शनिवार, 29 जून 2019

चोरों ने चोरी करने का अपनाया हाईटेक फॉर्मूला, फॉर्मूला सुन पुलिस का चकराया सिर


चोरों की इस नई चोरी की तकनीकी से एक ही रात में चार घर पर किया हाथ साफ
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा सदर थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात चोरों ने  महरथा गांव व बनगांव थाना क्षेत्र के चैनपुर आदा टोला में लोगों को नशीला पेड़ा खिलाकर बेहोश कर दिया और चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने अलग अलग दो गांव के चार घरों में लोगों को प्रसाद के नाम पर पेड़ा खिलाने के बाद बेहोश कर दिया और बेहोशी की हालत में ही घर में रखे सामान गायब कर दिये।
पेड़ा इतना नशीला था कि शाम में खाने के बाद लोगों को सुबह तक होश नहीं आया। सुबह जब आसपास के पड़ोसी व परिवार के दूसरे सदस्य घर पहुंचे तो बेहोशी की हालत में देखने के बाद सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉ विनय कुमार सिंह के द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर शाम दो युवक सोथा भगवान को प्रसाद चढ़ाने की बात कह कर महरथा गांव में कुछ लोगों को प्रसाद खिलाया। जिसके बाद सभी बेहोश हो गए। बाद में दोनों युवकों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया।
वहीं दूसरी घटना में बनगांव थाना क्षेत्र के चैनपुर आदा टोला में शुक्रवार की देर शाम बाइक सवार दो लोगों ने घूरन शर्मा के किराना दुकान पर आकर सिगरेट खरीदा और पीया। घूरन शर्मा का गांव में ही छोटा दुकान है। उसके बाद नशा मिला प्रसाद खाने के लिए दिया। जिसे खाने के बाद घूरन शर्मा सहित घर के अन्य सदस्य भी बेहोश हो गये। उसके बाद दोनों चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया।
सुबह में काफी देर तक नहीं उठने के बाद पड़ोसी द्वारा आंगन में सभी को बेहोश देखा। जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दिया। आभार--हिंदुस्तान

शुक्रवार, 28 जून 2019

सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड: कर्मी से पहले बिचोलिये पहुच जाते है प्रखंड कार्यालय

कर्मी के कमी के कारण प्रखंड के सेकड़ो पेंसन का आवेदन अटका, 
ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारियों के नही आने से आवास सहायक ने कार्यालय पर जमाया कब्जा

कोशी बिहार टुडे, सहरसा


22 पंचयात के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड मात्र तीन कर्मी के सहारे प्रखंड कार्यालय का कार्य संचालित हो रहा है। जिन कारण लोकसभा चुनाव के समय अचार संहिता के कारण बंद पड़ी पेंसन योजना का सेकड़ो आवेदन अब तक लंबित है। सबसे भयावह स्थिति ये है कि प्रखंड कर्मी से पहले बिचौलिए प्रखंड पहुच जाता है। जानकारी के अनुसार आवास योजना हो या शौचालय, बिचोलिये लाभुक से रुपये वसूलने में कोई कसर नही छोड़ रहा है। प्रखंड कर्मी से पहले ही बिचोलिये प्रखंड में पहुच जाता है। गुरुवार को डीडीसी ने सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के विकास कार्य का घटिया परफॉर्मेंस पर जमकर फटकार लगाया था। 
6 की मात्र तीन कर्मी पदस्थापित---
सिमरी बख्तियारपुर में मात्र वर्तमान समय मे तीन कर्मी ही पदास्थापित है। जिसमे प्रधान सहायक बलराम पासवान, नाज़िर अरुण मिश्र एव प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक पंकज कुमार मिश्र मोजूद थे। पहले पेंशन का कार्य देख रहे रविन्द्र कुमार का मृत्यु हो जाने के बाद उच्च वर्गीय लिपिक मृत्युंजय लाल दास का सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में पदस्थापना हुआ था, लेकिन उनके द्वारा विगत 15 दिन पहले योगदान लेने के बाद जो गया तो आज तक वापस नही आया। जिन कारण गरीब लोगो का पेंशन का सेकड़ो आवेदन लंबित है। 
कई पदाधिकारी है जो दिखते ही नही---
            (दिन के 11 बजे तक दो कर्मी ही कार्यालय में मौजूद थे)
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में कई ऐसे पदाधिकारी है जिनका पदस्थापना तो सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में है लेकिन रहते अधिकतर सहरसा में ही। जिसमे प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी राजेश कुमार भारती एव प्रखंड पर्वतन पदाधिकारी चंदन पासवान , प्रखंड महिला प्रसार पदाधिकारी बिभा झा, के बारे कहा जाता है कभी-कभार मिलते है। 
ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यालय में आवास सहायक ने जमाया कब्जा---
प्रखंड कार्यालय के बगल में ही ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता का कार्यालय है। इस कार्यालय में एक सहायक अभियंता, दो इंजीनियर एवं एक पेजर गार्ड एव एक अनुसेवक है। सोमवार को मात्र एक पेजर गार्ड मो मसलुद्दीन ही मात्र उपस्थित थे। सहायक अभियंता विकास कुमार, इंजीनियर ब्रमदेव यादव एव रामकुमार महीने में कभी कभार कार्यालय में दर्शन देते है। दो कमरे का यह कार्यालय में पदाधिकारी के बराबर गायब रहने की सूरत में आवास सहायक के द्वारा एक कमरे में कब्जा कर प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य कर रहा है। सवाल है कि  ग्रामीण कार्य विभाग के कोई कर्मी झांकने तक नही आते है। प्रखंड कार्यालय में फिलहाल नये भवन बनने तक समस्या है। जिन कारण ग्रामीण कार्य विभाग के एक कमरा में आवास योजना का कार्य संपादित हो रहा है।
22 पंचयात में मात्र 8 पंचयात सचिव---
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में 22 पंचयात है। जिसमे मात्र 8 पंचयात सचिव है। एक सचिव को 3 से चार पंचयात आवंटित है। जिन कारण विकास कार्य पूरी तरह से बाधित रहता है। 

खगड़िया-कुशेश्वरस्थान-दरभंगा नये हाइवे का निर्माण कार्य जल्द, दोनों जिले की दूरी होगी कम


पड़ोसी जिला सहरसा, समस्तीपुर को भी मिलेगा लाभ
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

खगड़िया-कुशेश्वरस्थान-दरभंगा नेशनल हाईवे जल्द ही शुरू होने वाली है। इसको लेकर निर्माण कार्य को।इंजीनियर के द्वारा दौरा भी किया गया है। कुशेश्वरस्थान के जेडीयू विधयाक ने मीडिया को बताया कि हाइवे  413 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। इस नये एनएच के तहत दरभंगा और खगड़िया जिले 50 किलोमीटर करीब आ जाएंगे।
चार साल  में हाइवे बनाने का लक्ष्य
फिलहाल दरभंगा कुशेश्वरस्थान के बीच वर्तमान स्टेट हाईवे 56 को राष्ट्रीय राज्यमार्ग में बदला जायेगा, वहीं कुशेश्वरस्थान-फुलतोरा के बीच सड़क निर्माण कर पर इसे खगड़िया से जोड़ दिया जायेगा। इंजीनियर के अनुसार हाइवे को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
खगड़िया से जुड़ेगा दरभंगा
हाईवे का प्रस्तावित रास्ता दोनार से शिवनगरघाट- बिरौल होते हुए कुशेश्वरस्थान तक होगा। नया नेशनल हाईवे को खगड़िया- फुलतोरा- कुशेश्वरस्थान- बिरौल होते हुए दरभंगा के दिल्ली मोड़ स्थित ईस्ट वेस्ट कॉरीडोर से मिलाने की योजना है। इस नेशनल हाईवे के बनने से ना सिर्फ दरभंगा और खगडिया सीधे जुड़ जायेंगे, साथ ही दोनों पड़ोसी जिलों की दूरी भी कम हो जाएगी। नये हाईवे के निर्माण के साथ ही खगड़िया के लोगों की दरभंगा एयरपोर्ट तक भी सीधी पहुँच होगी, जिसके बाद खगड़िया की पटना एयरपोर्ट पर निर्भरता खत्म हो जायेंगी। सहरसा के बांध के भीतर बसें लोगों को कुशेश्वरस्थान होकर खगड़िया जाने का वैकल्पिक रास्ता मिलेगा।
फुलतोरा -कुशेश्वरस्थान नयी सड़क का उद्घाटन--
कुशेश्वरस्थान विधयाक शशिभूषण हजारी ने इस सड़क का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि
दरभंगा- कुशेश्वरस्थान वर्तमान स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे को बदलने के साथ फुलतोरा- कुशेश्वरस्थान के बीच नयी सड़क बनाई जानी हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से गुजरने वाली फुलतोरा- कुशेश्वरस्थान के बीच 6 पुलों का निर्माण भी किया जायेगा। इस सड़क के बन जाने के बाद इलाके की कनेक्टिविटी मधुबनी, सहरसा सहित अन्य जगहों से हो जायेगी। कुशेश्वरस्थान सहित आसपास का इलाका अधिकांश समय पानी से डूबा रहता है। ऐसे मे मिथिला के बाबाधाम के लिए नये नेशनल हाईवे से विकास का नया रास्ता खुलेंगा।

गुरुवार, 27 जून 2019

30 जून को सिमरी बख्तियारपुर में होगा दो सासंद का नागरिक अभिनंदन

सिमरी बख्तियारपुर के लोगो के लिये गर्व की बात, दो दो सासंद मिला
कोशी बिहार टुडे, सहरसा


