शुक्रवार, 31 मई 2019

प्रेमी-प्रेमिका का थाना में हो रहा था पंचायत, प्रेमिका ने थानाध्यक्ष के चेम्बर में लटक गई फांसी पर

पूर्णिया का मामला, परिजन एव पुलिस के द्वारा गंभीर स्थिति में अस्पताल में कराया भर्ती
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

पूर्णिया जिले के  जलालगढ़ थाना क्षेत्र के चक गांव की एक लड़की का प्रेम प्रसंग जलालगढ़ थाना के ही बोजगाव गांव के सुरेश शर्मा के 20 वर्षीय पुत्र गोपाल शर्मा से डेढ़ वर्ष से चल रहा था, जो लड़के के परिजनों को नापसंद था। शनिवार को जलालगढ़ बाजार में ही प्रेमी-प्रेमिका मिलने के लिए पहुंचे थे कि ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ी। ग्रामीणों ने लड़की के परिजनों को सूचना दी। लड़की के परिजन बाजार पहुंचकर दोनों को चक गांव ले गए, जहां से लड़के के परिजनों को बुलाया गया पर बात नहीं बनी। झड़प भी हो गई। पुलिस ने मामले को शांत कराया। शुक्रवार की सुबह दोनों पक्षों के ग्रामीण एवं बुद्धिजीवी व मुखिया पति मोहन जमादार, सरपंच विनोद सिंह ने मिलकर मामले में सुलह कराने की कोशिश कर रहे थे कि परिजनों के दबाव में आकर लड़के ने शादी से मना कर दिया। इतना सुनते ही प्रेमिका मौका देखकर थानाध्यक्ष के कमरे में घुसकर कमरे को बंद कर लिया और दुपट्टा बांधकर पंखे से लटक गई। पुलिस वालों ने गेट तोड़कर लड़की को फंदे से उतारा। लड़की को देखने के बाद डॉ. भीमलाल पासवान उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। प्रेमी ने बताया कि परिजनों के दबाव में आकर शादी से इनकार किया था अगर मेरी शादी इस लड़की से नहीं हुई तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।

प्रभारी थानाध्यक्ष बकामलाल मांझी ने बताया कि सुबह कागजी प्रक्रिया की जा रही थी। इसी बीच लड़की कमरे में घुस गई और कमरा अंदर से बंद कर लिया। लड़की को इलाज के लिए भेजा गया है। लड़की के बयान पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि चिकिस्तक ने लड़की को खतरा से बाहर बताया एव बेहतर इलाज के लिये पूर्णिया रेफर कर दिया।

गुरुवार, 30 मई 2019

प्रशासन के नाक के नीचे होता है गरीबो के खाद्यान के कालाबाजारी, करवाई नही

डीलर के खिलाफ अभी तक करवाई नही, एसडीओ ने कहा करेंगे करवाई
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

गरीबो का खाद्यान का कालाबाजारी खुले आम हो रहा है। लेकिन प्रशासन करवाई नही करता है, जिन कारण इन डीलरों का हौसला बुलंद है। इसी तरह का एक मामला कोसी तटबन्ध के अंदर धनुपरा पंचयात के डीलर नंदलाल पोद्दार के खिलाफ करवाई नही होने से लोगो मे आक्रोश है। लोगो का कहना है कि डीलर सब दिन मनमानी करते है जब ग्रामीण शिकायत करता है तो मामला को रफा-दफा कर देता है। गौरतलब है कि सिमरी बख्तियारपुर बीएसओ के द्वारा 20 अप्रैल 19 को दुकान जांच करने गया था तो दुकान बंद था। बीएसओ ने डीलर के बडे भाई से डीलर के बारे में जानकारी लिया तो बोला कि डीलर घर पर ही है। बीएसओ कि द्वारा घंटो इंतजार के बाद भी डीलर नही आया। बीएसओ में एसडीओ को रिपोर्ट भेज दिया। लोगो का कहना है कि इससे पूर्व भी डीलर के खिलाफ कई बार आवेदन दिया, वावजूद उक्त डीलर के खिलाफ करवाई नही किया जा रहा है।

इधर जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव  ने एसडीओ से मांग किया है कि डीलर नंदलाल पोद्दार के खिलाफ  एसडीओ करवाई करे नही तो कलाबाजरी करने वाले डीलर के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
  मालूम हो कि डीलर नंदलाल पोद्दार के द्वारा अप्रैल माह खाद्यान लाभुक के बीच वितरित नही किये जाने की शिकायत मिलने पर जनवितरण प्रणाली दुकान का जांच करने बीएसओ धनुपरा गया था। बीएसओ कि द्वारा जांच प्रतिवेदन के बाद अनुमंडल पदाधिकारी बिरेन्द्र कुमार ने डीलर से तीन दिन के अंदर स्पस्टीकरण माँगा था, लेकिन सफ्ताह गुजर जाने के बाद भी डीलर के द्वारा स्पस्टीकरण समर्पित नही किया गया है। 
जांच रिपोर्ट पर भी करवाई नही---
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर के द्वारा लगभग 15 दिन पूर्व डीलर नंदलाल पोद्दार के खिलाफ करवाई के लिये अनुमंडल पदाधिकारी से अनुशंसा किया था। वावजूद 15 दिन बीत जाने के बाद भी उक्त डीलर के खिलाफ करवाई नही किया गया। अब लोगो मे इस बात का आक्रोश है कि जब अनुमंडल पदाधिकारी ही करवाई से हिचक रहा है तो फिर इस गरीबो के अनाज बेचने वालों के खिलाफ कोन करवाई करेगा।

बुधवार, 29 मई 2019

एनडीए को बिहार में प्रचंड बहुमत आने के बाद भी मंत्री ने दिया पद से इस्तीफा


लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के कारण छोड़ना पड़ा मंत्री एव विद्यायक़ी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सिमरी बख्तियारपुर के जेडीयू विधायक दिनेश चंद्र यादव और बेलहर से विधायक गिरधारी यादव ने बुधवार को बिहार विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया। दोनों विधायकों को जेडीयू ने लोकसभा चुनाव में उतारा था। दोनों विधायकों ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में जीत दर्ज करने करने के बाद बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी को अपना इस्तीफा सौंपा। मालूम हो कि सिमरी बख्तियारपुर के विधायक दिनेश चंद्र यादव मधेपुरा संसदीय सीट से चुनाव लड़ते हुए आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे लोकतांत्रिक जनता दल के मुखिया शरद यादव को शिकस्त दिया। वहीं, बेलहर से विधायक गिरधारी यादव बांका संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ते हुए आरजेडी के उम्मीदवार जयप्रकाश नारायण यादव को हराकर जीत दर्ज की है। लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद दोनों विधायकों ने बिहार विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने दोनों विधायकों का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।
उपचुनाव के दो दर्जन से ज्यादा है उम्मीदवार है दावेदार--

खाली हुए विधानसभा में छह माह के अंदर चुनाव कराना है। सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा इस वक्त खाली है। यहाँ उपचुनाव होना है। लेकिन इस बार दो दर्जन से ज्यादा प्रत्यासी चुनाव लड़ने के लिये ताल ठोक रहे है। ये संभावित उमीदवार तो अब जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। लोगो से अपने बारे में बता रहे है कि इस बार हम भी मैदान में है, आपकी आशीर्वाद की जरूरत है।

पोस्टमार्टम रूम में जिंदा हो गया युवक, डॉक्टर से लेकर अस्पताल कर्मी तक अचंभित


युवक के शरीर से हरकत देख अस्पताल कर्मी कराया भर्ती, होश आने पर बताया परिवार की जानकारी
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाने में अपने श्राद्ध के दिन प्रकट होने वाले पंकज कुमार की चर्चा को विराम भी नही हुआ कि इसी तरह की घटना बिहार के मुंगेर में घटित हुआ।
बिहार के मुंगेर में सदर अस्पताल में एक अजीब वाकया घटित हुआ, जिससे लोगों की आंखें फटी की फटी रह गईं। घटना सोमवार की सुबह करीब चार बजे की है जब तीन-चार लोगों ने मिलकर एक बोरे में बंद व्यक्ति को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाकर रख दिया। लोगों ने बताया कि वे लोग सोझी घाट पर थे तभी उन्हें गंगा किनारे के पास एक बंद बोरी दिखी। उन्होंने जब उस बोरी को खोला तो उसमें एक 18 वर्षीय युवक मृतप्राय था।

उन लोगों ने उसे उठाकर सदर अस्पताल पहुंचा दिया ताकि युवक का पोस्टमार्टम हो सके तथा उनके परिजनों को खबर की जा सके। उन्होंने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर उस बोरी को रख दी। मंगलवार को जब चिकित्सक रामप्रीत सिंह और पारा मेडिकल स्टाफ सागर कुमार ने उस बोरी को खोला और उसे बाहर निकाला गया तो चिकित्सकों की ध्यान उसके कांपती उंगली पर पड़ी। उन्होंने आनन-फानन में उसे ऑक्सीजन लगाया तथा प्राथमिक उपचार करने लगे। अज्ञात के नाम से उसका इलाज शुरू किया गया। थोड़ी देर बाद जब उसे होश आया तो उसने अपने घर का मोबाइल नंबर बताया।
पोस्टमॉर्टम के पहले शरीर में हरकत
सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष में मुर्दा ही नहीं घायल को भी पहुंचा दिया गया। पोस्टमॉर्टम के ठीक पहले उसके शरीर में हरकत हुई तो यह भूल पकड़ी गई। अन्यथा उसकी जिंदा में ही चीर-फाड़ तय थी। पहले एक अस्पताल कर्मी की नजर घायल पर गई। उसकी सांसें चल रही थीं। आनन-फानन में जख्मी को इमरजेंसी वार्ड लाया गया। कुछ देर के इलाज के बाद जख्मी ने अपना पता मोबाइल नंबर भी बताया।
बड़हिया का रहनेवाला है राकेश---
मोबाइल पर बात होने के बाद परिजनों ने बताया कि डुमराव मरांची बड़हिया निवासी स्व. विश्वेश्वर महतो का बेटा राकेश कुमार है। वह करीब तीन दिनों से लापता था। वह गंगा स्नान करने अपने कुछ दोस्तों के साथ गया था, तभी से लापता है। फिलहाल युवक का इलाज सदर अस्पताल मुंगेर में चल रहा है। परिजनों की मानें तो युवक का अपहरण कर किसी ने हत्या की साजिश रची होगी जिसमें वह असफल रहा। आभार-हिन्दुतान

मंगलवार, 28 मई 2019

बेटा को लेकर छत पर चढ़ गया, ससुराल से आये लोगो से कहा कि अगर तंग किया तो यही से कूद कर दे देंगे जान


