कार्य पूर्ण होगा। खगरिया में मक्का उत्पादन किसानों को इस फ़ूड पार्क से बहुत बड़ा लाभ मिलेगा। सासंद के सिमरी बख्तियारपुर दो दिवसीय दौरे में करोड़ो रूपये की लागत से दर्जनों योजना का उदघाटन एव शिलान्यास किया।

कोशी वासियो के लिये बहुत खुशखबरी, सहरसा से चलेगी वैशाली एक्सप्रेस, रेल मंत्रालय ने दिया आदेश


कोसी वासियो को लंबे समय से वैशाली एक्सप्रेस की सहरसा से परिचालन की मांग होती थी।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

कोशी वासियो का एक सपना पूरा हुआ। अब 12553 बरौनी-नई दिल्ली सुपरफास्ट वैशाली एक्सप्रेस का परिचालन सहरसा से होगा। रेल मंत्रालय ने इस ट्रेन के सहरसा से परिचालन को लेकर आदेश जारी कर दिया है।
क्या है समय सारणी----

12553 बरौनी-नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस सहरसा से 6 बजे खुलेगी। बरौनी 9 बजकर 10 मिनट पर पहुचेगी। फिर बरौनी से 9 बजकर 20 मिनट पर खुलेगी जो अगले दिन नई दिल्ली सुबह के 6 बजकर 40 मिनट पर पहुचेगी। सहरसा से खुलने के बाद ये ट्रैन मानसी, खगरिया, बेगूसराय रुकेगी। हालांकि कब से चलेगी उनका टाइम जल्दी ही निर्धारित कर दिया जायेगा। ये गाड़ी पुनः न्यूज़ दिल्ली से 12554 बनकर संध्या के 7 बजकर 50 मिनट पर खुलेगी एव दूसरे दिन सहरसा 8 बजकर 30 मिनट पर पहुचेगी।
कोसी वासियो को था लंबे समय से इंतजार---
वैशाली एक्सप्रेस का सहरसा से परिचालन को लेकर कोशी वासी लंबे समय से मांग कर रहे थे। सासंद चोधरी महबूब अली केसर रेलमंत्री को वैशाली का सहरसा से परिचालन को लेकर पत्र भी लिखा एव रेलमंत्री से भी मिला। अब कोसी के लोगो को दोहरी खुसी है कि अब वैशाली सहरसा से चलेगी।

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...