 इस बार 2019 की लोकसभा में सिमरी बख्तियारपुर के धरती ने दो दो सांसद को लोकसभा भेजा है। यहां के लोगो के लिये गर्व की बात है। अब दोनों सासंद का नागरिक अभिनंदन किया जा रहा है।
नगर पंचायत के रोजवैली सेकेंडरी स्कूल में एनडीए कार्यकर्ता की एक बैठक आयोजित किया गया। बैठक की अध्यक्षता पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार ने किया। बैठक मधेपुरा सासंद दिनेशचंद्र यादव एव खगड़िया सासंद चौधरी महबूब अली कैसर का नागरिक अभिनंदन किये जाने पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधयाक डॉ अरुण कुमार ने कहा कि सिमरी बख्तियारपुर के लिये इन बार सुनहरा अवसर आया है कि यहां के दो दो सासंद इस बार लोकसभा में पहुचे है। इस कारण आगामी 30 जून को अपने दोनों सासंद के स्वागत में कोई कमी नही छोड़ना है। उपस्थित कार्यकर्ता से अनुरोध किया कि क्षेत्र से अधिक से अधिक लोगो को सासंद की सम्मान में उच्च विद्यालय सिमरी बख्तियारपुर पहुचने में सहयोग करे। पूर्व विधयाक श्री कुमार ने कहा कि ये सम्मान समारोह पूर्व में ही होना चाहिये, लेकिन समय के अभाव में नही हो सका था। अब हमलोग तनमन से सासंद के सम्मान करने में कोई कसर नही छोड़े। जेडीयू नेता रघुनंदन सिंह की संचालन में चली बैठक को जिला जेडीयू जिलाध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया, लोजपा जिलाध्यक्ष आषुतोष झा, युवा जिलाध्यक्ष मोजुद्दीन राइन,  चंद्रमणि, बिपिन कुमार गुप्ता,  रेवती रमन सिंह, आदि ने संबोधित किया। इस मौके पर हस्सान आलम, रघुनंदन सिंह, देवनारायण,  पूर्व प्रमुख पप्पू यादव, भाजपा अध्यक्ष संजीव भगत, मुरारी सिंह, जयशंकर सिंह, ललन यादव, जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह कुशवाहा, सुभाष यादव, धर्मवीर सिंह, पैक्स अध्यक्ष रंजीत कुमार यादव, अरविंद भगत, अकलू दास सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बुधवार, 26 जून 2019

डॉक्टर का अजब-गजब कारनामा: हड्डी टूटी बाएं हाथ का, डॉक्टर ने प्लास्टर चढ़ा दिया दाएं हाथ मे


डॉक्टर के लापरवाही का सजा भुगता 7 वर्ष का मासूम
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

उत्तर बिहार के प्रमुख अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एन्ड हॉस्पिटल  में डॉक्टर की कथित लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां के हड्डी रोग विभाग में कथित रूप से सात साल के बच्चे के बाएं हाथ के बजाय दाहिने हाथ में प्लास्टर कर दिया गया। मंगलवार को मामले के प्रकाश में आते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मच गया। मामले की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद को फोन कर मामले की जांच कराने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने हड्डी रोग विभागाध्यक्ष से जवाब तलब भी करने का निर्देश दिया।

स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर अधीक्षक ने हड्डी रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. लालजी चौधरी को अविलम्ब जवाब देने को कहा। सूत्रों के अनुसार जवाब में डॉ. चौधरी ने कहा है कि हड्डी रोग विभाग में बड़ी तादाद में मरीज इलाज के लिए आते हैं। उनके इलाज में कोई कोताही नहीं की जाती है। बच्चे के गलत हाथ में अगर कच्चा प्लास्टर किया गया है तो संभवत: यह मानवीय भूल हो सकती है। विभागाध्यक्ष की ओर से दिए गए स्पष्टीकरण की प्रति पटना भेज दी गई है।
इधर, परिजन मंगलवार की सुबह गलत हाथ में प्लास्टर किए जाने की शिकायत लेकर अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। अधीक्षक ने बच्चे की जांच करने के दौरान पाया कि कच्चा प्लास्टर उसके दाएं हाथ पर चढ़ा था, जबकि उसके बाएं हाथ पर हेयर लाइन फ्रैक्चर था। जांच के बाद बच्चे को इलाज के लिए हड्डी रोग विभाग भेजा गया। बच्चे के पिता ने अधीक्षक के सामने आरोप लगाया कि कि हड्डी रोग विभाग में गलत हाथ में कच्चा प्लास्टर करने के अलावा बैंडेज व  दवा उन्हें बाजार से लाने को कहा गया था। इस वजह से उन्हें दवा व सामग्री बाजार से खरीदनी पड़ी।
सात वर्ष के फैजान के पिता हनुमाननगर निवासी मो. शहजाद ने बताया कि सोमवार को गिरने से उनके बच्चे के बाएं हाथ में चोट आयी थी। इलाज के लिए उसे जटमलपुर स्थित स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया था। वहां से उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। मो. शहजाद ने बताया कि वह बच्चे को लेकर डीएमसीएच पहुंचे। जांच करने के बाद हाथ में प्लास्टर करने के लिए उसे तीन बजे हड्डी रोग विभाग बुलाया गया। शाम के छह बजे प्लास्टर के लिए बच्चे का नम्बर आया। बच्चे का प्लास्टर कराने के बाद वे टेम्पो से घर लौट गए। टेम्पो से उतारने के लिए बच्चे की मां ने उसका बायां हाथ पकड़ा। हाथ पकड़ते ही बच्चा चिल्लाने लगा। तब उन्हें पता चला कि उसके गलत हाथ पर कच्चा प्लास्टर चढ़ा दिया गया है। उसी टेम्पो से वह बच्चे को लेकर दोबारा डीएमसीएच पहुंचे। काफी इंतजार के बाद एक डॉक्टर वहां पहुंचे। उन्होंने बच्चे का प्लास्टर कराने को कहा। हालांकि रात को उन्होंने बच्चे का प्लास्टर कराने से इनकार कर दिया।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने कहा कि मामला लापरवाही का है या फिर मानवीय भूल का, यह जांच के बाद ही तय हो सकेगा। आभार-हिंदुस्तान

मंगलवार, 25 जून 2019

सोमवार को शराब नही पीने का शपथ लिया थानेदार, रात्रि में ही शराब पीते धराया


पुलिस अधीक्षक ने थानेदार को किया गिरफ्तार, किया निलंबित
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बिहार में भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के खरीक थानाध्यक्ष दिलीप कुमार को शराब पीने के आरोप में आज निलंबित कर जेल भेज दिया गया।

नवगछिया की पुलिस अधीक्षक निधि रानी ने पत्रकारों को  बताया कि सूचना मिली थी कि खरीक के थानाध्यक्ष दिलीप कुमार प्रतिदिन शराब का सेवन करते हैं। इसी आधार पर देर रात जब उनके द्वारा छापेमारी की गयी तब थानाध्यक्ष थाना परिसर में ही शराब पी रहे थे। उन्होंने बताया कि इसके बाद थानाध्यक्ष को गिरफ्तार कर तत्काल मेडिकल जांच करायी गयी जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई है।
सुश्री निधि ने बताया कि थानाध्यक्ष के खिलाफ उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच चलाने का निदेर्श दिया गया है। आभार--हिंदुस्तान

रविवार, 23 जून 2019

प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी महिला, घर वालों ने पहुचाया अस्पताल, जैसे ही अस्पताल बरामद पर पहुची चारो तरफ से महिला ने घेरा


जब बरामदा पर ही बच्चे का होने लगा जन्म तो उपस्थित महिला ने साड़ी से किया पर्दा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

रविवार को अनुमंडलीय अस्पताल के बरामदे पर एक गर्ववती महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। हल्की बाद ने पहुचे एएनएम के द्वारा दोनों जच्चा-बच्चा को प्रसव रुम में ले जाकर बांकी इलाज प्रारम्भ किया। 
किया है मामला---
रविवार को रायपुरा पंचयात के नाटिगढ़ निवासी अमित कुमार के पत्नी को प्रसव पीड़ा हुआ। प्रशव पीड़ा होने के बाद परिजन उसे एक बुलोरो मे लड़कर अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर लाया गया। महिला को बुलोरो से उतारकर एक महिला एव एक पुरुष प्रसव रूम ले जा रहा था कि जैसे ही महिला बरामदा पर पहुची की तेज दर्द हुआ। महिला को बरामदा पर बैठाते ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। तुरंत ही बच्चे को चीखने की आवाज आने लगा। फिर परिजन अस्पताल के एएनएम की सूचना दिया। तब फिर महिला एव बच्चे को प्रसव कक्ष में ले जाया गया। बरामदे पर महिला ने एक स्वस्थ्य बेटी को जन्म दिया। 
जब बच्चा जनने लगा तो महिला ने साड़ी से कर दिया पर्दा---
महिला को अस्पताल के बरामदे पर ही बच्चे जनने लगा तो उपस्थित महिला के द्वारा चारो तरफ से साड़ी का  घेरा बनाकर एव साथ ही उपस्थित महिला भी चारो और घेरा बनाकर महिला को पर्दा दिया। बाद में अस्पताल में कार्यरत चिकिस्तक डॉ हरेंद्र कुमार आर्य  के द्वारा एएनएम के माध्यम से महिला इलाज प्रारम्भ हुआ।

सहरसा के नवहट्टा प्रखंड के मुख्य कोसी नदी में बड़ा हादसा, पांच की डूबने से मौत


घटनास्थल पर एसडीआरएफ की टीम कोसी नदी में लापता की ढूंढने में लगा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बिहार के सहरसा जिले के नवहट्टा अंचल के शाहपुर - देवनवन गांव के समीप रविवार दोपहर बाद कोसी नदी की उपधारा में डूबने से पांच लोगों की मौत हो गई ।
     ग्रामीणों के अथक प्रयास से शाहपुर गांव निवासी  महेंद्र गुप्ता (65) की लाश बरामद कर ली गई है । शेष चार बच्ची की खोजबीन जारी है । लापता दो बच्ची वंदना कुमारी (10),कल्पना कुमारी (09) मृतक महेंद्र गुप्ता की पोती है । शेष लापता दो बच्चियों  में एक हरिश्चन्द्र यादव की पुत्री मनीषा कुमारी (10) तथा दूसरी  अज्ञात है ।