इस पूरे घटना का मास्टर माइंड पंकज के पिता घनश्याम साह ने साजिश के तहत कराया हत्या का केश दर्ज
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

अपने श्राद्ध-कर्म के दिन घर पहुचने वाले पंकज कुमार एव उनका परिजन सोमवार को पूरे दिन नाटक करता रहा। दिन भर परिजन पंकज कुमार को कही एकांत में छिपाए रहा। कभी कहता मधेपुरा गया तो कभी कहता अरार ओपी गया है, लेकिन कही भी नही गया। 
ससुराल के लोगो से मिलने रात्रि में लगभग 12 बजे मिलाया---
जब ससुराल के लोगो को पता चला कि जिस दामाद के मरने में वे अभियुक्त है वो सही सलामत आया तो ससुराल से पत्नी रंजना कुमारी, ससुर कुलो साह, लड़की के मामा सिकेन्द्र साह, मनोज साह सहित ग्रामीण तरियामा गांव लगभग 4 बजे पहुचा। साथ मे पंकज के पत्नी रंजना कुमारी दो बच्चे जिसमें एक बेटा एव एक बेटी के साथ पहुची थी। लड़की के मामा सिकेन्द्र साह ने बताया कि लगभग रात्रि में 12 बजे पंकज से परिजन ने मिलवाया। हम सभी लोग के साथ पूरे समाज ने देखा। फिर उसके बाद हमलोगों ने प्रयास किया कि लड़का पंकज कुमार पुलिस के समक्ष उपस्थित हो एव हमलोगों के ऊपर जो झूठा केश किया है उसे समाप्त कराये। लेकिन लड़का एव उनके पिता घनश्याम साह ने ऐसा नही किया। हमलोग रात्रि में लगभग डेढ़ बजे घर बिसबाड़ी रही लौट गये। 

पंकज ने बेटे को लेकर फिर पत्नी एव एक बेटी को रात्रि में ही घर से निकाल दिया---
लड़की के मामा सिकेन्द्र साह, पिता कुलो साह ने बताया कि रात्रि में पंकज बेटे को लेकर छत पर चला गया एव हमलोगों से बोला कि आपलोग यहां से जाये नही तो बच्चे को छत पर से फेंक देंगे। इस डर से बेटे को छोड़कर हमलोग रात्रि में ही पत्नी 3व एक बेटी के साथ वापस आ गये। 
पंचयात में भी कोई फैसला नही हुआ---
पंकज के ससुराल से आये लोग प्रयास करता रहा कि पंचायती से कोई फैसला हो जाये लेकिन रात्रि तक कोई फैसला नही हो सका। ससुराल वाले ने आरोप लगाया कि पंकज के पिता घनश्याम साह उस सारा मामला का मास्टरमाइंड है, जिन्होंने एक साजिश के तहत हलमोगो को हत्या केश का अभियुक्त बना दिया। इस घटना में अभियुक्त पंकज के साढ़ू तरियामा पंचयात के तुर्की टोला का रहने वाले परमानन्द साह ने बताया कि हम अपनी पत्नी का इलाज पटना में करा रहे थे। हमलोगों को झूठा केश में दोनों पति-पत्नी को फंसा दिया। 
   गौरतलब है कि 19 मई को एक लाश मधेपुरा जिला के अरार ओपी के अरार नदी में पुलिया के पास मिला था। इस लाश की पहचान तरियामा गांव निवासी घनश्याम साह ने अपने बेटे पंकज कुमार के रूप में किया था। पंकज का शादी अरार ओपी अंतर्गत बिसबाड़ी रही गांव में कुलो साह के बेटी रंजना कुमारी से साथ हुआ था। इस मामले में घनश्याम साह ने पुतोहु, समधी सहित आधा दर्जन लोगों पर बेटे की हत्या कराने का प्राथमिकी दर्ज कराया था, की एकाएक लड़का प्रकट हो गया।

सोमवार, 27 मई 2019

जिस बेटे की मौत पर घर मे चल रहा था श्राद्ध-कर्म का कार्यक्रम, वह बेटा सकुशल घर लौट


घर पहुचे युवक को देख आवक रह गए परिजन, युवक को देखने लोगो भीड़ हो गया
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
              (घर पहुचने पर युवक पंकज के परिजन में खुशियां लोटी)
19 मई को मधेपुरा के ग्वालपाड़ा थाना क्षेत्र के अरार नदी में तैरते जिस युवक का पहचान बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के तरियामा गांव निवासी घनश्याम साह के पुत्र पंकज कुमार के रूप में किया गया था, एव परिवार वाले दूसरे शव को मानकर दाह-संस्कार कर क्रिया-कर्म में लगा था, सोमवार को उक्त लड़का सही सलामत अपने घर पहुचा। लड़का के घर पहुचने की खबर गांव में आग की तरह फैल गया है। उक्त लड़का को देखने ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। 
क्या है मामला---
19 मई को मधेपुरा जिला के ग्वालपाड़ा थाना क्षेत्र के अरार नदी पूल के पास नदी में तैरते अज्ञात युवक का शव मिला था। बाद में पुलिस छानबीन में पता चला कि ये शव बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के तरियामा गांव निवासी घनश्याम साह का पुत्र पंकज कुमार का शव है। पुलिस की सूचना पर शव पहचानने गए तरियामा गांव के पंकज के पिता एव कुछ ग्रामीणों ने पंकज कुमार के रूप में शव की पहचान किया। ग्वालपाड़ा पुलिस ने लाश का पोस्टमार्टम कराकर घनश्याम साह को सौंप दिया। तरियामा शव के पहुचने के बाद दाह-संस्कार कर दिया गया। आज सतलहन यानी 7 दिन हो गया। युवक जैसे ही घर पहुचा तो घर वाले अवाक रह गए है। हालांकि युवक को परिजन के द्वारा जल्दी ही कही छिपा दिया एव किसी से मिलने नही दिया जा रहा है। 
पंकज के पिता ने अरार ओपी में दर्ज---

शव अज्ञात मिलने पर ओपी में चौकीदार के बयान पर केश दर्ज किया था। बाद में ज्ञात होने पर पंकज के पिता घनश्याम साह के द्वारा 22 मई को अरार ओपी में आवेदन दिया था। आवेदन में कहा कि मेरा पुत्र पंकज कुमार 17 मई 19 को अपनी पत्नी को ससुराल ग्राम बिसबाड़ी रही पत्नी का बिदाई करने गया था। जब मेरा बेटा जब अपनी पत्नी का बिदाई कराकर नही आया तो खोजबीन करने लगा। खोजबीन में पता चला कि एक शव ग्वालपाड़ा थाना के अरार ओपी में मिला है। जब में अरार ओपी गया एव ओपी प्रभारी एक फोटो दिखाया तो मेरा बेटा पंकज कुमार के रूप में पहचान किया। मुझे विश्वास है कि मेरा बेटा पंकज कुमार को उनकी पत्नी रंजन कुमारी, ससुर कुलो साह, सास चंडिका देवी, साला अखिलेश साह, सभी बिसबाड़ी थाना ग्वालपाड़ा एव बख्तियारपुर थाना के पुरवारी चकला निवासी पंकज का साढ़ू परमानंद साह एव उनकी पत्नी मुन्नी देवी ने एक साजिश के तहत मेरा बेटा का हत्या कर दिया है। 
घर पहुचने में परिजन हुआ खुश--
           (पत्नी बच्चे के साथ, जो खुद पति के हत्या में अभियुक्त है।)
पंकज के घर पहुचते ही परिजन के तो माने ऊपर वाला के द्वारा बहुत तोहफा मिल गया। परिजनों में काफी खुशी देखी गयी। पंकज एकलौता बेटा है। चार बहन है। जिसमे दो बहन की शादी हो चुकी है। अंतिम संस्कार के दिन छोटी बेटी में मुखाग्नि दिया था।
पंचयात के मुखिया निर्मला देवी ने बतायी की अरार ओपी के द्वारा सूचना पर पिता एव ग्रामीण पहुचे थे। लाश तीन दिन का हो चुका था, जिस कारण चेहरा पंकज से थोड़ा मिलता जुलता लगता था। इन पर पहचान किया गया। पूर्व मुखिया दिलीप कुमार ने भी यही बताया कि तीन दिन का लाश पानी मे फूल गया था, पंकज से मिलते जुलता लगता था। जिस कारण ठीक से पहचान नही आया। 

बिहार के इन दिग्गजों को मिल सकता है केंद्रीय मंत्रिमंडल में भागीदारी


राष्टीय नेता शरद यादव को पछाड़कर बड़े अंतर से जीते दिनेशचंद्र यादव का कोशी-सीमांचल क्षेत्र में नाम सबसे आगे
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

लोकसभा चुनावों में मिली अभूतपूर्व जीत के बाद इस बार बिहार के किस्मत में बहुत कुछ मिलने वाला है। एक तरफ जहां 2014 में बिहार में एनडीए ने 31 सीटें जीतें थे उसमे से केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिहार के आठ मंत्री बनाये गए थे। लेकिन इस बार जदयू के साथ मिल एनडीए ने 40 में से 39 सीटें जीती है। बीजेपी, जदयू और लोजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। कयास लगाए जा रहा है कि इस बार केंद्र में बिहार से 10 मंत्री बनाये जा सकते है।
बिहार को ये मंत्रालय मिलने की संभावना--
बिहार के ऐसे दो चहेरे रामविलास पासवान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की अगुवाई वाली सरकार में रेल मंत्रालय संभाला था। उम्मीद जताई जा रही है कि बिहार को एक बार फिर से रेल मंत्रालय मिल सकता है । इसके अलावा दूरसंचार, ग्रामीण विकास, खाध उपभोक्ता, ऊर्जा, विधि और कृषि जैसे अहम मंत्रालय बिहार की झोली में आ सकते है।
बिहार के ये चहरे शामिल हो सकते है केंद्रीय मंत्रिमंडल में---

इस बार जदयू के शामिल होने से केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुछ नए चहरे शामिल किए जा सकते है। बीजेपी के कोटे से गिरिराज सिंह, राधा मोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, अश्विनी चौबे, राजीव प्रताप रूडी, रामकृपाल यादव शामिल हो सकते है। वही लोजपा से दो नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। एक रामविलास पासवान और चिराग पासवान या पशुपति पारस को शामिल किया जा सकता है। वही जदयू की ओर से दिनेश चंद्र यादव, आरसीपी सिंह, राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह रामनाथ ठाकुर, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के नाम शामिल है।
कोशी- सीमाँचल से दिनेशचंद्र यादव---
मधेपुरा से राष्टीय नेता शरद यादव को हराकर लोकसभा पहुचे दिनेशचंद्र यादव की नामो की चर्चा ज्यादा है। एकन्टो कोशी एव सीमांचल दूसरा दिग्गज शरद यादव को पटकनी दिया। कयास लगाया जा रहा है कि इस बार दिनेशचंद्र यादव को बहुत अहम जिम्मेदारी मिलने जा रहा है। विकास पुत्र के नाम से चर्चित कोशी क्षेत्र में दिनेशचंद्र यादव के मंत्री बन जाने से कोशी-सीमांचल सहित हर तरफ विकास दिखेगा।