        घटना की सूचना पर जिला प्रशासन ने मधेपुरा जिले  से एसडीआरएफ की  गोताखोर टीम को घटना स्थल पर बुला लिया है । घटना के संबंध में बताया जाता है कि कोसी नदी की उपधारा के बीचोंबीच पानी सूख गया है ।  जिस सूखी जमीन पर ग्रामीण बड़े पैमाने पर तरबूज उपजाते जाते हैं । जिसे खरीदने के लिए व्यापारी नदी किनारे कोसी बांध पर ट्रक व ट्रेक्टर लगा कर रहते हैं ।  ग्रामीण व मजदूर रुपये के  लालच में तरबूज को माथे पर ढोकर नदी के पानी में पैदल चलकर कोसी बांध पर पहुंच जमा कर देते हैं।

      इसी क्रम में चारों बच्चियां  गहरे पानी में चली गयीं  जिन्हें  बचाने के लिये महेंद्र गुप्ता ने अथक प्रयास किया । इसी क्रम में वे खुद डूब गए । घटना की सूचना पर नवहट्टा,महिषी व जिला प्रशासन घटनास्थल पर कैम्प कर रही है । घटना स्थल पर जिलाधिकारी शैलजा शर्मा, एसपी, एसडीओ एव तमाम आलाधिकारी घटना स्थल पर  जमे है। लापता बच्ची का खोजबीन चल रहा है। उस ह्रदयविदारक घटना से लोग सदमे में है। 

गुरुवार, 20 जून 2019

दिनदहाड़े डिक्की से उड़ाए छह लाख रुपये, सहरसा के व्यवसायी में आक्रोश


दहलान  चोक पर दिया घटना को अंजाम
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा शहर  के गल्ला व्यवासीय संजय गुप्ता के साथ गुरूवार को दिन-दहाड़े दहलान चौक के पास सड़क जाम में फंसे बुलेट मोटर साईकिल की डिक्की से अपराधियों ने 6 लाख रूपए की लूट कर फरार हो गया।  व्यापार संघ सहरसा इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि अब शहर सहरसा में व्यापारी असुरक्षित हो गया है। सड़क जाम के कारण बुलेट पर सवार संजय गुप्ता अपनी मोबाईल से बात कर ही रहे थे कि अपराधी लूट की घटना को आसानी से अंजाम दे दिया। डिक्की लुटेरे ने एक बार सहरसा पुलिस को चुनोती दे दिया। पीड़ित संजय गुप्ता बैंक ऑफ इंडिया से 6 लाख रूपए की निकासी कर घर जा रहे थे। बताया जाता है कि लुटेरे दो की संख्या में बाइक पर सवार था।  घटना की सूचना  व्यापार संघ को मिली तो जिलाध्यक्ष विकास गुप्ता एवं वैश्य समाज सहरसा के जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद साह व्यापार संघ जिला प्रवक्ता राजीव रंजन साह एवं अन्य स्थानीय व्यवसायियों के साथ घटनास्थल पहुंचकर आसपास वाले सीसीटीवी कैमरा से जानकारी उपलब्ध कराने में पुलिस प्रशासन को अपेक्षित सहयोग भी किया गया। संगठन ने पुलिस प्रशासन से कहा है कि लुट की घटना को अंजाम देने वाले अपराधी को शाीघ्र गिरफ्तार करे और लुटी गई रकम को हरहाल में बरामद करे। गौरतलब है कि इस तरह की घटना आये दिन बराबर हो रही है। अपराधी आराम से घटना को अंजाम देकर फरार हो जाता है, लेकिन पुलिस इन गिरोह का पता तक नही लगा पाती है।

बुधवार, 19 जून 2019

सहरसा-सरायगढ़ के बीच एक महीने के अंदर दौड़ेगी रेल


सहरसा से कदमपुरा तक रेलवे बोल्डर गिराने का कार्य हुआ पूरा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा-फारबिसगंज ट्रैक पर ट्रेन परिचालन को लेकर रेलवे द्वारा जोर-शोर से काम चल रहा है। वही निर्मली की ओर से सरायगढ़ तक ब्लास्टिंग का काम अंतिम चरण में है।
सोमवार को सहरसा-फॉरबिसगंज ट्रैक पर सुपौल जंक्शन से आगे एक बार फिर कदमपुरा तक मालगाड़ी चलाई गई। इस दौरान ट्रैक पर बोल्डर गिराया गया। मालगाड़ी के 53 डब्बों में स्टोन बोल्डर लोड था, जबकि एक इंजन और एक गार्ड बोगी लगी हुई थी। समस्तीपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम तृतीय सह प्रभारी पीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि सहरसा-सरायगढ़ के बीच ब्लास्टिंग का काम चल रहा है। इसके बाद ट्रैक का एलाइनमेंट किया जाएगा और ट्रेन परिचालन के लिए उपयुक्त होने पर इसकी सीआरएस जांच कराई जाएगी। जिसके बाद ट्रैक पर यात्री सेवा बहाल हो सकेगी। उन्होंने बताया कि सरायगढ़ तक बोल्डर का कार्य एक से डेढ़ महीने में पूरा होने की संभावना है। हालांकि रेल ट्रैक के लिए 30 एमएम के बोल्डर की अावश्यकता होती है। फिलहाल इस आकार के बोल्डर की कमी है। जिसकी वजह से काम में कुछ देरी संभव है। डीसीएम ने बताया कि झंझारपुर से निर्मली के रास्ते सरायगढ़ तक बोल्डर का काम भी लगभग संपन्न हो चुका है। रेल प्रशासन इस रुट पर यथाशीघ्र ट्रेन परिचालन के लिए प्रयास कर रहा है। गौरतलब है कि इससे पूर्व 9 जून को सुपौल जंक्शन से आगे आरएसएम पब्लिक स्कूल के सामने पुल संख्या 13 तक मालगाड़ी से बोल्डर गिराया गया था। फिलहाल इस ट्रैक पर गढ़ बरुआरी तक सिंगल ट्रेन सिस्टम के तहत यात्री सेवा बहाल है। साभार-दैनिकभास्कर

सोमवार, 17 जून 2019

दो बच्चे की मां नावालिग प्रेमी को लेकर हुआ फरार, इश्क-मुश्क छिपाये नही छिपता

दोनों बच्चे छोटे, अपनी मां को कर रहा है याद
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बलवाहाट ओपी क्षेत्र के करूआ गांव से एक दो बच्चे की मां को गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा भगा ले जाने का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर भगायी गयी विवाहिता की मां ने  गांव के लोगो को नामजद अभियुक्त बनाते हुए बलबाहाट ओपी पुलिस को आवेदन देकर अपनी पुत्री की बरामदगी का गुहार लगायी है।
      करूआ गांव निवासी विवाहिता पुत्री की पीड़ित मां ने अपने आवेदन में कहा है कि दिनांक 16 जून रविवार को मैं अपने घर से पूरब बहियार में मूंग तोड़ने के लिए गयी थी। जहां खेत में ही दूसरे व्यक्ति के द्वारा जानकारी मिली कि तुम्हारी 25 वर्षीय पुत्री को लेकर भाग गया। सूचना मिलने पर जब मैं घर पर आई एवं खोजबीन किया तो खोजबीन क्रम में पता चला कि गांव के ही स्व रीखन यादव का पुत्र कल्याण कुमार मेरी पुत्री को टेम्पो से लेकर भाग गया। आवेदन में कहा गया है कि मेरी पुत्री को दो पुत्र है। जिसका एक का उम्र 8 वर्ष है तो दूसरे का उम्र 6 वर्ष है।
          इस बावत ओपीध्यक्ष गुड्डू कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले को लेकर पुलिस के द्वारा छानबीन की जा रही है।

रविवार, 16 जून 2019

अगर मा-बाप का अनादर या उनका सेवा नही कर रहा है तो देना होगा 25 हजार जुर्माना

पंचायत ने सामाजिक बुराइयों को दूर करने का उठाया बीड़ा
दूसरे पंचायत के भी लोग इन तरह का कार्य कर बेहतर समाज का निर्माण कर सकते है।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
            (सामाजिक बुराइयों के खिलाफ मंदिर में शपथ लेते ग्रामीण)
सामाजिक बुराईयां मसलन अवैध तरीके से शराब बेचना, पीना, बाल विवाह, माता-पिता का अवहेलना करने जैसे कुरीतियों को रोकने के लिये ग्रामीणों ने संकल्प लिया है। प्रखंड के सकड़ा पहाड़पुर पंचायत के वार्ड नंबर 1 एवं 2 के गणमान्य लोगों की बैठक शिव मंदिर के प्रांगण में रविवार को पंचायत समिति सदस्य यशवंत सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। बेठक में सर्वसम्मति से ये राय बना गांव में सामाजिक बुराईयों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। बैठक में इस बात का चर्चा हुआ कि समाज मे फेल रहे कुरीतियां, जैसे नशा का सेवन करना, कम उम्र में लड़की का शादी करना, चोरी-छिपे नशीली समान बेचना, डीजे पर अश्लील गाने बजाने , अपने बच्चे को समय पर स्कूल भेजने व्व अगर समाज या कोई अन्य बच्चा बाल मजदूरी कर रहा है तो उसे स्कूल भेजने के लिए उनके माता-पिता एव अभिभावक को प्रोत्साहित करना शामिल है। सहित वो  सभी कुरीतियों के खिलाफ बुलंदी से आवाज उठाना है जो समाज को कमज़ोर कर रहा है। जो व्यक्ति माता-पिता का सेवा नही करेगा, वेसे लोगो को समाज 25 हजार दंडित करेगा।
इसके लिये बनाया गया कमिटी----

इस कार्य को पूरा करने के लिये एक कमिटी के गठन किया गया है। कमिटी इस बुरायी के खिकफ सशक्त रूप से कार्य करेगा, एव इस कार्य को जो लोग भी डिस्टर्व करने का प्रयास करेगा, गांव वाले उनसे निपटेगा। कमिटी में मनोहर सिंह अध्यक्ष, राजकुमार राय सचिव, सूर्यनारायण राय कोषाध्यक्ष, पूर्व मुखिया कृतनारायन सिंह सदस्य एव पंचायत समिति सदस्य यशवंत सिंह समिति सदस्य होंगे। इनके अलावे कमिटी में 11 और सदस्य होगा। 
सकड़ा पहाड़पुर पंचायत  की आवादी लगभग 8 हजार है। इसके उत्तर में मझवा, दक्षिण में बेडी, पूरब में चपराम एव पश्चिम में बेलवाड़ा है।

शुक्रवार, 14 जून 2019

भांजे की पत्नी से पंचयात सचिव ने कर ली थी चोरी-छिपे शादी,नाराज पंकज ने साले संग मिलकर कर दिया हत्या

पंचयात सचिव बालेश्वर यादव की हत्याकांड का पुलिस ने कर दिया खुलासा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
(थाना में पंचायत सचिव के हत्याकांड का खुलासा करते डीएसपी)

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के छह पंचयात में कार्यरत एव सोनवर्षाराज प्रखंड के तम्कूल्हा निवासी पंचायत सचिव (पंस) बालेश्वर यादव की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अवैध संबंध व जमीन विवाद के कारण पंचायत सचिव की हत्या हुई थी। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक हत्या में सात लोग शामिल हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में ओपी अध्यक्ष जयशंकर कुमार ने सअनि जितेंद्र कुमार पांडे, हरिशंकर चौधरी के सहयोग से गुरुवार को घोघनपट्टी नहर पर घोघनपट्टी निवासी पंकज यादव एवं सहसराम निवासी राजकिशोर यादव को गिरफ्तार किया। वहीं राजकिशोर यादव के कमर से एक लोडेड देसी कट्टा बरामद किया। ओपी पर एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार पंकज यादव एवं राजकिशोर यादव से पूछताछ से पंचायत सचिव के हत्या का खुलासा हुआ है।
पंचयात सचिव ने भांजे की पत्नी से रचा लिया था शादी---
एसडीपीओ ने हत्या के कारणों का खुलासा करते कहा कि घोघनपट्टी निवासी पंकज यादव एवं प्रवीण यादव आपस में दोनों भाई है। मृतक पंचायत सचिव बालेश्वर यादव उनका फूफा था। पंकज का अपनी पत्नी के साथ विवाद चलने के कारण अपनी हिस्से की जमीन अपने छोटे भाई प्रवीण के नाम कर दिया था। उसके बाद उसकी पत्नी ने कोर्ट की शरण ली। मृतक बालेश्वर यादव उसकी पत्नी को सहयोग करने लगे। इसी बीच दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया। पंकज ने कहा उनकी पत्नी ने लगभग 5 माह पहले देवघर में पंचायत सचिव से शादी रचा ली थी। कोर्ट मैरेज करने की संभावना जताई।
हत्या का खुलासा---
 गिरफ्तार राजकिशोर ने एसडीपीओ को बताया कि दिल्ली में रह रहा प्रवीण ने घटना का षड्यंत्र रचा। मृतक पंचायत सचिव रविवार को सहसराम शंभू यादव के यहां शादी समारोह में पहुंचा था । पंकज ने गुप्तचर का काम किया। प्रवीण की पत्नी सीता देवी और उनका भाई सहसराम निवासी मोहन यादव एवं बिनोद यादव, घोघनपट्टी निवासी शंकर यादव हत्या की घटना को अंजाम दिया। घात लगा कर पहले पंचायत सचिव को पकड़ लिया। सभी नामित के सहयोग से मोहन यादव गला दवाया।
उसके बाद मोहन यादव पंचायत सचिव बालेश्वर यादव को एक गोली मारकर हत्या कर दी। बरामद देसी कट्टा से ही गोली मार हत्या किये जाने की बातो का खुलासा हुआ हैं। एसडीपीओ ने कहा पंचायत सचिव हत्याकांड में पतरघट पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी हैं। पंचायत सचिव बालेश्वर यादव की हत्या में घोघनपट्टी निवासी पंकज यादव, प्रवीण यादव उनकी पत्नी सीता देवी, शंकर यादव, सहसराम निवासी राजकिशोर यादव, मोहन यादव, बिनोद यादव का शामिल होने की खुलासा हुई हैं। साभार-हिंदुस्तान

गुरुवार, 13 जून 2019

लड़की की तय हो गयी शादी, एक दूसरा लड़का ने फेसबुक पर कर दिया लड़की का फोटो अपलोड, लड़की के पिता ने उठाया कदम

फ़ेसबुक पर लड़की की फोटो डालने से शादी पड़ सकता है खतरे में

कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र से एक लड़की का फर्जी फेसबुक बनाकर उनपर लड़की का फोटो अपलोड करने को लेकर बख्तियारपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज किया गया है। दर्ज प्राथमिकी में लड़की के पिता ने आरोप लगाया है कि मेरी लड़की का फ़ेसबुक श्रवण कुमार के नाम से है। श्रवण कुमार के मुताबिक हम फेसबुक पर लड़की का फोटो नही डाले है। जवकि हमारे लड़की का फोटो हर जगह फेल गया है। मेरी लड़की की शादी तय हो चुकी है। फोटो के सब जगह फेल जाने के कारण शादी में रुकावट आ सकता है। ये फेसबुक अकाउंट जो लड़का चला रहा है वे खगड़िया जिला के परवत्ता थाना के वेसा वार्ड नंबर 1 का रहने वाला है। आवेदन पीड़ित पिता ने गुहार लगाया है कि मेरी बेटी का फेसबुक पर फोटो अपलोड करने वाले के खिलाफ पता लगाकर करवाई किया जाये। पुलिस ने थाना में आईपीसी की धारा 420 एवं 66 सी के तहत मामला दर्ज किया है।

लोकजनशक्ति पार्टी में टूट, पार्टी के ये बरिष्ट नेता ने बनाई अपनी पार्टी


सत्यानंद शर्मा के साथ 116 पार्टी पदाधिकारियों ने छोड़ा लोजपा का साथ
शर्मा ने लोजपा अध्यक्ष पर पैसे लेकर टिकट बांटने का लगाया आरोप
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा ने गुरुवार को पार्टी छोड़ दी। उन्होंने लोजपा सेकुलर के नाम से नई पार्टी का गठन किया। लोजपा छोड़ने के बाद सत्यानंद ने केंद्रीय मंत्रीरामविलास पासवान पर कई आरोप लगाए।
सत्यानंद शर्मा ने पटना मेंप्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि लोजपा में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो गया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया। शर्मा ने आरोप लगाया कि वैशाली में लोजपा ने पैसे लेकर वीणा देवी को टिकट दिया। शर्मा के साथ 116 पार्टी पदाधिकारियोंने लोजपा छोड़ लोजपा सेकुलर का दामन थामा है।
कौन हैं सत्यानंद शर्मा
सत्यानंद शर्मा लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना के समय से ही जुड़े थे। रामविलास पासवान के काफी करीबी माने जाते थे और संगठन में उनकी मजबूत नेता के रूप में पहचान थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें नालंदा से टिकट दिया था, लेकिन वे महज 10 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे।
टिकट बंटवारे से था असंतोष
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में बिहार में टिकट बंटवारे के बाद पार्टी के नेताओं में असंतोष देखने को मिला था. रामा सिंह पिछले कई दिनों से बागी तेवर अपना रहे थे. तो कई ऐसे लोग भी असंतुष्टों में शामिल हैं जिन्हें टिकट मिलने की आस थी लेकिन पूरी नहीं हो सकी थी. बिहार में एनडीए की सहयोगी रही लोजपा को छह सीटें मिली थीं और उसके सभी छह प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल रहे थे।

बुधवार, 12 जून 2019

सड़क पर रप्तार का कहर, स्कार्पियो का तेज रफ्तार ने दो को सुला दिया मौत की नींद


लोगो की मांग बलुआहा पूल पर पुलिस कैम्प जरूरी, परिवहन विभाग सिर्फ ड्राइवरी लाइसेंस देने वाला विभाग बनकर रह गया
मारने वाले में सीतामढ़ी के मनोज मिश्रा एव सहरसा के विनीता
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा जिला के महिषी थाना क्षेत्र के बलुआहा पुल पर बुधवार की सुबह सहरसा से दरभंगा की ओर जा रहे स्कार्पियो चालक ने दो बाइक सवारों को रौंद डाला। घटना में तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घटना के तुरंत बाद लोगों की मदद से तीन घायलों को उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। अस्पताल जाने के दौरान घायल केडिला कंपनी के एमआर सीतामढ़ी के नानपुर थाना क्षेत्र स्थित खरका बसंतपुर निवासी मनोज मिश्र की मौत रास्ते में हो गई।
वहीं दूसरी बाइक पर पीछे बैठी 21 वर्षीय विनीता कुमारी की मौत उपचार के दौरान सदर अस्पताल में हो गई। एमआर मनोज मिश्र की दुर्घटना में मौत की खबर मिलते ही लगभग सभी दवा कंपनियों से जुड़े प्रतिनिधि सदर अस्पताल पहुंच गए। इस घटना पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए बुधवार को अपना काम ठप कर दिया। इधर, हृदय रोग विशेषज्ञ डा. आईडी सिंह ने एमआर मनोज मिश्र की दुर्घटना में दर्दनाक मौत पर गंभीर संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि मनोज मिश्र अपने कार्यों के प्रति काफी लगनशील थे। विपरीत दिशा से आ रही थी स्कॉर्पियो, मौके से वाहन लेकर भागा चालक अस्पताल जाने के दौरान मनोज और युवती ने इलाज के दौरान तोड़ा दम।