रविवार, 26 मई 2019

माता-पिता थे बहियार में, मेट्रिक की छात्रा ने उठाया ऐसा कदम की कांप गये परिजन


सहरसा जिला के बनमा ओपी क्षेत्र की खुरेसान गांव में शनिवार की देर शाम की घटना
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा जिला के बनमा ईटहरी ओपी क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 खुराशान गांव में शनिवार की देर शाम एक मैट्रीक की छात्रा के द्वारा अपने ही घर के पीछे भूसखार में खुदकुशी कर लेने का मामला सामने आया है। घटना की जानकारी ओपी पुलिस को मिलते ही ओपीध्यक्ष रूदल कुमार ने पुलिस बलों के साथ घटना स्थल पर पहुंच शव को कब्जा में लेकर परिजनों से छानबीन किया। इनके अलावा सर्किल इंस्पेक्टर राजेश्वर सिंह ने भी घटना की जानकारी मिलने पर देर रात ओपी पहुंच घटना की पूरी जानकारी ली। ओपी पुलिस ने रविवार की सुबह शव को पोस्टमार्टम कराने हेतु सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया।

       घटना के संबंध में मृतक छात्रा के माता-पिता खुरासान गांव निवासी बद्री मुखिया तथा उसकी पत्नी अनार देवी ने पुलिस को बताया कि गांव से हटकर हमलोग खेत में मक्का की तैयारी कर रहे थे कि शनिवार की देर शाम करीब 6 बजे के आसपास घर आने पर अपने लगभग 16 वर्षीय पुत्री अभिलाषा कुमारी की खोजबीन किये तो उसका शव घर के पीछे भूसखार में रस्सी से लटका पड़ा मिला। लटका देख जीवित समझ निचे उतारा तो देखा की उसकी मौत हो चुकी थी। जबकि पुत्री को किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं थी। परिजन ने बताया कि चार बजे शाम से ही उसे हमलोगों के द्वारा देखा नहीं गया था। जिसकी खोजबीन की जा रही थी। पुलिस इस मामले को कई एंगल से जांच कर रही है कि कही आत्महत्या के पीछे दूसरी क्या वजह है।

         इस बावत ओपीध्यक्ष रूदल कुमार ने बताया कि शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम कराने हेतु रविवार की सुबह सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया गया है। वहीं उन्होंने बताया कि मृतक छात्रा की मां अनार देवी के आवेदन पर यूडी कैस दर्ज कर ली गई है।

अब गांव में भी उठेगा गीला एव सूखा कचड़ा, ग्राम पंचायत करेगा यह कार्य


कचड़ा से बनेगा कंपोस्ट खाद, होगी खेतो में हरियाली
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

राज्य के सभी गांवों में डोर-टू-डोर कूड़े का उठाव होगा। गीला एवं सूखा कूड़ा अलग-अलग रखने की व्यवस्था की जाएगी। फिर इनका प्रसंस्करण कर वर्मी कंपोस्ट तैयार किये जाएंगे। साथ ही गांवों में नियमित रूप से नालियों की सफाई होगी और चूना-ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होगा। इसको  लेकर पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने शनिवार को सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि अभी शहरों में ही डोर-टू-डोर कचरे का उठाव हो रहा है।

प्रधान सचिव ने जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि सभी ग्राम पंचायतों के वार्डों में दो अक्टूबर, 2019 तक हर घर से गीला और सूखा अपशिष्ट (कूड़ा) का संग्रहण और उसके पृथकीकरण की व्यवस्था शुरू करायी जाए। दो वार्डों पर एक गाड़ी की व्यवस्था करायी जाए, जिसका संचालन संयुक्त रूप से दोनों वार्डों के स्वच्छता कर्मी करेंगे। साथ ही कूड़ा रखने के लिए डस्टबीन की भी व्यवस्था की जाए। हर गांव में पंचायत द्वारा निर्धारित स्थल पर वर्मी कंपोस्ट इकाई बनायी जाएगी।
ये कार्य जीविका संगठनों से कराया जाएगा। यदि जीविका संगठन तैयार नहीं हो तो ग्राम पंचायतों द्वारा आउट सोर्सिंग द्वारा निजी एजेंसी  के माध्यम से इस कार्य को अंजाम दिया जाएगा। इसको लेकर ग्राम पंचायतें आम सहमति से स्वच्छता शुल्क वसूल सकती हैं।
निर्देश में कहा गया है कि संग्रहित कूड़े से बनने वाले वर्मी कंपोस्ट का उपयोग अथवा बिक्री पंचायतें अपनी संस्था के संसाधन वृद्धि के लिए कर सकेंगी। इन कार्यों पर आने वाले खर्च का वहन ग्राम पंचायतें अपने संसाधनों से करेंगी। 14वें वित्त आयोग और पंचम राज्य वित्त आयोग के अनुदान की राशि का उपयोग भी कर सकेंगी। साभार-हिंदुस्तान

शनिवार, 25 मई 2019

खगड़िया लोकसभा से लगातार दूसरी बार जीत करने वाले कैसर बने तीसरे सासंद


इससे पहले 1957 एव 1962 में जियालाल मंडल एव 1989 एव 1991 में जनतादल से रामशरण ने  जीत दर्ज किया था।
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 लोकसभा चुनाव 2019 में खगड़िया संसदीय सीट पर एनडीए समर्थित लोजपा के प्रत्याशी चौधरी महबूब अली कैसर 28 वर्षों के बाद एक बार फिर इतिहास दोहरा गये है। गुरुवार को  हुए मतगणना के बाद परिणाम उनके पक्ष में रहा है और उन्होंने एक बड़ी जीत हासिल की है। लोजपा प्रत्याशी महबूब अली कैसर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी महागठबंधन समर्थित वीआईपी के उम्मीदवार मुकेश सहनी को 2 लाख 48 हजार 5 सौ 70 मतों से मात दिया। लोजपा उम्मीदवार ने कुल 5 लाख 10 हजार 1 सौ 93 मत प्राप्त हुआ, जबकि महागठबंधन समर्थित वीआईपी के प्रत्याशी को कुल 2 लाख 61 हजार 6 सौ 23 मत मिले हैं। तीसरे स्थान पर सभी को चौकाते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में रहे प्रियदर्शी दिनकर 51 हजार 8 सौ 47 मत प्राप्त किया। एक निर्दलीय प्रत्याशी को मिले मतों का आंकड़ा सामने आने के बाद उन्हें  राजनीतिक का छुपा रूस्तम कहा जाने लगा है। हालांकि लोगो का कहना था कि इस निर्दलीय प्रत्याशी को चोधरी महबूब अली केसर का वोट चला गया। चूंकि हुआ कि इस बार दो ईवीएम है। पहला ईवीएम में एनडीए प्रत्याशी चौधरी महबूब अली केसर पहले सबसे ऊपर था, जवकि दूसरा ईवीएम में ऊपर में इसी निर्दलीय प्रत्याशी प्रियदर्शी दिनकर का ही था। जिन कारण उन्हें लाभ मिला।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 1957 में खगड़िया लोकसभा सीट के अस्तित्व में आने के बाद अबतक मात्र दो ही ऐसे नाम रहे थे जिन्हें लगातार दूसरी बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला हो। जिसमें यहां के पहले सांसद बनने का गौरव प्रदान करने वाले जियालाल मंडल एवं जनता दल के रामशरण यादव का नाम शुमार था। कांग्रेस के जियालाल मंडल को 1957 एवं 1962 में यहां की जनता ने लगातार दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया था। जबकि जनता दल के रामशरण यादव 1989 व 1991 में लगातार दो बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद के हर चुनाव में खगड़िया लोकसभा को एक नया सांसद ही मिलता रहा था। लेकिन अब इस कड़ी में एक और नाम लोजपा के चौधरी महबूब अली कैसर का भी जुड़ गया है। गौरतलब है कि वे 2014 के चुनाव में भी लोजपा के ही टिकट पर निर्वाचित घोषित किये गये थे। हलांकि इस वर्ष के चुनाव में उनके लोजपा से उम्मदवारी को लेकर कई तरह की चर्चाएं थी। लेकिन आखिरी वक्त में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उनपर भरोसा जताया और वे खगड़िया से एनडीए समर्थित लोजपा के उम्मीदवार घोषित किये गये। अंततः उन्होंने इस सीट पर फतह हासिल करते हुए एक और सीट एनडीए की झोली में डाल दी।
जीत का जश्न---
दूसरी तरफ अपनी व एनडीए के जीत के बाद नवनिर्वाचित सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने क्षेत्र की जनता व स्थानीय कार्यकर्ता सहित पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार व लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान को बधाई देते हुए कहा है कि यह एनडीए के कार्यकर्ताओं की जीत है। साथ ही उन्होंने एनडीए के कार्यकर्ता सहित आमजनों की उम्मीदों पर खड़ा उतरने व उनकी शिकायतों को इस बार दूर करने की बातें कहीं हैं। वहीं उन्होंनें इतनी बड़ी जीत की उम्मीद नहीं होने की बातें स्वीकार करते हुए कहा कि 2014 से कहीं अधिक इस बार मोदी लहर था। देश के लोगो ने मोदी पर दूसरी बार विश्वास जताया एव देश मे प्रचंड बहुमत देकर सबका साथ, सबका विकास के नाम पर मोहर लगा दिया।

शुक्रवार, 24 मई 2019

कैसर ने डुबाई महागठबंधन की नाव, रिकार्ड मत से दर्ज किया जीत


मोदी का मंत्र, सबका साथ, सबका विकास को बढ़ाना होगा आगे
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

मोदी लहर में एक बार फिर एनडीए के लोजपा प्रत्याशी चौधरी महबूब अली कैसर बाजी मार गये। कड़े मुकाबले में श्री कैसर ने महागठबंधन के वीआईपी उम्मीदवार मुकेश सहनी को एकतरफा मुकाबले में 2 लाख 48 हजार 570 मतों से हराकर अपने सिर पर जीत का सेहरा बांधा।  चौधरी महबूब अली कैसर को 5 लाख 10 हजार 193 मत प्राप्त हुआ। वहीं मुकेश सहनी को 2 लाख 61 हजार 623 मत मिला। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी प्रियदर्शी दिनकर को 51 हजार 847 मत मिला। साथ ही नोटा में 7596 मत पड़ा।