पुलिस ने घटनास्थल से बाइक की जब्त
घटना के बाबत प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि थाना क्षेत्र के ठूठा निवासी उमेश पासवान के 19 वर्षीय पुत्र सावन कुमार बहन विनीता को बाइक से लेकर सहरसा जा रहा था। उसके आगे अपाचे बाइक से मनोज मिश्र भी सहरसा आ रहे थे। इसी दौरान विपरीत दिशा से जा रहे स्कार्पियो चालक ने दोनों बाइक सवारों को रौंदते हुए भाग निकला। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तीनों बाइक सवार पुल पर कुछ दूरी तक घसीटते चले गये। जब तक लोग पुल के समीप पहुंचे तब तक चालक वाहन लेकर फरार हो गया। सूचना मिलते ही महिषी के थानाध्यक्ष कमलेश कुमार पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने क्षतिग्रस्त दोनों बाइक को कब्जे में लेकर थाना लाया। साभार-दैनिक भास्कर

मंगलवार, 11 जून 2019

नगर अध्यक्ष एव उपाध्यक्ष के ऊपर लगा अविश्वास प्रस्ताव, हाई वोल्टेज ड्रामा प्रारम्भ

अध्यक्ष पद के दौर में आधा दर्जन पार्षद, किलेबंदी शुरू
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत की अध्यक्षा रौशन आरा और उपाध्यक्ष विकास कुमार उर्फ विक्की पर सोमवार को वार्ड पार्षद सुधीर कुमार, बीबी जैनब, सुलेखा देवी, मीता चौधरी, योगेंद्र शर्मा, बबिता देवी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लगा दिया गया। वार्ड पार्षदों ने नगर अध्यक्ष रौशन आरा को दिये आवेदन में आरोप लगाया है कि हर घर नल का जल योजना की प्रगति काफी धीमी रही है। जिससे आम लोगों इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है। इसके अलावे सबके लिए आवास योजना अंतर्गत हजारों स्वीकृत आवासीय इकाई के विरूद्ध भुगतान की प्रक्रिया बहुत धीमी रहने के कारण लाभुकों को परेशानी हो रही है। साथ ही स्टेशन चौक से डाक बंगला चौराहा तक सड़क सह नाला निर्माण कार्य को अब तक क्रियांवित नहीं किया जा सका है। वही गली निश्चय योजना अंतर्गत सभी गली एवं नालियों का पक्कीकरण कराने में आप दोनों असफल रहे है।
15 को बुलाई गई बैठक विशेष बैठक---
वार्ड पार्षदों द्वारा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर लगाये गए अविश्वास के बाद नप अध्यक्षा रौशन आरा ने उपाध्यक्ष और सभी वार्ड पार्षदों को पत्र लिखकर अविश्वास प्रस्ताव आवेदन के आलोक में  चर्चा एवं मतदान की तिथि 15 जून सुबह ग्यारह बजे निर्धारित की गई है। इस दिन विशेष बैठक में इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा किया जायेगा। इधर इस संबंध में अध्यक्षा रौशन आरा ने कहा कि 
हमने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा व मतदान हेतु 15 जून को विशेष बैठक की तिथि निर्धारित की है। बहुमत हमारे साथ है। हमने नगर पंचायत का सर्वांगीण विकास किया है। इस बोर्ड का गठन विकास के शर्त पर हुआ है।नगर के विकास से वार्ड पार्षद और नगर की जनता दोनों संतुष्ट हैं, लेकिन कुछ लोग हर बोर्ड में दो साल पूरा होने पर व्यवधान डालते हैं। वार्ड पार्षद जानते है कि नगर पंचायत का विकास में हमने कोई कसर नही छोड़ा है।

सोमवार, 10 जून 2019

तलाशे जा रहे नाचने-मस्ती करने वाले, इनका सत्ताधारी दल के जिला-प्रखंड स्तरीय नेता होने का अनुमान

स्टडी टूर पर मणिपुर गए थे बिहार के विधायक, मणिपुर के अखबार में छपी मौज-मस्ती की खबर 
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

युवतियों के साथ, बिहार के नेताओं की मौज-मस्ती के वायरल हुए वीडियो ने खूब ड्रामा कराया। इसमें कई सीन रहे। ये बदलते रहे। शुरुआत इससे हुई कि यह मटरगश्ती, बिहार के उन 4 विधायकों ने की है, जो स्टडी टूर पर मणिपुर गए थे। लेकिन वीडियो में युवती के साथ नाचते, हरकत करते कुर्ता-पायजामा धारी लोगों (नेताओं) का चेहरा, इन चारों विधायकों से नहीं मिला। ये विधायक बेहिसाब सफाई देते रहे। खैर, अब उनको तलाशा जा रहा है, जो वाकई युवतियों के साथ नाच रहे थे। चेहरे के हिसाब से इनका एक सत्ताधारी दल के जिला व प्रखंड स्तरीय नेता होने का अनुमान है।
इस ड्रामा के केंद्र में मणिपुर के एक अखबार की खबर रही। खबर और वीडियो में बताया गया कि विधायक यदुवंश यादव (राजद, पिपरा), शिवचंद्र राम (राजद, राजापाकड़), सचिंद्र प्रसाद सिंह (भाजपा, कल्याणपुर) तथा राजकुमार राय (जदयू, हसनपुर) स्टडी टूर पर मणिपुर आए थे। उन्होंने मोरेह में युवतियों के साथ डांस किया; अश्लील हरकत की। इन्हें कुछ पीते हुए भी दिखाया गया। हड़कंप मचा। राजनीतिक गलियारा सकते में। विधायकों की ताबड़तोड़ सफाई।
सब यही बोले कि वह बेशक मणिपुर गए थे। लेकिन इस वीडियो में बिल्कुल नहीं हैं। यह, उनको बदनाम करने की साजिश है। वीडियो में शामिल लोगों से इन विधायकों का चेहरा थोक भाव में चौतरफा मिलाया गया। अंतत: यही माना गया कि नाचने वालों में विधायक जी नहीं हैं। बहुत देर बाद अनुमान की शक्ल में यह बात सामने आई कि नाचने वाले, एक सत्ताधारी दल के समस्तीपुर जिला व हसनपुर प्रखंड इकाई के पदधारक हैं। वीडियो में शामिल लोगों से इनका चेहरा मिलता-जुलता सा है। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
विधायक यदुवंश ने कहा- मानहानि का मुकदमा करेंगे--
राजद विधायक यदुवंश यादव, जो मणिपुर गए विधायकों के टीम लीडर थे, ने कहा- 'यह वीडियो हमने भी देखा। इसमें हमलोग नहीं हैं। वीडियो देखकर कोई भी यह गारंटी दे सकता है। यह फ्रॉडिज्म की हाईट है। हमें फंसाने, बदनाम करने की साजिश है। हरकत करने वाले ये दूसरे लोग कौन हैं, कहां के हैं, हमें नहीं पता। जिसने भी हमें प्रताड़ित किया है, उन पर मानहानि का मुकदमा करेंगे।'
विधानसभा अध्यक्ष ने रिपोर्ट तलब की---
बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने विधायकों के साथ गए विधानसभा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। बोले- 'वीडियो में जो लोग दिख रहे हैं, पहली नजर में वे विधायक नहीं हैं, लेकिन हमें जांच रिपोर्ट का इंतजार है। विधानसभा की आंतरिक संसाधन समिति 30 मई 2019 से 3 जून 2019 तक मणिपुर गयी थी। जो खबर आयी है उसी के आधार पर मैंने रिपोर्ट तलब की है। यह बेहद गंभीर मामला है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। यह विधायकों की मर्यादा का मामला है। साभार-दैनिकभास्कर

अपने घर के छत पर सब्जी उगाये, सरकार देगी अनुदान


छत पर सब्जी उगाने के है कई फायदा, मेहनत भी कम, फिलहाल सिर्फ ये योजना कुछ चुनिंदा शहर में ही उपलब्ध
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बिहार में अगर आप जमीन खाली न रहने के कारण सब्जी की खेती नहीं कर पा रहे हैं, तो अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार ने अब शहर में हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए घरों की छतों पर बागवानी करने की योजना बनाई है, जिसमें अब घर की छतों पर लोग सब्जी का उत्पादन कर सकते हैं। इसके लिए सरकार 50 प्रतिशत अनुदान भी देगी। कृषि विभाग की 'रूफटॉप गार्डनिंग' नामक यह योजना पहले चरण में राज्य के पांच शहरों- पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर और बिहारशरीफ  में लागू होगी। प्रयोग सफल रहने पर बाद में इसे अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा।

बिहार के कृषि मंत्री प्रेम सिंह ने शुक्रवार को बताया कि सब्जी उपजाने के लिए न ज्यादा मिट्टी की जरूरत होगी और न ही सिंचाई के लिए ज्यादा पानी की जरूरत पड़ेगी। लाभार्थियों को प्लास्टिक सीट, पॉट, कंटेनर, ट्रे, बीज आदि दिए जाएंगे। एक व्यक्ति को एक ही इकाई दी जाएगी। सरकार का मानना है कि इस योजना के सफल होने के बाद शहर के लोगों को भी हरी और ताजा सब्जियां मिल सकेंगी तथा शहरी क्षेत्रों में पयार्वरण संतुलन बनाने में भी मदद मिलेगी।
शहरी क्षेत्रों की भाग-दौड़ की जिंदगी में हरित क्षेत्र तैयार करने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने घर की छतों पर बागवानी को प्रोत्साहन देने की योजना को स्वीकृति दी है। छतों पर बागवानी करने के लिए प्रति 300 वर्ग फीट में कुल लागत 50 हजार रुपये के साथ 'रूफटॉप गार्डनिंग' योजना स्वीकृत की गई है। इस योजना के तहत राज्य सरकार 50 प्रतिशत और अधिकतम 25 हजार रुपये प्रति इकाई अनुदान देगी।”
उन्होंने बताया कि इन सब्जियों की सिंचाई अपेक्षाकृत कम पानी में की जा सकेगी, जिससे पानी की मात्रा भी ज्यादा उपयोग नहीं हो सकेगा। मंत्री ने कहा, “रूफटॉप गार्डनिंग के लिए छत पर शेड नेट का भी निमार्ण किया जाएगा। रूफटॉप गार्डन बहुत ही आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए विकसित किया जाएगा। छत पर प्लास्टिक शीट बिछाई जाएगी। इसमें खरीफ, रबी और जायद मौसम के लिए सब्जी के बीज व पौध लगेंगे।” उन्होंने कहा कि इनमें औषधीय एवं सुगंधित पौधे भी लगाए जाएंगे। फूल, ऑरनामेंटल इंडोर और आउटडोर प्लांट लगाए जाएंगे।

उद्यान निदेशलय के मुताबिक, छत पर बागवानी विकसित करने से सेहत संबंधी कई फायदे होंगे। घर पर उगी सब्जियां आग्रेनिक होंगी या इसमें काफी संतुलित मात्रा में जैविक खाद डाला जाएगा। इससे बाजार में बिकने वाली रासायनिक खाद से उपजी सब्जियां खाने की मजबूरी नहीं रह जाएगी, जिससे खाने वाले की सेहत बेहतर रहेगी।
स्कूल में बनेगी पोषण वाटिका---
राज्य के स्कूलों के लिए भी इसी तरह की योजना बनाई गई है। राज्य के पांचवीं और आठवीं कक्षा स्तर तक के 20 हजार स्कूलों में 'पोषण वाटिका' विकसित करने की योजना बनाई है। इसके तहत राज्य के इन 20 हजार स्कूलों से जमीन और चाहरदीवारी का ब्यौरा मांगा गया है, जहां सब्जियों का उत्पादन किया जा सकता है। इनमें जैविक ढंग से सब्जियों का उत्पादन किया जाएगा और इन सब्जियों का उपयोग मध्याह्न भोजन में किया जाएगा।
शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि इसके लिए प्रत्येक स्कूलों में खेती के समान खरीदने के लिए सरकार द्वारा पैसे दिए जाएंगे और इनमें स्कूली बच्चे भी शिक्षकों की मदद करेंगे। इसके लिए सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निदेर्श जारी किए गए हैं। जिलों के सभी प्रखंडों में स्कूलों का सवेर्क्षण कर जमीन उपलब्धता और चाहरदीवारी की स्थिति का विवरण मांगा गया है। आभार-हिंदुस्तान

शनिवार, 8 जून 2019

मोबाइल पर जैसे ही युवती ने अपने होने वाले पति का फोटो देखी तो उठाया ख़ौफ़नाक कदम


परिवार वाले सदमे में, गंभीर स्थिति अस्पताल में भर्ती
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

छेंका से लौटकर घर मे जब परिवार के एक सदस्य ने युवती को दूल्हे की तस्वीर मोबाइल पर दिखाई तो उसकी खुशियां काफूर हो गई, और उसने शादी से इनकार कर दिया। चूंकि दूल्हा काला था। इसके बाद पिता ने जब उसे डांटा तो युवती ने घर से बाहर जाकर जहर खा लिया। जब उसकी हालत गंभीर हो गई तो घर के लोग उसके मुंह से झाग निकलते देख परिजनों के होश उड़ गए। इसके बाद आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एक गांव की है।
सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में युवती का इलाज कराया गया। जहां से डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए पटना गुरुवार की शाम रेफर कर दिया। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक युवती का छेंका एक गांव में गया था। पूरा परिवार शादी के लिए राजी था। वहां से लौट कर परिवार के एक युवक ने मोबाइल पर दूल्हे की तस्वीर दिखाई। तस्वीर में लड़के का रूप रंग देखकर युवती भड़क गई। इसके बाद उसने घर से बाहर जाकर जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।
मुंह से झाग निकलने के बाद परिजन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे। इस घटना को लेकर अफरा-तफरी का माहौल कायम था। युवती की मां ने बताया कि गुस्से में आकर इसने जहर खा लिया। फिलहाल उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है। इस घटना को लेकर काफी चर्चा का बाजार गर्म है।

शुक्रवार, 7 जून 2019

ट्रैन समय से परिचालन हो इनके लिए यात्रिओ ने रेलवे से इस बात का किया अनुरोध

यात्रिओ की मांग अगर रेल मान लेती है तो निश्चित ही ट्रेन का समय से होगा परिचालन

सहरसा-मानसी के बीच हो रेल का दोहरीकरण
सिंगल लाइन रहने के कारण बराबर रहती है ट्रैन लेट
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा-मानसी के बीच रेल पटरी का दोहरीकरण की मांग अब होने लगा है। कारण यह है कि सिंगल लाइन होने के कारण दो गाड़ियों का क्रॉसिंग होने के कारण अक्सर ट्रैन लेट हो जाती है। जिन कारण यात्रियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
सिंगल लाइन से ट्रेन अक्सर चलती है लेट-लतीफ---
सहरसा-मानसी के बीच सिंगल रेल रहने के कारण अगर बीच मे गाड़ी का क्रोसिंग होता है तो फिर घंटो ट्रैन को स्टेशन पर रुकना पड़ता है। यही कारण है की कई लोगो को अगले स्टेशन से दूसरी गाड़ी पकड़ने में परेसानी का सामना करना पड़ता है। जिस कारण कभी कभी स्टेशन पर यात्री हंगामा भी मचाते है। 
दूसरी लाइन जल्दी बने---
अधिकांस यात्रियों का कहना है कि सहरसा-मानसी के बीच सिमरी बख्तियारपुर एव सहरसा स्टेशन राजस्व में अव्वल है। जिस तरह इन दोनों स्टेशन से रेल को राजस्व मिलता है उस तरह यहां लोगो को सुबिधा नही मिलता है। रानीहाट में ओवरब्रिज नही रहने के कारण रेल ढाला पर बराबर जाम की समस्या लगा रहता है। जाम से आये दिन लोगो को परेसानी झेलना पड़ता है। 
क्या कहना है लोगो का---
लोगो का मानना है कि डबल लाइन होने से ट्रेन समय पर चलेगी। अनुज गुप्ता, रोशन राज बादशाह, सोनू कुमार, पुनपुन यादव, संजीव भगत, राहिल अंसारी, मो जावेद सहित कई युवा का मानना है कि सहरसा-मानसी के बीच डबल रेल लाइन बने।

पति की मौत बताकर पत्नी ने लिया सरकार से लाखों रुपये का बाढ़ राहत मुआबजा, अब पति जिंदा होने का दे रहा है सबूत


11 साल के बाद मामला एकाएक पहुचने पर पति को अपनी पत्नी का करतूत का पता चला
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

पत्नी ने पति को तमिलनाडु भेज बाढ़ में मृत बता ले मुआबजा ले लिया। अब पति एकाएक घर पहुचे तो पता चला कि मुझे मृत बताकर मेरे नाम पर मुआबजा भी ले लिया है।  पति अब एसपी से अपने को जिंदा का सबूत दे रहा है। गुरुवार को सहरसा सदर थाना क्षेत्र के पटुआहा निवासी सुकल शर्मा के पुत्र सिकंदर शर्मा आवेदन के साथ जैसे ही एसपी कार्यालय पहुंचे कि एसपी राकेश कुमार देखकर आश्चर्यचकित हो उठे। आवेदक सिकंदर ने एसपी को बताया कि 2008 के कुसहा त्रासदी में उन्हें मृत घोषित करा दिया गया। बाढ़ राहत में मिलने वाले चार लाख की सरकारी मुआवजा बिचौलिये के सहारे उनकी प|ी ने उठाव कर लिया है। पीड़ित सिकंदर शर्मा ने एसपी को खुद के जीवित होने का सबूत देकर न्याय की गुहार लगायी।

पीड़ित के आवेदन पर एसपी राकेश कुमार ने सदर थानाध्यक्ष को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सिकंदर ने बताया है कि 2007 में सौरबाजार थाना क्षेत्र के बैजनाथपुर निवासी अमर शर्मा, पटुआहा गांव निवासी शंभू शर्मा एवं कबीराहा टोला पटुआहा के भूपेंद्र यादव ने मिलकर उन्हें काम दिलाने के बहाने तमिलनाडु ले गए। जहां एक कंपनी के संचालक से एक लाख रुपए लेकर सिकंदर को बेच दिया। साथ ही वे लोग वापस गांव आकर झूठा प्रचार कर दिया कि सिकंदर का निधन हो गया है। 2008 में आई कुसहा त्रासदी में बैजनाथपुर स्थित शरणार्थी कैंप में उनकी गर्भवती प|ी शरण ली थी। जहां उसने अपना नाम धोलरी देवी से बदलकर रानी देवी रख ली। अपने पति सिकंदर के पानी में त्रासदी में डूबकर मरने की शिकायत दर्ज करवा दी।
ऐसे में सरकारी कागजात में धोलरी देवी उर्फ रानी देवी के पति सिकंदर की बाढ़ में डूबकर मौत होने की पुष्टि हो गई। उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा के दौरान लोगों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उन्होंने एक बेटी निभा कुमारी का जन्म दिया। निभा के जन्म प्रमाण पत्र पर उनके पिता सिकंदर के आगे स्वर्गीय लिख दिया गया। ऐसे में कुसहा त्रासदी में आपदा विभाग द्वारा मिलने वाले मुआवजे चार लाख रुपए की भी बंदरबांट उनकी पत्नी और उक्त तीनों अमर शर्मा, शंभू शर्मा और भूपेंद्र यादव ने कर लिया। इधर एक माह पूर्व तमिलनाडु से भाग कर सहरसा पहुंचे सिकंदर को जब गांववालों ने देखा तो सभी आश्चर्यचकित रह गए। आभार-दैनिकभास्कर