चौधरी महबूब अली कैसर वर्ष 2014 में राजद की कृष्णा यादव को भी 76 हजार मतों के अन्तर से हराया था। मतदाताओं के बीच भारी विरोध के बावजूद खगड़िया से लोजपा की जीत का विश्लेषक कई कारण मानते हैं। जानकार मानते हैं कि खगड़िया में कैसर की जीत का प्रमुख फैक्टर मोदी लहर रहा। माय समीकरण में दरार, अल्पसंख्यक वोटों में सेंधमारी, मतदान के पूर्व गठबंधन में व्याप्त अंतर्कलह व भीतरघात से निपटना भी एनडीए की जीत के मार्ग को प्रशस्त किया। लोजपा प्रत्याशी कैसर का शालीन व्यक्तित्व व  मतदाताओं की नाराजगी को स्वीकार कर माफी मांगना भी एनडीए की जीत को आसान कर दिया। इसी तरह चुनाव विश्लेषक वीआईपी प्रत्याशी मुकेश सहनी के हार के कई कारण गिनाते हैं।

इनका मानना है कि माय समीकरण में टूट, पार्टी व प्रत्याशी का जीत का ओवरकॉफिंडेंस, महागठबंधन दलों में अंतर्कलह, वोटरों के नब्ज पकड़ने में विफल रहना, अनुभव की कमी व दूसरे जिले से आकर चुनाव लड़ना भी पराजय का कारण है। बता दें कि खगड़िया लोकसभा क्षेत्र मेंे यादव व मुस्लिम की बड़ी आबादी है। इनका वोट ही हमेशा निर्णायक रहा है। एकजुट होकर जिनके पक्ष में गया है, उसकी जीत होती रही है। महागठबंधन भी माय समीकरण को लेकर जीत का दावा कर रहे थे। लेकिन ऐनवक्त पर दरार पड़ गई और इसका फायदा एनडीए को मिल गया।

यदि महागठबंधन माय समीकरण को मजबूती से एकजुट रख पाते तो एनडीए को इतनी आसानी से जीत नहीं होती।  कहा तो यहां तक जाता है कि कृष्णा यादव को टिकट नहीं मिलने व उन्हें राजद से निष्कासित करने के फैसले से भी  महागठबंधन को नुकसान पहुंचा। कृष्णा व उसके बाहुबली पति रणवीर यादव के समर्थक इस चुनाव में या तो तटस्थ रहे या अंतिम समय में एनडीए के पक्ष में मतदान किया। कृष्णा यादव की नाराजगी का फायदा उसकी बड़ी बहन, रणवीर यादव की पत्नी व जदयू की सदर विधायक पूनम देवी यादव ने उठाया। पूनम देवी यादव ने नाराज मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में सफल रही। जीत के बाद लोजपा प्रत्याशी चौधरी महबूब अली कैसर ने कहा कि यह उनकी जीत ऐतिहासिक है।
पूरे संसदीय क्षेत्र में विकास की गति को लगातार बनाये रखने, सामाजिक समरसता कायम रखने व दियारा के विकास के लिए खास काम करना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं व जनता की जीत बताई।

नए सांसद के संकल्प---
सहरसा व खगड़िया जिले के लोगों के आवागमन की सुविधा के लिए डेंगराही घाट पर पुल का जल्द निर्माण 
सभी गरीब परिवारों को पक्का घर, बिजली की सुविधा व गैस कनेक्शन पहुंचाना
सभी पंचायतों में हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर की स्थापना करना जिससे सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं मिले
किसानों की आय दोगुनी करना, जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो सके
लंबित खगड़िया-कुश्वेश्वर रेल लाईन के अधूरे काम को पूरा शीघ्र करवाकर ट्रेनों का परिचालन शुरू करवाना
कात्यायनी मंदिर जाने के लिए आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराना। आभार- हिंदुस्तान

गुरुवार, 23 मई 2019

सिमरी बख्तियारपुर से दो दो नेता पहुचे लोकसभा, लोगो मे खुशी

एक बिहार सरकार के वर्तमान मंत्री है तो एक वर्तमान सासंद
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

2019 लोकसभा चुनाव में जहा एनडीए प्रचंड जीत दर्ज किया है वही सिमरी बख्तियारपुर  भी एक इतिहास दर्ज किया है। सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल से दो दो नेता  लोकसभा  में पहुच गया है। जिसने बिहार सरकार के आपदा मंत्री दिनेशचंद्र यादव एव खगड़िया से वर्तमान सासंद चोधरी महबूब अली केसर सामिल है। दिनेशचंद्र यादव मधेपुरा लोकसभा से जेडीयू उम्मीदवार दिनेशचंद्र यादव एव खगड़िया लोकसभा से चोधरी महबूब अली केसर सामिल है। 
सिमरी बख्तियारपुर के लोगो मे हर्ष---
सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल से इस बार दो दो सासंद बनने पर लोग काफी खुश है। लोगो का कहना है कि कभी एक दूसरे के खिलाफ सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा में ताल ठोकने वाले दोनों नेता एक मंच पर आ गए एव दोनों सासंद बनने में सफल रहा। दिनेशचंद्र यादव सहरसा लोकसभा से फिर परिसीमन बदलने पर खगड़िया लोकसभा से एव इस बार मधेपुरा लोकसभा से चुनाव जीते। जवकि नये परिसीमन में पहली बार सासंद चोधरी महबूब अली केसर 2009 कांग्रेस के टिकट पर खगड़िया से चुनाव लड़ा था, लेकिन तीसरे स्थान पर रहा था। फिर 2014 में एनडीए के टिकट पर चुनाव लड़ा एव केसर ने जीत दर्ज किया। मधेपुरा लोकसभा से जेडीयू से जीत दर्ज करने वाले दिनेशचंद्र यादव फिलहाल सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा से विधयाक एव बिहार सरकार में मंत्री है। दिनेशचंद्र यादव सिमरी बख्तियारपुर के बनमा इटहरी एव चोधरी महबूब अली केसर सिमरी बख्तियारपुर के रहने वाले है। 

बुधवार, 22 मई 2019

वैशाली एक्सप्रेस सीसीटीवी कैमरा से हुआ लैश, सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे यात्री


सहरसा से नई दिल्ली चलने वाली वैशाली एक्सप्रेस का चौथा रैक में लगा सीसीटीव
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

यात्रियों की सुरक्षा को खयाल में रखते वैशाली एक्सप्रेस के चौथे रैक में सीसीटीवी कैमरे की सुविधा दी गई है। सहरसा-दिल्ली के बीच आने जाने वाली इस ट्रेन के चौथे रैक का अधिकांश कोच रायबरेली कोच कारखाना निर्मित है।
 पेंट्रीकार और दो अनारक्षित कोच में अभी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। जल्द ही इसमें सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही जा रही है। सहरसा आने-जाने वाली ट्रेन हमसफर एक्सप्रेस के बाद वैशाली एक्सप्रेस दूसरी ट्रेन है जिसे सीसीटीवी कैमरे से लैस करते यात्री सुरक्षा को पुख्ता करने के इंतजाम किए गए हैं। पेंट्रीकार और दो अनारक्षित कोच को छोड़कर अन्य कोच के गेट के अंदर प्रवेश करते ही यात्री को सीसीटीवी कैमरा लगा दिख जाएगा।
 रेलवे अधिकारी की मानें तो यात्री सुरक्षा को लेकर वैशाली एक्सप्रेस के अन्य तीन रैक को भी धीरे-धीरे सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जाएगा। बता दें कि वैशाली में 19 आरक्षित-अनारक्षित कोच, एक पेंट्रीकार और दो पावरकार कुल 22 कोच लगे रहते हैं।
बोर्ड पर इंडिया गेट और सहरसा के रक्तकाली मंदिर का फोटो 
वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन के कोच में बाहर लगे बोर्ड पर देश की राजधानी दिल्ली स्थित इंडिया गेट और सहरसा शहर में स्थित रक्तकाली चौंसठ योगिनी मंदिर का फोटो लगा है। ऐसा ट्रेन के खुलने और अंतिम पहुंचने वाले जंक्शन के दर्शनीय, धार्मिक, सांस्कृतिक स्थलों और महत्वपूर्ण धरोहरों की विशेषता से यात्रियों को अवगत कराने के लिए रेलवे ने किया है।
बता दें कि इससे पहले राज्यरानी एक्सप्रेस में सहरसा की प्रसिद्ध चौसठ योगिनी रक्तकाली मत्स्यगंधा मंदिर और सूबे की राजधानी पटना के महत्वपूर्ण गोलघर का चित्र लगी नेम प्लेट(बोर्ड) लगाई गई थी। वैशाली एक्सप्रेस के अत्याधुनिक एलएचबी कोच में शुरुआत और अंतिम स्टेशन की महत्वपूर्ण धरोहरों व दर्शनीय स्थलों का चित्र लगा देख यात्री काफी खुश हैं।साभार-हिंदुस्तान

मंगलवार, 21 मई 2019

सड़क पर दुकान लगाकर अतिक्रमण करने वालो की खेर नही, प्रसाशन का अब चलेगा बडोजर

सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत के लोगो को बाजार के अतिक्रमण से मिलेगी मुक्ति
नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी ने एसडीओ से मजिस्ट्रेट की मांग किया
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

नगर पंचायत क्षेत्र के मुख्य बाजार एव रानीहाट में आये दिन प्रतिदिन जाम से हमलोग हलकान रहते है। जाम की स्थिति इतनी बुरी रहती है कि लोगो को घंटो सड़क पर जाम में फंसे रहने का परेसानी झेलना पड़ता है। लेकिन लगता है कि अब नगर वासियो सहित आमलोगों को जल्दी ही इस जाम से मुक्ति मिल जायेगा। 
कार्यपालक पदाधिकारी ने एसडीओ से मांगा मजिस्ट्रेट---
नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी कमलेश कुमार प्रसाद ने अनुमंडल पदाधिकारी से बाजार से अतिक्रमण हटाने के लिये मजिस्ट्रेट तैनात करने की मांग किया। एसडीओ को दिए आवेदन में कहा है कि सिमरी बख्तियारपुर के मुख्य बाजार एव रानीहाट में प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है। इन दोनों बाजार से अतिक्रमण हटाना अतिआवश्यक है। अतिक्रमण हटाने के लिये मजिस्ट्रेट एव सशस्त्र पुलिस बल की जरूरत है। कार्यपालक पदाधिकारी ने एसडीओ से अतिक्रमण हटाने के लिये मजिस्ट्रेट, पुलिस बल के साथ समय निर्धारित करने की मांग किया।
जाम की समस्या बनी बिकराल---
सिमरी बख्तियारपुर नगर पंचायत क्षेत्र के रानीहाट एव मुख्य बाजार में जाम की समस्या बिकराल बना है। रानीहाट की स्थिति तो बद से बदतर बना हुआ है। कभी कभी तो रानीहाट ढाला पर जाम के कारण ट्रैन को ऑटो सिंगल पर खड़ा रहता है। वावजूद जाम की समस्या का समाधान करने में कोई दिलचस्पी नही ले रहा है। 

सोमवार, 20 मई 2019

घर-जमाई नही बनना युवक को पर गया महंगा, पत्नी, सास एव ससुर ने दामाद को दिया ऐसा ख़ौफ़नाक सजा कि कांप जायेगी आपकी रूह


सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना का घटना, मधेपुरा का रहने वाला था युवक
कोशी बिहार टुडे,  सहरसा

बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर मुसहरी टोला में रविवार रात पत्नी, सास एव ससुर ने सोए अवस्था मे किरोसिन तेल छिड़क कर आग लगा दिया। घायल युवक का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने घर जमाई बनने से मना कर दिया।
गंभीर रूप से जख्मी युवक को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए सहरसा रेफर कर दिया गया। युवक का घर मधेपुरा जिला के खौपेती गांव का करने वाला हरिबल्लभ सादा का पुत्र तीस वर्षीय अनिल सादा बताया जा रहा है। 
 बख्तियारपुर पुलिस जख्मी का फर्दबयान लेकर मामले की छानबीन शुरू कर दिया।
घटना के संबंध में बताया कि बताया जाता है कि अनिल सादा एक सप्ताह पूर्व पंजाब से कमा कर सीधे अपने ससुराल आया हुआ था। रविवार दोपहर अनिल अपने ससुराल पहाड़पुर महादलित टोला में पत्नी रेणू देवी से कमा कर लाए गए रखे रूपए की मांग किया। जिसको लेकर पति पत्नी में झगड़ा हुआ। पत्नी व ससुराल वाले अनिल को घर जाने से मना कर यहां ही रहने का दवाब बनाने लगा लेकिन अनिल नही माना। 
देर रात अनिल सोया हुआ था कि पत्नी रेणू देवी, ससुर रामभरण सादा एवं सास सहित अन्य लोगों ने सोये अनिल के शरीर पर किरासन का तेल छिड़क आग लगा दिया। अनिल किसी तरह जलते हुए कमरा से भाग किसी तरह आग बुझाकर वहां से भाग तुर्की गांव अपने ननिहाल पहुंच बेहौश हो गया। 
जहां से उसके रिस्तेदारों ने उले इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल इलाज के लिए भर्ती कराया। अनिल बुरी तरह झुलस गया है। लगभग चालीस प्रतिशत वह जल चुका है।
 मधेपुरा जिला के खौपेती निवासी हरिबल्लभ सादा के पुत्र अनिल सादा की शादी दो वर्ष पूर्व बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर महादलित टोला निवासी रामभरण सादा की पुत्री रेणू देवी से हुई थी। शादी के बाद अनिल सादा को एक पुत्री हुई। जिसका उम्र लगभग छः माह है। पिता ने बताया कि बेटा अपने मन से शादी किया था, जिन कारण पिता कभी भी बेटा के ससुराल नही आया।
शादी के बाद अनिल कमाने के लिए अक्सर पंजाब जाता रहता था। वहीं से वह कमाई का रूपया पत्नी को भेजता रहता था। घटना के एक सप्ताह पूर्व ही अनिल कमा कर ससुराल आया हुआ था।
वहीं इस संबंध में बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि फर्दबयान लिया गया है पुलिस पुरे मामले की छानबीन कर रही है जल्द आरोपी को हिरासत में ले लिया जाएगा।

एचएम को अपराधियो ने किया गोली मारकर हत्या, लूटे 3 लाख रुपये


सहरसा का रहने वाला शिक्षक खगड़िया के चौथम प्रखंड के मध्य विद्यालय बलकुंडा में था एचएम
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

खगड़िया जिले  के मानसी थाना क्षेत्र के चकना बहियार स्थित मैंजरो चौर के समीप सशस्त्र अपराधियों ने तीन लाख रुपये लूटने के बाद हैडमास्टर की गोली मारकर हत्या कर दी। शशि भूषण कुमार (54 वर्ष) रोहियार निवासी स्व. विष्णुदेव भगत के बेटे थे। वह पास के ही मिडिल स्कूल बलकुंडा में हेडमास्टर के पद पर थे। शशि भूषण का परिवार सहरसा में रहता है।
वारदात रविवार देर रात की है। सोमवार की सुबह शिक्षक का शव मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। शव मिलने की सूचना मिलते ही मानसी पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गई।

जानकारी के अनुसार शिक्षक शशि भूषण अपनी एक बीघा तीन कट्ठा जमीन गांव के ही श्रवण साह को 21 लाख में बेचा था। रविवार की शाम को रोहियार गांव में ही श्रवण साह ने पूर्व पंसस राज किशोर साह के समक्ष तीन लाख 5 हजार रुपये अग्रिम दिये थे। इसके बाद शिक्षक राशि लेकर सहरसा जाने के लिए बाइक से धमारा घाट स्टेशन पहुंचे। बताया जा रहा है कि वहां इनकी ट्रेन छूट गई। इसके बाद वह पैसों से भरा बैग लेकर ठूठी निवासी अपनी बहन के घर जा रहे थे।
 धमारा घाट स्टेशन और ठूठी गांव के बीच चकना बहियार के समीप मैंजरो चौर के पास अपराधियों ने पहले शिक्षक को लूटा। शिक्षक के द्वारा  विरोध करने पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। शिक्षक को तीन गोली मारी गई है। इसमे दो गोली सीना एवं एक गोली सिर में लगी है। शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गई।
मौके पर मानसी थानाध्यक्ष शिव कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचकर घटना की जांच में जुटे थे। इधर घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शिक्षक की हत्या के बाद कई शिक्षक संगठन में भारी आक्रोश है। साभार-हिंदुस्तान

शनिवार, 18 मई 2019

अब आंगनवाड़ी सेविका भी बनेगी महिला पर्यवेक्षिका, आईसीडीएस ने जारी किया दिशा-निर्देश

पूरे बिहार में शुरू होगी पर्यवेक्षिका की बहाली, 13 जुलाई तक समाप्त होगा चयन प्रक्रिया
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
                             (आंगनवाड़ी केंद्र में दूध पीते बच्चे)
अब आंगनवाड़ी सेविका भी महिला सुपरवाइजर बनेगी, बसर्ते की उनकी योग्यता ग्रेजुएट हो। समाज कल्याण विभाग के आईसीडीएस विभाग के निदेशक ने राज्य के सभी जिलाधिकारी को पत्र भेजकर बहाली प्रक्रिया आरंभ करने का अनुरोध  किया है। इस बहाली में 50 प्रतिशत आंगनवाड़ी सेविका का एव 50 प्रतिशत अन्य महिला की बहाली होगी। बहाली में आरक्षण के तहत अभ्यर्थी को लाभ मिलेगा। पूर्व के आदेश में अभ्यर्थी के लिये टू व्हीलर गाडी चलाने की अनिवार्यता को शिथिल कर दिया है। 
13 जुलाई तक चयन प्रक्रिया होगा पूर्ण---
निदेशक ने सभी डीएम को निदेश दिया है कि आंगनबाड़ी महिला सुपरवाईजर का काफी संख्या में पद खाली है।लिहाजा पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण में परेशानी हो रही है। एक-एक सुपरवाईजर के जिम्मे 20-25 केंद्र है। इसलिए हर हाल में 13 जुलाई 2019 तक हर हाल में बहाली प्रक्रिया पूरी कर लें।
24 मई को नियुक्ति के लिये विज्ञापन प्रकाशित किया जायेगा। 15 जून 2019 को अपराह्न 5 बजे तक आवेदन देने की अंतिम तिथि है। 25 जून को मेधा सूची तैयार होगा। मेधा सूची पर चयन समिति का अनुमोदन 26 जून को, 26 जून को ही मेधा सूची का प्रकाशन किया जाएगा। प्रकाशित मेधा सूची पर आपत्ति का अंतिम 3 जुलाई को, 8 जुलाई को प्राप्त आपत्ति का निराकरण होगा। 9 जुलाई को अंतिम मेधा सूची का प्रकाशन कर दिया जायेगा। चयन सूची का प्रकाशन 10 जुलाई को अपराह्न 5 बजे तक होगा। 13 जुलाई तक नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण कर दिया जायेगा। 

सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाते मनरेगा योजना में जमकर किया धांधली

 डीडीसी सहरसा ने नियम के विरुद्ध कराए गए मनरेगा कार्य को लेकर पीओ से तीन दिन के अंदर मांगा स्पष्टीकरण
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
                        (सिमरी बख्तियारपुर स्थित मनरेगा भवन)
जिले के नौ प्रखंडो में मनरेगा योजना अंतर्गत योजनाओं के कार्यान्वयन में गड़बड़ी का चौकाने वाला मामला सामने आया है। जिसके बाद उप विकास आयुक्त सहरसा ने जिले के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिख कर तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है.
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड प्रमुख ने किया खुलासा-
सिमरी बख्तियारपुर के प्रखण्ड प्रमुख सविता देवी ने उपविकास आयुक्त सहरसा को पत्र लिख कर कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा सिमरी बख्तियारपुर पर मनमानी एवं वरीय पदाधिकारी के आदेश एवं नियमो के उल्लंघन का मामला उठाया है। उपविकास आयुक्त को दिए आवेदन में प्रखण्ड प्रमुख ने कहा है कि मनरेगा आयुक्त बिहार सरकार सीपी खंडूजा के पत्रांक 417607 दिनाक 19 मार्च 19  के मुताबिक किसी भी परिस्थिति में निजी बासडीह में मिट्टी भराई का कार्य नही कराए जाने का आदेश दिया गया। परंतु कार्यक्रम पदाधिकारी रंजू कुमारी द्वारा निजी बांसडीह में मिट्टी भाई योजना में मजदूरों का आवेदन लगाकर योजना कार्यान्वित कराई एवं भुगतान की जा रही है जो सरासर वरीय पदाधिकारी के आदेश एवं नियमों का उल्लंघन है।इसकी जांच एमआईएस पर भी की जा सकती है।
 बिहार सरकार के पत्रांक 405723 दिनांक 10 जनवरी 19 को वर्ष 2011-12 में मनरेगा योजनांतर्गत पंचयात समिति के द्वारा कार्यान्वित लंबित योजना को एमआईएस पर अद्यतन कराते हुए भुगतान की करवाई करने का आदेश दिया था, उनका भी अनुपालन नही किया गया है।  ज़िले में सबसे ज्यादा बनमा इटहरी एव सिमरी बख्तियारपुर में कराया गया है कार्य।
पत्र के बाद हरकत में आये डीडीसी---
प्रखण्ड प्रमुख की चिट्ठी सामने आने के उपविकास आयुक्त आनन - फानन में हरकत में आया। जिसके बाद जिले के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र भेजा है। पत्र में कहा है कि विभाग के द्वारा उक्त योजना को मनरेगा योजना अंतर्गत लिए जाने वाले कार्यो के रूप में अनुमान्य नही माना गया है। फिर किस कारण से  संबधित योजना की स्वीकृति देकर कार्य कराया जा रहा है।जिसमे डीडीसी ने कहा है कि तीन दिनों के अंदर सभी से स्पष्टीकरण की मांग की है।
क्या कहना है कि पीओ का---
इस बाबत सिमरी बख्तियारपुर एव बनमा इटहरी कार्यक्रम पदाधिकारी रंजू कुमारी ने बताई की जो योजना के बारे में प्रमुख ने शिकायत किया है वो योजना मिट्टी भड़ाई का नही है। वो योजना प्रधानमंत्री आवास योजना का है जो मजदूरों का भुकतान किया गया है। एमआईएस पर सारा डिटेल्स दिया गया जो देखने पर पता चलेगा। हमलोग सरकार एव डीसीसी के दिशा-निर्देश के अनुसार ही कार्य कर रहे है।