बुधवार, 5 जून 2019

6 जून 1981, भारतीय रेल के इतिहास में सबसे काला दिन, 7 बोगी कोसी नदी में समा गई थी

विश्व को दूसरी सबसे बड़ी रेल दुर्घटना को याद कर आज भी लोग सिहर जाते है लोग
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

ठीक 38 साल पहले की उस घटना की याद आज भी सिहरन पैदा कर देती है। छह जून 1981 को बिहार के खगड़िया-सहरसा रेलखंड के पूल संख्या 51 धमारा घाट पर हुई वह रेल दुर्घटना भारत की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना थी। विदित हो कि विश्व की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना श्रीलंका में 2004 में हुई थी। तब 'सुनामी' की तेज लहरों में 1700 से अधिक यात्रियों के साथ 'ओसियन क्वीन एक्सप्रेस' विलीन हो गई थी।


ठीक 38 साल पहले छह जून 1981 को देश की उस सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना की याद ताजा हो गई है। जो बच गए, वे आज भी उस मंजर को याद कर सिहर पड़ते हैं। धमरा घाट पुल पर एक पैसेंजर ट्रेन और बाहर तेज बारिश। ट्रेन के भीतर यात्री अपने में मस्त, सभी को घर पहुंचने की जल्दी।
अचानक ड्राइवर ने ब्रेक लगाई और ट्रेन की नौ में से सात बोगियां फिसलकर पुल तोड़ते हुए लबालब कोसी नदी में विलीन हो गईं। बोगियों के नदी में गिरने के बाद, जाहिर सी बात है कि चीख-पुकार मच गयी। कुछ चोट लगने या डूब जाने से जल्द मर गए, कुछ जो तैरना जानते थे, उन्होंने किसी तरह गेट और खिड़की से अपने और अपने प्रियजनों को निकाला।
मानवता पर लगे ये दाग---
पर इस हादसे के बाद जो हादसा हुआ, वह मानवता के दामन पर बदनुमा दाग बन गया। घटना स्थल की ओर तैरकर बाहर आने वालों से कुछ स्थानीय लोगों ने लूटपाट शुरू कर दी। यहां तक कि प्रतिरोध करने वालों को कुछ लोगों ने फिर से डुबोना शुरू कर दिया। कुछ यात्रियों का तो यहां तक आरोप है कि जान बचाकर किनारे तक पहुंची महिलाओं की आबरू से भी खेला गया।
मंजर याद कर सिहर उठता दिल---
बाद में जब पुलिस ने घटनास्थल के निकटवर्ती बंगलिया, हरदिया और बल्कुंडा गांवों में छापेमारी की तो कई घरों से टोकरियों में सूटकेस, गहने व लूट के अन्य सामान मिले थे। इससे यात्रियों के आरोपों की पुष्टि हुई। सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर के रंगिनिया गांव निवासी राजेन्द्र सिंह उसी गाड़ी में थे जो घायल हो गया था। उन्होंने स्थानीय लोगो को लूटपाट का वो मंजर अपनी आंखों से देखा था।

तीन हजार तक हुई मौतें---
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 500 लोग ही ट्रेन में थे। लेकिन, बाद में रेलवे के दो अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में मृतकों की संख्या 1000 से 3000 के बीच बताई थी। गौरतलब बात यह है कि यह पैसेंजर ट्रेन थी, जिसमें कितने लोग थे, निश्चित अंदाजा लगा पाना मुश्किल था।
दुर्घटना के बाद स्थानीय व रेल प्रशासन ने राहत व बचाव अभियान चलाया। गोताखोर लगाए गए। भारतीय नौसेना ने तो पानी के अंदर विस्फोटकों का इस्तेमाल कर 500 लाशें निकालने की योजना बनाई , हालांकि ऐसा नहीं हो सका।

आज तक दुर्घटना के कारण अज्ञात-
आखिर वह दुर्घटना कैसे हुई थी? वजह का आज तक पता नहीं चल सका है। हालांकि, दो कारण बताए गए हैं। पहला यह कि ट्रैक पर अचानक एक भैंस आ गई, जिसे बचाने के क्रम में ड्राइवर ने ब्रेक मारी। ट्रैक पर फिसलन के कारण ट्रेन फिसलकर नदी में जा गिरी।
     दूसरा कारण यह बताया जाता है कि उस वक्त तूफानी हवाओं के साथ बारिश हो रही थी। इस कारण यात्रियों ने खिड़कियां बंद कर लीं। इस कारण ट्रेन से तूफानी हवाओं के क्रॉस करने के सारे रास्ते बंद हो गए और भारी दबाव के चलते ट्रेन पलट गई

300 किमी चलकर दो बहनों से मिलने पहुंचते थे प्रेमी, गांव वालों ने पकड़कर करवा दी शादी


युवक पटना से मधेपुरा अपनी प्रेमिकाओं से मिलने आते थे. जिन्हे पकड़कर गांव वालों ने एक साथ करा दी शादी।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बिहार के मधेपुरा में दो युवक अपनी प्रेमिका से रात के अंधेरे में मिलने पहुंचे. जिन्हें ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ लिया और अनोखी सजा दी. दरअसल, ये युवक पटना से मधेपुरा अपनी प्रेमिकाओं से मिलने आते थे. जिन्हे पकड़कर गांव वालों ने जबरन एक साथ शादी करा दी. ग्रामीणों ने शादी कराने के बाद दोनों युवकों के परिजनों को मामले की जानकारी दी. इस पर एक युवक के परिजनों ने थाने में बेटे के अपहरण कर शादी कराने की शिकायत दर्ज कराई. जबकि दूसरे युवक के पिता ने हिंदू रीति-रिवाज से बेटे की शादी करा लड़की को अपना लिया.
दोनों सगी बहनें थी---
जानकारी के मुताबिक प्रेमिकाएं सगी बहनें हैं. वहीं, दोनों युवक मधेपुरा जिला मुख्यालय के भीरखी निवासी देवानंद यादव के पुत्र रोहन कुमार और जानकी नगर निवासी कृष्णकुमार वैभव उर्फ भानु पटना में एक ही कमरे में साथ रहकर इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहे हैं. रोहन का ननिहाल जयपालपट्टी में है. उसे अपनी ननिहाल में ही पड़ोस में रह रही रिया से प्रेम हो गया. उसके बाद रोहन के माध्यम से रिया की बहन चंदा को भी भानु ने अपने प्रेमजाल में फंसा लिया.
पिटाई के बाद कराई शादी-
युवक पटना से मधेपुरा आते थे. 31 मई को भी वे मधेपुरा आए थे. 31 मई की रात जब दोनों युवक ट्रेन से उतरकर प्रेमिका के घर में घुसे तो इसकी जानकारी लोगों को लग गई. जिस पर ग्रामीणों ने दोनों को चारों ओर से घेर लिया. उसके बाद पहले दोनों युवकों की पिटाई की और शादी के लिए राजी किया. इसके बाद दोनों को बगल के मंदिर में ले जाकर शादी करा दी.
नींद की गोली देकर दादा को सुला देती थी प्रेमिका-
युवक के पिता ने बताया कि प्रेमिका के पिता पिकू यादव किसी आपराधिक मामले में फरार अभियुक्त हैं. उसके घर में केवल एक बूढ़े दादा रहते हैं. जब दोनों प्रेमी प्रेमिकाओं से मिलने की बात कहते थे तो प्रेमिकाएं अपने दादा को नींद की गोली देकर सुला देती थी. इसके बाद दोनों युवक उसके घर में आ जाते थे.

दबंगों ने किया सामूहिक दुष्कर्म, पंचायत ने लगाई अस्मत की कीमत, पुलिस ने थाना से भगाया

बिहार के पुलिस सिस्टम का ये घटना हैरान करने वाला
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

दबंगों ने नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म किया। जब वह गर्भवती हो गई तो उसकी अस्‍मत की कीमत 15 हजार रुपये तय कर मामलारफा-दफा करने का दबाव बनाया। जब पंचायत में न्याय नहीं मिला तो वह महिला थाना गई, लेकिन वहां भी उसे दुत्कार ही मिला। उसे देखकर थाना प्रभारी को इतना गुस्सा आया कि थाने से ही भगा दिया। सिस्टम की पोल खोलता व पुलिस महकमा को शर्मसार करता यह मामला बिहार के मुजफ्फरपुर का है।
यह है मामला
मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के औराई थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में एक नाबालिग लड़की के साथ उसके दबंग पड़ोसियों ने सामूहिक दुष्‍कर्म किया। पीड़िता की मां ने बताया कि बेटी के बीमार होने पर जब अस्पताल गई तो डॉक्टरों ने उसके गर्भवती होने की बात बताई। इसके बाद मामला उजागर हुआ। फिर, गांव में बैठी पंचायत ने 15 हजार रुपये के आर्थिक दंड का फैसला देकर मामला रफा-दफा कर दिया।
इसके बाद पीड़िता जब महिला थाना पहुंची तो वहां थाना प्रभारी ने उसे डांट लगाई तथा थाना से भगा दिया। थाना से निराश पीड़िता तब एसपी के पास पहुंची।
एसपी ने कहा: होगी कार्रवाई
इस बाबत मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी नीरज कुमार ने कहा कि थाना से पीड़िता को भगाने के मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही पीड़िता से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भी कार्रवाई शुरू हो गई है। साभार- दैनिक जागरण