शुक्रवार, 17 मई 2019

सरकार से मिला खाद्यान भी बेचकर पी जाता है शराब, साग-रोटी खाकर तोड़ती है अपना रोजा
सहरसा जिला के बनमा ओपी क्षेत्र की एक महिला अपने चार बच्चे के साथ पति के खिलाफ पहुची थाना
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

मुसलमानों के लिये रमजान का महीना बहुत पवित्र होता है। हर मुश्लिम भाई इस महीने पूरे दिन रोजा रखकर अल्लाह का इबादत करता है। लेकिन अगर इस पवित्र महीने में कोई पति अपने पत्नी पर जोर-जुल्म करता है तो फिर क्या कहा जाये।
गुरूवार को बनमा ईटहरी ओपी में ओपी पुलिस के पास इसी तरह का एक मामला सामने आया है। चार अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ एक रोजेदार महिला चिलचिलाती धूप में फरियाद लेकर ओपी पुलिस के पास अपने घर से  5 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर पहुची। पुलिस को पति का ज्यादती सुनाई तो हर कोई दंग रह गया।  पुलिस ने  कार्रवाई का आश्वासन देकर उससे आवेदन लेकर मामले की छानबीन करने में जुट गए।
      सहुरिया पंचायत के अम्बाडीह गांव की रहने वाली महिला शबाना खातून  गुरूवार को अपने छोटे-छोटे दूधमुंहा चार बच्चे मो अरबाज (9), आशिया खातून (8), सगूफा खातून (6) तथा हबीबा खातून (3) के साथ बनमा ओपी पहुंची। जो रोजा रखे हुए थी।  अपनी दर्द   ओपी पुलिस को सुनाते हुए कही कि हुजूर मेरे पति का नाम अब्दुल सत्तार उर्फ मिंटू है। जो शराबी है। पूरे दिनभर इधर-उधर घर से बाहर रहता है, और पीते-खाते रहता है। जब भी वे घर आता है तो नशे में धूत रहता है। घर आने के बाद हमें तथा बच्चों को को मारते पीटते रहता है। बिना किसी वजह के अन्य दिनों की भांति आज गुरूवार की सुबह भी मेरे साथ मारपीट किया। इतना ही नहीं मारते मारते कपड़ा भी फाड़ दिया। मेरे साथ मेरे बच्चे को भी मारा। महिला  ने कही हुजूर हम रोजा में हैं। पति रोजा भी नहीं रहता है और पूरे दिन नशे में  रहता है। उसकी संगत भी बुरे लोगों से है। घर की माली हालत इतनी खराब है कि   घर में रखा गेंहू हो या अन्य कोई अनाज उसे भी बेचकर वे दारू-तारी पी लेता है। इतना ही नहीं घर में रखा पंखा,  गैस सिलेंडर, एव  वर्तन भी पीने की चक्कर में बेच दिया। यहां तक कि डीलर के यहां से मिले कोटा वाला अनाज तक के लिए मोहताज कर देता है। कोटा की अनाज तक को शराब पीने में   बेच देता है। जबकि उसके नहीं कमाने से व उसके द्वारा घर में पैसा नहीं दिये जाने से एक-एक पैसे के लिए हमलोग मोहताज  हैं। कोटा से मिले अनाज से ही अपना व बच्चों का पालन-पोषण किसी तरह से कर रहे  हैं। घर में सास नहीं और ससूर बाहर रहते हैं। वहीं गोतनी है तो उसकी भी एक नहीं चलने देता है। कुछ भी बोलने पर उसे भी गाली-ग्लोज कर देता है।
पंचायत से भी नहीं मिला फैसला :-
शबाना ने रोते हुए कहती है हुजूर इस मामले को लेकर कई बार टोले में सरपंच के समक्ष पंचायत भी किया। लेकिन न्याय नहीं मिल सका। पंचायत में पति के द्वारा पारिवारिक बात बता उसके फैसला से इंकार कर दिया जाता है। कहता है यह हमारे पति-पत्नी के बीच का मामला है। अब पंच भी पंचयात नही करता है।
कोटे के अनाज से करते हैं भ्रण-पोषण :-
शबाना कहती है पति न तो कमाता है और न ही वे अपनी कमाई घर में देता है। उलटे घर का अनाज वगैरह ही बैच कर वे दारू-ताड़ी पी लेता है। घर में कमाई का कोई श्रौत ही नहीं है। डीलर के यहां से कोटे से मिले अनाज से ही पूरे माह अपना तथा बच्चों का पेट पालते हैं। फेनसाहा के रहने वाले मामू हमे मदद करते है।
साग रोटी खा कर रोजा तोड़ते हैं---
शबाना ने सबसे दर्द भरी यह बात पुलिस को बताई कि हुजूर जहां लोग तरह-तरह के अन्य खाते हैं वहीं हमारी इतनी माली हालत है कि साग-रोटी खा कर रोजा तोड़ते हैं। ऐसा दिन शराबी पति के कारण देखने को मिल रहा है।
कहते हैं ओपी प्रभारी :-
ओपी प्रभारी रूदल कुमार ने बताया कि प्राप्त आवेदन पर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

गुरुवार, 16 मई 2019

टिकट बुकिंग में पांच पैसा की भी छूट नही देने वाले रेल दे रहा पांच रुपये की छूट


रेल अधिकारियों ने दिया कैसे करे मोबाइल से टिकट बुकिंग
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

 अपने समार्टफोन से अनारक्षित रेल टिकट बुक करें एव पांच प्रतिशत केश बेक पाये। रेल अधिकारियों ने यात्रियों को मोबाइल से अनारक्षित टिकट बुक करने की जानकारी दी। डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव ने यात्रियों को बताया कि रेलवे द्वारा स्मार्टफोन के जरिए अनारक्षित टिकट बुकिंग की सुविधा प्रत्येक स्टेशनों पर शुरू की गई है। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल करना होगा। इसके बाद जरूरी चीजों की इंट्री करने के बाद साइन अप करेंगे। रजिस्ट्रेशन के बाद मोबाइल पर चार अंकों का पासवर्ड आएगा। इसके बाद रिचार्ज के लिए कम से कम 100 रुपये तथा अधिकतम 5 हजार तक आर वायलेट में रखना होगा। एक समय में चार टिकट एक साथ बुक कर सकेंगे। टिकट बुक करने के तीन घंटे में यात्रा शुरू करनी होगी।

स्टेशन से 20 मी. बाहर व 2 किमी के अन्दर ले सकेंगे टिकट--

अधिकारियों के अनुसार  मोबाइल से टिकट कटाने के नाजायज इस्तेमाल को रोकने के लिए एरिया का भी निर्धारण किया गया है। मोबाइल से टिकट कटाने के लिए स्टेशन से 20 मीटर बाहर और 2 किमी के अन्दर ही यह सुविधा प्रदान की गई है।  लाइन की भीड़-भाड़ से बचने के लिए मोबाइल से टिकट प्राप्त करने की प्रक्रिया को आसान कर दिया गया है। साथ एपल के जरिये टिकट लेने पर यात्रियों को पांच प्रतिशत छूट भी दी जा रही है।

सोमवार, 13 मई 2019

नामांकित बच्चे 724, उपस्थित एक भी नही, हाल बनमा इटहरी प्रखंड के मध्य विद्यालय परसबन्नी का


विदयालय बना गोशाला, अनिवार्य शिक्षा एक मजाक बनकर रह गया
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

शिक्षक बच्चों को पढ़ाने में रुचि नही लेते है, मनमाना तरीके से स्कूल का संचालन होता है। अनिवार्य शिक्षा तो ग्रामीण क्षेत्र में एक मजाक बनकर रह गया है। कुछ विदयालय का दौरा किया गया तो पढिये क्या हुआ...
सहरसा जिले के बनमा इटहरी प्रखंड के मध्य विद्यालय परसबन्नी में 15 शिक्षक में एक भी उपस्थित नही मिला। सोमवार को विदयालय में लगभग साढ़े 8 बजे कुछ शिक्षक तो नजर आया, लेकिन छात्र पूरे स्कूल में कही भी नजर नही आया। 
724 में एक भी बच्चे मोजूद नही---
विदयालय के दोपहर के भोजन वेवसाइट के अनुसार विदयालय में 3 अप्रैल से कोई अपडेट नही है। 1 अप्रैल को 211 बच्चे उपस्थित एव उतने ही खिचड़ी खाने का रिपोर्ट है। 2 अप्रैल को 724 में से 11 बच्चे उपस्थित एव 5 बच्चे वेनिफिसरी बता रहा है। एचएम शोभा कुमारी के अनुसार विदयालय में 424 बच्चे नामांकित है। एक भी बच्चे के उपस्थित नही रहने के बाबत कुछ नही बोली। 
      विदयालय में कुल 15 शिक्षक प्रतिनियोजित है। जिसमे नूतन कुमारी, लीला कुमारी एव संजय कुमार बिना सूचना के अनुपस्थित थे।
एनपीएस शर्मा टोला परसबन्नी---
मध्य विद्यालय परसबन्नी के प्रांगण में ही एक एनपीएस एव तालीमी मरकज है। दोनों को मिलाकर मात्र 11 बच्चे  ही उपस्थित थे। इस विदयालय के प्रभारी एचएम संजू कुमारी के बारे में बताई की वे विशेषा अवकाश में है। दूसरी शिक्षिका प्रतिमा कुमारी तो थी, लेकिन बच्चे नही के बराबर था। उसी स्कूल में तालीमी मरकज भी है जिनका शिक्षिका राहत परवीन उपस्थित थे। एनपीएस शर्मा टोला परसबन्नी के दोपहर भोजन के वेवसाइट पर शनिवार को नामांकित 308 बच्चे में से 91 बच्चे की उपस्थिति एव इतने बच्चे ही खिचड़ी खाते दिखा रहा है। जवकि विदयालय में तालीमी मरकज एव विदयालय के बच्चे मिलाकर कूल 11 था।

एनपीएस परसबन्नी दक्षिण टोला---
इस विदयालय में प्रभारी एचएम अभय कुमार उपस्थित थे। दो शिक्षक विजय कुमार एव रवि कुमार बिना सूचना के अनुपस्थित थे। मात्र तीन बच्चे ही मोजूद थे। विदयालय के एचएम ने बताया कि  195 बच्चे नामांकित है। जबकि दोपहर के भोजन वेबसाइट पर नामांकित बच्चे 245 है। शनिवार को 135 बच्चे के खिचड़ी खाने का उपस्थिति दर्ज है। 
क्या कहते है डीपीओ--
डीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि मध्य विद्यालय परसबन्नी की शिकायते कौरव में भी मिलती रहती थी।  उक्त विदयालय के खिलाफ पूर्व में भी शिक्षक के गायब रहने, खिचड़ी नही बनने सहित शिक्षा व्यवस्था ठीक नही रहने की जानकारी मिला है। ग्रामीण क्षेत्र के विदयालय से लचर पढ़ाई रहती है। विभाग जांच करता है पकड़ाने पर करवाई भी होती है।

चौकीदार की दबंगई, नावालिग चोर के साथ ज्यादती

चौकीदार की हरकत से आक्रोशित हुए गांव वाले, थाना पहुच चौकीदार के ऊपर किया करवाई की मांग
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

बख्तियारपुर थाना के सिमरी पंचयात के द्वारिका टोला में  नियम कानून को ताक पर रख एक चौकिदार द्वारा चोरी करने के आरोप में एक नाबालिग लड़के को हाथ बांध घुमाते हुए थाना पहुंचाया।
इस बीच उस नाबालिग के साथ मारपीट को भी अंजाम दिया गया। इससे आक्रोशित ग्रामीण चौकीदार के खिलाफ हंगामा करते हुए थाना तक पहुच गया। हालांकि थाना में दोनों पक्षो के द्वारा मामला का समझौता कर लेने के बाद मामला शांत हुआ। 

 सिमरी पंचायत के द्वारिका टोला में घटी ये रविवार देर रात का है। इसी गांव के एक नाबालिग लड़के उम्र करीब 12-13 वर्ष को गांव के ही जवाहर पौद्दार के यहां चोरी करते पकड़ा गया। पहले तो गृहस्वामी ने नाबालिग के साथ मारपीट किया फिर उसे अपने घर में बंद कर दिया।
अहले सुबह सोमवार को स्थानिय चौकिदार राम भरोस शर्मा को बुला उसके हवाले कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि चौकिदार ने पहले नाबालिग को पीटा फिर सरेआम हाथ बांध मुहल्ले से घुमाते हुए बख्तियारपुर थाना पहुंचा दिया।
अब सवाल यह कि आखिर इस तरह नाबालिग को हांथ बांधकर सरेआम घुमाते हुए थाने तक ले जाना कहाँ तक उचित एवं न्याय संगत है। अगर नाबालिग ने गुनाह किया था तो फिर थाने की गाड़ी से भी बिठाकर ले जाया सकता था।
जबकि सुबह मामले की जानकारी होने पर उस गांव बख्तियारपुर पुलिस के अम्बिका शर्मा पुलिस बलों के साथ पहुंचे थे। पुलिस के पहुंचने से पहले ही चौकिदार उसे थाना पहुंचा दिया था। चोरी का आरोप लगाने वाला जनार्दन पोद्दार एव चोरी करते पकड़ाए आपस मे चचेरे चाचा-भतीजा है। 

रविवार, 12 मई 2019

रमजान के पवित्र महीने में खाने-पीने में ध्यान रखे तो रहेंगे हमेशा तंदुरुस्त


भीषण गर्मी में अपने आपको रख सकते है तरोताजा
कोशी बिहार टुडे, सहरसा
                            (फ़ाइल फोटो- 2018)
रमजान का पवित्र महीना शुरू हो चुका है। इस्लाम धर्म में इस महीने का बहुत महत्व है। इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं, जिसमें दिनभर न तो कुछ खाया जाता है और न ही कुछ पीया जाता है।

रमजान के पवित्र महीने में रोजा रखने के साथ-साथ अपनी सेहत का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है। अल्लाह की इबादत के लिए रमजान में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक रोजे रखते हैं, लेकिन इस दौरान सेहत पर ध्यान नहीं देने से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे कई बीमारियां होने की आशंका रहती हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किन चीजों का सेवन आपको स्वस्थ रखने के साथ-साथ बीमारियों से भी बचाएगा।
* खाने में संतुलन रखें। ऐसे में आप सब्जियां, मसूर की दाल, साबूत अनाज और अंजीर के फल का सेवन कर सकते हैं। यह आपको पूरा दिन एनर्जी देने के साथ सेहतमंद भी रखेंगे।
* रमजान के दौरान कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें। अगर आप अपनी सुबह की नींद नहीं ले पाते तो दिन में अपनी नींद पूरी कर लें।
 * गर्मी में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं और दूध, फलों के जूस, सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें। कॉफी, चाय या कोल्ड ड्रिंक्स से परहेज करें।
* रोजा रखने के साथ-साथ सेहतमंद रहना चाहते हैं तो सुबह 15-20 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें। योग या एक्सरसाइज करने से आप तनाव, टेंशन से दूर रहने के साथ-साथ स्वस्थ भी रहेंगे।
* रोजे के दौरान तरबूज, सूखे अंजीर, अंगूर, नारियल पानी, खरबूजा, अनानास और आम का अधिक सेवन करें। इसमें जरूरी पोषक तत्वों के साथ मिनरल्स, विटामिंस, मैग्नीशियम, कैल्शियम, सोडियम और पोटेशियम भी होती है। 

शनिवार, 11 मई 2019

बनाना था बड़ा पूल, बना दिया कलवर्ट, ग्रामीण कार्य विभाग के अजब-गजब कारनामे

50 साल पूर्व बने तीन स्पेन के पूल के बहाव रास्ते पर छोटी पुलिया बनाने से ग्रामीणों में आक्रोश
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सहरसा जिले के बनमा इटहरी प्रखंड के सहुरिया पंचयात के परसाहा गांव के समीप मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पूल एव सड़क निर्माण किया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। आक्रोश का कारण ग्रामीण कार्य विभाग के अजब गजब कारनामे को लेकर है।
तीन स्पेन पूल के बहाव रास्ते मे बना दिया कलवर्ट--
सवाल सड़क कम कलवर्ट को लेकर ज्यादा है। ग्रामीण का कहना है कि इंजीनियर बिना स्थल पर पहुचे प्राक्कलन बना दिया, जिन कारण ये स्थिति उत्पन्न हुआ। लगभग 50 वर्ष पूर्व तीन स्पेन का पूल बना है। अब संवेदक उक्त तीन स्पेन के पूल के ठीक सामने कलवर्ट बना देने से इलाका में चर्चा का बना है। चर्चा इस बात है कि ये एरिया बाढ़ प्रभावित है। हर साल बाढ़ आती है। पूर्व का तीन स्पेन पूल के बहाव के रास्ते मे छोटी कलवर्ट बना दिया। अब लोग कह रहा है कि बाढ़ आते ही सड़क एव कलवर्ट दोनों को बहा देगी।
आफिस में बैठकर बना प्राक्कलन---

जिस तरह से तीन स्पेन के पूल के सामने छोटी कलवर्ट बना दिया, इससे साफ पता चलता है को स्थल पर बिना पहुचे इंजीनियर ने पूल का प्राक्कलन बना दिया। अगर स्थल पर इंजीनियर पहुचते तो इस तरह का नोबत नही आता।
ग्रामीण किया था प्रदर्शन---
परसबन्नी-परसाहा सड़क निर्माण को लेकर लगभग 15 दिन पूर्व ग्रामीण ने प्रदर्शन किया था। फिर गुरुवार को भी ग्रामीणों के द्वारा प्रदर्शन किया गया। अखबार में समाचार प्रकाशित होने के बाद शुक्रवार को ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता सरवर अंजुम पहुचे। स्थल पर पहुचने के बाद कार्यपालक अभियंता को मानना पड़ा कि इस जगह कलवर्ट को नही होना चाहिये था।
क्या कहते है कार्यपालक अभियंता---
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि उक्त सड़क निर्माण में कही भी अनियमितता बर्दाश्त नही होगा। तीन स्पेन के पूल के सामने कलवर्ट के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये कलवर्ट परसबन्नी-परसाहा सड़क में है। उन्होंने माना कि इंजीनियर को इस बात का ध्यान रखना चाहिये कि पहले से बना तीन स्पेन पूल के सामने कलवर्ट की जरूरत नही है।

कोसी का रौद्र रूप देख अपना ठिकाना बदल लेते है तटबन्ध के लोग


कोशी नदी में उतरा लाल पानी, बाढ़ की आहट
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

कोसी नदी में लाल पानी उतर गया है। ये लाल पानी बाढ़ आने का पूर्व सूचना है। कोसी नदी में लाल पानी के उतरने के बाद अब नदी में पानी बढ़ना प्रारम्भ हो गया है एव नदी को चौड़ाई अब फैलने लगा है। कल तक जहा गाड़ी फर्राटे लगाकर दौर रही थी, अब वहां पानी आ गया है।
तुरंत धारा बदल लेती है कोसी---
धारा बदलने में माहिर कोसी नदी हर वर्ष कही ना कही अपना रास्ता अलग करती है। जहाँ थोड़ी सी भी धारा बदलती है उस इलाके में कहर बरपाती निकलती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण वर्ष 2008 में आई कुशहा त्रासदी है। पूर्वी व पश्चिमी कोसी तटबंध के भीतर बसने वाले लोगों की दिनचर्या कोसी की धारा से बदलती रहती है। कोसी वासी हर साल कोसी का तांडव झेलते हैं। कभी कोसी का प्रचंड रूप देखते हैं, तो कभी इसकी निर्मल धार। हालांकि इसे सभी शोक के रूप में ही याद करते हैं। हर वर्ष कोसी नदी के विनाश लीला से दर्जनों आशियाने को कोसी लील लेती है। जब भी कोसी विनाश करती है तब ही सरकार जागती है। युद्ध स्तर पर बाढ़ राहत का काम होता है। लेकिन स्थायी समाधान नहीं हो पाता है। स्थिति यह है कि हर साल कोसी की बदलती धारा के साथ लोगों की दिनचर्या बदलती रहती है।
कोसी के बढ़ते जलस्तर के कारण अपनी जगह तो बदलते ही हैं और अपने जीने का ढंग भी बदल लेते हैं। तटबंध के अंदर पानी नहीं रहने पर खेती व मजदूरी कर जीवनयापन करते हैं व पानी आने पर विस्थापित हो जाते हैं। फिर मजदूरी करने को मजबूर हो जाते हैं। कुछ ग्रामीण तो राज्य से बाहर पलायन कर जाते हैं। कभी तटबंध के अंदर जिंदगी कटती है तो कभी कोसी की तेज धार से बचने के लिए तटबंध के बाहर की जिंदगी गुजारती है।
क्या है कारण