मंगलवार, 4 जून 2019

सरकारी जमीन को कब्जा कर बनाया अनोखा घर, चर्चा का बना घर

नगर पंचायत ने दिया नोटिस, पड़ोसी को डर, कभी भी गिर सकता है घर
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सरकारी जमीन अतिक्रमण करने के चक्कर मे ऐसा घर बना दिया कि इलाके में इस घर का चर्चा करता है। लोगो को डर है कि कही जिस तरह से सरकारी जमीन को अतिक्रमण करने के चक्कर मे घर निर्माण ही अजब-गजब की तरह कर दिया। 
नगर पंचायत क्षेत्र के स्टेट बैंक के सामने एक निर्माणाधीन भवन विवादों में फंसते नजर आ रहा है। रोक के बावजूद इस विवादित जमीन पर  घर बनाई जा रही है। नगर पंचायत प्रशासन ने तत्काल निर्माण पर रोक लगा दी है। 
वहीं इस संबंध में नगर उपाध्यक्ष विकास कुमार विक्की ने नगर कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिख कहा है कि जिस निर्माणाधीन जमीन पर नगर पंचायत द्वारा रोक लगाई गई थी उससे संबंधित अमीन जांच प्रतिवेदन में यह बात साबित हो गई है कि नगर पंचायत के सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर भवन निर्माण कार्य किया गया है। इसके बावजूद अब तक उक्त वर्णित जमीन पर अतिक्रमण वाद चला विधि सम्मत कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। अत समय रहते उस पर विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित किया जाए। 
नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत स्टेट बैंक के सामने एक दो मंजिला बिल्डिंग निर्माण किया जा रहा है। निर्माणधीन इस बिल्डिंग पर यह आरोप लगा है कि  कि बिना नक्शा पास कराए निर्माण तो किया जा  रहा है एव इनके साथ ही  नगर पंचायत की सरकारी जमीन को भी अतिक्रमण कर उस भाग को मिला कर निर्माण किया गया। अमीन जांच प्रतिवेदन में भी इस बात का साफ जिक्र किया गया है कि सात धुर सात धुरकी सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर भवन बनाया जा रहा है। 
इस संबंध में नगर अध्यक्ष रौशन आरा के बतायी की अमीन के जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगे की करवाई किया जायेगा।

रविवार, 2 जून 2019

अंधविश्वास: डायन के नाम पर महिला को खूंटा में बांधकर पीटा, पति को जबरन पिलाया पेशाब

जहां लोग चांद पर जाने की बात करता है, आज भी गांव में डायन के नाम पर महिला के साथ दबंग करता है दादागिरी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

डायन के नाम पर आज भी दबंग लोग गांव में अपना दुकानदारी चलाता है एव अबला, विधवा महिला के ऊपर अत्याचार करता है। इसमें गांव के ही कु छ लोग महिला या उनके परिजन से अपनी कोई पुरानी दुश्मनी , या जमीन जयदफ़ हड़पने या अपने को गांव में दबंग दिखाने के लिये ये कारनामा करता है। 
बख्तियारपुर थाना के कोसी तटबन्ध के अंदर कनरिया ओपी क्षेत्र के कठडूमर पंचयात के अगर गांव में डायन के आरोप लगाकर महिला के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। बख्तियारपुर थाना में दर्ज प्राथमिकी में पीड़ित संजो देवी पति गोरेलाल चौधरी ने कहा है कि 31 मई को सुबह 7 बजे पूर्व से राजा बिंद का बेटा बीमार चल रहा था। इसी बातों को लेकर राजा बिंद, रीना देवी पति दिनेश बिंद, रुकमेन देवी पति स्व राजेन्द्र बिंद सभी आगर कनरिया ओपी एव अज्ञात 5 बाहरी लोग आया एव मुझे डायन कहकर गाली-गलौज करते हुए मेरा झोटा पकड़कर मारपीट करने लगा। मारपीट करते हुए मेरा बलाउज भी फार दिया। इसी बीच जब मेरा पति बीच-बचाव करने आया तो उनलोगों के द्वारा मेरे पति को खूंटा में रस्सी से बांधकर पेशाब पिलाने लगा। आवेदन में कहा गया है कि ये लोग बराबर डायन कहकर मझे गाली-गलौज करते रहता है। ये लोग काफी दबंग प्रवृति के है। हमे शंका है कि किसी दिन ये लोग मेरी हत्या ना कर दे। 

शनिवार, 1 जून 2019

पीएम मोदी को भगवान का अवतार दिखा पूल निर्माण की मांग को लेकर किया अनिश्चितकालीन उपवास


सहरसा जिले के सलखुआ प्रखंड के कोसी तटबन्ध के अंदर कोसी नदी में पूल की मांग को लेकर किया जा रहा है उपवास
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बिहार के सहरसा जिले के सलखुआ में डेंगराही पुल निर्माण को लेकर एक बार फिर आंदोलन शुरू हो चुका है. हालांकि, इस बार का आंदोलन अनशन ना हो कर उपवास है. बताया जाता है कि शुक्रवार सुबह से एक युवक ने अचानक उपवास शुरू कर दिया है. इसके बाद पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
सहरसा से पैदल पहुंचा डेंगराही

शुक्रवार सुबह से सलखुआ प्रखंड अंतर्गत डेंगराही घाट पर उपवास शुरू करनेवाले युवक का नाम भूषण कुमार है. भूषण कुमार मूल रूप से सलखुआ अंतर्गत कबीरा का रहनेवाला है. लेकिन, बीते डेढ़ साल से सहरसा में रह नौकरी कर जीवन यापन कर रहा है. बताया जाता है कि गुरुवार देर रात्रि 11 बजे के करीब भूषण कुमार सहरसा से धोती पहन पैदल चल दो बजे डेंगराही पहुंचा और सुबह सवेरे डेंगराही पुल निर्माण सहित अन्य मांगों को लेकर डेंगराही घाट पर उपवास शुरू कर दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कर रहा पूजा

डेंगराही घाट पर शुक्रवार सुबह से उपवास पर बैठ चुका भूषण कुमार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान मानता है. इसलिए उपवास शुरू करने से पहले युवक ने उपवास स्थल के निकट एक बड़ी-सी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगा कर पूजा की और उसके बाद उसने उपवास की शुरुआत की. भूषण के मुताबिक, वह प्रधानमंत्री मोदी को भगवान और खुद को भक्त मानता है. उसने अपने भगवान को अपने उपवास रूपी तपस्या से खुश कर वरदान मांगने की चाह में उपवास शुरू किया है. वह 'ओम नमो नरेंद्राय नमः' का जाप भी कर रहा है.
भगवान से मांगे तीन वरदान

भूषण कुमार ने अपने भगवान नरेंद्र दामोदर दास मोदी से तीन वरदान की मांग की है. भूषण कुमार ने भगवान नमो से पहला वरदान डेंगराही पुल निर्माण का मांगा है. उसने पोस्टर में लिखा है कि भारत के सबसे कम समय में बननेवाले पुल के निर्माण की शुरुआत डेंगराही घाट से हो. साथ ही फरकिया क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो. वही, दूसरा वरदान एम्स के निर्माण का मांगा है. उसने लिखा है कि बिहार के दूसरे एम्स के निर्माण का कार्य सहरसा में प्रारंभ हो.
तीसरा वरदान सबसे रोचक
उपवास पर बैठे भूषण कुमार ने अपने भगवान से तीन वरदान की मांग की है. पहले वरदान में डेंगराही तो दूसरे में एम्स निर्माण की मांग है. लेकिन, तीसरा वरदान जो मांगा है, वह सबसे रोचक है. भूषण ने तीसरे वरदान में लिखा है कि विश्व के जिस भी देश में पर्याप्त वन नहीं है. वहां पर्याप्त मात्रा में वन हो और उस वन की रक्षा उसी तरह हो, जिस तरह वहां की सेना उस देश की रक्षा करती है.
तपस्या में मौत मिली, तो अंग करेगा दान
भूषण कुमार ने उपवास स्थल पर लगाये तस्वीर में लिखा है कि अगर मेरी तपस्या में कमी के कारण भगवान से वरदान प्राप्त करने से पहले मेरा अंत हो जाये, तो मेरे शरीर के सारे उपयोगी अंग को बाहर कर जरूरतमंद को दान कर दें और हमारी लाश को तब तक रखें, जब तक हमारी प्रार्थना हमारे ईश्वर तक ना पहुंच जाये. मैं भूषण कुमार भारत के सभी भाई-बहनों से प्रार्थना करता हूं कि हमारा संदेश ईश्वर तक जिस भी माध्यम से पहुंचाने की कृपा करें.
मां का रो-रो कर बुरा हाल
सलखुआ प्रखंड अंतर्गत कबीरा गांव निवासी शिवनंदन साह का पुत्र भूषण कुमार अपने चार भाइयो में माता-पिता का सबसे लाडला है. भूषण के पिता कई वर्ष पूर्व नवादा में नौकरी करते थे. वहीं पर शिवनंदन साह ने अपने चार बच्चों को शिक्षा-दीक्षा दिलायी. पढ़ाई के उपरांत भूषण झारखंड के टाटा में नौकरी करने चला गया. लगभग डेढ़ साल पूर्व वह टाटा से सहरसा लौटा और घर जाने के बजाय सहरसा में ही रहने लगा. बीते डेढ़ सालों में कई बार भूषण के माता-पिता ने भूषण को घर लाने का प्रयास किया, परंतु हर बार निराशा हाथ लगी. वहीं, अचानक गुरुवार रात भूषण सहरसा से पैदल डेंगराही आ गया और शुक्रवार सुबह से उपवास शुरू कर दिया. शुक्रवार सुबह जब ग्रामीणों की नजर भूषण पर पड़ी, तो बेटे के अनशन करने की सूचना भूषण के मां-बाप तक पहुंची. इसके बाद भूषण की मां और बड़ी मां डेंगराही पहुंच बच्चे को अनशन तोड़ने के लिए रो-रो कर मनाती रही, परंतु भूषण उपवास तोड़ने को तैयार नहीं है.
कहा- भक्त कर रहा ईश्वर की प्रार्थना
प्रधानमंत्री का भक्त बतानेवाले भूषण कुमार ने कहा है कि 'भक्त ईश्वर की प्रार्थना कर रहा है. यह उपवास तब तक जारी रहेगा] जब तक वरदान पूर्ण नहीं हो जाता। आभार-प्रभात खबर

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...