हर साल कोसी अपनी तेज धारा में लाखों टन गाद लेकर आती है। इसी गाद के एकत्रित होने से टीला का निर्माण होता है। जिसके कारण इसकी दिशा लगातार बदलती रहती है। इसी कारण ग्रामीण भी इसकी धारा को निश्चित नहीं मानते। कटनियां भी इसकी धारा बदलने का एक कारण है। यह किनारे पर मिट्टी काफी तेजी से काटती है। जिस कारण भी ग्रामीण भयभीत रहते हैं। बरसात में इसकी धारा काफी तेज बहती है। जिस कारण कोसी वासी ने अपनी मजबूरी को अपनी नियति मान लेते है।
दर्जनों गांव नदी में समाया, लेकिन अब तक एक भी गांव सही से नही बसा----
हर साल बाढ़ आती है। कटाव होता है। अच्छे अच्छे टोला नदी में समा जाता है। लेकिन एक टोले को पूनः दुबारा निर्माण होने में दशकों लग जाता है, लेकिन टोला नही बन पाता है। यही कारण है कि कोसी तटबन्ध के अंदर जिनका भी घर कोसी नदी में समाया वहा के लोग छिटपुट अलग अलग जगह रह रहे है। सलखुआ प्रखंड के चानन पंचयात के चानन, डेंगराही, उटेशरा पंचयात में टेंगराहा, जागीर, कामरादिह, सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के बेलवाड़ा, कठडुमर आदि पंचयात में कई टोला कोसी नदी में समा चुका है।हालांकि सरकार ने भी इनलोगो को पुर्नवासित करने के लिये जमीन भी दिया। कई लोग घर बनाये एवं कई तटबन्ध के स्पर पर ही किसी तरह झुग्गी बनाकर रह रहे है। 
नही मिल रहा है शुद्ध पेयजल------
राजनपुर से कोपरिया तक लाखो लोग तटबन्ध के किनारे शरण लिए है। लेकिन इनलोगो को पीने के लिये साफ पानी उपलब्ध नही है। सरकार के सात निश्चय हर घर नल जल यहाँ पूरी तरह से फ्लॉप नजर आ रहा है। हालांकि तटबन्ध पर बिजली तो है, लेकिन पीने का पानी सहित कई मूलभूत सुविधाएं नही है।

शुक्रवार, 10 मई 2019

बच्चे 100, हाजिरी 300, गुरुजी गटक रहा है बच्चे की खिचड़ी

हाजिरी बनाकर एचएम गायब,  उपस्थित बच्चे 100 के आसपास, हाजिरी 321
मौसमी फल एव अंडा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
कोशी बिहार टुडे,, सहरसा

प्रत्येक शुक्रवार को सरकारी स्कूल में बच्चे को दिए जाने वाले मौसमी फल एव अंडा में वितरण में जमकर धांधली किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारी कभी भी स्कूल जांच करने नही जाते है। जिस कारण मनमाना तरीके से मौसमी फल एव अंडा दिया जा रहा है। 
सुबह के स्कूल होने का लाभ उठा रहा है एचएम---
स्कूल सुबह में चल रही है। जो दिन के साढ़े 11 बजे तक चलती है। इस दौरान शिक्षा विभाग भी जांच नही कर पाता है। इसी का फायदा एचएम उठाते है। शक्रवार को बलबाहाट ओपी के मध्य विद्यालय ऐनी में लगभग 100 बच्चे उपस्थित थे जो मध्यान भोजन कर रहे थे। लगभग 100 अंडा भी एक कठौती में रखा था। विदयालय के एचएम हाजिरी बनाकर गायब था। बांकी अन्य शिक्षक विदयालय में मौजूद थे। बच्चे को मध्यान भोजन दिया जा रहा था। 
उपस्थिति 110, हाजिरी 300 से ऊपर---

मध्य विद्यालय ऐनी में शुक्रवार को लगभग 100 बच्चे उपस्थित थे। मध्यान भोजन के वेवसाइट के अनुसार गुरुवार को मध्य विद्यालय ऐनी का नामांकित 722 बच्चे है। जिसमे 321 बच्चे उपस्थित थे, एव 319 बच्चे में मध्यान भोजन खाया। वही शुक्रवार को लगभग 100 बच्चे की मौजूदगी ने सवाल खड़ा कर दिया है। जबकि शुक्रवार को फल एव अंडे के कारण ज्यादा बच्चे की उपस्थिति रहनी चाहिए। स्कूल के कई अभिभावक ने भी स्कूल के एचएम का शिकायत किया। मात्र एक चापाकल है जिसपर पानी के लिये बच्चे में जदोजहद रहता है। 
क्या कहते है बीइओ---
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि मध्य विद्यालय ऐनी में कम बच्चे की बराबर शिकायत रहती है। ग्रामीण भी कई बार शिकायत करते है। हम जांच कर करवाई करेंगे।

गुरुवार, 9 मई 2019

भाई-एव भाभी ने चार दिन तक बहन को बंधक बनाकर रखा, खाना मांगने पर पेशाब पिलाया


पड़ोसियों ने पुलिस के मिलकर चार दिन के बाद मुक्त कराया, रिश्ता हुआ कलंकित
कोशी बिहार टुडे

अररिया के फारबिसगंज में सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। दरअसल यहां पत्नी के साथ मिलकर भाई ने अपनी सगी बहन को 4 दिनों तक हाथ और पैर बांधकर बंधक बनाकर रखा। इस दौरान उनसे मारपीट की गई और गंभीर यातनाएं दी गई।
मामला प्रकाश में आने के बाद ग्रामीण और रिश्तेदारों ने पीड़ित युवती को भाई और भाभी की कैद से आजाद कराया और उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल से ही मामले की जानकारी एसपी धूरत सायली सावलाराम को दी गई जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। फारबिसगंज पुलिस अस्पताल पहुंचकर पीड़िता से बयान लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
घटना के संबंध में अस्पताल में इलाजरत पीड़िता ने कहा कि मेरे माता पिता की मृत्यु हो चुकी है। मेरे भाई रुस्तम पिता स्वर्गीय सरीफ और उसकी पत्नी जुबेदा खातून घर में उनके साथ हमेशा गाली-गलौच मारपीट करते थे और वे लोग मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। युवती ने बताया कि  6 मई को मेरे भाई एवं भाभी पहले मुझे डंडे से पीटा इसके बाद मकान की दूसरे मंजिल पर ले जाकर रस्सी से दोनों हाथ और पैर बांध कर जमकर मारपीट की। मैं बेहोश हो गई। जब होश आया और पानी मांगी तो मुझे पेशाब पिलाया गया। बीते 4 दिनों से खाना-पीना नहीं दिया जा रहा था। खाना मांगने पर पिटाई करते थे। मोहल्ले के लोगों ने आज मेरे घर में घुसकर मुझे मुक्त कराया और इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।

ग्रामीण के अनुसार युवती को शादी-विवाह एवं संपत्ति को लेकर जान मारने की नियत से 4 दिनों से बंधक बनाकर यातना और प्रताड़ना दिया जा रहा था।  जब लोगों को इसकी भनक हुई और वह रुस्तम के घर गये तो लड़की खिड़की से लटक रही थी और उसने देखते ही जान बचाने की गुहार लगाई। उसके बाद उसे बचाया गया है। चिकिस्तक के अनुसार अब युवती के इलाज के बाद सुधार आ रहा है। इधर एसपी धुरत सायला सवलाराम ने कहा कि कोई भी हो आरोपी के खिलाफ कड़ी करवाई होगी। आभार-हिंदुस्तान

बुधवार, 8 मई 2019

ग्रामीण छात्रों ने भी सीबीएसई की परीक्षा में लाया अच्छे अंक, परिजन में खुशी

पढ़ाई में अब ग्रामीण इलाके के बच्चे भी लहरा रहा है परचम
कोशी बिहार टुडे, सहरसा

सीबीएसई की परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्रो में भी बच्चे ने धूम मचाया। कई कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों ने अच्छे अंक से परीक्षा में सफलता हासिल किया। नगर पंचायत स्थित जीआरओडब्लू कोचिंग के छात्रों ने अच्छा अंक लाया। इस संस्थान के डारेक्टर संघर्ष कुमार ने बताया कि कई छात्र का परिणाम बेहतर है। जिसमे छात्र वैभव जायसवाल 93.2 अंक लाया। वही कोमल कात्यानी 92.4, आलोक 89.4, अभिषेक 87.2, आनंद 77.2, एव पंखुरी 78.6 अंक लाया। सिमरी बख्तियारपुर रानीहाट के ही शिक्षक पुत्र आशीष कुमार 92.2 अंक लाया। आशीष कुमार केंद्रीय विद्यालय सहरसा में पढ़ाई कर रहा है। ग्रामीण इलाके में इस तरह छात्रों का अच्छा परिणाम को अभिभावक ने अच्छा बताते हुए कहा कि अब बच्चे को पढ़ने के प्रति जिज्ञासा जगा है। 
सरकारी विदयालय में भी लागू हो सीबीएसई पाठ्यक्रम---
अधिकांस बच्चे के अभिभावक का कहना है कि अब हर सरकारी विदयालय खासकर 9 एव 10 में अनिवार्य रूप से सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू किया जाना चाहिये। इससे छात्रों में एक दूसरे से आगे बढ़ने एव अच्छे अंक लाने का होड़ लगेगा, जो शिक्षा में अच्छी बात है। हालांकि केंद्र सरकार की स्कूल के साथ साथ अब कई निजी विदयालय में सीबीएसई पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाई किया जाता है।

पूर्व विधायक के प्रयास से हजारों हेक्टर खेत में जमा पानी से किसान को मिलेगी मुक्ति

  कोपरिया स्लुइस गेट का जलकुंभी साफ करने के लिए निजी कोष से दिया गया धन  सिमरी बख्तियारपुर से पानी की बिक्री ही नहीं बल्कि महिषी खंड के लोगो...